Sunday, May 3, 2015

कोई दिखा कर रोये,
कोई छुपा कर रोये,
हमें रुलाने वाले हमें रुला कर रोये,
मरने का मज़ा तो तभी है यारो…
जब कातिल भी जनाज़े पर आकर रोये




 🌻🍃🌻🍃🍁🌿🍁🌿🌻
कभी दर्द इसने दिया कभी दर्द उसने दिया,
ज़ख़्मों को मगर किसी ने भी सीने नही दिया,
आज फरिश्ता कहते हैं सभी मेरे यार मुझको,
मगर इंसानो की तरह कभी जीने नही दिया….




हथेली पर रखकर नसीब,
हर शख्स अपना मुकद्दर ढूँढ़ता है,
सीखो उस समन्दर से,
जो टकराने के लिए पत्थर ढूँढ़ता है"!!




‬: हर तमन्ना आपकी पूरी हो जाए
सपनो की दुनिया हकीकत हो जाए
हो जाए आपका मुकद्दर कुछ इस कदर रोशन..
कि आँखें खुलने से पहले हर दुआ कबूल हो जाए

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