Saturday, June 25, 2016

Girl - पड़ोसवाली👵 बुड्ढी आंटी मुझे
बहुत तंग करती थी....

जब भी किसी की शादी होती वो
मेरे गाल खींच के कहती,
"अब तुम्हारी बारी है।"

फिर मैंने उनकी ये आदत ख़तम
करवा दी।

Saheli - कैसे😳...?

Girl - जब भी कोई मर जाता तो
मैं उनके गाल खींच के कहती,
"अब आपकी बारी है।😳😳😳😳😝😝😝😝😝😝😝😂

Friday, June 24, 2016

" ज़िन्दगी "
बदलने के लिए लड़ना पड़ता है

और

आसान करने के लिए समझना पड़ता है

वक़्त आपका है
चाहे तो सोना बना लो

और

चाहे तो सोने में गुज़ार दो
कुछ अलग करना है तो भीड़ से हटकर चलो ।

भीड़ साहस तो देती है पर पहचान छीन लेती है।


झाड़ू जब तक एक सूत्र में बँधी होती है,
तब तक
वह "कचरा" साफ करती है।
लेकिन वही झाड़ू जब बिखर जाती है तो खुद
कचरा हो जाती है।
इस लिये हमेशा परिवार से बंधे रहे, बिखर कर कचरा न बने ।

उपवास अन्न का ही नहीं, बुरे विचारों का भी करो ।

सरल बनो, स्मार्ट नहीं, क्योंकि हमें ईश्वर ने बनाया है, सैमसंग ने नहीं।



आपके पास मारुति हो या बीएमडब्ल्यू - सड़क वही रहेगी |

आप टाइटन पहने या रोलेक्स - समय वही रहेगा |

आपके पास मोबाइल एप्पल का हो या सेमसंग - आपको कॉल करने वाले लोग नहीं बदलेंगे |

आप इकॉनामी क्लास में सफर करें या बिज़नस में - आपका समय तो उतना ही लगेगा |

आवश्यकताएँ पूरी हो सकती है, तृष्णा नहीं |

एक सत्य ये भी है कि धनवानो का आधा धन तो ये जताने में चला जाता है की वे भी धनवान हैं |

कमाई छोटी या बड़ी हो सकती है....
पर रोटी की साईज़ सब घर में एक जैसी ही होती है।🙏🙏😀


पायल ' हज़ारों रूपये में आती है
पर
 ' पैरो ' में पहनी जाती है
और..
' बिंदी ' एक रूपये में आती है
मगर
' माथे ' पर सजाई जाती है..

इसलिए कीमत मायने नहीं
 रखती उसका कृत्य मायने रखता हैं.

एक ' किताबघर ' में पड़ी "
 " गीता " और " कुरान " आपस में कभी नहीं लड़ते,
और
जो उनके लिए लड़ते हैं वो कभी उन दोनों को नहीं
" पढ़ते "..

' नमक ' की तरह
 ' कड़वा ' ज्ञान देने वाला ही
' सच्चा मित्र ' होता है..

' मीठी ' बात करने वाले तो
' चापलूस ' भी होते है..

इतिहास गवाह है की आज तक कभी ' नमक ' में ' कीड़े ' नहीं पड़े..

और ' मिठाई ' में तो अक़्सर ' कीड़े ' पड़ जाया करते है.

" अच्छे मार्ग " पर कोई व्यक्ति नही जाता पर " बुरे मार्ग "
 पर सभी जाते है..

.इसीलिये " दारू " बेचने वाला कही नही जाता ,

पर " दूध बेचने "
वाले को घर ,
गली -गली ,
कोने- कोने जाना पड़ता है..
और दूध वाले से बार -बार पूछा जाता है कि " पानी तो नही डाला " ?

पर दारू मे खुद " हाथो से पानी " मिला-मिला पीते है..

वाह रे दुनियाँ और दुनियाँ की रीत ......


औरतें अजीब होतीं हैं

लोग सच कहते हैं
औरतें अजीब होतीं है
रात भर सोती नहीं पूरा
थोड़ा थोड़ा जागती रहतीं
नींद की स्याही में
उंगलियां डुबो
दिन की बही लिखतीं
टटोलती रहतीं
दरवाजों की कुंडिया
बच्चों की चादर
पति का मन
और जब जागती हैं सुबह
तो पूरा नहीं जागती
नींद में ही भागतीं
हवा की तरह घूमतीं घर बाहर
टिफिन में रोज़ नयी रखतीं कविताएँ
गमलों में रोज बो देती
आशायें
पुराने पुराने अजीब से गाने
गुनगुनातीं
और चल देतीं फिर
एक नये दिन के मुकाबिल
पहन कर फिर वही सीमायें
खुद से दूर हो कर ही
सब के करीब होतीं हैं
औरतें सच में अजीब होतीं हैं

कभी कोई ख्वाब पूरा नहीं देखतीं
बीच में ही छोड़ कर
देखने लगतीं हैं
चुल्हे पे चढ़ा दूध
कभी कोई काम पूरा नहीं करतीं बीच में ही छोड़ कर
ढूँढने लगतीं हैं
बच्चों के मोजे पेन्सिल किताब
बचपन में खोई गुडिया
जवानी में खोए पलाश
मायके में छूट गयी स्टापू की गोटी
छिपन छिपाइ के ठिकाने
वो छोटी बहन
छिप के कहीं रोती
सहेलियों से लिए दिये चुकाए हिसाब
खोलती बंद करती खिड़कियाँ
क्या कर रही हो ?सो गयीं क्या?
खाती रहती झिङकियाँ
न शौक से जीती ,न ठीक से मरती

औरतें बेहद अजीब होतीं हैं ...
                 😎
                 🙏🏻


ॐ (OM) उच्चारण के 11 शारीरिक लाभ :

ॐ : ओउम् तीन अक्षरों से बना है।
अ उ म् ।
"अ" का अर्थ है उत्पन्न होना,
"उ" का तात्पर्य है उठना, उड़ना अर्थात् विकास,
"म" का मतलब है मौन हो जाना अर्थात् "ब्रह्मलीन" हो जाना।
ॐ सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड की उत्पत्ति और पूरी सृष्टि का द्योतक है।
ॐ का उच्चारण शारीरिक लाभ प्रदान करता है।
जानीए
ॐ कैसे है स्वास्थ्यवर्द्धक और अपनाएं आरोग्य के लिए ॐ के उच्चारण का मार्ग...

● *उच्चारण की विधि*

प्रातः उठकर पवित्र होकर ओंकार ध्वनि का उच्चारण करें। ॐ का उच्चारण पद्मासन, अर्धपद्मासन, सुखासन, वज्रासन में बैठकर कर सकते हैं। इसका उच्चारण 5, 7, 10, 21 बार अपने समयानुसार कर सकते हैं। ॐ जोर से बोल सकते हैं, धीरे-धीरे बोल सकते हैं। ॐ जप माला से भी कर सकते हैं।

01) *ॐ और थायराॅयडः*

ॐ का उच्चारण करने से गले में कंपन पैदा होती है जो थायरायड ग्रंथि पर सकारात्मक प्रभाव डालता है।

*02) *ॐ और घबराहटः-*
अगर आपको घबराहट या अधीरता होती है तो ॐ के उच्चारण से उत्तम कुछ भी नहीं।

*03) *..ॐ और तनावः-*
यह शरीर के विषैले तत्त्वों को दूर करता है, अर्थात तनाव के कारण पैदा होने वाले द्रव्यों पर नियंत्रण करता है।

*04) *ॐ और खून का प्रवाहः-*
यह हृदय और ख़ून के प्रवाह को संतुलित रखता है।

*5) ॐ और पाचनः-*

ॐ के उच्चारण से पाचन शक्ति तेज़ होती है।

*06) ॐ लाए स्फूर्तिः-*
इससे शरीर में फिर से युवावस्था वाली स्फूर्ति का संचार होता है।

*07) ॐ और थकान:-*
थकान से बचाने के लिए इससे उत्तम उपाय कुछ और नहीं।

*08) .ॐ और नींदः-*
नींद न आने की समस्या इससे कुछ ही समय में दूर हो जाती है। रात को सोते समय नींद आने तक मन में इसको करने से निश्चिंत नींद आएगी।

*09) .ॐ और फेफड़े:-*
कुछ विशेष प्राणायाम के साथ इसे करने से फेफड़ों में मज़बूती आती है।

*10) ॐ और रीढ़ की हड्डी:-*
ॐ के पहले शब्द का उच्चारण करने से कंपन पैदा होती है। इन कंपन से रीढ़ की हड्डी प्रभावित होती है और इसकी क्षमता बढ़ जाती है।

*11) ॐ दूर करे तनावः-*
ॐ का उच्चारण करने से पूरा शरीर तनाव-रहित हो जाता है।

आशा है आप अब कुछ समय जरुर ॐ का उच्चारण करेंगे । साथ ही साथ इसे उन लोगों तक भी जरूर पहुंचायेगे जिनकी आपको फिक्र है ।
अपना ख्याल रखिये, खुश रहें ।
नियम, जो न्यूटन भी न बता पाए..😜👻

👉नियम 1
यदि आप एक लाइन में भीड़ देखकर किसी दूसरी लाइन में चले जाएं, तो वह लाइन तेज़ गति से आगे बढ़ने लगेगी, जिसमें आप अब तक खड़े थे...😜
*
👉नियम 2
जब भी कोई औजार हाथ से छूटेगा, वह हमेशा उस जगह पर पहुँचेगा, जहाँ आपके हाँथ की पहुँच सबसे
मुश्किल होगी...😜

👉नियम 3
जब भी आप पूरी तरह भीग चुके होंगे, टेलीफोन की घंटी उसी समय बजेगी...😜

👉नियम 4
किसी परिचित से आपकी मुलाकात की संभावना उस समय सर्वाधिक होती है, जब आप किसी ऐंसे शख्स के साथ हों, जिसके साथ आप देखा जाना नहीं चाहते...😜

👉नियम 5
जब आपके हाथ ग्रीस से पूरी तरह सन चुके होंगे, आपकी नाक में खुजली शुरू हो जाएगी...😜

👉नियम 6
टेलीफोन का नियम, जब भी आप कोई राँग नम्बर डायल करेंगे, वह एन्गेज कभी नहीं मिलगा।...😜

👉नियम 7
whats app पर जब कोई मेसेज गलत ग्रुप में पोस्ट हो जाये उस वक्त नेट सबसे तेज चलता है...😜
आपकी लाख कोशिश के बावजूद वह पलक झपकते
ही पहुँच जाता है और सही पोस्ट पर डमरू पहले 4 - 5 मिनट तक घूमता है उसके बाद ही पहुँचता है...

👉नियम 8- ब्रेड हाथ से छूठ जाये तो जमीन पर उसी तरफ से गिरेगा जिस तरफ मक्खन लगा हो.....
😄😜😂😳😜
न्यूटन 

Thursday, June 23, 2016

एक समय था जब "मंत्र" काम करते थे !
      उसके बाद एक समय आया
      जिसमें " तंत्र " काम करते थे...
फिर समय आया जिसमे"यंत्र"काम करते थे !
और आज के समय में कितने दुःख की बात है,
      सिर्फ " षड्यंत्र " काम करते है.!!
जब तक "सत्य " घर से बाहर निकलता है.
तब तक " झुठ " आधी दुनिया घूम लेता है.!! 🙏 Good Morning 🙏
आज सुबह ही उसका फ़ोन आया,

रो रही थी,
मुझे सॉरी बोला,
उसी रोनी आवाज़ में वो ये भी बोली :
"तुम जैसा बोलोगे मैं वैसा ही करूँगी,
तुमसे कभी झगड़ा नहीं करूँगी,
तुम्हारा हर कहा मानूँगी".

सुनकर जी भर आया,

.......
.......
.......
.......

किसकी बीवी थी क्या पता,
रॉंग नम्बर था, पर सुनने में बहुत अच्छा लगा😜😁
आज सुबह ही उसका फ़ोन आया,

रो रही थी,
मुझे सॉरी बोला,
उसी रोनी आवाज़ में वो ये भी बोली :
"तुम जैसा बोलोगे मैं वैसा ही करूँगी,
तुमसे कभी झगड़ा नहीं करूँगी,
तुम्हारा हर कहा मानूँगी".

सुनकर जी भर आया,

.......
.......
.......
.......

किसकी बीवी थी क्या पता,
रॉंग नम्बर था, पर सुनने में बहुत अच्छा लगा😜😁

Wednesday, June 22, 2016

इंजीनियर की विशेषताएँ...

1...उसे अपने विषय छोड़कर बाकी सारे विषय आसान लगते हैं।.

2...उसमें इतनी शक्ति होती है कि वो सवा नौ बजे जागने के बाद साढ़े नौ बजे क्लास में हाजिर हो जाता है।.

3...जीन्स और टी शर्ट इंजीनियर के लिए नेशनल यूनिफॉर्म है और मैगी राष्ट्रीय खाद्य।.

4...सामान्य इंसान टूटी हुई वस्तु को जोड़ता है लेकिन इंजीनियर पहले अच्छी वस्तु को तोड़ता है और फिर उसे जोड़ता है।.

5...पेट्रोल और सोने के भाव कितने ही बढ़ जाएँ तो भी इंजीनियर को उसकी चिंता नहीं होती लेकिन झेरॉक्स पच्चीस पैसे बढ़ जाए तो उसकी खोपड़ी सटक जाती है।..

7...इंजीनियर को प्रॉब्लम सॉल्व करना बेहद पसंद है लेकिन जहाँ प्रॉब्लम ना हो वहाँ प्रॉब्लम क्रिएट कर वो सॉल्व करेगा।..

8...इंजीनियर पूरे साल का अभ्यास सिर्फ एक रात में ही कर लेता है।😎😎😎😎.

9...इंजिनीयर को कुछ भी समझता नहीं, ये सिर्फ इंजीनियर ही जानता है।😇😇😇😇😇😇😇.

10...इंजीनियर रात में कभी भी सोता नहीं और सुबह कभी भी जल्दी जागता नहीं।.

11...इंजीनियर एकदम निष्पाप और भोला भाला सिर्फ अपने माता पिता के सामने ही रहता है।.

12...इंजीनियर से कभी वादविवाद करने के चक्कर में ना पड़ें क्योंकि उससे वादविवाद करना मतलब अपने ही गाल पर बैठे मच्छर को तमाचा मारकर मारने के समान है।
😎😝😜😂😁😂

वो अपना काम निकालते हैं कुछ इस हुनर से
कि आप धोखे खाकर भी उनसे मिला करते हैं

आपकी जान कब वो लेगा, ये खबर नहीं आपको
और आप उनकी सलामती की दुआ करते हैं

एक दिन दिल तोड़ता है वो शख्स मुस्कुराकर
रो-रो के तब खुद ही से आप गिला करते हैं

होता है तज़रबा ऐसा कि दुनिया की राह पे
आदमी से बच-बच कर आप चला करते हैं

परायों को तो खैर आप दुश्मन समझते ही हैं
अपनों से भी डर-डर कर रहा करते हैं

कोसते रहते हैं अपनी जिंदगी को उम्रभर
भीड़ में हंसते हैं मगर तन्हाई में रोया करते हैं


श्रीमती जी की रात के दो बजे अचानक नींद खुली तो पाया कि पति बिस्तर से नदारद है।



जिज्ञासावश उठीं, खोजा,...
तो देखा डाइनिंग टेबल पर बैठे
पति जी कॉफी का कप
हाथ में ले कर,
विचारमग्न, दीवार को घूर रहे हैं।




पत्नी चुपचाप पति को कॉफी की चुस्की लेते हुए बीच-बीच में आँख से
आँसू पोंछते देखती रही।




फिर पति के पास गई और बोलीं, “क्या बात है, डियर? तुम इतनी रात
गए यहाँ क्या कर रहे हो..?”




पति जी ने कॉफी से नज़र
उठाई। “तुम्हें याद है, 14
साल पहले जब
तुम सिर्फ 18 साल की थीं?”





पति बड़ी गम्भीरता से बोला..।

पत्नी पति के प्यार को देख
कर भाव
विभोर हो गई, बोली, “हाँ, याद
है..।”





कुछ रुक कर पति जी बोले “याद है जब तुम्हारे जज पिता जी ने हमें
मेरी कार मे घुमते हुए देख लिया था' । पत्नी हाँ हाँ.. याद है..।”




“याद है कैसे उन्होंने मेरी कनपटी पर
बन्दूक रख कर कहा था,
“या तो इस से शादी कर लो,
या 14 साल के लिए अन्दर
कर दूँगा..।”
“हाँ.. हाँ.. वह भी याद है।”






अपनी आँख से एक
और आँसू पोंछते हुए
पति बोला.. “







…आज मैं छूट
गया होता...!!”

😀😀😀😀😀😀😀
😂😂😂😂😂😂


!!!...माँ बहुत झूठ बोलती है...!!!

सुबह जल्दी जगाने के लिए, सात बजे को आठ कहती है।
नहा लो, नहा लो, के घर में नारे बुलंद करती है।
मेरी खराब तबियत का दोष किसी बुरी नज़र पर मढ़ती है।
छोटी-छोटी परेशानियों पर बड़ा बवंडर करती है।
..........माँ बहुत झूठ बोलती है।।

थाल भर खिलाकर, 'तेरी भूख मर गयी' कहती है।
मैं घर पे न रहूँ तो, जायकेदार कोई भी चीज़ रसोई में उससे नहीं पकती है।
मेरे मोटापे को भी, कमजोरी की सूजन बोलती है।
.........माँ बहुत झूठ बोलती है।।

'दो ही रोटी रखी हैं रास्ते के लिए', बोलकर,
मेरे साथ दस लोगों का खाना रख देती है।
कुछ नहीं-कुछ नहीं बोल, नजर बचा बैग में, छिपी शीशी अचार की बाद में निकलती है।
.........माँ बहुत झूठ बोलती है।।

टोंका-टोंकी से जो मैं झुँझला जाऊँ कभी तो,
समझदार हो गए हो, अब कुछ न बोलूँगी,
अक्सर ऐसा बोलकर वो रूठती है।
अगले ही पल फिर चिंता में हिदायती हो जाती है।
.........माँ बहुत झूठ बोलती है।।

तीन घंटे मैं थियटर में ना बैठ पाऊँगी,
सारी फ़िल्में तो टी.वी. पे आ जाती हैं,
बाहर का तेल मसाला तबियत खराब करता है,
बहानों से अपने पर होने वाले खर्च टालती है।
..........माँ बहुत झूठ बोलती है।।

मेरी उपलब्धियों को बढ़ा-चढ़ा कर बताती है।
सारी खामियों को सब से छिपा लिया करती है।
उसके व्रत, नारियल, धागे, फेरे, सब मेरे नाम,
तारीफ़ ज़माने में कर बहुत शर्मिंदा करती है।
..........माँ बहुत झूठ बोलती है।।

मैं भूल भी जाऊँ उसे दुनियाँ भर के कामों में उलझ,
उसकी दुनियाँ में वो मुझे कब भूलती है!
मुझ सा सुंदर उसे दुनिायाँ में ना कोई दिखे,
मेरी चिंता में अपने सुख भी किनारे कर देती है।
..........माँ बहुत झूठ बोलती है।।

उसके फैलाए सामानों में से जो एक उठा लूँ,
खुश होती जैसे, खुद पर उपकार समझती है।
मेरी छोटी सी नाकामयाबी पे उदास होकर,
सोच-सोच अपनी तबियत खराब करती है।
..........माँ बहुत झूठ बोलती है ।।

 Love u मां


ये कहानी
हर मध्यम व छोटे वर्ग किसान की है.
….
कहते हैं..
इन्सान सपना देखता है
तो वो ज़रूर पूरा होता है.

मगर
किसान के सपने
कभी पूरे नहीं होते
बड़े अरमान और कड़ी मेहनत से फसल तैयार करता है और जब तैयार हुई फसल को बेचने मंडी जाता है.

बड़ा खुश होते हुए जाता है.

बच्चों से कहता है
आज तुम्हारे लिये नये कपड़े लाऊंगा फल और मिठाई भी लाऊंगा,

पत्नी से कहता है..
तुम्हारी साड़ी भी कितनी पुरानी हो गई है फटने भी लगी है आज एक साड़ी नई लेता आऊंगा.

पत्नी:–"अरे नही जी..!"
"ये तो अभी ठीक है..!"
"आप तो अपने लिये
जूते ही लेते आना कितने पुराने हो गये हैं और फट भी तो गये हैं..!"

जब
किसान मंडी पहुँचता है .

ये उसकी मजबूरी है
वो अपने माल की कीमत खुद नहीं लगा पाता.

व्यापारी
उसके माल की कीमत
अपने हिसाब से तय करते हैं.

एक
साबुन की टिकिया पर भी उसकी कीमत लिखी होती है.

एक
माचिस की डिब्बी पर भी उसकी कीमत लिखी होती है.

लेकिन किसान
अपने माल की कीमत खु़द नहीं कर पाता .

खैर..
माल बिक जाता है,
लेकिन कीमत
उसकी सोच अनुरूप नहीं मिल पाती.

माल तौलाई के बाद
जब पेमेन्ट मिलता है.

वो सोचता है
इसमें से दवाई वाले को देना है, खाद वाले को देना है, मज़दूर को देना है ,

अरे हाँ,
बिजली का बिल
भी तो जमा करना है.

सारा हिसाब
लगाने के बाद कुछ बचता ही नहीं.

वो मायूस हो
घर लौट आता है
बच्चे उसे बाहर ही इन्तज़ार करते हुए मिल जाते हैं.

"पिताजी..! पिताजी..!" कहते हुये उससे लिपट जाते हैं और पूछते हैं:-
"हमारे नये कपडे़ नहीं ला़ये..?"

पिता:–"वो क्या है बेटा..,
कि बाजार में अच्छे कपडे़ मिले ही नहीं,
दुकानदार कह रहा था
इस बार दिवाली पर अच्छे कपडे़ आयेंगे तब ले लेंगे..!"

पत्नी समझ जाती है, फसल
कम भाव में बिकी है,
वो बच्चों को समझा कर बाहर भेज देती है.

पति:–"अरे हाँ..!"
"तुम्हारी साड़ी भी नहीं ला पाया..!"

पत्नी:–"कोई बात नहीं जी, हम बाद में ले लेंगे लेकिन आप अपने जूते तो ले आते..!"

पति:– "अरे वो तो मैं भूल ही गया..!"

पत्नी भी पति के साथ सालों से है पति का मायूस चेहरा और बात करने के तरीके से ही उसकी परेशानी समझ जाती है
लेकिन फिर भी पति को दिलासा देती है .

और अपनी नम आँखों को साड़ी के पल्लू से छिपाती रसोई की ओर चली जाती है.

फिर अगले दिन
सुबह पूरा परिवार एक नयी उम्मीद ,
एक नई आशा एक नये सपने के साथ नई फसल की तैयारी के लिये जुट जाता है.
….

ये कहानी
हर छोटे और मध्यम किसान की ज़िन्दगी में हर साल दोहराई जाती है
…..

हम ये नहीं कहते
कि हर बार फसल के
सही दाम नहीं मिलते,

लेकिन
जब भी कभी दाम बढ़ें, मीडिया वाले कैमरा ले के मंडी पहुच जाते हैं और खबर को दिन में दस दस बार दिखाते हैं.

कैमरे के सामने शहरी महिलायें हाथ में बास्केट ले कर अपना मेकअप ठीक करती मुस्कराती हुई कहती हैं..
सब्जी के दाम बहुत बढ़ गये हैं हमारी रसोई का बजट ही बिगड़ गया.
………

कभी अपने बास्केट को कोने में रख कर किसी खेत में जा कर किसान की हालत तो देखिये.

वो किस तरह
फसल को पानी देता है.

१५ लीटर दवाई से भरी हुई टंकी पीठ पर लाद कर छिङ़काव करता है,

२० किलो खाद की
तगाड़ी उठा कर खेतों में घूम-घूम कर फसल को खाद देता है.

अघोषित बिजली कटौती के चलते रात-रात भर बिजली चालू होने के इन्तज़ार में जागता है.

चिलचिलाती धूप में
सिर का पसीना पैर तक बहाता है.

ज़हरीले जन्तुओं 🦂🐍🐉
का डर होते भी
खेतों में नंगे पैर घूमता है.
……

जिस दिन
ये वास्तविकता
आप अपनी आँखों से
देख लेंगे, उस दिन आपके
किचन में रखी हुई सब्ज़ी, प्याज़, गेहूँ, चावल, दाल, फल, मसाले, दूध
सब सस्ते लगने लगेंगे.

ये कहानी
हर मध्यम व छोटे वर्ग किसान की है.
….
कहते हैं..
इन्सान सपना देखता है
तो वो ज़रूर पूरा होता है.

मगर
किसान के सपने
कभी पूरे नहीं होते
बड़े अरमान और कड़ी मेहनत से फसल तैयार करता है और जब तैयार हुई फसल को बेचने मंडी जाता है.

बड़ा खुश होते हुए जाता है.

बच्चों से कहता है
आज तुम्हारे लिये नये कपड़े लाऊंगा फल और मिठाई भी लाऊंगा,

पत्नी से कहता है..
तुम्हारी साड़ी भी कितनी पुरानी हो गई है फटने भी लगी है आज एक साड़ी नई लेता आऊंगा.

पत्नी:–"अरे नही जी..!"
"ये तो अभी ठीक है..!"
"आप तो अपने लिये
जूते ही लेते आना कितने पुराने हो गये हैं और फट भी तो गये हैं..!"

जब
किसान मंडी पहुँचता है .

ये उसकी मजबूरी है
वो अपने माल की कीमत खुद नहीं लगा पाता.

व्यापारी
उसके माल की कीमत
अपने हिसाब से तय करते हैं.

एक
साबुन की टिकिया पर भी उसकी कीमत लिखी होती है.

एक
माचिस की डिब्बी पर भी उसकी कीमत लिखी होती है.

लेकिन किसान
अपने माल की कीमत खु़द नहीं कर पाता .

खैर..
माल बिक जाता है,
लेकिन कीमत
उसकी सोच अनुरूप नहीं मिल पाती.

माल तौलाई के बाद
जब पेमेन्ट मिलता है.

वो सोचता है
इसमें से दवाई वाले को देना है, खाद वाले को देना है, मज़दूर को देना है ,

अरे हाँ,
बिजली का बिल
भी तो जमा करना है.

सारा हिसाब
लगाने के बाद कुछ बचता ही नहीं.

वो मायूस हो
घर लौट आता है
बच्चे उसे बाहर ही इन्तज़ार करते हुए मिल जाते हैं.

"पिताजी..! पिताजी..!" कहते हुये उससे लिपट जाते हैं और पूछते हैं:-
"हमारे नये कपडे़ नहीं ला़ये..?"

पिता:–"वो क्या है बेटा..,
कि बाजार में अच्छे कपडे़ मिले ही नहीं,
दुकानदार कह रहा था
इस बार दिवाली पर अच्छे कपडे़ आयेंगे तब ले लेंगे..!"

पत्नी समझ जाती है, फसल
कम भाव में बिकी है,
वो बच्चों को समझा कर बाहर भेज देती है.

पति:–"अरे हाँ..!"
"तुम्हारी साड़ी भी नहीं ला पाया..!"

पत्नी:–"कोई बात नहीं जी, हम बाद में ले लेंगे लेकिन आप अपने जूते तो ले आते..!"

पति:– "अरे वो तो मैं भूल ही गया..!"

पत्नी भी पति के साथ सालों से है पति का मायूस चेहरा और बात करने के तरीके से ही उसकी परेशानी समझ जाती है
लेकिन फिर भी पति को दिलासा देती है .

और अपनी नम आँखों को साड़ी के पल्लू से छिपाती रसोई की ओर चली जाती है.

फिर अगले दिन
सुबह पूरा परिवार एक नयी उम्मीद ,
एक नई आशा एक नये सपने के साथ नई फसल की तैयारी के लिये जुट जाता है.
….

ये कहानी
हर छोटे और मध्यम किसान की ज़िन्दगी में हर साल दोहराई जाती है
…..

हम ये नहीं कहते
कि हर बार फसल के
सही दाम नहीं मिलते,

लेकिन
जब भी कभी दाम बढ़ें, मीडिया वाले कैमरा ले के मंडी पहुच जाते हैं और खबर को दिन में दस दस बार दिखाते हैं.

कैमरे के सामने शहरी महिलायें हाथ में बास्केट ले कर अपना मेकअप ठीक करती मुस्कराती हुई कहती हैं..
सब्जी के दाम बहुत बढ़ गये हैं हमारी रसोई का बजट ही बिगड़ गया.
………

कभी अपने बास्केट को कोने में रख कर किसी खेत में जा कर किसान की हालत तो देखिये.

वो किस तरह
फसल को पानी देता है.

१५ लीटर दवाई से भरी हुई टंकी पीठ पर लाद कर छिङ़काव करता है,

२० किलो खाद की
तगाड़ी उठा कर खेतों में घूम-घूम कर फसल को खाद देता है.

अघोषित बिजली कटौती के चलते रात-रात भर बिजली चालू होने के इन्तज़ार में जागता है.

चिलचिलाती धूप में
सिर का पसीना पैर तक बहाता है.

ज़हरीले जन्तुओं 🦂🐍🐉
का डर होते भी
खेतों में नंगे पैर घूमता है.
……

जिस दिन
ये वास्तविकता
आप अपनी आँखों से
देख लेंगे, उस दिन आपके
किचन में रखी हुई सब्ज़ी, प्याज़, गेहूँ, चावल, दाल, फल, मसाले, दूध
सब सस्ते लगने लगेंगे.

ये कहानी
हर मध्यम व छोटे वर्ग किसान की है.
….
कहते हैं..
इन्सान सपना देखता है
तो वो ज़रूर पूरा होता है.

मगर
किसान के सपने
कभी पूरे नहीं होते
बड़े अरमान और कड़ी मेहनत से फसल तैयार करता है और जब तैयार हुई फसल को बेचने मंडी जाता है.

बड़ा खुश होते हुए जाता है.

बच्चों से कहता है
आज तुम्हारे लिये नये कपड़े लाऊंगा फल और मिठाई भी लाऊंगा,

पत्नी से कहता है..
तुम्हारी साड़ी भी कितनी पुरानी हो गई है फटने भी लगी है आज एक साड़ी नई लेता आऊंगा.

पत्नी:–"अरे नही जी..!"
"ये तो अभी ठीक है..!"
"आप तो अपने लिये
जूते ही लेते आना कितने पुराने हो गये हैं और फट भी तो गये हैं..!"

जब
किसान मंडी पहुँचता है .

ये उसकी मजबूरी है
वो अपने माल की कीमत खुद नहीं लगा पाता.

व्यापारी
उसके माल की कीमत
अपने हिसाब से तय करते हैं.

एक
साबुन की टिकिया पर भी उसकी कीमत लिखी होती है.

एक
माचिस की डिब्बी पर भी उसकी कीमत लिखी होती है.

लेकिन किसान
अपने माल की कीमत खु़द नहीं कर पाता .

खैर..
माल बिक जाता है,
लेकिन कीमत
उसकी सोच अनुरूप नहीं मिल पाती.

माल तौलाई के बाद
जब पेमेन्ट मिलता है.

वो सोचता है
इसमें से दवाई वाले को देना है, खाद वाले को देना है, मज़दूर को देना है ,

अरे हाँ,
बिजली का बिल
भी तो जमा करना है.

सारा हिसाब
लगाने के बाद कुछ बचता ही नहीं.

वो मायूस हो
घर लौट आता है
बच्चे उसे बाहर ही इन्तज़ार करते हुए मिल जाते हैं.

"पिताजी..! पिताजी..!" कहते हुये उससे लिपट जाते हैं और पूछते हैं:-
"हमारे नये कपडे़ नहीं ला़ये..?"

पिता:–"वो क्या है बेटा..,
कि बाजार में अच्छे कपडे़ मिले ही नहीं,
दुकानदार कह रहा था
इस बार दिवाली पर अच्छे कपडे़ आयेंगे तब ले लेंगे..!"

पत्नी समझ जाती है, फसल
कम भाव में बिकी है,
वो बच्चों को समझा कर बाहर भेज देती है.

पति:–"अरे हाँ..!"
"तुम्हारी साड़ी भी नहीं ला पाया..!"

पत्नी:–"कोई बात नहीं जी, हम बाद में ले लेंगे लेकिन आप अपने जूते तो ले आते..!"

पति:– "अरे वो तो मैं भूल ही गया..!"

पत्नी भी पति के साथ सालों से है पति का मायूस चेहरा और बात करने के तरीके से ही उसकी परेशानी समझ जाती है
लेकिन फिर भी पति को दिलासा देती है .

और अपनी नम आँखों को साड़ी के पल्लू से छिपाती रसोई की ओर चली जाती है.

फिर अगले दिन
सुबह पूरा परिवार एक नयी उम्मीद ,
एक नई आशा एक नये सपने के साथ नई फसल की तैयारी के लिये जुट जाता है.
….

ये कहानी
हर छोटे और मध्यम किसान की ज़िन्दगी में हर साल दोहराई जाती है
…..

हम ये नहीं कहते
कि हर बार फसल के
सही दाम नहीं मिलते,

लेकिन
जब भी कभी दाम बढ़ें, मीडिया वाले कैमरा ले के मंडी पहुच जाते हैं और खबर को दिन में दस दस बार दिखाते हैं.

कैमरे के सामने शहरी महिलायें हाथ में बास्केट ले कर अपना मेकअप ठीक करती मुस्कराती हुई कहती हैं..
सब्जी के दाम बहुत बढ़ गये हैं हमारी रसोई का बजट ही बिगड़ गया.
………

कभी अपने बास्केट को कोने में रख कर किसी खेत में जा कर किसान की हालत तो देखिये.

वो किस तरह
फसल को पानी देता है.

१५ लीटर दवाई से भरी हुई टंकी पीठ पर लाद कर छिङ़काव करता है,

२० किलो खाद की
तगाड़ी उठा कर खेतों में घूम-घूम कर फसल को खाद देता है.

अघोषित बिजली कटौती के चलते रात-रात भर बिजली चालू होने के इन्तज़ार में जागता है.

चिलचिलाती धूप में
सिर का पसीना पैर तक बहाता है.

ज़हरीले जन्तुओं 🦂🐍🐉
का डर होते भी
खेतों में नंगे पैर घूमता है.
……

जिस दिन
ये वास्तविकता
आप अपनी आँखों से
देख लेंगे, उस दिन आपके
किचन में रखी हुई सब्ज़ी, प्याज़, गेहूँ, चावल, दाल, फल, मसाले, दूध
सब सस्ते लगने लगेंगे.

यूँ तो यारो

यूँ तो यारो थकान भारी है;
फिर भी ख़ुद की तलाश जारी है;

हम में हर इक में इक परिन्दा है;
और हर इक में इक शिकारी है;

लोग दुनिया में दुख से मरते हैं;
और दुख से हमारी यारी है;

कितने ख़ुश हैं, उन्हें कहाँ मालूम;
हमने क़स्दन ये बाज़ी हारी है;

दिल को बेमोल बेच आए हम;
अपनी-अपनी दुकानदारी है।
* Men will be men! *

बीवी की तकलीफ से परेशान एक पति ने आत्महत्या करने का विचार पक्का किया और पांचवी मंज़िल की बॉलकनी से कूदने ही वाला था की...
उसकी बीवी ने अंदर से आवाज दी
"अजी सुनते हो,
मेरी कुछ सहेलियां आई हैं अंदर आ जाओ आपकी पहचान करा देती हूँ .
.
पति-हाँ ..हाँ ...आया .....

😝😝😝😝😝😝😝
‘🙏🏻अकेलापन’ इस संसार में सबसे बड़ी सज़ा है.!🖖🏻
                 और ‘एकांत’
   इस संसार में सबसे बड़ा वरदान.!!

       ये दो समानार्थी दिखने वाले
               शब्दों के अर्थ में
    . आकाश पाताल का अंतर है।

        अकेलेपन में छटपटाहट है
        🌷 तो एकांत में आराम है

         अकेलेपन में घबराहट है
             तो एकांत में शांति।

           जब तक हमारी नज़र
      😄बाहरकी ओर है तब तक हम.
       अकेलापन महसूस करते हैं
                       और🤓
   जैसे ही नज़र भीतर की ओर मुड़ी
   तो एकांत अनुभव होने लगता है।

          ये जीवन और कुछ नहीं
                     वस्तुतः
     😐 अकेलेपन से एकांत की ओर
              एक यात्रा ही है.!!😇

              🕉ऐसी यात्रा जिसमें🙏🏻
    रास्ता भी हम हैं, राही भी हम हैं
      🙏🏻 और मंज़िल भी हम ही हैं.!
             
             
🙏🏻प्रसन्न रहिए,अपना ख्याल रखिए
शुभ दिवस 🌷
🙏🏻 आपका दिन मंगलमय हो 🌷💐🌷🙏🏻🕉🌷😇🕉🌷💐

Tuesday, June 21, 2016

एक request हैं दोस्तों पढ़ना जरूर आपके दिल को छु जायेगी ये पोस्ट
💔


एक लड़का एक लड़की से बेहद प्यार करता था .......
लड़का-खाना खाया जान..?
😘


लड़की-नही मूड खराब है..😑
लड़का-क्यों क्या हुआ जान..?
😘


लड़की-मैं एक ड्रेस लेना चाहती हूँ और मम्मी पापा पैसे नही दे रहे है।
😒

लड़का-तो क्या हुआ मैं दिला दूंगा पागल
😊

लड़की-तुम कैसे दे सकते हो..?
😲
तुम्हारे पास पैसे हैं इतने?
😒

लड़का-तुम टेंशन ना लो और खाना खा लो जान.....
😊


(अगले दिन..लड़का अपनी गोल्डन चैन बेचकर लड़की को पैसे दे देता हैं.. )
लड़की-(बहुत खुश होती है) i love u dear....
😍
😍
😘


(और देखते ही देखते 4 महीने बीत जाते हैं...और एक दिन अचानक....)
लड़की-हम अब कभी नही मिलेंगे...मैं एक बहुत अमीर लड़के से शादी कर रही हूँ।😕😕😕
लड़का- पर मैं तुमसे प्यार करता हूँ...
लड़की-प्यार से ज़िन्दगी नही गुजरती..मेरी और भी जरूरतें हैं ...और तुम मुझे कुछ भी नही दे सकते हो....
ओके गुड़ बाय और हो सके तो मुझे भूल जाना 😕😕😕😕
लड़का-कभी जरूरत पड़ी तो एक दिन वो चीज भी दे दूँगा जो तुमने कभी सोची भी नही होगी....😑
😢

ओके...अपना ख्याल रखना और खुश रहना....
😒

(और लड़की अमीर लड़के से शादी कर लेती हैं और धीरे धीरे 2 साल गुजर जाते हैं....
पर लड़का तब भी उस लड़की की पल पल की खबर रखता है..
और एक दिन लड़की की तबियत ख़राब हो जाती हैं और उसे हॉस्पिटल ले जाना पड़ता हैं.)
डॉक्टर-हम इसे नही बचा पाएंगे...इसे बचाने के लिये किसी को ओन हार्ट देना होगा...(3 घण्टे बाद लड़की को होश आ जाता हैं और......)
लड़की-पापा कैसे बच गयी में?किसने मुझे अपना हार्ट दिया?
😲
😲

लड़की का बाप-वही जो यूं पागलो की तरह प्यार करता था.
😒
😑
..... ये लैटर पढ़ लो.....
( उस लैटर में लिखा था.. "एक दिन तुम ने इस दिल को ठुकरा दिया था..और आज वही दिल तुम्हारे सीने में धड़क रहा हैं...अब इसे कैसे ठुकराओगी".....??)😑
😒
😒
😢

लड़की फुट फुट कर रोने लगती हैं....
💔
💔
💔
😢

माना पैसा हर जरूरत पूरी कर सकता हैं .....
पर हर चीज पैसे से नही खरीदी जा सकती...... 😕😕

एक request हैं दोस्तों पढ़ना जरूर आपके दिल को छु जायेगी ये पोस्ट
💔


एक लड़का एक लड़की से बेहद प्यार करता था .......
लड़का-खाना खाया जान..?
😘


लड़की-नही मूड खराब है..😑
लड़का-क्यों क्या हुआ जान..?
😘


लड़की-मैं एक ड्रेस लेना चाहती हूँ और मम्मी पापा पैसे नही दे रहे है।
😒

लड़का-तो क्या हुआ मैं दिला दूंगा पागल
😊

लड़की-तुम कैसे दे सकते हो..?
😲
तुम्हारे पास पैसे हैं इतने?
😒

लड़का-तुम टेंशन ना लो और खाना खा लो जान.....
😊


(अगले दिन..लड़का अपनी गोल्डन चैन बेचकर लड़की को पैसे दे देता हैं.. )
लड़की-(बहुत खुश होती है) i love u dear....
😍
😍
😘


(और देखते ही देखते 4 महीने बीत जाते हैं...और एक दिन अचानक....)
लड़की-हम अब कभी नही मिलेंगे...मैं एक बहुत अमीर लड़के से शादी कर रही हूँ।😕😕😕
लड़का- पर मैं तुमसे प्यार करता हूँ...
लड़की-प्यार से ज़िन्दगी नही गुजरती..मेरी और भी जरूरतें हैं ...और तुम मुझे कुछ भी नही दे सकते हो....
ओके गुड़ बाय और हो सके तो मुझे भूल जाना 😕😕😕😕
लड़का-कभी जरूरत पड़ी तो एक दिन वो चीज भी दे दूँगा जो तुमने कभी सोची भी नही होगी....😑
😢

ओके...अपना ख्याल रखना और खुश रहना....
😒

(और लड़की अमीर लड़के से शादी कर लेती हैं और धीरे धीरे 2 साल गुजर जाते हैं....
पर लड़का तब भी उस लड़की की पल पल की खबर रखता है..
और एक दिन लड़की की तबियत ख़राब हो जाती हैं और उसे हॉस्पिटल ले जाना पड़ता हैं.)
डॉक्टर-हम इसे नही बचा पाएंगे...इसे बचाने के लिये किसी को ओन हार्ट देना होगा...(3 घण्टे बाद लड़की को होश आ जाता हैं और......)
लड़की-पापा कैसे बच गयी में?किसने मुझे अपना हार्ट दिया?
😲
😲

लड़की का बाप-वही जो यूं पागलो की तरह प्यार करता था.
😒
😑
..... ये लैटर पढ़ लो.....
( उस लैटर में लिखा था.. "एक दिन तुम ने इस दिल को ठुकरा दिया था..और आज वही दिल तुम्हारे सीने में धड़क रहा हैं...अब इसे कैसे ठुकराओगी".....??)😑
😒
😒
😢

लड़की फुट फुट कर रोने लगती हैं....
💔
💔
💔
😢

माना पैसा हर जरूरत पूरी कर सकता हैं .....
पर हर चीज पैसे से नही खरीदी जा सकती...... 😕😕

Monday, June 20, 2016

.
                ~आवश्यक सूचना~

जरा सोचिये कि शाम के 7:25 बजे है और आप घर जा रहे है वो भी एकदम अकेले ।
 
    ऐसे में अचानक से आपके सीने में तेज दर्द होता है जो आपके हाथों से होता हुआ आपके जबड़ो तक पहुँच जाता है ।

    आप अपने घर से सबसे नजदीक अस्पताल से 5 मील दूर हैं और दुर्भाग्यवश आपको ये नहीं समझ मे आ रहा कि आप वहां तक पहुँच पाएंगे कि नहीं ।

    आप सी पी आर में प्रशिक्षित हैं मगर वहां भी आपको ये नहीं सिखाया गया कि इसको खुद पर प्रयोग कैसे करें ।

    ऐसे में दिल के दौरे से बचने के लिए ये उपाय आजमाए :-

    चूँकि ज्यादातर लोग दिल के दौरे के वक्त अकेले होते हैं l

    बिना किसी की मदद के उन्हें सांस लेने में तकलीफ होती है ।

    वे बेहोश होने लगते हैं और उनके पास सिर्फ 10 सेकण्ड्स होते है ।

    ऐसे हालत में पीड़ित जोर जोर से खांस कर खुद को सामान्य रख सकता है ।

    एक जोर की सांस लेनी चाहिए हर खांसी से पहले और खांसी इतनी तेज हो कि छाती से थूक निकले ।

    जब तक मदद न आये ये प्रक्रिया दो सेकंड से दोहराई जाए ताकि धड्कन सामान्य हो जाए ।

    जोर की साँसे फेफड़ो में ऑक्सीजन पैदा करती हैं और जोर की खांसी की वजह से दिल सिकुड़ता है जिससे रक्त संचालन नियमित रूप से चलता है ।

    जहाँ तक हो सके इस सन्देश को हर एक तक पहुंचाए ।

    एक ह्रदय के डॉक्टर ने तो यहाँ तक कहा कि अगर हर व्यक्ति यह सन्देश 10 लोगो को भेजे तो एक जान बचायी जा सकती है ।

    आप सबसे निवेदन है कि चुटकले भेजने के बजाय यह सन्देश सबको भेजे ताकि लोगों की जान बच सके ।

    अगर आपको यह सन्देश बार बार मिले तो परेशान होने के बजाय आपको खुश होना चाहिए कि आपको यह बताने वाले बहुत जन है कि दिल के दौरे से कैसे बचा जाये ।

    धन्यवाद !!

कृपया अपने सभी को शेयर करना न भूलें।।


.
                ~आवश्यक सूचना~

जरा सोचिये कि शाम के 7:25 बजे है और आप घर जा रहे है वो भी एकदम अकेले ।
 
    ऐसे में अचानक से आपके सीने में तेज दर्द होता है जो आपके हाथों से होता हुआ आपके जबड़ो तक पहुँच जाता है ।

    आप अपने घर से सबसे नजदीक अस्पताल से 5 मील दूर हैं और दुर्भाग्यवश आपको ये नहीं समझ मे आ रहा कि आप वहां तक पहुँच पाएंगे कि नहीं ।

    आप सी पी आर में प्रशिक्षित हैं मगर वहां भी आपको ये नहीं सिखाया गया कि इसको खुद पर प्रयोग कैसे करें ।

    ऐसे में दिल के दौरे से बचने के लिए ये उपाय आजमाए :-

    चूँकि ज्यादातर लोग दिल के दौरे के वक्त अकेले होते हैं l

    बिना किसी की मदद के उन्हें सांस लेने में तकलीफ होती है ।

    वे बेहोश होने लगते हैं और उनके पास सिर्फ 10 सेकण्ड्स होते है ।

    ऐसे हालत में पीड़ित जोर जोर से खांस कर खुद को सामान्य रख सकता है ।

    एक जोर की सांस लेनी चाहिए हर खांसी से पहले और खांसी इतनी तेज हो कि छाती से थूक निकले ।

    जब तक मदद न आये ये प्रक्रिया दो सेकंड से दोहराई जाए ताकि धड्कन सामान्य हो जाए ।

    जोर की साँसे फेफड़ो में ऑक्सीजन पैदा करती हैं और जोर की खांसी की वजह से दिल सिकुड़ता है जिससे रक्त संचालन नियमित रूप से चलता है ।

    जहाँ तक हो सके इस सन्देश को हर एक तक पहुंचाए ।

    एक ह्रदय के डॉक्टर ने तो यहाँ तक कहा कि अगर हर व्यक्ति यह सन्देश 10 लोगो को भेजे तो एक जान बचायी जा सकती है ।

    आप सबसे निवेदन है कि चुटकले भेजने के बजाय यह सन्देश सबको भेजे ताकि लोगों की जान बच सके ।

    अगर आपको यह सन्देश बार बार मिले तो परेशान होने के बजाय आपको खुश होना चाहिए कि आपको यह बताने वाले बहुत जन है कि दिल के दौरे से कैसे बचा जाये ।

    धन्यवाद !!

कृपया अपने सभी को शेयर करना न भूलें।।


👊आज तक का सबसे सुदंर मैसेज .........ये पढने के बाद एक "आह" और एक "वाह" जरुर निकलेगी...👊
👌👌👌👌
((((( भगवान की प्लानिंग )))))
✌✌✌.
एक बार भगवान से उनका सेवक कहता है,
भगवान-
आप एक जगह खड़े-खड़े थक गये होंगे,
.
एक दिन के लिए मैं आपकी जगह मूर्ति बन
कर
खड़ा हो जाता हूं, आप मेरा रूप धारण कर
घूम
आओ l
.
भगवान मान जाते हैं, लेकिन शर्त रखते हैं
कि
जो
भी लोग प्रार्थना करने आयें, तुम बस
उनकी
प्रार्थना सुन लेना कुछ बोलना नहीं,
.
मैंने उन सभी के लिए प्लानिंग कर रखी है,
सेवक
मान जाता है l
.
सबसे पहले मंदिर में बिजनेस मैन आता है और
कहता है, भगवान मैंने एक नयी फैक्ट्री
डाली
है,
उसे खूब सफल करना l
.
वह माथा टेकता है, तो उसका पर्स नीचे
गिर
जाता
है l वह बिना पर्स लिये ही चला जाता
है l
.
सेवक बेचैन हो जाता है. वह सोचता है
कि रोक
कर
उसे बताये कि पर्स गिर गया, लेकिन शर्त
की
वजह से वह नहीं कह पाता l
.
इसके बाद एक गरीब आदमी आता है और
भगवान
को कहता है कि घर में खाने को कुछ नहीं.
भगवान
मदद करो l
.
तभी उसकी नजर पर्स पर पड़ती है. वह
भगवान
का शुक्रिया अदा करता है और पर्स लेकर
चला
जाता है l
.
अब तीसरा व्यक्ति आता है, वह नाविक
होता
है l
.
वह भगवान से कहता है कि मैं 15 दिनों के
लिए
जहाज लेकर समुद्र की यात्रा पर जा
रहा हूं,
यात्रा में कोई अड़चन न आये भगवान..
.
तभी पीछे से बिजनेस मैन पुलिस के साथ
आता है
और कहता है कि मेरे बाद ये नाविक आया
है l
.
इसी ने मेरा पर्स चुरा लिया है,पुलिस
नाविक
को ले
जा रही होती है तभी सेवक बोल पड़ता
है l
.
अब पुलिस सेवक के कहने पर उस गरीब आदमी
को पकड़ कर जेल में बंद कर देती है.
.
रात को भगवान आते हैं, तो सेवक खुशी
खुशी
पूरा
किस्सा बताता है l
.
भगवान कहते हैं, तुमने किसी का काम
बनाया
नहीं,
बल्कि बिगाड़ा है l
.
वह व्यापारी गलत धंधे करता है,अगर
उसका
पर्स
गिर भी गया, तो उसे फर्क नहीं पड़ता
था l
.
इससे उसके पाप ही कम होते, क्योंकि वह
पर्स
गरीब इंसान को मिला था. पर्स
मिलने पर
उसके
बच्चे भूखों नहीं मरते.
.
रही बात नाविक की, तो वह जिस
यात्रा पर
जा रहा
था, वहां तूफान आनेवाला था,
.
अगर वह जेल में रहता, तो जान बच जाती.
उसकी
पत्नी विधवा होने से बच जाती. तुमने
सब
गड़बड़
कर दी l
.
कई बार हमारी लाइफ में भी ऐसी
प्रॉब्लम
आती है,
जब हमें लगता है कि ये मेरे साथ ही
क्यों हुआ l
.
लेकिन इसके पीछे भगवान की प्लानिंग
होती
है l
.
जब भी कोई प्रॉब्लमन आये. उदास मत
होना l
.
इस कहानी को याद करना और सोचना
कि जो
भी
होता है,i अच्छे के लिए होता है l
👌Must share to everyone....


😜😜😜😜😜
आज मैंने अपने आप से पूछा कि जिंदगी कैसे जीनी चाहिए ?
मुझे मेरे कमरे ने जवाब दिया कि

छत ने कहा – ऊंचा सोंचो
पंखे ने कहा – दिमाग ठंडा रक्खो
घड़ी ने कहा – समय की कदर करो
कैलेंडर ने कहा – वक्त के साथ चलो
पर्स ने कहा – भविष्य के लिए बचाओ
शीशे ने कहा – अपने आप को देखो
दीवाल ने कहा – दूसरों का बोझ बांटो
खिड़की ने कहा – अपने देखने का दायरा बढ़ाओ
फर्श ने कहा – जमीन से जुड़ कर रहो
.

फिर मैंने बिस्तर की तरफ देखा और बिस्तर ने कहा –
,
चादर ओढ़ कर सो जा   पागल,
बाकी सब मोह माया है।


बाप ने देखा कि बेटा जीन्स के पेंट पर बटन सील रहा था।
.
.
.
"बेटा, हमने तुम्हारा विवाह कराया, बहू घर आई,
फिर भी तुम अपनी
पेंट पर खुद ही बटन
टांक रहे हो?"
.
.
.
बेटा: "पिताजी, आप गलत सोच रहे हैं।
.
.
यह जीन्स उसी की है।"
पिता बेहोश...😁😁😁
😀चलिए थोडा हसकर दिन की थकान दुर करते हे .........😀 😀😀😀😀😀😀

🍁कायदे से देखा जाये तो दुनिया मे कोई भी इंसान शाकाहारी नहीं है ...
क्योंकि ,
थोडा बहुत दिमाग तो हर कोई खाता है।।।।।
😛😛😛😛😛😛😛

🍁पैसे कागज से बनते हैं, कागज लकड़ी से बनता है ऒर लकड़ी पेड़ से मिलती है .......
इसका मतलब पैसे पेड़ पर लगते है..
😜😜😜😜👍👍👍

🍁शादीशुदा आदमी की ज़िन्दगी में दो खर्चे तो लगे ही हें...
१. बीवी गोरी हो तो..
Sun Screen...

और

२. काली हो तो...
Fair & Lovely.....

😝😝😝😜😜😜😜

🍁कहते हैं कि, जो हँसा, उसका घर बसा,
पर .........
जिसका घर बसा, उससे पूछो......
वह फिर कब हँसा??

😄😄😄😛😛😛😛

🍁बीवी को समझना मतलब :~

32 GB का
Video Download करना.
और ..........
31.5 GB Download
होनेके बाद में Error दिखाना !!!!

😝😝😝😝 😇😇😇

🍁दुनिया में सिर्फ वही लोग शरीफ हैं,
जिनके मोबाइल में पासवर्ड नहीं होते है..
😛😛😛😛😛😛😛

🍁कुछ लोग whatsapp पर बस
दो ही स्टेटस पोस्ट करते हैं....
पहला:-- good morning....
दूसरा:-- good night .....

ऐसा लगता है..... जैसे whatsapp की दुकान का शटर खोलने और बंद
करने की जिम्मेदारी इनकी है......
और माल की खरीदने - बेचने की जिम्मेदारी हमारी...

😜😜😜😒😒😒

🍁एक सर्वे के अनुसार, आज भी अपने देश में......
'तू प्यार है, किसी और का, तुझे चाहता कोई और है '

यह गाना बजने पर 10 में से 8 लङके इमोशनल हो जाते हैं ...
💔💔😂😂😝😝😝

🍁भारत में लोग इतने टैलेंटेड होते है कि, गाड़ी हिला के बता देते है.....
गाड़ी में पेट्रोल कितना है ?

😎😜😜😜😜😜😜

🍁ट्रेन के अन्दर की भीड़ के 'चक्रव्यूह' को तोड़ने का जो कौशल इन "नमकीन या नारियल" बेचने वालो के पास होता है वो तो 'अभिमन्यु' के पास भी नही था..

😊😊😊😛😛😛😛

😖😆😉😄😄😄😄

🍁इंसान सबसे ज्यादा तब खुश होता है, जब रेलवे फाटक बंद हो रहा हो
और उसके पहले वो अपनी गाडी निकाल ले.......
कसम से अॉलम्पिक रेस जीतने वाली फीलिंग होती है।।

😂😂😂 😂😂😂😂

🍁आज तक समझ में नहीं आया की,
OK की जगह k और GOOD MORNING की जगह GM लिखने वाले, जीवन के दो सेकंड बचा के क्या कर लेते है ?
और .....
ये hmmm ...वालो ने तो नाक में दम कर रखा है , लगता है की भैंस से बात कर रहा हु !
😜😜😃😃😛😛

🍁So confusing - 😳

माता पिता अपनी बिटिया के लिए सुयोग्य वर खोजते समय दो बातों का ख्याल जरूर रखते हैं ...

एक तो लड़का खाते पीते घर का हो.....
और.....
दूसरा........
वो पीता - खाता न हो ....
भला ये क्या बात हुई ....??
😳😄😂😂😂😂😂

🌲🌲🌲 🌲 🌲🌲🌲

मंगलसूत्र लटका हो तो लड़की शादीशुदा.....
और.......
मुहँ लटका हो तो लड़का शादीशुदा...

😂😂😂😭😭😢😥

🍁. जिन्दगी जीने के लिए हंसना बहुत जरुरी हॆ 🍁
🌹" दर्द "
सभी इंसानो मे है मगर ...
कोई दिखाता है तो ...
कोई छुपाता है .....

 🌹" हमसफर "
सभी है मगर ...
कोई साथ देता है तो ...
कोई छोड देता है .....

🌹 " प्यार "
सभी करते है मगर ...
कोई दिल से करता है तो ...
कोई दिमाग सें करता है

🌹" दोस्ती "
सभी करते है मगर ...
कुछ लोग निभाते हैं ..
कुछ लोग आजमाते हैं
         
🌹 " रिश्ता "
कई लोगों से होता है, मगर ...
कोई प्यार से निभाता है तो ...
कोई नफरत से निभाता है ..

🌹" अहसास "
सबको होता है मगर ...
कोई महसूस करता है तो ...
कोई समझ नही पाता .

🌹" जिंदगी "
सभी जीते है , मगर ...
कोई सबकुछ आने के
बाद भी दुखी रहते है , तो ...
कोई लुटाके खुश रहते है ...


Sunday, June 19, 2016

: रात के समय एक दुकानदार अपनी दुकान बन्द ही कर रहा था
कि एक कुत्ता दुकान में आया ।

उसके मुॅंह में एक थैली थी। जिसमें सामान की लिस्ट और पैसे थे।

दुकानदार ने पैसे लेकर सामान उस थैली में भर दिया।
कुत्ते ने थैली मुॅंह मे उठा ली और चला गया।

दुकानदार आश्चर्यचकित होके कुत्ते के पीछे पीछे गया
ये देखने की इतने समझदार कुत्ते का मालिक कौन है।

कुत्ता बस स्टाॅप पर खडा रहा।

थोडी देर बाद एक बस आई जिसमें चढ गया।

कंडक्टर के पास आते ही अपनी गर्दन आगे कर दी।

उस के गले के बेल्ट में पैसे और उसका पता भी था।

कंडक्टर ने पैसे लेकर टिकट कुत्ते के गले के बेल्ट मे रख दिया।

अपना स्टाॅप आते ही कुत्ता आगे के दरवाजे पे चला गया और पूॅंछ हिलाकर कंडक्टर को इशारा कर दिया।

बस के रुकते ही उतरकर चल दिया।

दुकानदार भी पीछे पीछे चल रहा था।

कुत्ते ने घर का दरवाजा अपने पैरोंसे २-३ बार खटखटाया।

अन्दर से उसका मालिक आया और लाठी से उसकी पिटाई कर दी।

दुकानदार ने मालिक से इसका कारण पूछा ।

मालिक बोला

"साले ने मेरी नींद खराब कर दी। चाबी साथ लेके नहीं जा सकता था गधा।"

जीवन की भी यही सच्चाई है।

आपसे लोगों की अपेक्षाओं का कोई अन्त नहीं है।

जहाँ आप चूके वहीं पर बुराई निकाल लेते हैं
और पिछली सारी अच्छाईयों को
भूल जाते हैं।

बीवी गांव वाली हो या पढ़ी-लिखी, सभी औरतों का दिमाग ऊपर वाला एक ही फैक्टरी में बनाता है !!!!
😝
😝
आप उस दिमाग को जानना चाहते हैं ना..

➡चावल में पानी ज्यादा हुआ तो...
           💁 - "चावल नया था,"

➡रोटियाँ कड़क हो गई तो...
     💁- "कमबख्त ने अच्छा आटा पीस कर ही नहीं दिया,"

➡चाय ज्यादा मीठी हो गयी...
       💁 - "शक्कर ही मोटी थी"

चाय पतली हो गयी तो ...
💁"दूध में पानी ज्यादा था,"

➡शादी या किसी Function में जाते समय...
             💁 - "कौन सी साड़ी पहनूं ?"
"मेरे पास अच्छी साड़ी ही नहीं है !"

➡घर पर जल्दी आ गए तो...
             💁 -"आज जल्दी कैसे आ गए ?"

➡लेट हो गए तो....
         💁 - "इतने वक़्त तक कहाँ थे ?"

➡कोई चीज सस्ती मिल जाए तो...
    💁- "तुमको सभी फंसा देते हैं" ...

➡महंगी लाई तो...
         💁-"तुमको किसने कहा था लाने को ?"

➡खाने की तारीफ़ कर दो तो...
           💁 - "मैं तो रोज ऐसा ही खाना बनाती हूँ ."

➡खाने को गलत कहा तो...
    💁 - "तुमको तो मेरी कदर ही नहीं"....

➡कोई काम करो तो...
     💁 - "एक काम कभी ढंग से करते नहीं..".

➡और न किया तो...
 💁 - "तुम्हारे भरोसे रहे तो कोई काम नहीं होने वाला."..

नुस्खा यह है कि...👇
1) खुद का ध्यान रखें,
2) शांत रहने का प्रयास करें.
3) डरना नहीं,
4) ईश्वर आपके साथ है...
         
       
🔵🔵🔵🔵😄😄😄🔵🔵🔵🔵
सभी विवाहित पुरुषों को प्रेषित
हसना पेट पकड के..
😄😄😄
👪 एक परिवार को फ़ोन का
बिल बहुत अधिक मिला...
तो परिवार के मुखिया ने इस
पर चर्चा के लिए घर के सब
लोगों को बुलाया।

👨 पिता: यह तो हद हो गई।
 इतना ज़्यादा बिल!... मैं तो
 घर का फ़ोन यूज़ ही नही
ं करता... सारी बातें
 ऑफ़िस के फ़ोन से करता हूँ।

👵 माँ: मैं भी ज़्यादातर
ऑफ़िस का ही फ़ोन यूज़
करती हूँ। सहेलियों के साथ
 इतनी सारी बातें घर के फ़ोन से करूंगी तो कैसे चलेगा।

👦 बेटा: माँ आपको तो
पता ही है कि मैं सुबह सात
 बजे घर से ऑफ़िस के लिए
निकल जाता हूँ। जो बात करनी
 होती है ऑफ़िस के फ़ोन से
करता हूँ।

👧 बेटी: मेरी कम्पनी ने मेरी
 डेस्क पर भी फ़ोन दिया हुआ
 है..मैं तो सारी कॉल्स उसी से
करती हूँ। फिर ये घर के फ़ोन
का बिल इतना आया कैसे?

👶 घर की नौकरानी चुपचाप
खड़ी सुन रही थी। सबकी प्रश्न
भरी निगाहें नौकरानी की ओर
उठीं...
.
😡 नौकरानी बोली: “तो और
 क्या... आप सब भी तो अपने
काम करने की जगह का
फ़ोन इस्तेमाल करते हैं... "

😰"मैंने भी वही किया तो क्या?”😜😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂


हसना पेट पकड के..
😄😄😄
👪 एक परिवार को फ़ोन का
बिल बहुत अधिक मिला...
तो परिवार के मुखिया ने इस
पर चर्चा के लिए घर के सब
लोगों को बुलाया।

👨 पिता: यह तो हद हो गई।
 इतना ज़्यादा बिल!... मैं तो
 घर का फ़ोन यूज़ ही नही
ं करता... सारी बातें
 ऑफ़िस के फ़ोन से करता हूँ।

👵 माँ: मैं भी ज़्यादातर
ऑफ़िस का ही फ़ोन यूज़
करती हूँ। सहेलियों के साथ
 इतनी सारी बातें घर के फ़ोन से करूंगी तो कैसे चलेगा।

👦 बेटा: माँ आपको तो
पता ही है कि मैं सुबह सात
 बजे घर से ऑफ़िस के लिए
निकल जाता हूँ। जो बात करनी
 होती है ऑफ़िस के फ़ोन से
करता हूँ।

👧 बेटी: मेरी कम्पनी ने मेरी
 डेस्क पर भी फ़ोन दिया हुआ
 है..मैं तो सारी कॉल्स उसी से
करती हूँ। फिर ये घर के फ़ोन
का बिल इतना आया कैसे?

👶 घर की नौकरानी चुपचाप
खड़ी सुन रही थी। सबकी प्रश्न
भरी निगाहें नौकरानी की ओर
उठीं...
.
😡 नौकरानी बोली: “तो और
 क्या... आप सब भी तो अपने
काम करने की जगह का
फ़ोन इस्तेमाल करते हैं... "

😰"मैंने भी वही किया तो क्या?”😜😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂


लगता है फुर्सत में हो प्रभु,
जो हमे झुला झुला रहे हो !
अपनी बनाई दुनिया को
क्यों इतना हिला रहे हो !
सुना है हम सबको जीवन दिया है तुमने,
तुम माँ हो हमारी.....
फिर माँ होकर अपने बच्चो को क्यों डरा रहे हो !
मानता हूँ इन्सान शैतान हो गया है,
पर तुम तो प्रभु हो तुम क्यों शैतानी दिखा रहे हो !
बड़ा वक्त लगता है ये आशियाँ बनाने में,
जिसे तुम यूँही हिला हिला कर ढहा रहे हो !
मैं और तो कुछ नही कर सकता,
बस विनती करता हूँ आपसे.....
जैसे हो बस वैसे रहो,
जो हो नही ऐसा रूप क्यों दिखा रहे हो !
बच्चे हैं हम सब तुम्हारे,
क्यों जिंदगी हमारी कठिन बना रहे हो !
लगता है फुर्सत में हो प्रभु,
जो हमको इतना सता रहे हो !भूकम्प झटके से बच्चों को क्यो डरा रहे हो?

*****(1)*****
तू मेरी दोस्ती पे एक एहसान कर ,
अपने सरे गम तू मेरे नाम कर ,
जो लम्हे रुलाते है तुझे याद बन कर ,
वो आंसू मेरी नज़रो के नाम कर !

*****(2)*****
कितना कुछ जानता होगा मेरा दोस्त मेरे बारे में ..,
.
.
.
मेरे मुस्कुराने पर जिसने पूछ लिया तुम उदास क्यों हो ..??
*****(3)*****
दोस्तो से प्रोब्लेम शेयर करना अच्छा होता है ,
इसलिए नहीं के वो उसे सोलवे करते है ,
साले ऐसे -ऐसे सोलूशन्स देते है के ,
हम प्रोब्लेम ही भूल जाते है ..

*****(4)*****
तेरे दिल की सजायेंगे अपना अरमान देकर ,
तेरे लबों को हसाएंगे अपनी मुस्कान देकर ,
दोस्ती की कसम तुझे खबर से भी उठा लाएंगे ,
तेरे जिस्म में अपनी जान देकर ..
*****(5)*****
अगर आपको मुझसे अच्छा दोस्त मिले तो चले जाना ,
पर जब वो आपको छोड़ दे तो पीछे देखना ,
हम वही रहेंगे आप के इंतज़ार में सिर्फ ये कहने के लिए ,
“मर ली होशियारी ..??”
*****(6)*****
दिल खुश कर देने वाली लाइन :
सच्चे दोस्त अपनी ज़िन्दगी आपके लिए नहीं देंगे ,
पर वही दोस्त आपकी ज़िन्दगी आपको जरूर वापिस देंगे ,
जब आपको लगता है की अपने अपनी ज़िन्दगी को खो दिया ..
*****(7)*****
ज़िन्दगी में कुछ दोस्त आईने जैसे ,
और कुछ दोस्त परछाई जैसे जरूर रखना ,
आइना कभी जूठ नहीं बोलता है ,
और परछाई कभी साथ नहीं छोड़ते ..
*****(8)*****
न जाने वक़्त के साथ बात क्या हो जाती है ,
कभी हस्ती खेलती ज़िन्दगी भी आम हो जाती है ,
एक सवेरा था जब है कर उठते थे ,
आज दोस्तो बगैर मुस्कुराये बिना शाम हो जाती है ..
*****(9)*****
एक मस्त रास्ता प्यार और दोस्ती को पहचान ने के लिए :
“तेरे बिना में नहीं जी सकता ” – ये प्यार ,
“तू बस जिए जा , में तेरे साथ हु ..” – ये हे दोस्ती ..

*****(10)*****
खूबसूरत दोस्ती फ़ोन कॉल्स और मैसेज में नहीं है ,
येतो आपके दिल की एक प्यारी सी मुस्कान में हे ,
जब आप उनके बारे में सोचते हो ...
*****(11)*****
कभी पसंद न आये दोस्ती हमारी तो बाता देन

फिर लौट आई थी वो बरसात की रात
तेरी याद दिलाने आई थी वो बरसात की रात!

मचल गयी थी धड़कने, सिमटा रहा हूँ जिसमे!
दबे दर्द को, जगाने आई थी वो बरसात की रात!

सुख रहे थे जख्म सारे, थोड़ी टिस सी बाकी रही थी बस
फिर मुझको सताने आई थी वो बरसात की रात!

खुद में ही जल रहा था, किनारे से चल रहा था!
संग मुझको बहाने आई थी वो बरसात की रात!
🎵🎵 Nice Line..! 🎵🎵


🎵मिली थी जिन्दगी,
किसी के 'काम' आने के लिए ।🎵

🎵पर वक्त बित रहा है,
कागज के टुकड़े कमाने के लिए ।🎵

🎵क्या करोगे,
इतना पैसा कमा कर..???🎵

🎵ना कफन मे 'जेब' है,
ना कब्र मे 'अलमारी..!'🎵

🎵और ये मौत के
फ़रिश्ते तो 'रिश्वत' भी नही लेते ।🎵

🎵खुदा की मोहब्बत
को फना कौन करेगा ?🎵

🎵सभी बंदे नेक
तो गुनाह कौन करेगा ?🎵

🎵"ए खुदा मेरे इन दोस्तो
को सलामत रखना...🎵

🎵वरना मेरी सलामती
की दुआ कौन करेगा ?🎵

🎵और रखना मेरे
दुश्मनो को भी मेहफूस...🎵

🎵वरना मेरी तेरे पास
आने की दुआ कौन करेगा ?"🎵

🎵खुदा ने मुझसे कहा, "इतने दोस्त
ना बना तू , धोखा खा जायेगा"🎵

🎵मैने कहा "ए खुदा, तू ये मेसेज
पढनेवालो से मिल तो सही,🎵

🎵तू भी धोखे से
दोस्त बन जायेगा ."🎵🎵

🎵नाम छोटा है
मगर दिल बडा रखता हु ।🎵

🎵पैसो से
उतना अमीर नही हु ।🎵

🎵मगर अपने यारो के गम
खरिद ने की हैसयत रखता हु ।🎵

🎵मुझे ना हुकुम का ईक्का बनना है
ना रानी का बादशाह ।🎵

🎵हम जोकर ही अच्छे है
जिस के नसीब में आऐंगे, 🎵

🎵बाज़ी पलट देंगे।
        ♣ ♥ ♠ ♦ 🎵
.



कभी थकन के असर का पता नहीं चलता
वो साथ हो तो सफ़र का पता नहीं चलता

वही हुआ कि मैं आँखों में उस की डूब गया
वो कह रहा था भंवर का पता नहीं चलता

उलझ के रह गया सेलाब करया-ए-दिल से
नहीं तो दीदा-ए-तर का पता नहीं चलता

उसे भी खिड़कियां खोले ज़माना बीत गया
मुझे भी शाम-ओ-सहर का पता नहीं चलता

ये मंसुबों का इलाक़ा है इस लिए शायद
किसी के नाम से घर का पता नहीं चलता


जिंदगी की राहों में कहीं चाहने वाले भी मिलेंगे
दिल है तो कभी इश्क के फुल भी खिलेंगे ।

गैरों से गले मिल के तड़पने की चाह में
अपनों से कभी आपके वास्ते पड़ेंगे ।

कहते हो सफ़रे-जीस्त पे निकले , देखना....
कांटों के लिये पांव में छाले भी पड़ेंगे ।

जिस घर से निकलने की सोच रहे हो
लौटे कोई दिन यहां तो, ताले भी पड़ेंगे ।


गेसू खुले किसी के तो खुशबू बिखर गई
साग़र चले तो रात को किस्मत संवर गई ।

हर दर्द की तलाफी-ए -आफात हो गई
फिर मैकदे में नूर की बरसात हो गई ।

बेेनाम सी खलिश है नज़र बदहवास है
कोई सबब नहीं है मगर दिल उदास है ।

कितनी अजीब सूरते-हालात हो गई
फिर मैकदे में नूर की बरसात हो गई ।


मिट्टी के शहज़ादों को लौह परी चाहिए
देखने सुनने में मदभरी चाहिए,
घर बाहर के कामों में कड़ी चाहिए,
मिट्टी के शहज़ादों को लौह परी चाहिए

एक ही पल में वो बचपने को छोड़ के,
हर जरूरत का खयाल हर एक की रखे,
वक्त पड़े तो माँ ,बहन,देवी भी हो सके,
उम्र में हो छोटी पर 'बड़ी' चाहिए,
मिट्टी के शहज़ादों को लौह परी चाहिए

घर के कोने-कोने को संभाल कर रखे,
बाहर के कामों में भी वो कमाल कर सके,
मुसीबतों में हो सके तो ढाल बन सके,
हर एक चुनौतियों में वो खरी चाहिए,
मिट्टी के शहज़ादों को लौह परी चाहिए

फाइव स्टार जैसा खाना बना सके
घर का इंटीरियर भी चुटकियों में सजा सके
उसपे ये भी है कि वो पैसे बचा सके,
चाँदनी में धूप सुनहरी चाहिए,
मिट्टी के शहज़ादों को लौह परी चाहिए

लुक्स में हो स्मार्ट ऐजुकेशन भी हाई हो,
नौकरी करे और मोटी कमाई हो,
घर में आके काम में जुटी सी बाई हो,
उस पे मुस्कुराती हर घड़ी चाहिए,
मिट्टी के शहज़ादों को लौह परी चाहिए.

तो क्या गुनाह है..?
💞🍀🍀🍀🍀💞

एक पल के लिए जो मैं ये सोच लूँ
कि तुम सिर्फ़ मेरे हो, तो क्या गुनाह है?
💞🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹💞

एक पल में जो ख़ुशी अपने दामन में छुपा लूँ
ये सोचकर कि अब वो मेरे पास रहे, तो क्या गुनाह है?
💞🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹💞

वो तुम्हारी मुस्कान आज भी मेरे दिल में बसी है
उसे आज अपना मान लूँ, तो क्या है?
💞🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹💞

हमारे ग़मों ने हमारेफ़ासले मिटा दिये
तुम्हें फिर एक अच्छा दोस्त कहूँ, तो क्या गुनाह है?
💞🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹💞

हज़ारों सवालों के सारे जवाब हमने दिये
अब एक छुपा लूँ, तो क्या गुनाह है?
💞🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹💞

वक़्त के साथ साथ हमारेफ़ासले भी बढ़ गए
आज वो तुमसे ज़्यादा क़रीब हो, तो क्या गुनाह है?
💞🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹💞

तुम्हारे आने से रौशन होती हैं मेरी सुबह और शाम
सिर्फ़ उस रौशनी के लिए तुम्हें बुलाऊँ, तो क्या गुनाह है?
💞🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹


एक रूमानी कवि :

अभी ना जाओ
छोड़ कर कि
दिल अभी
भरा नहीं

एक दार्शनिक कवि :

मै
पल
दो पल का
शायर हूँ

🔹
एक खिन्न कवि :

कभी कभी
मेरे दिल में
खयाल आता है

🔸
एक समर्पित कवि :

मेरे दिल में
आज क्या है
तू कहें तों
मैं बता दूँ

🔹
एक जीवन से संतुस्ट कवि :

मांग के
साथ
तुम्हारा

🔸
एक प्रेमिका से समझोता
करने वाला कवि :

चलो
इक बार
फिर से
अजनबी
बन जाए
हम दोनों

🔹
एक उदास कवि :

जाने वो
कैसे लोग थे
जिनके
प्यार को
प्यार मिला

🔸
एक निश्चित कवि :

मैं
जिंदगी का
साथ
निभाता चला

🔹
एक असांसारिक कवि :

ये दुनिया
अगर
मिल भी जाए
तो क्या है

🔸
एक देशप्रेमी कवि :

ये
देश है
वीर
जवानों का

🔹
एक विद्रोही कवि :

जिन्हें
नाज़ है
हिंद पर
वो
कहाँ है

🔸
एक निराशावादी कवि :

तंग
आ चुके है
कशमकश-ए-जिंदगी से
हम

🔹
एक मानवतावादी कवि :

अल्ला
तेरो नाम
ईश्वर
तेरो नाम

🔸
एक धर्मनिरपेक्ष कवि :

तू
हिंदू
बनेगा
ना
मुसलमान
बनेगा

🔹
एक छेड़छाड़ करनेवाला कवि :

ए मेरी
जोहराजबी
तुझे
मालूम नहीं

🔸
एक याद ताज़ा करनेवाला कवि :

जिंदगी भर
ना
भूलेगी
ये
बरसात की
रात

इन सभी कवियों का एक ही नाम है :

The Indian Career Song - 8 stages
.
.
1. When in college : Hum honge
kaamiyaab, Hum hongekaam iyaab ek
din.....
.
2. When giving interview to Multi
National Company: Tu hire.. Too hi
re ....tere binaaa main kaise jiyunn....
.
3. Waiting for interview result: Intehaa
ho gai Intzaarki.. aayinaaa kuch khabar
mere yaarki ...
.
4. Just joined: Too cheez badi hai mast
mast.....
.
5. After some time: Ye kahaan aa gaye
hum??
.
6. After some more time: Naa koyi
umang hai, naa koyi tarang hai, meri
jindagi ek kati Pathang hai
.
7. Floating the resume: kabootar ja ja
ja... kabootar ja ja ja... pehele pyar ki
peheli chitthi...
.
8. Finally when you don't get a better
offer any longer: Jeena Yehaan, marna
Yehaan iske siwa Jaana Kahaa..!!


Saturday, June 18, 2016

🌳🌳••

🚥 थोडा वक्त खुद के
       लिये निकालिये और ये
       कुछ बेहतरीन शब्द पढे़.
• 👉बहुत गहराई है इनमें..
        ==============
            👌👌👌👌

🚥 बिना लिबास आए थे इस
       जहां में,
👉 बस एक कफ़न की खातिर,
      इतना सफर करना पड़ा
      ===============

🚥 समय के एक तमाचे की देर
       है प्यारे,
👉 मेरी फकीरी भी क्या,
      तेरी बादशाही भी क्या..
      ==============

🚥 जैसा भी हूं अच्छा या बुरा
      अपने लिये हूं,
👉 मै खुद को नही देखता औरो
      की नजर से..
     =================

🚥 मुलाकात जरुरी हैं,
   अगर रिश्ते निभाने हो,
👉 वरना लगा कर भूल जाने से
       पौधे भी सूख जाते हैं..
      ================

🚥 नींद आए या ना आए,
      चिराग बुझा दिया करो,
👉 यूँ रात भर किसी का
     जलना, हमसे देखा नहीं
      जाता..
     ===============

🚥 मोबाइल चलाना अब जिसे
      सिखा रहा हूँ मैं,
👉 पहला शब्द लिखना उसने
     मुझे सिखाया था..
      ==============

🚥 यहाँ हर किसी को,
    दरारों में झांकने की आदत है,
👉 दरवाजे खोल दो तो कोई
       पूछने भी नहीं आएगा..
    =================

🚥 तू अचानक मिल गई तो
      कैसे पहचानुंगा मैं,
👉ऐ खुशी....तू अपनी एक
      तस्वीर भेज दे..
   =================

🚥 इसी लिए तो बच्चों पे नूर
     सा बरसता है,
👉 शरारतें करते हैं, साजिशें तो
     नहीं करते..
     =================

🚥 महँगी से महँगी घड़ी पहन
     कर देख ली,
👉 वक़्त फिर भी मेरे हिसाब से
     कभी ना चला..
 ===================

🚥यूं ही हम दिल को साफ रखा
      करते थे ..
👉 पता नही था की, ‘कीमत
      चेहरों की होती है..
   ==================

🚥दो बातें इंसान को अपनों से
     दूर कर देती हैं,
👉एक उसका ‘अहम’ और
     दूसरा उसका ‘वहम’..
  ==================

🚥पैसे से सुख कभी खरीदा
     नहीं जाता,
👉 और दुःख का कोई खरीदार
     नहीं होता.
    =================

🚥 मुझे जिंदगी का इतना
      तजुर्बा तो नहीं,
👉 पर सुना है सादगी में लोग
       जीने नहीं देते..


Father and daughter went to a temple. Suddenly, daughter shouted after seeing the pillars of Lions at the entrance of the temple.    "Run Dad, those Lions will eat us "

Dad consoled her saying "they are just statues and wont harm us"

Daughter replied " if those lion statues wont harm us then how could statues of God give us blessings"

The father wrote in his diary...
"After my child's answer i have started searching for God in Humans instead of statues. I didn't find God but I found humanity!!
 so do our best to people who were around us... .... 🙏🙏


एक फकीर बहुत दिनों तक बादशाह के साथ रहा
बादशाह का बहुत प्रेम उस फकीर पर हो गया। प्रेम
भी इतना कि बादशाह रात को भी उसे अपने कमरे में
सुलाता।

कोई भी काम होता, दोनों साथ-साथ ही
करते।


एक दिन दोनों शिकार खेलने गए और रास्ता भटक
गए। भूखे-प्यासे एक पेड़ के नीचे पहुंचे। पेड़ पर एक
ही फल लगा था।

बादशाह ने घोड़े पर चढ़कर फल को
अपने हाथ से तोड़ा। बादशाह ने फल के छह टुकड़े
किए और अपनी आदत के मुताबिक पहला टुकड़ा
फकीर को दिया।

फकीर ने टुकड़ा खाया और बोला,
'बहुत स्वादिष्ट! ऎसा फल कभी नहीं खाया। एक
टुकड़ा और दे दें। दूसरा टुकड़ा भी फकीर को मिल
गया।

 फकीर ने एक टुकड़ा और बादशाह से मांग
लिया। इसी तरह फकीर ने पांच टुकड़े मांग कर खा
लिए।

जब फकीर ने आखिरी टुकड़ा मांगा, तो बादशाह ने
कहा, 'यह सीमा से बाहर है। आखिर मैं भी तो भूखा
हूं।

मेरा तुम पर प्रेम है, पर तुम मुझसे प्रेम नहीं
करते।' और सम्राट ने फल का टुकड़ा मुंह में रख
लिया।


मुंह में रखते ही राजा ने उसे थूक दिया, क्योंकि वह
कड़वा था।
राजा बोला,
'तुम पागल तो नहीं, इतना कड़वा फल कैसे खा गए?

'
उस फकीर का उत्तर था,
'जिन हाथों से बहुत मीठे फल खाने को मिले, एक
कड़वे फल की शिकायत कैसे करूं?

 सब टुकड़े इसलिए
लेता गया ताकि आपको पता न चले।

दोस्तों जँहा मित्रता हो वँहा संदेह न हो, आओ
कुछ ऐसे रिश्ते रचे...


🙏🙏🙏😄


एक ATM में पुरुष व महिलाओं के लिए ATM के इस्तेमाल के लिए अलग अलग दिशानिर्देश लिखे थे :-

पुरुषों के लिए :-
1. आपका स्वागत है !
2. अपना कार्ड निकालें और ATM में insert करें !
3. अपना कार्ड बाहर निकालें !
4. अपना पिन नंबर टाइप करें !
5. आवश्यक राशि टाइप करें !
6. अपनी राशि और रसीद collect करें !
7. ATM का उपयोग करने हेतु धन्यवाद !

महिलाओं के लिए :-
1. हे भगवान !
2. अपने हैंड बेग में रखे सामान को बाजू वाली टेबल पर उंडेल दें, जिससे आप अपना कार्ड आसानी से खोज सकें !
3. कार्ड निकालें और ATM में insert करें !
4. कार्ड बाहर निकालें और दोबारा सही तरीके से insert करें !
5. अब टेबल पर पड़े सामान में से वो डायरी निकालें, जिसमें आपने अपना पिन कोड लिखकर रखा है !
6. हैंड बेग में लगे आइने में अपना मेकअप चेक करें!
7. डायरी में लिखे पिन नंबर के एक-एक Digit के नीचे उंगली रखते हुए आराम से Entry करें !
8. बाहर लाइन में खड़े गुस्से में आ चुके लोगों को 2 मिनिट रुकने का इशारा करें !
9. अपनी पासबुक निकालें जिसमें आपके last transaction की रसीद रखी हुई होगी, जिससे खाते में शेष राशि का पता चल सके !
10. आवश्यक राशि की सावधानीपूर्वक Entry करें !
11. पैसे collect करें और अच्छे से गिन लें !
12. रसीद collect करें और सभी Entries की जांच कर लें !
13. चेक करें आपके मोबाइल में इस transaction का मैसेज आया है कि नहीं !
14. यदि मैसेज आया है तो रसीद से टेली कर लें !
15. यदि मैसेज नहीं आया है तो अपने पति/ पिता या अपने भाई को यहीं से फोन करके
बताएं !
16. अपना सामान वापस हैंड बैग में ठूंसे और एक बार फिर अपना मेकअप चेक करें !
17. आपका transaction पूरा हुआ !
18 . ATM का उपयोग करने के लिये धन्यवाद !
19. कृपया बाहर जाते हुए लाइन में खड़े नाराज लोगों को Sorry अवश्य बोल दें !!

.ha..ha..ha.
😄😡😄😜😜😂😂


एक ATM में पुरुष व महिलाओं के लिए ATM के इस्तेमाल के लिए अलग अलग दिशानिर्देश लिखे थे :-

पुरुषों के लिए :-
1. आपका स्वागत है !
2. अपना कार्ड निकालें और ATM में insert करें !
3. अपना कार्ड बाहर निकालें !
4. अपना पिन नंबर टाइप करें !
5. आवश्यक राशि टाइप करें !
6. अपनी राशि और रसीद collect करें !
7. ATM का उपयोग करने हेतु धन्यवाद !

महिलाओं के लिए :-
1. हे भगवान !
2. अपने हैंड बेग में रखे सामान को बाजू वाली टेबल पर उंडेल दें, जिससे आप अपना कार्ड आसानी से खोज सकें !
3. कार्ड निकालें और ATM में insert करें !
4. कार्ड बाहर निकालें और दोबारा सही तरीके से insert करें !
5. अब टेबल पर पड़े सामान में से वो डायरी निकालें, जिसमें आपने अपना पिन कोड लिखकर रखा है !
6. हैंड बेग में लगे आइने में अपना मेकअप चेक करें!
7. डायरी में लिखे पिन नंबर के एक-एक Digit के नीचे उंगली रखते हुए आराम से Entry करें !
8. बाहर लाइन में खड़े गुस्से में आ चुके लोगों को 2 मिनिट रुकने का इशारा करें !
9. अपनी पासबुक निकालें जिसमें आपके last transaction की रसीद रखी हुई होगी, जिससे खाते में शेष राशि का पता चल सके !
10. आवश्यक राशि की सावधानीपूर्वक Entry करें !
11. पैसे collect करें और अच्छे से गिन लें !
12. रसीद collect करें और सभी Entries की जांच कर लें !
13. चेक करें आपके मोबाइल में इस transaction का मैसेज आया है कि नहीं !
14. यदि मैसेज आया है तो रसीद से टेली कर लें !
15. यदि मैसेज नहीं आया है तो अपने पति/ पिता या अपने भाई को यहीं से फोन करके
बताएं !
16. अपना सामान वापस हैंड बैग में ठूंसे और एक बार फिर अपना मेकअप चेक करें !
17. आपका transaction पूरा हुआ !
18 . ATM का उपयोग करने के लिये धन्यवाद !
19. कृपया बाहर जाते हुए लाइन में खड़े नाराज लोगों को Sorry अवश्य बोल दें !!

.ha..ha..ha.
😄😡😄😜😜😂😂


बहुत ही सुंदर पंक्तियां भेजी है, फारवर्ड करने से खुद को रोक नहीं पाया ....

जब भी अपनी शख्शियत पर अहंकार हो,
एक फेरा शमशान का जरुर लगा लेना।

और....

जब भी अपने परमात्मा से प्यार हो,
किसी भूखे को अपने हाथों से खिला देना।

जब भी अपनी ताक़त पर गुरुर हो,
एक फेरा वृद्धा आश्रम का लगा लेना।

और….

जब भी आपका सिर श्रद्धा से झुका हो,
अपने माँ बाप के पैर जरूर दबा देना।

जीभ जन्म से होती है और मृत्यु तक रहती है क्योकि वो कोमल होती है.

दाँत जन्म के बाद में आते है और मृत्यु से पहले चले जाते हैं...  
  क्योकि वो कठोर होते है।

छोटा बनके रहोगे तो मिलेगी हर
बड़ी रहमत...
बड़ा होने पर तो माँ भी गोद से उतार
देती है..
किस्मत और पत्नी
भले ही परेशान करती है लेकिन
जब साथ देती हैं तो
ज़िन्दगी बदल देती हैं.।।


"प्रेम चाहिये तो समर्पण खर्च करना होगा।

विश्वास चाहिये तो निष्ठा खर्च करनी होगी।

साथ चाहिये तो समय खर्च करना होगा।

किसने कहा रिश्ते मुफ्त मिलते हैं ।
मुफ्त तो हवा भी नहीं मिलती ।

एक साँस भी तब आती है,
जब एक साँस छोड़ी जाती है!!"?.: 🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱
नंगे पाँव चलते “इन्सान” को लगता है
कि “चप्पल होते तो क अच्छा होता”
बाद मेँ……….
“साइकिल होती तो कितना अच्छा होता”
उसके बाद में………
“मोपेड होता तो थकान नही लगती”
बाद में………
“मोटर साइकिल होती तो बातो-बातो मेँ
रास्ता कट जाता”

फिर ऐसा लगा की………
“कार होती तो धूप नही लगती”
🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀
फिर लगा कि,
“हवाई जहाज होता तो इस ट्रैफिक का झंझट
नही होता”
🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱
जब हवाई जहाज में बैठकर नीचे हरे-भरे घास के मैदान
देखता है तो सोचता है,
कि “नंगे पाव घास में चलता तो दिल
को कितनी “तसल्ली” मिलती”…..
🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀
” जरुरत के मुताबिक “जिंदगी” जिओ – “ख्वाहिश”….. के
मुताबिक नहीं………
🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱
क्योंकि ‘जरुरत’
तो ‘फकीरों’ की भी ‘पूरी’ हो जाती है, और
‘ख्वाहिशें’….. ‘बादशाहों ‘ की भी “अधूरी” रह जाती है”…..
🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀
“जीत” किसके लिए, ‘हार’ किसके लिए
‘ज़िंदगी भर’ ये ‘तकरार’ किसके लिए…
🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱
जो भी ‘आया’ है वो ‘जायेगा’ एक दिन
फिर ये इतना “अहंकार” किसके लिए…
🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀
ए बुरे वक़्त !
ज़रा “अदब” से पेश आ !!
“वक़्त” ही कितना लगता है
“वक़्त” बदलने में………
🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱
मिली थी ‘जिन्दगी’ , किसी के
‘काम’ आने के लिए…..
पर ‘वक्त’ बीत रहा है , “कागज” के “टुकड़े” “कमाने” के लिए………
🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀 , forwad to all 
महिलाओं की तारीफ में ----------------
हम महिलाओं को जो कुछ देते हैं
उसके बदले में वे हमें उससे ज्यादा लौटाती हैं
यदि आप उन्हें प्यार दें,
..........तो वे आपको संतान देती हैं ॥
यदि आप उन्हें मकान दें,
..........तो वे आपको घर देती हैं ॥
यदि आप उन्हें अनाज दें,
..........तो वे आपको भोजन देती हैं ॥
यदि आप उन्हें मुस्कराहट दें,
..........तो वे आपको अपना दिल दे देती हैं ॥
हम उन्हें जो कुछ भी दें,
..........बदले में वे हमें कुछ ज्यादा ही लौटाती हैं ॥
इसलिए यदि हम उन्हें कोई छोटी-मोटी तकलीफ दें,
..........तो हमें एक बहुत बड़ी मुसीबत के लिए तैयार
रहना चाहिए.😄😄😄😝😝😝😝😛😛😛😛😜😜😜😜


ऐ उम्र !
कुछ कहा मैंनें,
पर शायद तूने सुना नहीं...
तू छीन सकती है बचपन मेरा,
पर बचपना नहीं...!!!

हर बात का कोई जवाब नहीं होता
हर इश्क का नाम खराब नहीं होता...
यूँ तो झूम लेते हैं नशे में पीने वाले
मगर हर नशे का नाम शराब नहीं होता...

खामोश चेहरे पर हज़ारों पहरे होते हैं
हँसती आखों में भी ज़ख़्म गहरे होते हैं
जिनसे अक्सर रूठ जाते हैं हम,
असल में उनसे ही रिश्ते गहरे होते हैं...

किसी ने खुदा से दुआ माँगी,
दुआ में अपनी मौत माँगी,
खुदा ने कहा, मौत तो तुझे दे दूँ मगर,
उसे क्या कहूँ जिसने तेरी ज़िंदगी की दुआ माँगी...

हर इन्सान का दिल बुरा नहीं होता
हर एक इन्सान बुरा नहीं होता
बुझ जाते हैं दीये कभी तेल की कमी से...
हर बार कुसूर हवा का नहीं होता !!!

   -
A rapist entered a bedroom, tied up the husband and wife, kissed the wife's ear and went to the bathroom...

 The husband said to the wife "satisfy him or he will kill us, be strong. I love u"

 Wife said "he didn't kiss me, he whispered in my ear dat he is gay, he needs vaseline and I told him it's in the bathroom. So be strong, I love u too......!!!

 😂 😂🏃🏻🏃🏻🏃🏻🏃🏻
A rapist entered a bedroom, tied up the husband and wife, kissed the wife's ear and went to the bathroom...

 The husband said to the wife "satisfy him or he will kill us, be strong. I love u"

 Wife said "he didn't kiss me, he whispered in my ear dat he is gay, he needs vaseline and I told him it's in the bathroom. So be strong, I love u too......!!!

 😂 😂🏃🏻🏃🏻🏃🏻🏃🏻
A rapist entered a bedroom, tied up the husband and wife, kissed the wife's ear and went to the bathroom...

 The husband said to the wife "satisfy him or he will kill us, be strong. I love u"

 Wife said "he didn't kiss me, he whispered in my ear dat he is gay, he needs vaseline and I told him it's in the bathroom. So be strong, I love u too......!!!

 😂 😂🏃🏻🏃🏻🏃🏻🏃🏻
Jo har pal jalti rahe, use roshni kehte hain,,,,,
Jo pal pal chalti rahe, use zindagi kehte hain,
Jo pal pal khilti rahe, use mohabbat kehte hain,
Jo saath na chode, use apni dosti kehte hain…
`
Na mujhe yaad rakhna,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
Na baante yaad rakhna,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
Bas Dil ki dili tammana hai,,,,,,,,,,,,,,,,,,
Bas hamara naam zroor yaad rakhna….
`
Dua karte hain hum sir jhukae dargaah pe,,,,
Ae dost tu apni manzil ko paye,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
Teri rahon me ho kaanten agr,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
To un kaanto ko hataane ke liye khuda hame bulaaye…
`
Aapki yaari Aapki wafa hi kafi hai,
Tamam umar ye aasra hi kafi hai,
Jahan milo dekh ke muskura dena,
Jene ke waste ye aasra hi kafi hai….
`
Shama se ujaale dhor ho jaate,
To chand ki chahat kise hoti?
Kat sakati akele ye zindagi,,,,,,
To dosti ki saughaat kyon hoti ?

तू जिंदगी को जी, उसे समझने की कोशिश न कर
सुन्दर सपनो के ताने बाने बुन,उसमे उलझने की कोशिश न कर
चलते वक़्त के साथ तू भी चल, उसमे सिमटने की कोशिश न कर
अपने हाथो को फैला, खुल कर साँस ले, अंदर ही अंदर घुटने की कोशिश न कर
मन में चल रहे युद्ध को विराम दे, खामख्वाह खुद से लड़ने की कोशिश न कर
कुछ बाते भगवान् पर छोड़ दे, सब कुछ खुद सुलझाने की कोशिश न कर
जो मिल गया उसी में खुश रह, जो सकून छीन ले वो पाने की कोशिश न कर
रास्ते की सुंदरता का लुत्फ़ उठा, मंजिल पर जल्दी पहुचने की कोशिश न कर.


चार दोस्त होटल में खाना खाने के बाद आपस में बिल देने पर उलझ पड़े...!
.
सब बोल रहे थे कि बिल मैं दूंगा...!
.
आखिर में तय हुआ जो होटल का चक्कर लगाकर सबसे पहले आएगा, वो बिल देगा...!
.
उन्होंने मेनेजर को सिटी बजाने को कहा, और मैनेजर ने सीटी बजाई... चारों भाग पड़े...!
.
मैनेजर आज भी उनके आने का इन्तजार कर रहा है...!
.
ये होती है दोस्ती...! 😜 😂 😜 😂 😜 😂 👍 👍
एक मच्छर तूफान
मे फँसा हुआ था
"
"
रास्ते मे एक पेड़ मिला
मच्छर पेड़ से
लिपट गया
"
"
जब तूफान निकल गया
तो मच्छर पसीना पोंछते
"
"
हुए बोला- अगर आज मै नही होता तो ये पेड़ गिर ही जाता.!! 😂 😂 😜 😜
मास्टर : मोहन , तुम्हारे पड़ोस के दादाजी आजकल
दिखाई नही दे रहे हैं?
.
मोहन: सर वे गुजर गये ।
.
मास्टर : अरे , क्या हुआ था उन्हें ?
.
मोहन : वे TV पर रामदेव बाबा को देखकर योगा कर रहे थे ।
.
मास्टर : अच्छा , फिर ?
.
मोहन : बाबा ने निर्देश दिया गहरी सांस अंदर लो और
जब मे कहु तब बाहर छोड़ना
.
मास्टर : अच्छा फिर ?
.
मोहन : फिर क्या अचानक लाइट चली गयी
और तीन घंटे बाद जब लाइट आयी तब
तक दादाजी चल बसे थे। 😂 😂 😂 😜 😜 😜
कहाँ गए वो प्यारे दिन जब...

➨ रात को सोने से पहले परिवार के सारे सदस्य घंटो बातें किया करते थे और रात का एक बज जाता था,बच्चों को शूरवीरों की कहानियाँ सुनाई जाती थी
अब सब हाथ में मोबाइल लिए हुए सो जाते हैं..

➨ लाइट जाती थी तब पूरा मोहल्ला बड़ के पेड़ के नीचे बैठ कर एक दुसरे की टांग खीचते थे,
अब तो inverters की वजह से घर से ही नहीं निकलते..
.
➨ चूल्हे की आग पर डेगची में गुड़ वाली चाह्(चाय) की महक 10 किल्ले दूर तक जाती थी,
आज चाय गैस पर बनती है महक छोडो स्वाद का भी पता नहीं लगता..
.
➨ औरतें घूँघट काढती थी और लडकिया चुन्नी लेती थी,
अब कवारियां ढाठा मार के सुल्ताना डाकू बन रही हैं
और ब्याही हुई सर भी नहीं ढक रही..

➨ पहले पूरे दिन हारे पर कढोणी में दूध उबलता था और सीपी से खुरचन तार के खाते थे और उस दूध की दही इतनी स्वाद बनती थी,
अब तो गए दूकान पर 15 का दही पाउच ले लिया..
.
➨ कोई रोता था तो सब चुप करवाते थे
अब सब रुलाते है..
.
➨ कच्ची फूस की छान में पानी मार कर झोपडी में सोने में बहोत मज़ा आता थी बिलकुल ठंडी हो जाती थी
अब वैसे ठंडक AC भी नहीं दे रहे..
.
➨ पहले बड़ी मूँछ और सफ़ेद पगड़ी में चौधरियों की चौधर न्यारी ही दिखती थी
एक आवाज से ही पूरा गाँव कट्ठा हो जाता था,
अब ना पगड़ियाँ ना मूँछ क्लीन शेव रहते है और ना आवाज में कोई दम..
.
➨ दारु बड़े बूढे पीते थे अब तो 8वीं से ही पीना शुरू कर देते हैं..
➨ पहले ज़मीन को माँ समझा जाता था
अब एक जमीन का टुकड़ा जिसे बेच कर कोठी बना लो एक कार ले लो और रोज उस कार में बैठ कर दारु और मुर्गा चलने दो..
.
➨ पहले गाँव की लड़की वापिस अपने मायके आती तो पूरा गाँव पूछता की बेटी ठीक है ना सब,
अब इसलिए मुँह घुमा लेते है कहीं 10 रूपए मान के ना देने पड़ जाऐं..
.
➨पहले सभी एक दूसरे को राम राम बोलते थे अब हेल्लो हाय
 पहले लड़ाइयां इज़्ज़त और सम्मान के लिए लड़ी जाती थी अब दारु पीकर अपने आप हो जाती है


गाय हमारी
 COW बन गयी,

                    शर्म हया अब
                  WOW बन गयी,

  काढ़ा हमारा
CHAI बन गया,

                     छोरा बेचारा
                   GUY बन गया,


    योग हमारा
 YOGA बन गया,

                     घर का जोगी
                  JOGA बन गया,

 भोजन 100 रु.
PLATE बन गया,

         ..हमारा भारत
       GREAT बन गया..


  घर की दीवारेँ
 WALL बन गयी,

          दुकानेँ
SHOPING MALLबन गयीँ,

                        गली मोहल्ला
                    WARD बन गया,

    ऊपरवाला
LORD बन गया,

  माँ हमारी
 MOM बन गयी,

                             छोरियाँ
        ITEM BOMB बन गयीँ,

  तुलसी की जगह
 मनी प्लांट ने ले ली..!

                    चाची की जगह
                    आंटी ने ले ली..!

पिता जी डेड हो गये..!
           भाई तो अब ब्रो हो गये..!
         बेचारी बेहन भी अब
          सिस हो गयी..!

     दादी की लोरी तो अब
     टांय टांय फिस्स हो गयी..!

टी वी के सास बहू में भी
 अब साँप नेवले का रिश्ता है..!
                पता नहीं एकता कपूर
           औरत है या फरिश्ता है..!!!


   जीती जागती माँ बच्चों के
      लिए ममी हो गयी..!

        रोटी अब अच्छी कैसे लगे
 मैग्गी जो इतनी यम्मी हो गयी..!

गाय का आशियाना अब
      शहरों की सड़कों पर बचा है..!

             विदेशी कुत्तों ने लोगों के
   कंधों पर बैठकर इतिहास रचा है..!

    बहुत दुखी हूँ ये सब देखकर
          दिल टूट रहा है..!

      हमारे द्वारा ही हमारी
      भारतीय सभ्यता का
       साथ छूट रहा है.....  

      
A POEM:
THE WORLD IS MINE - Author Unknown


      Today, upon a bus, I saw a very beautiful woman
      and wished I were as beautiful.
      When suddenly she rose to leave,
      I saw her hobble down the aisle.
      She had one leg and used a crutch.
      But as she passed, she passed a smile.
      Oh, God, forgive me when I whine.
      I have two legs; the world is mine.


      I stopped to buy some candy.
      The lad who sold it had such charm.
      I talked with him, he seemed so glad.
      If I were late, it'd do no harm.
      And as I left, he said to me,
      "I thank you, you've been so kind.
      It's nice to talk with folks like you.
      You see," he said, "I'm blind."
      Oh, God, forgive me when I whine.
      I have two eyes; the world is mine.


      Later while walking down the street,
      I saw a child I knew.
      He stood and watched the others play,
      but he did not know what to do.
      I stopped a moment and then I said,
      Why don't you join them dear?"
      He looked ahead without a word.
      I forgot, he couldn't hear.
      Oh, God, forgive me when I whine.
      I have two ears; the world is mine.


      With feet to take me where I'd go..
      With eyes to see the sunset's glow.
      With ears to hear what I'd know.
      Oh, God, forgive me when I whine.
      I've been blessed indeed, the world is mine.


      If this poem makes you feel thankful, just forward it to your
friends.
      After all, it's just a simple reminder that we have so much to be
thankful for!
      Give the gift of love. It never comes back empty!

      I have been truly blessed with some very beautiful people in my life!


बचपन मे 1 रु. की पतंग के पीछे
२ की.मी. तक भागते थे...
न जाने कीतने चोटे लगती थी...

वो पतंग भी हमे बहोत दौड़ाती थी...

आज पता चलता है,
दरअसल वो पतंग नहीं थी;
एक चेलेंज थी...

खुशीओं को हांसिल करने के लिए दौड़ना पड़ता है...
वो दुकानो पे नहीं मिलती...

शायद यही जिंदगी की दौड़ है ...!!!😊👍

 जब बचपन था, तो जवानी एक ड्रीम था...
जब जवान हुए, तो बचपन एक ज़माना था... !!

जब घर में रहते थे, आज़ादी अच्छी लगती थी...

आज आज़ादी है, फिर भी घर जाने की जल्दी रहती है... !!

कभी होटल में जाना पिज़्ज़ा, बर्गर खाना पसंद था...

 आज घर पर आना और माँ के हाथ का खाना पसंद है... !!!

स्कूल में जिनके साथ ज़गड़ते थे, आज उनको ही इंटरनेट पे तलाशते है... !!

ख़ुशी किसमे होतीं है, ये पता अब चला है...
बचपन क्या था, इसका एहसास अब हुआ है...

काश बदल सकते हम ज़िंदगी के कुछ साल..

.काश जी सकते हम, ज़िंदगी फिर एक बार...!!


👘 जब हम अपने शर्ट में हाथ छुपाते थे
और लोगों से कहते फिरते थे देखो मैंने
अपने हाथ जादू से हाथ गायब कर दिए
|🌀🌀

✏जब हमारे पास चार रंगों से लिखने
वाली एक पेन हुआ करती थी और हम
सभी के बटन को एक साथ दबाने
की कोशिश किया करते थे |❤💚💙💜

👻 जब हम दरवाज़े के पीछे छुपते थे
ताकि अगर कोई आये तो उसे डरा सके..👥


👀जब आँख बंद कर सोने का नाटक करते
थे ताकि कोई हमें गोद में उठा के बिस्तर तक पहुचा दे |


🚲सोचा करते थे की ये चाँद
हमारी साइकिल के पीछे पीछे
क्यों चल रहा हैं |🌙🚲


🔦💡On/Off वाले स्विच को बीच में
अटकाने की कोशिश किया करते थे |


🍏🍎🍉🍑🍈 फल के बीज को इस डर से नहीं खाते
थे की कहीं हमारे पेट में पेड़ न उग जाए |


🍰🎂🍧🏆🎉🎁 बर्थडे सिर्फ इसलिए मनाते थे
ताकि ढेर सारे गिफ्ट मिले |

🔆फ्रिज को धीरे से बंद करके ये जानने
की कोशिश करते थे की इसकी लाइट
कब बंद होती हैं |


🎭 सच , बचपन में सोचते हम बड़े
क्यों नहीं हो रहे ?


और अब सोचते हम बड़े क्यों हो गए ?⚡⚡


🎒🎐ये दौलत भी ले लो..ये शोहरत भी ले लो💕


भले छीन लो मुझसे मेरी जवानी...

मगर मुझको लौटा दो बचपन
का सावन ....☔

वो कागज़
की कश्ती वो बारिश का पानी..🌊🌊🌊
Bachpan ki storyes 🔽🔽🔽🔽🔽🔽🔽🔽🔽🔽


                 Old hits
 

बचपन कि ये लाइन्स .
जिन्हे हम दिल से गाते
गुनगुनाते थे ..
और खेल खेलते थे ..!!
तो याद ताज़ा कर लीजिये ...!!


▶ मछली जल की रानी है,
       जीवन उसका पानी है।
       हाथ लगाओ डर जायेगी
       बाहर निकालो मर जायेगी।


**********

▶ पोशम्पा भाई पोशम्पा,
       सौ रुपये की घडी चुराई।
       अब तो जेल मे जाना पडेगा,
       जेल की रोटी खानी पडेगी,
       जेल का पानी पीना पडेगा।
       थै थैयाप्पा थुशमदारी बाबा खुश।

**********

▶ आलू-कचालू बेटा कहाँ गये थे,
       बन्दर की झोपडी मे सो रहे थे।
       बन्दर ने लात मारी रो रहे थे,
       मम्मी ने पैसे दिये हंस रहे थे।

************

▶ आज सोमवार है,
       चूहे को बुखार है।
       चूहा गया डाक्टर के पास,
       डाक्टर ने लगायी सुई,
       चूहा बोला उईईईईई।

**********

▶ झूठ बोलना पाप है,
       नदी किनारे सांप है।
       काली माई आयेगी,
       तुमको उठा ले जायेगी।

**********

▶ चन्दा मामा दूर के,
       पूए पकाये भूर के।
       आप खाएं थाली मे,
       मुन्ने को दे प्याली में।

**********

▶ तितली उड़ी,
       बस मे चढी।
       सीट ना मिली,
       तो रोने लगी।
       ड्राईवर बोला,
       आजा मेरे पास,
       तितली बोली ” हट बदमाश “।

****************

▶ मोटू सेठ,
       पलंग पर लेट ,
       गाडी आई,
       फट गया पेट

******************


😍😄😘😝👊👌👏👍
कोई-कोई मैसेज वाकई कमाल होता
है आप स्वयं पढ़िये....
       
कितना सत्य है ना.....?
💐💐भक्ति जब भोजन में प्रवेश करती है,
भोजन " प्रसाद "बन जाता है.।
             💐💐
भक्ति जब भूख में प्रवेश करती है,
भूख " व्रत " बन जाती है.।
          💐💐
भक्ति जब पानी में प्रवेश करती है,
पानी " चरणामृत " बन जाता है.।
           💐💐
भक्ति जब सफर में प्रवेश करती है,
सफर " तीर्थयात्रा " बन जाता है.।
            🍁🍁
भक्ति जब संगीत में प्रवेश करती है,
संगीत " कीर्तन " बन जाता है.।
            🍁🍁
भक्ति जब घर में प्रवेश करती है,
घर " मन्दिर " बन जाता है.।
            🌸🌸
भक्ति जब कार्य में प्रवेश करती है,
कार्य " कर्म " बन जाता है.।
           🌸🌸
भक्ति जब क्रिया में प्रवेश करती है,
क्रिया "सेवा " बन जाती है.। और...
           🌻🌻
भक्ति जब व्यक्ति में प्रवेश करती है,
व्यक्ति " मानव " बन जाता है..।
🙏🙏🌺🌸🌷

आदमी और औरत या यूँ कहो बेटे और बेटी की सोच में अंतर.....

पति के घर में प्रवेश करते ही
पत्नी का गुस्सा फूट पड़ा :

“पूरे दिन कहाँ रहे? आफिस में पता किया, वहाँ भी नहीं पहुँचे! मामला क्या है?”




बेटियों पर भले नाज करो पर बेटो की भी उपेक्षा मत करो।

“वो-वो… मैं…”

पति की हकलाहट पर झल्लाते हुए पत्नी फिर बरसी, “बोलते नही? कहां चले गये थे। ये गंन्दा बक्सा और कपड़ों की पोटली किसकी उठा लाये?”

“वो मैं माँ को लाने गाँव चला गया था।”
पति थोड़ी हिम्मत करके बोला।

“क्या कहा? तुम्हारी मां को यहां ले आये? शर्म नहीं आई तुम्हें? तुम्हारे भाईयों के पास इन्हे क्या तकलीफ है?”

आग बबूला थी पत्नी!
उसने पास खड़ी फटी सफेद साड़ी से आँखें पोंछती बीमार वृद्धा की तरफ देखा तक नहीं।

“इन्हें मेरे भाईयों के पास नहीं छोड़ा जा सकता। तुम समझ क्यों नहीं रहीं।”
पति ने दबीजुबान से कहा।

“क्यों, यहाँ कोई कुबेर का खजाना रखा है? तुम्हारी सात हजार रूपल्ली की पगार में बच्चों की पढ़ाई और घर खर्च कैसे चला रही हूँ, मैं ही जानती हूँ!”
पत्नी का स्वर उतना ही तीव्र था।

“अब ये हमारे पास ही रहेगी।”
पति ने कठोरता अपनाई।

“मैं कहती हूँ, इन्हें इसी वक्त वापिस छोड़ कर आओ। वरना मैं इस घर में एक पल भी नहीं रहूंगी और इन महारानीजी को भी यहाँ आते जरा भी लाज नहीं आई?”

कह कर पत्नी ने बूढी औरत की तरफ देखा, तो पाँव तले से जमीन ही सरक गयी!

झेंपते हुए पत्नी बोली:
“मां, तुम?”

“हाँ बेटा! तुम्हारे भाई और भाभी ने मुझे घर से निकाल दिया। दामाद जी को फोन किया, तो ये मुझे यहां ले आये।”

बुढ़िया ने कहा, तो पत्नी ने गद्गद् नजरों से पति की तरफ देखा और मुस्कराते हुए बोली।

“आप भी बड़े वो हो, डार्लिंग! पहले क्यों नहीं बताया कि मेरी मां को लाने गये थे?”

 मुझे आपके संस्कारों के बारे में पता है, पर ये आप उन तक जरूर पहूँचा सकते हैं, जिनको इस मानसिकता से उबरने की जरूरत है कि

माँ तो माँ होती है! क्या मेरी, क्या तेरी?
 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
|| हर माँ को मेरा चरण स्पर्श ||


Friday, June 17, 2016

*अनमोल बातें*

* धन तभी सार्थक हैं,
   जब धर्म भी साथ हो।
* विशिष्टता तभी सार्थक हैं,
   जब शिष्टता भी साथ हो।
* सुंदरता तभी सार्थक हैं,
   जब चरित्र भी शुद्ध हो।
* संपत्ति तभी सार्थक हैं,
   जब स्वास्थ्य भी अच्छा हो।
* देवस्थान गमन तभी सार्थक हैं,
   जब हृदय में भाव हो।
* अच्छा व्यापार तभी सार्थक हैं,
   जब व्यवहार भी अच्छा हो।
* विद्वता तभी सार्थक हैं,
   जब सरलता भी साथ हो।
* प्रसिद्धि तभी सार्थक हैं,
   जब मन में निरअहंकारिता हो।
* बुद्धिमत्ता तभी सार्थक हैं,
   जब विवेक भी साथ हो।
* परिवार का होना तभी सार्थक हैं,
   जब उसमें प्यार और विश्वास हो।

शुभसंध्या
🍁➕✔🔻👍🏽
*_Some Positive Thoughts ._*

           *!Must Read*
*✍🏻 सुनने* की आदत डालो क्योंकि
*_ताने मारने वालों की कमी नहीं हैं।_*

✍🏻 *मुस्कराने* की आदत डालो क्योंकि
*_रुलाने वालों की कमी नहीं हैं_*

✍🏻 *ऊपर उठने*
की आदत डालो क्योंकि टांग *_खींचने वालों की कमी नहीं है।_*

✍🏻 *प्रोत्साहित* करने की आदत डालो क्योंकि *_हतोत्साहित करने वालों की कमी नहीं है!!_*

✍🏻 *सच्चा व्यक्ति* ना तो नास्तिक होता है ना ही आस्तिक होता है ।
*_सच्चा व्यक्ति हर समय वास्तविक होता है......_*

✍🏻 *छोटी छोटी बातें दिल* में रखने से
*_बड़े बड़े रिश्ते कमजोर हो जाते हैं"_*

✍🏻 *कभी पीठ पीछे आपकी बात चले*
_तो घबराना मत .._
बात तो
_"उन्हीं की होती है".._
*_जिनमें कोई " बात " होती है_*

✍🏻 *"निंदा"* *_उसी की होती है जो"जिंदा" हैँ मरने के बाद तो सिर्फ "तारीफ" होती है।_*

*Be Positive..*👍