Saturday, September 20, 2014

-हरिवंशराय बच्चन
Lovely message :

कुए में उतरने वाली बाल्टी यदि झुकती है,
तो भरकर बाहर आती है...

जीवन का भी यही गणित है,
जो झुकता है वह
प्राप्त करता है...

जीवन में किसी का भला करोगे,
तो लाभ होगा...
क्योंकि भला का उल्टा लाभ होता है ।
और

जीवन में किसी पर दया करोगे,
तो वो याद करेगा...
क्योंकि दया का उल्टा याद होता है।

भरी जेब ने ' दुनिया ' की पहेचान करवाई
और
खाली जेब ने ' इन्सानो ' की.

जब लगे पैसा कमाने, तो समझ आया,

शौक तो मां-बाप के पैसों से पुरे होते थे,
अपने पैसों से तो सिर्फ जरूरतें पुरी होती है।

"झोंपड़ी और महल में इतना ही फर्क होता है..,

झोंपड़ी पर लिखा होता है " सुस्वागतम ",
महल पर लिखा होता है " कुत्ते से सावधान "

रब ने नवाजा हमें जिंदगी देकर;
और हम शौहरत मांगते रह गये;

जिंदगी गुजार दी शौहरत के पीछे;
फिर जीने की मौहलत मांगते रह गये।

ये कफन, ये जनाज़े, ये कब्र, सिर्फ बातें हैं मेरे दोस्त,
वरना मर तो इंसान तभी जाता है जब याद करने वाला कोई ना हो...!!

ये समंदर भी तेरी तरह खुदगर्ज़ निकला,
ज़िंदा थे तो तैरने न दिया
और
मर गए तो डूबने न दिया . .

क्या बात करे इस दुनिया की" हर शख्स के अपने अफसाने हे""

जो सामने हे उसे लोग बुरा कहते हे"
जिसको देखा नहीं उसे सब खुदा कहते है.

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