Monday, September 29, 2014

बड़ा महत्व है एक बार पढ़ के तो देखो

ससुराल में साली का, बाग़ में माली का, होंठो में लाली का, पुलिस में गाली का, मकान में नाली का, कान में बाली का, पूजा में थाली का, खुशी में ताली का------बड़ा महत्व है l

फलों में आम का, भगवान में राम का,
मयखाने में जाम का, फैक्ट्री में काम का, सुर्ख़ियों में नाम का, बाज़ार में दाम का, मोहब्ब्त में शाम का------बड़ा महत्व है l

व्यापार में घाटा का, लड़ाई में चांटा का, रईसों में टाटा का, जूतों में बाटा का, रसोई में आटा का-----बड़ा महत्व है l

फ़िल्म में गाने का, झगड़े में थाने का,
प्यार में पाने का, अंधों में काने का,
परिंदों में दाने का-----बड़ा महत्व है l

ज़िंदगी में मोहब्ब्त का, परिवार में इज्ज़त का, तरक्की में किसमत का,
दीवानो में हसरत का------बड़ा महत्व है l

पंछियों में बसेरे का, दुनिया में सवेरे का, डगर में उजेरे का, शादी में फेरे का------बड़ा महत्व है l

खेलों में क्रिकेट का, विमानों में जेट का, शरीर में पेट का, दूरसंचार में नेट का-----बड़ा महत्व है l

मौजों में किनारों का, गुर्वतों में सहारों का, दुनिया में नज़ारों का, प्यार में इशारों का------बड़ा महत्व है l

खेत में फसल का, तालाब में कमल का, उधार में असल का, परीक्षा में नकल का-----बड़ा महत्व है l

ससुराल में जमाई का, परदेश में कमाई का, जाड़े में रजाई का, दूध में मलाई का -----बड़ा महत्व है l

बंदूक में गोली का, पूजा में रोली का,
समाज में बोली का, त्योहारों में होली का, श्रृंगार में चोली का-----बड़ा महत्व है l

बारात में दूल्हे का, हड्डियों में कूल्हे का, रसोई में चूल्हे का-------बड़ा महत्व है l

सब्जियों में आलू का, बिहार में लालू का, मशाले में बालू का, जंगल में भालू का, बोलने में तालू का-------बड़ा महत्व है l

मौसम में सावन का, घर में आँगन का,
दुआ में दामन का, लंका में रावन का-------बड़ा महत्व है l

चमन में बहार का, डोली में कहार का,
खाने में अचार का, मकान में दीवार का-----बड़ा महत्व है l

सलाद में मूली का, फूलों में जूली का,
सज़ा में सूली का, स्टेशन में कूली का------बड़ा महत्व है l

पकवानों में पूरी का, रिश्तों में दूरी का,
आँखों में भूरी का,रसोई में छूरी का-------बड़ा महत्व है l


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