Saturday, April 18, 2015


 झुठ बोलना बच्चो के लिए पाप..
कुवॉरो के लिए अनिवार्य...
प्रेमीयो के लिये कला... और
शादिशुदा लोगो के लिये...
शांती से जिनेका मार्ग है..!!




 कभी कुछ ग़म भी हो हरदम ख़ुशी अच्छी नहीं होतीहमेशा एक जैसी ज़िन्दगी अच्छी नहीं होतीउसे पाकर तुम अपने आप को भी भूल बैठे होकिसी पर इतनी भी दीवानगी अच्छी नहीं होती



हर वक़्त बस एक ही सोच में रहता हूँ , कभी मुझसे तो कभी खुद से ही कहता हूँ ... तू मिल जाए तो , ज़िन्दगी खुशगवार है , किसी और का नहीं मुझे सिर्फ तेरा ही इंतज़ार है ....




 जिनकी झलक मे करार बहुत है..उसका मिलना दुशवार बहुत है..जो मेरे हांथों की लकीरों मे नहीं..उस से हमें प्यार बहुत है..जिस को मेरे दिल का रास्ता भी नहीं मलूम..इन धडकनों को उसका इंतेज़ार बहुत है..



लेकर आना उसे मेरे जनाजे में,
एक आखरी हसीन मुलाकात तो होगी..
मेरे जिस्म में बेशक जान ना हो मगर,
मेरी जान मेरे जिस्म के पास तो होगी..



जिसने भी की मुहब्बत, रोया जरूर होगा।
वो याद में किसी के खोया जरूर होगा।

दिवार के सहारे, घुटनों में सिर छिपाकर ,
वो ख्याल में किसी के खोया जरुर होगा।

आँखों में आंसुओ के, आने के बाद उसने,
धीरे से उसको उसने, पोंछा जरुर होगा।

जिसने भी की मुहब्बत, रोया जरूर होगा।




नहीं मांगता ऐ खुदा कि,
जिंदगी सौ साल की दे...
दे भले चंद लम्हों की,
लेकिन कमाल की दे...




ख्वाहिशों को जेब में
रखकर निकला कीजिये,
साहब,
खर्चा बहुत होता है,
मंजिलों को पाने में|




यादो में न ढूंढो हमे,
मन में हम बस जायेंगे.
तमन्ना हो अगर मिलने की,
तो हाथ रखो 'दिल' पर.
हम धड़कनों में मिल जायेंगे.

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