मैं अकेला ही चला था अपनी मंजिल के लिए;
अनुभवी लोग मिलते गए और मैं चूतिया बनता गया!
एक लड़की को हरे सूट में देख कर एक लड़का बोला, "पूरी हरी भरी फसल लग रही है।"
लड़की: भैया तेरा जीजा रोज़ रात को दो बार पानी जो लगाता है, तो हरी क्यों ना होऊं।
सास: आने दो मेरे बेटे को उसे बैठकर समझाउंगी तेरी करतूत।
बहु: कोई फैदा नहीं।
सास: क्यों?
बहु: तुम बैठकर समझाओगी और मैं लेट के मना लूंगी।
हम कुरकुरे के विज्ञापन में कोई पुरुष मॉडल को क्यों नहीं इस्तेमाल करते?
क्योंकि ऐसा आदमी ढूंढना बहुत मुश्किल है जो कहे, "टेढ़ा है पर मेरा है!"
जीतो बस में अपने पीछे खड़े एक आदमी से बोली, "थोड़ा पीछे होकर खड़े रहें।" आदमी बोला, "पीछे से लोग धक्का मार रहे हैं।"
जीतो: चूतिये 2 बच्चों की माँ हूँ, धक्का मारने और गांड मारने में फर्क समझती हूँ।
अध्यापिका: पारदर्शी (Transparent) पद का उदाहरण दो?
पप्पू: आपकी ड्रेस में से लाल रंग की ब्रा दिख रही है।
अध्यापिका गुस्से में, "महामूर्ख कुछ तो शर्म कर।"
पप्पू मासूमियत से, "मैडम, तभी तो नहीं बोला कि पैंटी भी फटी हुई है।"
नादान है कितनी वो, कुछ समझती ही नहीं;
सीने से लिपटकर पूछती है, "ये नीचे से क्या चुभ रहा है?"
सनी लियॉन: हिंदी सीख रही थी।
अध्यापिका: इसका अर्थ समझाओ, "चादर देखकर पैर फैलाना चाहिए।"
सनी लियॉन: जब भी आप बेड शीट देखें, अपने पैर फैलाओ।
सिंधी का बेटा: पापा मेरी दूर की नजर खराब हो गई है, नये चश्में बनवा दो।
सिंधी: बाहर चल वो क्या है आसमान में?
सिंधी का बेटा: पापा वो चाँद है।
सिंधी: इससे दूर क्या बहनचोद परियों की गांड देखेगा।
अपना दुख और अपना लंड सबको ही बड़ा लगता है।
पिंकी: मम्मी आज एक लड़के में मेरी चूची दबाई।
जीतो: तूने उसको चाटा नहीं मारा?
पिंकी: मुझे अचानक गांधी जी याद आ गए और मैंने दूसरी चूची भी आगे कर दी
जब किसी का एक्सीडेंट (Accident) हो जाता है तो अलग-अलग देशों में लोग किस तरह प्रतिकिया देते हैं:
अमेरिका: ओह माय गॉड!
पाकिस्तान: या अल्लाह!
अफ्रीका: ओ ला ला!
ऑस्ट्रेलिया: गोट अ हिट!
और
भारत में: माँ चुद गई बहन के लौड़े की, और तेज़ चला।
लड़की उस शख्स को माफ़ कर देती है जो मौके का गलत फायदा उठाये;
मगर उसको कभी माफ़ नहीं करती जो मौके का फायदा ही ना उठाये।
जीतो: संता के लंड को पकड़ कर ऊपर और नीचे कर रही थी।
संता रोमांटिक मूड में बोला, " सेक्स करने का मन कर रहा है क्या?"
जीतो धीरे से बोली, ओह! न जी न, 2-3 लिफ़ाफ़े चिपकाने हैं।
एक गुब्बारे वाले की दुकान के बाहर लिखा था:
अगर अपने बच्चों को गुब्बारा नहीं दिला सकते तो वक्त पे गुब्बारा चढ़ा लिया करो।
आज की पत्नियों को ये समझ नहीं आता कि क्या करें?
खराब कामवाली मिले तो खुद को काम करना पड़ता है।
और अगर अच्छी मिले तो;
.
. .
. . .
"पति काम कर जाता है।"
विवाहित आशिक: बाबा आपके आरती उतारने में और हमारे पेंटी (Panty) उतारने में क्या समानता है?
बाबा जी: "बच्चा आरती उतारने से हमें मन की शांति मिलती है और पेंटी उतारने से हमें तन की शांति मिलती है।"
बंता: बूट (Shoes) और चूत के बीच में क्या अंतर है?
संता: जूतों को हम केवल एक साइज़ में पसंद करते हैं जबकि चूत को हम सभी साईजों में पसंद करते हैं।
एक बार एक कुंवारा लड़का मर गया।
माँ रो-रो के, "हे भगवान् इसने तो अभी जवानी भी नहीं देखी थी!"
पड़ोस की भाभी रोते हुए बोली, "ना रो चाची मैंने दिखा दी थी।"
अनुभवी लोग मिलते गए और मैं चूतिया बनता गया!
एक लड़की को हरे सूट में देख कर एक लड़का बोला, "पूरी हरी भरी फसल लग रही है।"
लड़की: भैया तेरा जीजा रोज़ रात को दो बार पानी जो लगाता है, तो हरी क्यों ना होऊं।
सास: आने दो मेरे बेटे को उसे बैठकर समझाउंगी तेरी करतूत।
बहु: कोई फैदा नहीं।
सास: क्यों?
बहु: तुम बैठकर समझाओगी और मैं लेट के मना लूंगी।
हम कुरकुरे के विज्ञापन में कोई पुरुष मॉडल को क्यों नहीं इस्तेमाल करते?
क्योंकि ऐसा आदमी ढूंढना बहुत मुश्किल है जो कहे, "टेढ़ा है पर मेरा है!"
जीतो बस में अपने पीछे खड़े एक आदमी से बोली, "थोड़ा पीछे होकर खड़े रहें।" आदमी बोला, "पीछे से लोग धक्का मार रहे हैं।"
जीतो: चूतिये 2 बच्चों की माँ हूँ, धक्का मारने और गांड मारने में फर्क समझती हूँ।
अध्यापिका: पारदर्शी (Transparent) पद का उदाहरण दो?
पप्पू: आपकी ड्रेस में से लाल रंग की ब्रा दिख रही है।
अध्यापिका गुस्से में, "महामूर्ख कुछ तो शर्म कर।"
पप्पू मासूमियत से, "मैडम, तभी तो नहीं बोला कि पैंटी भी फटी हुई है।"
नादान है कितनी वो, कुछ समझती ही नहीं;
सीने से लिपटकर पूछती है, "ये नीचे से क्या चुभ रहा है?"
सनी लियॉन: हिंदी सीख रही थी।
अध्यापिका: इसका अर्थ समझाओ, "चादर देखकर पैर फैलाना चाहिए।"
सनी लियॉन: जब भी आप बेड शीट देखें, अपने पैर फैलाओ।
सिंधी का बेटा: पापा मेरी दूर की नजर खराब हो गई है, नये चश्में बनवा दो।
सिंधी: बाहर चल वो क्या है आसमान में?
सिंधी का बेटा: पापा वो चाँद है।
सिंधी: इससे दूर क्या बहनचोद परियों की गांड देखेगा।
अपना दुख और अपना लंड सबको ही बड़ा लगता है।
पिंकी: मम्मी आज एक लड़के में मेरी चूची दबाई।
जीतो: तूने उसको चाटा नहीं मारा?
पिंकी: मुझे अचानक गांधी जी याद आ गए और मैंने दूसरी चूची भी आगे कर दी
जब किसी का एक्सीडेंट (Accident) हो जाता है तो अलग-अलग देशों में लोग किस तरह प्रतिकिया देते हैं:
अमेरिका: ओह माय गॉड!
पाकिस्तान: या अल्लाह!
अफ्रीका: ओ ला ला!
ऑस्ट्रेलिया: गोट अ हिट!
और
भारत में: माँ चुद गई बहन के लौड़े की, और तेज़ चला।
लड़की उस शख्स को माफ़ कर देती है जो मौके का गलत फायदा उठाये;
मगर उसको कभी माफ़ नहीं करती जो मौके का फायदा ही ना उठाये।
जीतो: संता के लंड को पकड़ कर ऊपर और नीचे कर रही थी।
संता रोमांटिक मूड में बोला, " सेक्स करने का मन कर रहा है क्या?"
जीतो धीरे से बोली, ओह! न जी न, 2-3 लिफ़ाफ़े चिपकाने हैं।
एक गुब्बारे वाले की दुकान के बाहर लिखा था:
अगर अपने बच्चों को गुब्बारा नहीं दिला सकते तो वक्त पे गुब्बारा चढ़ा लिया करो।
आज की पत्नियों को ये समझ नहीं आता कि क्या करें?
खराब कामवाली मिले तो खुद को काम करना पड़ता है।
और अगर अच्छी मिले तो;
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"पति काम कर जाता है।"
विवाहित आशिक: बाबा आपके आरती उतारने में और हमारे पेंटी (Panty) उतारने में क्या समानता है?
बाबा जी: "बच्चा आरती उतारने से हमें मन की शांति मिलती है और पेंटी उतारने से हमें तन की शांति मिलती है।"
बंता: बूट (Shoes) और चूत के बीच में क्या अंतर है?
संता: जूतों को हम केवल एक साइज़ में पसंद करते हैं जबकि चूत को हम सभी साईजों में पसंद करते हैं।
एक बार एक कुंवारा लड़का मर गया।
माँ रो-रो के, "हे भगवान् इसने तो अभी जवानी भी नहीं देखी थी!"
पड़ोस की भाभी रोते हुए बोली, "ना रो चाची मैंने दिखा दी थी।"