Friday, September 19, 2014

 ज़िंदगी जीने को एक यहाँ ख्वाब मिलता है​;
​यहाँ हर सवाल ​का झूठा जवाब मिलता है​;​
​किसे समझे अपना किसे पराया​;​
​यहाँ हर चेहरे पे एक नकाब मिलता है​।


 आज हम उनको बेवफा बताकर आए है!
उनके खतो को पानी में बहाकर आए है .
कोई निकाल न ले उन्हें पानी से…
इस लिए पानी में भी आग लगा कर आए है !


 दर्द का आलम है हम मुस्कुरा रहे हैं
दूर रहने वाले हमे याद आ रहे हैं
हम लेकर बेते हैं यादें जिनकी
वो हमारी यादें अपने दिलसे मिटा रहे हैं...!

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