Tuesday, April 13, 2021

 अवसर
एक बार एक ग्राहक चित्रो की दुकान पर गया। 
उसने वहाँ पर अजीब से चित्र देखे। 
पहले चित्र मे चेहरा पूरी तरह बालो से ढँका हुआ था और पैरोँ मे पंख थे। 
एक दूसरे चित्र मे सिर पीछे से गंजा था। 

ग्राहक ने पूछा- "यह चित्र किसका है?" दुकानदार ने कहा- "अवसर का।
ग्राहक ने पूछा- "इसका चेहरा बालो से ढका क्यो है?" 
दुकानदार ने कहा- "क्योंकि अक्सर जब अवसर 
आता है तो मनुष्य उसे पहचानता नही है।
ग्राहक ने पूछा-और इसके पैरो मे पंख क्यो है?" 

दुकानदार ने कहा- "वह इसलिये कि यह तुरंत वापस भाग जाता है, यदि इसका उपयोग न हो तो यह तुरंत उड़ जाता है।" 
ग्राहक ने पूछा- "और यह दूसरे चित्र मे पीछे से गंजा सिर किसका है?" 
दुकानदार ने कहा- "यह भी अवसर का है। 
यदि अवसर को सामने से ही बालो से पकड़ लेँगे तो वह आपका है। 
 आपने उसे थोड़ी देरी से पकड़ने की कोशिश की तो पीछे का गंजा सिर हाथ आयेगा और वो फिसलकर निकल जायेगा।"
वह ग्राहक इन चित्रो का रहस्य जानकर हैरान था पर अब वह बात समझ चुका था। 
आपने कई बार दूसरो को ये कहते हुए सुना होगा या खुद भी कहा होगा कि 'हमे अवसर ही नही मिला लेकिन ये अपनी जिम्मेदारी से भागने और अपनी गलती को छुपाने का बस एक बहाना है।
सन्तमत विचार-भगवान ने हमे ढेरो अवसरो के बीच जन्म दिया है। 
अवसर हमेशा हमारे सामने से आते जाते रहते है पर हम उसे पहचान नही पाते या पहचानने मे देर कर देते है। 
और कई बार हम सिर्फ इसलिये चूक जाते है क्योकि हम बड़े अवसर के ताक मे रहते हैं। 
पर अवसर बड़ा या छोटा नही होता है। हमे हर अवसर का भरपूर उपयोग करना चाहिये!

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