Sunday, April 5, 2015

उसकी यादों को किसी कोने में छुपा नहीं सकता,उसके चेहरे की मुस्कान कभी भुला नहीं सकता,मेरा बस चलता तो उसकी हर याद को भूल जाता,लेकिन इस टूटे दिल को मैं समझा नहीं सकता|



“तु दिल से ना जाये तो मैं क्‍या करूतु ख्‍यालों से ना जाये तो मैं क्‍या करूकहते है ख्‍वावों में होगी मुलाकात उनसेपर नींद न आये तो मैं क्‍या करू ”



 निगाहों से दिल को घायल करके चले गए ,वो बेखबर कितनो को पागल करके चले गए,हद से गुजर गया हे अब तो ये दर्द जुदाई का ,किसके नाम वो अपना आँचल करके चले गए .



आँखों से आँखों का मेल जब होता है,दिल में एक चाहत सी जाग उठती है,रात को सपनो में उसका चेहरा होता है,ज़िन्दगी भी खूबसूरत अफसाना लगती है|



उस की हसरत है जिसे दिल से मिटा भी न सकूँढूँढने उस को चला हूँ जिसे पा भी न सकूँमेहरबाँ होके बुला लो मुझे चाहो जिस वक़्तमैं गया वक़्त नहीं हूँ के फिर आ भी न सकूँ



ख्वाइस तो यही है कि तेरे बाँहों में पनाह मिल जायेशमा खामोस हो जाये और शाम ढल जाये प्यार इतना करे कि इतिहास बन जायेऔर तुम्हारी बाँहों से हटने से पहले शाम हो जाये



जिंदगी देने वाले , मरता छोड़ गये,अपनापन जताने वाले तन्हा छोड़ गये,जब पड़ी जरूरत हमें अपने हमसफर की,वो जो साथ चलने वाले, रास्ता मोड़ गये|



 अर्ज़ किया है:खुदा बचाये हमें इन हसीनो से;वाह वाहखुदा बचाये हमें इन हसीनो से;लेकिन इन हसीनो को कौन बचाये, हम जैसे कमीनो से.



 “दिल में बसता है दिल ए यारजब चाहा सर झुकाया और कर लिया दिदारआखों में है आपके प्‍यार का सरूरआप ही ना जाने हमारा क्‍या कसूर ”



अय दोस्त मत कर इन हसीनाओं से मोहब्बत;वह आँखों और बातों से वार करती हैं;मैंने तेरी वाली की आँखों में देखा है;वो मुझसे भी प्यार करती है.

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