Friday, May 1, 2015

 अगर आप अपने दोस्त को आपकी सफलता से ईष्या करते हुय पाते है
तो समझ ले की वो आपका कभी भी सच्चा दोस्त नहीं हो सकता।



प्यासी निगाहो ने हर पल तेरा दीदार मान्गा
जेसे अमावस की रात ने चान्द मान्गा
रूठ गया वो खुदा भी हमसे जब
हमने हर दुआ मे तेरा साथ मान्गा





 ज़रूरी काम है लेकिन रोज़ाना भूल जाता हूँ;
मुझे तुम से मोहब्बत है मगर जताना भूल जाता हूँ;
तेरी गलियों में फिरना इतना अच्छा लगता है;
मैं रास्ता याद रखता हूँ मगर ठिकाना भूल जाता हूँ।




"मैने अपने नसीब से ज्यादा
अपने दोस्तो पर भरोसा रखा है."
क्योंकि नसीब तो बहुत बार
बदला है
लेकिन मेरे दोस्त
अभी भी वही हैं ।।।
अगर दोस्ती दौलत हे .......
..........तो हम इस शहर के
सबसे अमीर इंसान है..





वो अपनी गली की रानी होने
का गरूर करती है...
नादान ये नहीँ जानती कि हम
उसी शहर के बादशाह है.. —




‬: "वक्त के पन्ने पलटकर,
फ़िर वो हसीं लम्हे जीने को दिल
चाहता है,
कभी मुशाकराते थे सभी दोस्त
मिलकर,
अब उन्हें साथ देखने को दिल तरस जाता है."

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