Sunday, May 3, 2015

"तेरी 💞चाहत में हम ज़माना भूल गये,
किसी 👰और को हम अपनाना भूल गये,
तुम से 😘मोहब्बत हैं बताया सारे जहाँ को,
बस एक 👸तुझे ही बताना भूल गये....."




गरीबी में आदमी मज़बूरन सारी ज़िन्दगी गुज़ारता है...
अमीरी में उसका डॉक्टर उसे सारी ज़िन्दगी गुज़ारने पर मज़बूर कर देता है।




: मेरी मंज़िल मेरी हद ।
बस तुमसे तुम तक ।।
ये फ़क्र है कि तुम मेरे हो ।
पर फ़िक्र है कि कब तक ।।




थक गया हु रोटी के पीछे भाग भाग कर।
थक गया हु सोती रातो मै जाग जाग कर।।

काश मिल जाये वही बिता हुआ बचपन।

जब माँ..खिलाती थी भाग भाग कर।
और सुलाती थी जाग जाग कर।

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