Wednesday, May 6, 2015

श्री भगवान को प्रेम से जगाओ आपका भाग्य जागेगा।
श्री भगवान को स्नान कराओ तो आपके सब पाप धुल जाएँगे।
श्री भगवान को चरणामृत प्रेम से पान कराओ आपकी मनोवृत्ति बदल जाएगी।
श्री भगवान को तिलक लगाओ आपको सर्वत्र सम्मान मिलेगा।
श्री भगवान के चरणों का तिलक स्वयं भी लगाओ आपका मन शां‍त होगा।
श्री भगवान को भोग लगाओ आपको संसार के सभी भोग मिलेंगे।
श्री भगवान का प्रसाद स्वयं भी पाओ, आप निष्‍पाप हो जाओगे।
श्री भगवान के सम्मुख दीप जलाओ आपका जीवन प्रकाशवान होगा।
श्री भगवान को धूप लगाओ आपके दुख के बादल स्वत: छट जाएँगे।
श्री भगवान को पुष्प अर्पित करो आपके जीवन की बगिया महकेगी।
श्री भगवान का भजन-पाठ करो आपका यश बढ़ेगा।
श्री भगवान को प्रणाम करो संसार आपके आगे झुकेगा।
श्री भगवान के आगे घंटनाद करो आपकी दुष्प्रवृत्तियाँ दूर होंगी।
श्री भगवान के आगे शंखनाद करो आपकी काया निरोगी रहेगी।
श्री भगवान को प्रेम से शयन कराओ आपको चैन की नींद आएगी।
श्री भगवान के दर्शन करने नित्य मंदिर जाओ आपके दुख में प्रभु दौड़े चले आएँगे।
श्री भगवान को अर्पण कर ही वस्तु का उपभोग करो आपको परमानंद मिलेगा
श्री भगवान को लाड़-प्यार से खिलाओ संसार आप पर रिझेगा-
श्री भगवान से ही माँगो जो चाहोगे वो आपको मिलेगा। (अन्य से नहीं)
श्री भगवान का प्रसाद मान सुख-दुख भोगो आप सदा सुखी रहेंगे।
श्री भगवान का ध्यान करो प्रभु अंत समय तक आपका ध्यान रखेंगे।

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