Monday, January 11, 2016

एक लड़के की माँ को पता चल गया की उसका बेटा डांस बार में गया था...

माँ ने पहले तो लड़के को खूब डांटा और फिर बोली - अच्छा ये बताओ
तुमने वहां पर कोई ऐसी चीज तो नहीं देखी जो
तुम्हे नहीं देखनी चाहिए थी "

लड़का - " हाँ देखी,

वहाँ पिताजी भी बैठे हुए थे "
😳😳😳😳😳
😳😳😁😁
एका संस्थेने केलेल्या सर्वेमध्ये
निष्पन्न झाले की ;

बायकोबरोबर जास्त वेळ
बोलल्यामुळे त्या व्यक्तीचे टेंशन
कमी होते.

Heart attack च संकट 80% कमी होते.

मन 90% Relax राहते

आणि

तणाव 95% पर्यन्त कमी होतो.

पण बायको कुणाची....😉
ह्याबाबत संस्थेकडून काही
माहिती उपलब्ध होऊ शकली नाही
😳😝😝😂


अक्ल बाटने लगे विधाता, लंबी लगी कतारें

सभी आदमी खड़े हुए थे कहीं नहीं थी नारी ।
सभी नारियाँ कहाँ रह गई
था ये अचरज भारी।।

पता चला ब्यूटी पार्लर में पहुँच गई थी सारी ।
मेकअप की थी गहन प्रक्रिया एक एक पर भारी।।

बैठी थीं कुछ इंतजार में कब आएगी बारी।
उधर विधाता ने पुरूषों में अक्ल बाँट दी सारी।।

ब्यूटी पार्लर से फुर्सत पाकर जब पहुँची सब नारी।
बोर्ड लगा था स्टॉक ख़त्म है नहीं अक्ल अब बाकी।।

रोने लगी सभी महिलाएं नींद खुली ब्रह्भा की
पूछा कैसा शोर हो रहा है ब्रह्मलोक के द्वारे।
पता चला कि स्टॉक अक्ल का पुरुष ले गए सारे।।

ब्रह्मा जी ने कहा देवियों बहुत देर कर दी हैं।
जितनी भी थी अक्ल वो मैंने पुरुषों में भर दी हैं।।

लगी चीखने महिलाये सब कैसा न्याय तुम्हारा।
कुछ भी करो हमें तो चाहिए आधा भाग हमारा।।

पुरुषो में शारीरिक बल है हम ठहरी अबलाएं।
अक्ल हमारे लिए जरुरी निज रक्षा कर पाएं।।

सोच सोच कर दाढ़ी सहलाकर तब बोलर ब्रह्मा जी।
एक वरदान तुम्हे देता हूँ अब हो जाओ राजी।।

थोड़ी सी भी हँसी तुम्हारी रहे पुरुष पर भारी।
कितना भी वह अक्लमंद हो अक्ल जायेगी मारी।।

एक औरत ने तर्क दिया मुश्किल बहुत होती है।
हंसने से ज्यादा महिलाये जीवन भर रोती है।।

ब्रह्मा बोले यही कार्य तब रोना भी कर देगा।
औरत का रोना भी नर की अक्ल हर लेगा।।

एक अधेड़ बोली बाबा हंसना रोना नहीं आता।
झगड़े में है सिद्धहस्त हम खूब झगड़ना भाता।।

ब्रह्मा बोले चलो मान ली यह भी बात तुम्हारी।
झगडे के आगे भी नर की अक्ल जायेगी मारी।।

तब बुढियां तुनक उठीं सुन यह तो न्याय नहीं है।
हँसने रोने और झगड़ने की अब अपनी उम्र नहीं है।।

ब्रह्मा बोले सुनो ध्यान से अंतिम वचन हमारा।
तीन शस्त्र अब तुम्हे दे दिए पूरा न्याय हमारा।।

इन अचूक शस्त्रों में भी जो मानव नहीं फंसेगा।
निश्चित समझो, उस पागल का घर भी नहीं बसेगा।।

कहे जीत कविमित्र ध्यान से सुन लो बात हमारी।
बिना अक्ल के भी होती है नर पर नारी भारी।। 🙏


🙏 गायत्री मंत्र कब ज़रूरी है
☀सुबह उठते वक़्त 8 बार ❕✋✌👆❕अष्ट कर्मों को जीतने के लिए !!

🍚🍜 भोजन के समय 1 बार❕👆❕ अमृत समान भोजन प्राप्त होने के लिए !!                        

🚶 बाहर जाते समय 3 बार ❕✌👆❕समृद्धि सफलता और सिद्धि के लिए !!  

 👏 मन्दिर में 12 बार ❕👐✌❕
प्रभु के गुणों को याद करने के लिए !!      

😢छींक आए तब गायत्री मंत्र उच्चारण ☝1 बार अमंगल दूर करने के लिए !!
                                       
सोते समय 🌙 7 बार ❕✋✌ ❕सात प्रकार के भय दूर करने के लिए !!                                

कृपया सभी बन्धुओं को प्रेषित करें 👏👏 !!!ॐ , ओउम् तीन अक्षरों से बना है।
 अ उ म् ।
"अ" का अर्थ है उत्पन्न होना,

 "उ" का तात्पर्य है उठना, उड़ना अर्थात् विकास,

"म" का मतलब है मौन हो जाना अर्थात् "ब्रह्मलीन" हो जाना।

ॐ सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड की उत्पत्ति और पूरी सृष्टि का द्योतक है।

ॐ का उच्चारण शारीरिक लाभ प्रदान करता है।

जानीए

ॐ कैसे है स्वास्थ्यवर्द्धक
और
 अपनाएं आरोग्य के लिए ॐ के उच्चारण का मार्ग...

1. ॐ और थायराॅयडः-
 ॐ का उच्‍चारण करने से गले में कंपन पैदा होती है जो थायरायड ग्रंथि पर सकारात्मक प्रभाव डालता है।

2. ॐ और घबराहटः-
 अगर आपको घबराहट या अधीरता होती है तो ॐ के उच्चारण से उत्तम कुछ भी नहीं।

3. ॐ और तनावः-
 यह शरीर के विषैले तत्त्वों को दूर करता है, अर्थात तनाव के कारण पैदा होने वाले द्रव्यों पर नियंत्रण करता है।

4. ॐ और खून का प्रवाहः-
 यह हृदय और ख़ून के प्रवाह को संतुलित रखता है।

5. ॐ और पाचनः-
 ॐ के उच्चारण से पाचन शक्ति तेज़ होती है।

6. ॐ लाए स्फूर्तिः-
 इससे शरीर में फिर से युवावस्था वाली स्फूर्ति का संचार होता है।

7. ॐ और थकान:-
 थकान से बचाने के लिए इससे उत्तम उपाय कुछ और नहीं।

8. ॐ और नींदः-
 नींद न आने की समस्या इससे कुछ ही समय में दूर हो जाती है। रात को सोते समय नींद आने तक मन में इसको करने से निश्चिंत नींद आएगी।

9. ॐ और फेफड़े:-
 कुछ विशेष प्राणायाम के साथ इसे करने से फेफड़ों में मज़बूती आती है।

10. ॐ और रीढ़ की हड्डी:-
 ॐ के पहले शब्‍द का उच्‍चारण करने से कंपन पैदा होती है। इन कंपन से रीढ़ की हड्डी प्रभावित होती है और इसकी क्षमता बढ़ जाती है।

11. ॐ दूर करे तनावः-
 ॐ का उच्चारण करने से पूरा शरीर तनाव-रहित हो जाता है।

आशा है आप अब कुछ समय जरुर ॐ का उच्चारण करेंगे। साथ ही साथ इसे उन लोगों तक भी जरूर पहुंचायेगे जिनकी आपको फिक्र है 🙏
पहला सुख निरोगी काया🙏.

Sunday, January 10, 2016

🌿 गीता के अनमोल मोती 🌿
       यह जीवन को देखने
    का नजरिया बदल सकते है ।

1. दूसरों के बारे में सोचने से बेहतर है आप अपना काम करें।
दूसरा इंसान क्या काम कर रहा है इस विषय पर सोचने की बजाय
आप अपना काम कैसे बेहतर कर सकते हैं, इस पर ध्यान केंद्रित करें ।
दूसरे जो कर रहे है वो उनके कर्म हैं, पाप नहीं है। आप अपने कर्म करें।
2. नरक में जानें के तीन रास्ते हैं लालच, गुस्सा और हवस l
3. कर्म करो , फल की इच्छा न करें क्योंकि कर्म हमेशा फल से अच्छा ही होता है।
4. क्या हुआ था? क्या हो रहा है? क्या होगा?
आप कभी भी अपने बीते हुए कल को ठीक नहीं कर सकते ....
और आने वाले भविष्य को कभी देख नहीं सकते। केवल चिन्ताएं कर सकते हैं।
वर्तमान में क्या हो रहा है , उस पर ध्यान दें।
भविष्य में नहीं, वर्तमान में जिएं।
5. जो आपके जीवन में हो रहा है आप उसे नहीं बदल सकते।
जीवन और मृत्यु के बीच में जो अंतर है उसे आंका नहीं जा सकता।
मौत और जीवन के बीच में थोड़ा ही फर्क है।
बस एक सोच है ये दोनों, और इसे हम भोगते हैं।
आपका मन बहुत छोटा भी है और बड़ा भी है।
उसी के द्वारा ही विचार उत्पन्न होते हैं।
सार बस ये है कि सब कुछ आपका है और आप सब के हो।
6. यह शरीर आपका नहीं है और न ही आप शरीर के हो।
यह शरीर पंच तत्व का है इसी से ही बना है इसमें ही समा जाएगा।
आत्मा आपकी है l विचार करो, आप कौन हो ?
7. डरो मत! यह मत सोचो क्या हुआ था? क्या हो रहा है? क्या होगा?
असलियत क्या है? सच्चाई कभी नहीं मरती।
8. आदमी अपने विश्वास से बनता है l विश्वास है , तो आप हो।
9. क्रोध सारी समस्याओं की जड़ है। मन हमेशा इर्ष्या और चिन्ता से भरा रहता है।
जो आपके विचार हैं वो आपके दिल और दिमाग को व्यग्र कर देते हैं।
आप तभी शांत हो सकते हो जब इन विचारों को अपने दिमाग से निकाल कर नष्ट कर दो।
10. अपने काम के प्रति अपने व्यवहार को सुनिश्चित रखें।
आपको किससे संतुष्टि होती है।
अपने काम को ईमानदारी से करें यही खुशी का रहस्य है।
11. यह दुनिया आपकी नहीं है न ही आप इस दुनियां के हो l
फिर अपनी खुशियों को दूसरों में क्यों दूंढ रहे हो?
12. हमेशा सच बोलिए तो आपको लाभ होगा l
किसी को दुख देने वाली वाणी का त्याग करें।
13. संसार के सभी पदार्थों का अव्यक्त से आरंभ होता है।
जो विचार हमारे भीतर आते हैं उन्हें यह अव्यक्त अपने काबू में करके नाश कर देती है।
तो फिर हमें क्या अवश्यकता है कुछ अधिक विचार करने की।
14. खुशी से जीना हो तो अपनी इच्छाओं का नाश कर दो।
15. कर्म आपकी काबलियत को दर्शाते हैं।
16. खुशी आपके अंदर है l यह हमारे दिमाग की एक सोच है l
यह बाहरी दुनिया में नहीं मिलेगी।
जय श्री राधे 🌻🌹🍀🌸🌸🍀🌹🌻

शादी मे (buffet) खाने में वो आनंद नहीं जो पंगत में आता था जैसे....
👉पहले जगह रोकना !
👉बिना फटे पत्तल दोनों का सिलेक्शन!
☝चप्पल जुते पर आधा ध्यान रखना...!
👉फिर पत्तल पे ग्लास रखकर उड़ने से रोकना!
👉नमक रखने वाले को जगह बताना यहां रख!
👉दाल सब्जी देने वाले को गाइड करना हिला के दे या तरी तरी देना!
👉उँगलियों के इशारे से 2 गुलाब जामुन लेना !
👉पूडी छाँट छाँट के गरम गरम लेना !.      
👉पीछे वाली पंगत में झांक के देखना क्या क्या आ गया ! अपने इधर और क्या बाकी है।
जो बाकी है उसके लिए आवाज लगाना  
👉पास वाले रीश्तेदार के पत्तल में जबरदस्ती पूडी रखवाना !
👉 रायते वाले को दूर से आता देखकर फटाफट रायते का दोना पीना ।
👉 पहले वाली पंगत कितनी देर में उठेगी। उसके हिसाब से बैठने की पोजीसन बनाना।
👉 और आखरी में पानी वाले को खोजना।
🍴🍴🍴🍴🍴🍴😜
😄😄😄😜😛$.😛😛😛😃

💦Heart touching poem......


"जब मुझे यकीन है के भगवान मेरे साथ है।
तो इस से कोई फर्क नहीं पड़ता के कौन कौन मेरे खिलाफ है।।"
+

तजुर्बे ने एक बात सिखाई है...
एक नया दर्द ही...
पुराने दर्द की दवाई है...!
+

हंसने की इच्छा ना हो...
तो भी हसना पड़ता है...
कोई जब पूछे कैसे हो...??
तो मजे में हूँ कहना पड़ता है
+

ये ज़िन्दगी का रंगमंच है दोस्तों....
यहाँ हर एक को नाटक करना पड़ता है.
"माचिस की ज़रूरत यहाँ नहीं पड़ती..
यहाँ आदमी आदमी से जलता है...!
+

जल जाते हैं मेरे अंदाज़ से मेरे दुश्मन
क्यूंकि एक मुद्दत से मैंने न मोहब्बत बदली और न दोस्त बदले .!!.
+

एक घड़ी ख़रीदकर हाथ मे क्या बाँध ली..
वक़्त पीछे ही पड़ गया मेरे..!!
+

सोचा था घर बना कर बैठुंगा सुकून से..
पर घर की ज़रूरतों ने मुसाफ़िर बना डाला !!!
+

सुकून की बात मत कर ऐ ग़ालिब....
बचपन वाला 'इतवार' अब नहीं आता |
+

जीवन की भाग-दौड़ में -
क्यूँ वक़्त के साथ रंगत खो जाती है ?
हँसती-खेलती ज़िन्दगी भी आम हो जाती है..
+

एक सवेरा था जब हँस कर उठते थे हम
और
आज कई बार
बिना मुस्कुराये ही शाम हो जाती है..
+

कितने दूर निकल गए,
रिश्तो को निभाते निभाते..
खुद को खो दिया हमने,
अपनों को पाते पाते..
+

लोग कहते है हम मुस्कुराते बहोत है,
और हम थक गए दर्द छुपाते छुपाते..
+

"खुश हूँ और सबको खुश रखता हूँ,
लापरवाह हूँ फिर भी सबकी परवाह
करता हूँ..
+

चाहता तो हु की ये दुनिया बदल दूं ....
पर दो वक़्त की रोटी के जुगाड़ में फुर्सत नहीं मिलती दोस्तों
+

यूं ही हम दिल को साफ़ रखा करते थे
पता नही था की, 'कीमत चेहरों की होती है!!'
+

"दो बातें इंसान को अपनों से दूर कर देती हैं,
एक उसका 'अहम' और दूसरा उसका 'वहम'
+

" पैसे से सुख कभी खरीदा नहीं जाता और दुःख का कोई खरीदार नहीं होता।"
+

किसी की गलतियों को बेनक़ाब ना कर,
'ईश्वर' बैठा है, तू हिसाब ना कर...
A rare conversation between Krishna & Today's Arjun

Read it loud to family,

 it's one of the best message I have come across...

1. Arjun :- I can’t find free time. Life has become hectic.

Krishna:- Activity gets you busy. But productivity gets you free.

2. Arjun :- Why has life become complicated now?

 Krishna :- Stop analyzing life... It makes it complicated. Just live it.

3. Arjun :- Why are we then constantly unhappy?

Krishna :- Worrying has become your habit. That’s why you are not happy.

4. Arjun :- Why do good people always suffer?

Krishna :- Diamond cannot be polished without friction. Gold cannot be purified without fire. Good people go through trials, but don’t suffer.
With that experience their life becomes better, not bitter.

5. Arjun :- You mean to say such experience is useful?

Krishna :- Yes. In every term, Experience is a hard teacher. She gives the test first and the lessons later.

6. Arjun :- Because of so many problems, we don’t know where we are heading…

Krishna:- If you look outside you will not know where you are heading. Look inside. Eyes provide sight. Heart provides the way.

7. Arjun :- Does failure hurt more than moving in the right direction?

Krishna:- Success is a measure as decided by others. Satisfaction is a measure as decided by you.

8. Arjun :- In tough times, how do you stay motivated?

Krishna :- Always look at how far you have come rather than how far you have to go. Always count your blessing, not what you are missing.

9. Arjun :- What surprises you about people?

Krishna :- When they suffer they ask, "why me?" When they prosper, they never ask "Why me?"

10. Arjun :- How can I get the best out of life?

Krishna:- Face your past without regret. Handle your present with confidence. Prepare for the future without fear.

11. Arjun :- One last question. Sometimes I feel my prayers are not answered.

Krishna:- There are no unanswered prayers. Keep the faith and drop the fear. Life is a mystery to solve, not a problem to resolve. Trust me. Life is wonderful if you know how to live.

🌷🌷🌷Stay Happy Always.....!!!💐💐🌸🍃💐

👍अर्थपूर्ण जीवन 👍
अपना काम समाप्त कर ऑफिस से बाहर निकल कर मिश्रा जी ने कार स्टार्ट किया और घर की ओर रवाना
हो ही रहे थे कि अचानक उन्हें याद आया सुबह घर से निकलते समय माताजी ने कहा था,"आज मंगलवार है बाकी फल तो है,केले खतम हो गए हैं,ऑफिस से आते समय १ दर्ज़न केले लेते आना. मिश्रा जी ने घड़ी देखी तो शाम के 8 बज़ रहे थे,आज काम भी ज्यादा था,अफसरों के साथ मीटिंग भी थी ,इस कारण थोड़ी देर हो गयी.सोचते सोचते थोड़ी दूर ही गए थे,तभी उन्होंने सड़क किनारे बैठ कर टोकरी में बड़े और ताज़ा केले बेचती एक बीमार सी दिखने वाली
दुबली बुढ़िया दिख गयी,वैसे तो वह फल हमेशा मेन रोड पर "काशी फ्रूट भण्डार" से ही लेते थे,पर आज उन्हें लगा,अब तक काशी के यहाँ ऑफिस से घर लौटते समय
खरीददारी करने वालों की
काफी भीड़ हो गयी
होगी, १दर्जन केलों की ही तो
बात है,क्यों समय खराब करूँ ?क्यों न बुढ़िया से ही खरीद लूँ ?उन्होंने बुढ़िया के सामने कार रोका और बुढ़िया से पूछा,"माई,केले कैसे दिए"बुढ़िया बोली,बाबूजी बीस रूपये दर्जन, मिश्राजी तुरंत बोले,"माई,इतने महंगे क्यों बता
रही हो,ठीक भाव लगाओ, १५ रूपये दूंगा,बुढ़िया ने उत्तर में कहा,"बाबूजी १५ में तो घर में
ही नहीं पड़ते,अट्ठारह रूपये दे देना,दोपैसे मैं भी कमा लूंगी, मिश्राजी तपाक से बोले,रहने दे १५ रूपये लेने हैं तो बोल नहीं तो
रहने दे.बुझे चेहरे से बुढ़िया ने,"न" में गर्दन हिला दी, मिश्रा जी ने कार स्टार्ट किया और आगे बढ़ चले,थोड़ी दूर पर उन्हें एक ठेलेवाला नज़र आया ,उन्होंने ठेले के पास ही कार खड़ा किया,और केलों का भाव पूछा.ठेलेवाला बोला बाबूजी बहुत अच्छे हैं,शहर में कहीं ऐसे केले नहीं
मिलेंगे,भाव भी बहुत कम २२ रूपये के दर्जन,मिश्रा जी ने मुंह बिचकाया औरखीजते हुए बोले,अरे १८ रूपये मेंतो पीछे छोड़ कर आया हूँ, ठेलेवाले ने सुना अनसुना करते हुए जवाब दिया,वहीँ से ले लेते,छोड़ कर क्यों आये ?"मिश्रा जी ने केलेवाले को घूरते हुए,बिना कुछ
कहे कार स्टार्ट किया और आगे चल पड़े. काशी फ्रूट भण्डार पर कार खड़ा किया तो
उम्मीद के अनुसार वहां लम्बी लाइन
लगी थी.अपनी बारी की प्रतीक्षा करते करते मिश्रा जी सोचने लगे,"बेकार ही समय खराब
किया इससे तो पहले ही यहाँ आ जाता समय खराब नहीं होता अभी तो घर जाकर मंदिर भी जाना है.तब तक बहुत देर हो जायेगी., मिश्रा जी का नंबर आने पर,जब
उन्होंने केले का भाव पूछा तो काशी बोलउठा,"साहब आप कब से भाव पूछने लगे"?२४ रूपये दर्जन हैं ले जाओ,कितने दर्जन दूँ ? मिश्रा जी झुंझलातेहुए बोले,अरे लूट मचा रखी है क्या?रोज का ग्राहक हूँ,५ साल से सारे फल तुमसे ही खरीदता
हूँ ,एक घर तो डायन भी छोड़ देती
है,ठीक भाव लगाओ,काशी ने कहा तो कुछनहीं पर ऊँगली से सामने लगे बोर्डकी ओर इशारा कर दिया,बोर्ड पर लिखा था"मोल भाव
करने वाले माफ़ करें" मिश्रा जी को काशी का यहव्यवहार बहुत बुरा लगा,उन्होंने ने भी कुछ कहे बिना
दुकान से विदाई ली और कुछ सोचकर कार को वापस ऑफिस की ओर मोड़ दिया.मन ही मन वह
खुद ही कोसने लगे,क्यों आज तक ऊंचीदुकान के चक्कर में वह काशी के हाथों मूर्ख बनते रहे ?
अब तक पता नहीं कितना खुद का कितना नुकसान कर
दिया होगा?सोचते सोचते वह बुढ़िया के पास पहुँच गए,उन्होंने
कार खड़ा किया और गौर से देखा तो बुढ़िया की टोकरे में उतने ही केले नज़र आये जितने उन्होंने पौन घंटे
पहले देखे थे. मिश्रा जी को सामने देख कर बुढ़िया ने उन्हें पहचान लिया,उसके बुझे चेहरे पर आशा की
हलकी सी चमक दिखाई देने
लगी ,उसने धीमी मगर स्पष्ट
आवाज़ में पूछा,"बाबूजी १ दर्जन केले दे दूँ,पर १८ रूपये से काम नहीं ले पाऊँगी
, मिश्राजी ने मुस्कराकर कहा ,"माई,एक दर्ज़न
नहीं दो दर्जन दे दो और भाव की चिंता मत करो."बुढ़िया का चेहरा खुशी से दमकने लगा,केलों को बिना
थैली के मिश्रा जी के हाथ में पकड़ाते हुएबोली"बाबूजी मेरे पास थैली
नहीं है,सुबह मंडी से आठ दर्जन केले लायी थी ,अभी तक दो दर्जन
ही बिक़े हैं,एक टाइम था जब मेरा आदमी जिन्दा था,मेरी भी छोटी
सी दुकान थी,सब्ज़ी,फल सब
मिलता था उस पर,आदमी की
बीमारी में दुकान बिक गयी,आदमी भीनहीं रहा,अब खाने के भी लाले पड़ रहे हैं,किसी तरह पेट पाल रही हूँ,कोई औलाद
भी तो नहीं है जिसकी ओर
मदद के लिए देखूं,अब कमज़ोरी और उम्र के कारण
ज्यादा मेहनत भी तो नहीं
होती,इतना कहते कहते बुढ़िया रुआंसी हो
गयी, मिश्राजी भी बिना कुछ
कहे हाथ में केले लिए खड़े खड़े बुढ़िया की बात सुनते
रहे,बुढ़िया की बात समाप्त होने के
बाद मिश्रा जी ने जेब से ५० रूपये का नोट निकला और
दोनों हाथों से बुढ़िया के हाथ में थमाते हुए कार की
ओर मुड़े ही थे कि,उन्हें बुढ़िया की
आवाज़ सुनायी दी"बाबूजी मेरे
पास छुट्टे नहीं हैं आप के पास ३६ रूपये खुले हो तो
दे दो. मिश्रा जी तुरंत वापस मुड़े और बोले"माई चिंता मत
करो,रख लो,अब मैं रोज़ तुमसे ही फलखरीदूंगा,अभी तो जेब में पैसे
नहीं हैं,कल तुम्हें ५०० रूपये दे दूंगा,धीरे धीरे चुका देना,और
परसों से बेचने के लिए
मंडी से दूसरे फल भी ले आना.बुढ़िया कुछ
कह पाती उसके पहले ही मिश्रा जी कार से घर की ओर रवाना हो
गए.घर पहुँचते ही जब माता कौशल्या नेदेरी से आने का कारण पूछा तो, मिश्र ने पूरी घटना सुनाते हुए कहा,"मुझे सदा से ही एक गलतफहमी थी अच्छा सामान बड़ी दुकान पर ही मिलता
है,पर आज मेरी यह गलतफहमी दूर हो गयी,न जाने क्यों हम हमेशा मुश्किल से पेट पालने
वाले,थड़ी लगा कर सामान बेचने वालों से मोल भाव करते
हैं,बड़ी दुकानों पर मुंह मांगे पैसे दे आते हैं,शायद हमारी मानसिकता ही बिगड़ गयी है ,गुणवत्ता के स्थान पर हम चकाचौंध पर अधिक ध्यान देने लगे हैं.अब देखो न,केले बड़े ही
नहीं ताज़ा भी हैं और बाजार भाव से सस्तेभी.माता कौशल्या की
भी आँखें खुल गयी,वह भी
कहने लगी,"यह बात तो मैंने भी
कभी नहीं सोची तुम ठीक कह रहे हो आज से मैं भी इस बातका ध्यान रखूंगी.अगले दिन मिश्रा जी ने बुढ़िया से किया अपना वादा
निभाया,उसे ५०० रूपये देते हुए कहा,"माई लौटाने की
चिंता मत करना,धीरे धीरे जो फल
खरीदूंगा,उनकी कीमत से
ही चुक जाएंगे.जब मिश्रा जी के ऑफिसके साथियों को किस्सा बताया तो उसके बाद से सबने बुढ़िया से ही फल खरीदना प्रारम्भ करदिया.तीन महीने बाद ऑफिस के लोगों ने स्टाफ क्लब की ओर से बुढ़िया को एक हाथ ठेला भेंट
कर दिया बुढ़िया भी अब प्रसन्न है,उचित खान पान के कारण उसका स्वास्थ्य भी पहले से बहुत अच्छा
है.हर दिन मिश्रा जी और ऑफिस के दूसरे लोगों को दुआ देती है. मिश्रा जी के मन में भी अपनी बदली सोच और एक असहाय निर्बल महिला की सहायता करने के
कारण संतुष्टि का भाव रहता है.अब जो भी मिलता है उसे अपने साथ घटित घटना को बताना नहीं भूलते साथ ही उन्हें इस सन्देश को और लोगों तक पहुंचाने के लिए भी कहते हैं.

आप सभी से भी अनुरोध है की व्हाट्सएप्प एवं फेस बुक आदि पर सब कार्य कराटे हुऐ इन छोटी 2 अच्छाइयों को अपनाये और दुसरो को भी प्रेरित करे।आपकी पहल शक्तिशाली भारत के निर्माण में एक मील का पत्थर साबित हो सकती है।केवल सरकार को कोसने से न समृद्धि और न ही स्वच्छता आयेगी।

एक कंजूस पति की स्वीट सी कविता...

प्रिय क्यूँ तुम नए-नए सूट सिलाती हो !

पुरानी साडी में भी तुम अप्सरा सी नजर आती हो !!!

इन ब्यूटी पार्लरों के चक्करों में ना पडा करो !

अपने चांद से चेहरे को क्रीम पाउडर से यूँ ना ढका करो !!!

रेस्टोरेंट होटल के खाने में क्या रखा है !

तुम्हारे हाथों से बना बैंगन का भर्ता, इनसे लाख गुना अच्छा है !!!

इन सैर सपाटों में वो बात कहाँ !

तुम्हारे मायके जैसा ऐशो-आराम कहाँ !!!

नौकरों से खिटपिट में, मत सेहत तुम अपनी खराब करो !

झाडू-पौछा लगा हल्का सा व्यायाम करो !!!

सोने-चांदी में मिलती अब सो सो खोट है !

तुम्हारी सुन्दरता ही 24 कैरेट प्योर गोल्ड है !!!

माया-माया मत किया कर पगली, यह तो महा ठगिनी है !

मेरे इस घर-आंगन की तो, तू ही असली धन लक्ष्मी है !!!
🙏🙏🙏


एक सेठ जी थे -
जिनके पास काफी दौलत थी.
सेठ जी ने अपनी बेटी की शादी एक बड़े घर में की थी.
परन्तु बेटी के भाग्य में सुख न होने के कारण उसका पति जुआरी, शराबी निकल गया.
जिससे सब धन समाप्त हो गया.

बेटी की यह हालत देखकर सेठानी जी रोज सेठ जी से कहती कि आप दुनिया की मदद करते हो,
मगर अपनी बेटी परेशानी में होते हुए उसकी मदद क्यों नहीं करते हो?

सेठ जी कहते कि
"जब उनका भाग्य उदय होगा तो अपने आप सब मदद करने को तैयार हो जायेंगे..."

एक दिन सेठ जी घर से बाहर गये थे कि, तभी उनका दामाद घर आ गया.
सास ने दामाद का आदर-सत्कार किया और बेटी की मदद करने का विचार उसके मन में आया कि क्यों न मोतीचूर के लड्डूओं में अर्शफिया रख दी जाये...

यह सोचकर सास ने लड्डूओ के बीच में अर्शफिया दबा कर रख दी और दामाद को टीका लगा कर विदा करते समय पांच किलों शुद्ध देशी घी के लड्डू, जिनमे अर्शफिया थी, दिये...

दामाद लड्डू लेकर घर से चला,
दामाद ने सोचा कि इतना वजन कौन लेकर जाये क्यों न यहीं मिठाई की दुकान पर बेच दिये जायें और दामाद ने वह लड्डुयों का पैकेट मिठाई वाले को बेच दिया और पैसे जेब में डालकर चला गया.

उधर सेठ जी बाहर से आये तो उन्होंने सोचा घर के लिये मिठाई की दुकान से मोतीचूर के लड्डू लेता चलू और सेठ जी ने दुकानदार से लड्डू मांगे...मिठाई वाले ने वही लड्डू का पैकेट सेठ जी को वापिस बेच दिया.

सेठ जी लड्डू लेकर घर आये.. सेठानी ने जब लड्डूओ का वही पैकेट देखा तो सेठानी ने लड्डू फोडकर देखे, अर्शफिया देख कर अपना माथा पीट लिया.
सेठानी ने सेठ जी को दामाद के आने से लेकर जाने तक और लड्डुओं में अर्शफिया छिपाने की बात कह डाली...

सेठ जी बोले कि भाग्यवान मैंनें पहले ही समझाया था कि अभी उनका भाग्य नहीं जागा...
देखा मोहरें ना तो दामाद के भाग्य में थी और न ही मिठाई वाले के भाग्य में...

इसलिये कहते हैं कि भाग्य से
ज्यादा
और...
समय
से पहले न किसी को कुछ मिला है और न मीलेगा!ईसी लिये ईशवर जितना दे उसी मै संतोष करो...
झूला जितना पीछे जाता है, उतना ही आगे आता है।एकदम बराबर।
सुख और दुख दोनों ही जीवन में बराबर आते हैं।

जिंदगी का झूला पीछे जाए, तो डरो मत, वह आगे भी आएगा।

बहुत ही खूबसूरत लाईनें.

.किसी की मजबूरियाँ पे न हँसिये,
कोई मजबूरियाँ ख़रीद कर नहीं लाता..!

डरिये वक़्त की मार से,बुरा वक़्त किसीको बताकर नही आता..!

अकल कितनी भी तेज ह़ो,नसीब के बिना नही जीत सकती..!
बीरबल अकलमंद होने के बावजूद,कभी बादशाह नही बन सका...!!

""ना तुम अपने आप को गले लगा सकते हो, ना ही तुम अपने कंधे पर सर रखकर रो सकते हो एक दूसरे के लिये जीने का नाम ही जिंदगी है!

इसलिये वक़्त उन्हें दो जो तुम्हे चाहते हों दिल से!

रिश्ते पैसो के मोहताज़ नहीं होते क्योकि कुछ रिश्ते मुनाफा नहीं देते पर जीवन अमीर जरूर बना देते है !!!


Saturday, January 9, 2016

Pls laugh very hard
👫👭👬👫👭👬👫

Principal : School ka time 8 baje ka tha or tum 9 baje aa rahe ho ? Little cute student: Sir tussi na mera intezar na karya karo, school shuru kar diya karo. 😉
Lazyness rocks:
🏀🏀🏀🏀🏀🏀🏀
Boy : Mom, please give me a glass of water,
Mom : You come and drink.
Boy : Please mom.
Mom : If you repeat, I'll slap you.
Boy : When you come to slap me, bring the water.
🏀🏀🏀🏀🏀🏀🏀

Nursery ke student ne Exam sheet pe SUSU kar Diya.
Teacher : Yeh kya kiya hai ?
Student : Mummy ne kaha tha ki Pehle jo aa raha ho wahi karna😝
🏀🏀🏀🏀🏀🏀🏀

Dukandar se Chota Baccha :
Uncle rang gora karne wali Cream hai.
Dukandar : Haan hai.
Baccha: To lagata kyun nahi, main roz tujhe dekhkar darr jata hu.😜
🏀🏀🏀🏀🏀🏀🏀

Beta - Papa, aap jaise mujhe marte ho, vaise Dadaji bhi apko marte the kya ?
Papa - Bilkul marte the
Beta - Toh yeh khandani gundagardi kab tak chalegi...😴😝
🏀🏀🏀🏀🏀🏀🏀
📖 📖 📖
A Cute Sentence Written By A Child On His Maths Book :

"Dear Maths ! Please Grow Up and Start solving your problems yourself.
I have my own Problems!" :):):):-) 😂
🏀🏀🏀🏀🏀🏀🏀

Father :- agar iss bar tum exam mein fail hue to mujhe papa mat kehna...😡😡

Aftr exam

Father 😠 : How is ur result ?

Son 😡 : Dimag kharab mat kar Dharampal, tu baap ka haq kho chuka hai.😄😝😛

एक संत की कथा में एक बालिका खड़ी हो गई।
चेहरे पर झलकता आक्रोश..

संत ने पूछा - "बोलो बेटी क्या बात है?"

बालिका ने कहा- "महाराज हमारे समाज में लड़कों को हर प्रकार की आजादी होती है। वह कुछ भी करे, कहीं भी जाए उस पर कोई खास टोका टाकी नहीं होती!

इसके विपरीत लड़कियों को बात बात पर टोका जाता है। यह मत करो, यहाँ मत जाओ, घर जल्दी आ जाओ आदि.."

संत मुस्कुराए और कहा..

"बेटी तुमने कभी लोहे की दुकान के बाहर पड़े लोहे के गार्डर देखे हैं? ये गार्डर सर्दी, गर्मी, बरसात, रात दिन इसी प्रकार पड़े रहते हैं..

इसके बावजूद इनका कुछ नहीं बिगड़ता और इनकी कीमत पर भी कोई अन्तर नहीं पड़ता। लड़कों के लिए कुछ इसी प्रकार की सोच है समाज में।

"अब तुम चलो एक ज्वेलरी शॉप में। एक बड़ी तिजोरी, उसमें एक छोटी तिजोरी। उसमें रखी छोटी सुन्दर सी डिब्बी में रेशम पर नज़ाकत से रखा चमचमाता हीरा..

..क्योंकि जौहरी जानता है कि अगर हीरे में जरा भी खरोंच आ गई तो उसकी कोई कीमत नहीं रहेगी।
समाज में बेटियों की अहमियत भी कुछ इसी प्रकार की है। पूरे घर को रोशन करती झिलमिलाते हीरे की तरह।
जरा सी खरोंच से उसके और उसके परिवार के पास कुछ नहीं बचता।
बस यही अन्तर है लड़कियों और लड़कों में।"

पूरी सभा में चुप्पी छा गई..

उस बेटी के साथ पूरी सभा की आँखों में छाई नमी साफ-साफ बता रही थी लोहे और हीरे में फर्क।।।

एक संत की कथा में एक बालिका खड़ी हो गई।
चेहरे पर झलकता आक्रोश..

संत ने पूछा - "बोलो बेटी क्या बात है?"

बालिका ने कहा- "महाराज हमारे समाज में लड़कों को हर प्रकार की आजादी होती है। वह कुछ भी करे, कहीं भी जाए उस पर कोई खास टोका टाकी नहीं होती!

इसके विपरीत लड़कियों को बात बात पर टोका जाता है। यह मत करो, यहाँ मत जाओ, घर जल्दी आ जाओ आदि.."

संत मुस्कुराए और कहा..

"बेटी तुमने कभी लोहे की दुकान के बाहर पड़े लोहे के गार्डर देखे हैं? ये गार्डर सर्दी, गर्मी, बरसात, रात दिन इसी प्रकार पड़े रहते हैं..

इसके बावजूद इनका कुछ नहीं बिगड़ता और इनकी कीमत पर भी कोई अन्तर नहीं पड़ता। लड़कों के लिए कुछ इसी प्रकार की सोच है समाज में।

"अब तुम चलो एक ज्वेलरी शॉप में। एक बड़ी तिजोरी, उसमें एक छोटी तिजोरी। उसमें रखी छोटी सुन्दर सी डिब्बी में रेशम पर नज़ाकत से रखा चमचमाता हीरा..

..क्योंकि जौहरी जानता है कि अगर हीरे में जरा भी खरोंच आ गई तो उसकी कोई कीमत नहीं रहेगी।
समाज में बेटियों की अहमियत भी कुछ इसी प्रकार की है। पूरे घर को रोशन करती झिलमिलाते हीरे की तरह।
जरा सी खरोंच से उसके और उसके परिवार के पास कुछ नहीं बचता।
बस यही अन्तर है लड़कियों और लड़कों में।"

पूरी सभा में चुप्पी छा गई..

उस बेटी के साथ पूरी सभा की आँखों में छाई नमी साफ-साफ बता रही थी लोहे और हीरे में फर्क।।।

मजबूर नही करेंगे तुझे वादे निभानें के लिए,
बस एक बार आ जा, अपनी यादें वापस ले जाने के लिए..!!

तुझसे मैँ इजहार ऐ मोहब्बत इसलिए भी नही करता,
सुना है बरसने के बाद बादलो की अहमियत नही रहती|
कागज अपनी क़िस्मत से उड़ता है और पतंग अपनी काबिलियत से,
क़िस्मत साथ दे या न दे पर काबिलियत जरुर साथ देगी..!!
“जान” थी वो मेरी,
और जान तो एक दिनचली ही जाती है ना..!!
हर मर्ज़ का इलाज़ मिलता था उस बाज़ार में,
मोहब्बत का नाम लिया दवाख़ाने बन्द हो गये|
तमन्नाओ की महफ़िल तो हर कोई सजाता है,
पूरी उसकी होती है जो तकदीर लेकर आता है..!!
वो जब पास मेरे होगी तो शायद कयामत होगी,
अभी तो उसकी तस्वीर ने ही तवाही मचा रखी है|
लोग कहते है हर दर्द की एक हद होती है,
कभी मिलना हमसे हम वो सीमा अक्सर पार करके जाते है|
पतझड आती है तो पते टूट जाते है,
नया साथ मिल जाए तो पुराने छूट ही जाते है|
फिर पलट रही हे सदिॅयो सी सुहानी रातें,
फिर तेरी याद मे जलने के जमाने आ गए|


लघु कथा 📖

अचानक एक मोड पर सुख और दुख की मुलाकात हो गई

दुख ने सुख से कहा, : - तुम कितने भाग्यशाली हो, जो लोग तुम्हें पाने की कोशिश में लगे रहते हैं....।
सुख ने मुस्कराते हुए कहा :- भाग्यवान मैं नहीं तुम हो...।
दुख ने हैरानी से पूछा :- " वो कैसे?
सुख ने बडी ईमानदारी से जवाब दिया :- वो ऐसे कि तुम्हे पाकर लोग अपनों को याद करते हैं, लेकिन मुझे पाकर सब अपनो को भूल जाते हैं..।
🍃 🍂
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏


एक request है प्लीज एक बार पढ़ना जरूर
क्योंकि ऐसी पोस्ट रोज रोज पढ़ने को
नही मिलती.....
ज़िन्दगी में कुछ चीजो का "मज़ा ही कुछ
और होता है"
जैसे....
पढ़ते-पढ़ते 📃 रज़ाई में सोने का😴
टीचर के पढ़ाने पर कहि और खो जाने का,
लैब में instrument की वाट लगाने का,
इंटरवल में पानी की टंकी के पास खड़े हो
जाने का,
कॉरिडोर में भागते हुए चिल्लाने का,
लाइब्रेरी में बुक्स पर पेन चलाने का,
अपने दोस्त को बार बार उसकी lover के
सामने चिड़ाने का 😙,
बार-बार eye contact कर मन ही मन
मुस्कुराने का,
चलते चलते अपने दोस्तों को गिराने का,
और फिर इन पलो को याद करके आज भी
मुस्कुराने का....
एक लम्बी लड़ाई के बाद बोलते थे: "चल
साले अब 1 ठण्डा तो पिला"
और जब दोस्त को टीचर से डाँट पड़ने पर
कहना: "छोड़ न यार ये पागल है अपने पीछे
ही पड़ी रहती है"
जब अपने ग्रुप का कोई दोस्त नही आता
था तब बोलना: "साला कहि लड़की के
साथ होगा"
दोस्त को जब प्यार में धोखा मिलता
था तब बोलते थे:"छोड़ ना यार वो तेरे
टाइप की नही थी"
और एग्जाम में पास वाले दोस्त से बोलना:
"साले कितनी सीट भरेगा? मुझे भी तो
बता"
जब ग्रुप के सारे दोस्तों को एक साथ सज़ा
मिलती थी तब: "सब तेरी ही वजह से हुआ है
कमीने"😅
और जब सब अलग हुए तो आँखों मे आसुंओं के
साथ बोलना:"जा साले हम तो छोटे लोग
है तुम हमसे अब बात क्यों करोगे" 😟
अगर आप भी अपने कमीने दोस्तों से प्यार
करते हो तो पोस्ट को शेयर अबश्य करें
क्योंकि दोस्त कितने भी कमीने क्यों ना
हो पर जान होते है ..!!👬👬


Koi apna aisa hua kare,
Jo shikayatein na gila kare,

Jo mere liye hi saja kare,
Jo mere liye hi bana kare,

Mein jo rooth jaon manaye woh,
Mein udas hoon to hansaye woh,

Sada chupke chupke dabe qadam,
Mere saath hi bas chala kare,

Kabhie us se mein jo door hoon,
Meri wapsi ki dua kare,

Koi apna aisa hua kare,
KOi apna aisa hua kare….!


आप की "बीवी' कितना तेज दौड़ सकती हैं यह देखना है तो जोर से चिल्लाइये......

दूध उबल रहा है.......😝



आप के 'पति" कितना तेज दौड़ सकते हैं यह देखना है तो जोर से चिल्लाइयेे...

फोन बज रहा है, उठा लूँ क्या ....?😝😂😩
माँ और बीवी
दोनों को हमेशा
बेपनाह इज़्ज़त और मोहब्बत दो ..
क्युकी
एक तुम्हें इस दुनिया में लायी है,
और
दूसरी
सारी दुनिया को छोड़ कर
तुम्हारे पास आयी है ..


🚫🚫🚫🚫

संता अपनी बैलगाडी में अनाज के बोरे
लादकर शहर ले जा रहा था.

अभी गाँव से निकला ही था कि एक खड्डे
में उसकी गाड़ी पलट गई.

संता गाड़ी को सीधी करने की कोशिश
करने लगा.

थोड़ी ही दूर पर एक पेड़ के नीचे बैठे
किसान ने यह देखकर आवाज़ दी –

“संता बेटा, परेशान मत हो, आजा मेरे
साथ पहले खाना खा ले फिर मैं
तेरी गाड़ी सीधी करवा दूंगा !”

संता – “धन्यवाद चाचाजी, पर मैं
अभी नहीं आ सकता … पापा नाराज़
होंगे !”

किसान – “अरे तुझसे अकेले
नहीं उठेगी गाड़ी .. तू आजा खाना खा ले
फिर हम दोनों उठाएंगे !”

संता – “नहीं चाचाजी, पापा बहुत
गुस्सा होंगे …”

किसान – “अरे मान भी जा … आ जा तू
मेरे पास !”

संता – “ठीक है आप कहते हैं तो आ
जाता हूँ … ”

संता ने जमकर खाना खाया फिर बोला –
“चाचाजी अब मैं चलता हूँ गाड़ी के पास
और आप भी चलिए … पापा परेशान
हो रहे होंगे !”

किसान ने मुस्कुराते हुए कहा – “चलता हूँ
बेटा पर तू इतना डर क्यों रहा है … वैसे
अभी कहां होंगे तेरे पापा ?”

संता – “गाड़ी के नीचे … !!!”   
🚫🚫🚫🚫

संता अपनी बैलगाडी में अनाज के बोरे
लादकर शहर ले जा रहा था.

अभी गाँव से निकला ही था कि एक खड्डे
में उसकी गाड़ी पलट गई.

संता गाड़ी को सीधी करने की कोशिश
करने लगा.

थोड़ी ही दूर पर एक पेड़ के नीचे बैठे
किसान ने यह देखकर आवाज़ दी –

“संता बेटा, परेशान मत हो, आजा मेरे
साथ पहले खाना खा ले फिर मैं
तेरी गाड़ी सीधी करवा दूंगा !”

संता – “धन्यवाद चाचाजी, पर मैं
अभी नहीं आ सकता … पापा नाराज़
होंगे !”

किसान – “अरे तुझसे अकेले
नहीं उठेगी गाड़ी .. तू आजा खाना खा ले
फिर हम दोनों उठाएंगे !”

संता – “नहीं चाचाजी, पापा बहुत
गुस्सा होंगे …”

किसान – “अरे मान भी जा … आ जा तू
मेरे पास !”

संता – “ठीक है आप कहते हैं तो आ
जाता हूँ … ”

संता ने जमकर खाना खाया फिर बोला –
“चाचाजी अब मैं चलता हूँ गाड़ी के पास
और आप भी चलिए … पापा परेशान
हो रहे होंगे !”

किसान ने मुस्कुराते हुए कहा – “चलता हूँ
बेटा पर तू इतना डर क्यों रहा है … वैसे
अभी कहां होंगे तेरे पापा ?”

संता – “गाड़ी के नीचे … !!!”   
Nice Line. .💰💰👌👌

पैसा एक ही भाषा बोलता है,
अगर तुमने "आज" मुझे बचा लिया तो..
 "कल" मै तुम्हे बचा लूंगा

"पैसा फिर कहता है, भले मैं उपर साथ नहीं जाऊंगा पर
जब तक मै नीचे हुं ,
तुझे बहुत उपर लेके जाऊंगा..."

Truth of life👌👌💰
- पैसा -
जब पैसा नही होता है
तो सब्जियाँ पका कर खाते हैं,
जब पैसा आ जाता है
तो सब्जियाँ कच्ची खानी पड़ती हैं।
.
जब पैसा नही होता है
तो मंदिर में भगवान के दर्शन करने जाता है,
जब पैसा आ जाता है
तो इंसान मंदिर घूमने जाता है।
.
जब पैसा नही होता
तो नींद से जगाना पड़ता है,
जब पैसा आ जाता है
तो नींद की गोलियाँ देकर सुलाना पड़ता है।
••••••••••••••••••••­­­••

 जिंदगी की राहों में कहीं चाहने वाले भी मिलेंगे
दिल है तो कभी इश्क के फुल भी खिलेंगे ।

गैरों से गले मिल के तड़पने की चाह में
अपनों से कभी आपके वास्ते पड़ेंगे ।

कहते हो सफ़रे-जीस्त पे निकले , देखना....
कांटों के लिये पांव में छाले भी पड़ेंगे ।

जिस घर से निकलने की सोच रहे हो
लौटे कोई दिन यहां तो, ताले भी पड़ेंगे ।



अपना दर्द गैर को सुनाएं क्यों
दास्तां ज़माने को बताएं क्यों ।

तुमको ना मेरी तलब, ना मेरा ख़्याल
फिर नमी आंखों में सजाएं क्यों ।

लोग ताजीर नमक के बन बैठे
अपना ज़ख़्म किसी को दिखाएं क्यों ।

दिन निकल जाएं, ना कुछ हासिल
रात ये आंखों को भिगोए क्यों ।

रास्ता पूरखार खुद हमने चुना
पांव के छाले किसी को दिखाएं क्यों ।


 चार जानिब कड़ी नज़र रखना
फ़सल पकने को है ख़बर रखना ।

काम आएँगी कल ये तहरीरें
उँगलियों को लहू में तर रखना ।


ख़ाली घर तो बुरा-सा लगता है
ख़्वाब आँखों में कोई भर रखना ।

चाँद तारों से मश्विरा करके
शब की दहलीज़ पर सहर रखना ।

लम्हए-इज्ज़ आनेवाला है
अपने क़दमों पे अपना सर रखना ।

जानलेवा बहुत है बाख़बरी
ख़ुद को थोड़ा-सा बेख़बर रखना ।।


अभी रौशनी का सवाली न हो
हवा इस तऱफ आनेवाली न हो ।

है सबको यहाँ इंतज़ारे-सहर
कहीं बेसबब रात काली न हो ।

मैं वह मुजरिमे-ज़िदगी हूँ कि जो सज़ा काट ले और बहाली न हो ।

समझने लगा हूँ जिसे जाने क्या
कहीं उसकी रौशन-ख़याली न हो ।।



 Zindgi per kitab likhunga…
Us mai sarey hisab likhunga….

Pyar ko waqt guzari lik kar…..
Chahton ko azaab likhunga..,

Hui barbad m0habbat kaisey….
Kaisey bikhry hain khuwab likhunga…..

Apni khwahish ka tazkra kar k….
Naam tera jawab likhunga….

Teri ankhain sharab ki manind…..
Tera chehra gulaab likhunga….

Mai tuj se judai ka sabab….
Apni kismat kharab likhunga…


 Kia hai jo pyar to chupate kion ho
Mehfil mein mera naam dohrate kion ho
Jal rahay ho mere pyar ki bhatti mein
Phir hijar ka dard cupate kion ho

Khuwabon mein bhi agar iqrar nahi
To khuwaboon mein phir aate kion ho
Nazrain mila ke sharma jate ho jo
Nazrain hum se milaate hi kion ho

Maan lo! ke dil hamain de baithay ho
Aag ko ab baraf batate kion ho
Chalo keh do tumhain se pyar nahi
yeh kehne se phir ghabratay kion ho

 । खुश हूं 😊

"जिंदगी है छोटी," हर पल में खुश हूं "काम में खुश हूं," आराम में खुश हू 😊

"आज पनीर नहीं," दाल में ही खुश हूं "आज गाड़ी नहीं," पैदल ही खुश हूं 😊

" अगर किसी का साथ नहीं," तो अकेला ही खुश हूं " . , . . आज कोई नाराज है," उसके इस अंदाज से ही खुश हूं 😊

"जिस को देख नहीं सकता," ☺उसकी आवाज से ही खुश हूं "जिसको पा नहीं सकता,".. . उसको सोच कर ही खुश हूं 😊

"बीता हुआ कल जा चुका है," उसकी मीठी याद में ही खुश हूं " 😀 आने वाले कल का पता नहीं," इंतजार में ही खुश हूं 😊

"हंसता हुआ बीत रहा है पल," आज में ही खुश हूं "जिंदगी है छोटी," हर पल में खुश हूं 😊

"अगर दिल को छुआ, तो जवाब देना" "वरना बिना जवाब के भी खुश हूं.😊😊



हे परमेश्वरा...
मला माझ्या वाढत्या वयाची
जाणिव दे. बडबडण्याची माझी
सवय कमी कर.
आणि प्रत्येक प्रसंगी मी
बोललच पाहिजे ही मा झ्यातली
अनिवार्य ईच्छा कमी कर.

दुसर्‍यांना सरळ करण्याची
जबाबदारी फक्त माझीच व
त्यांच्या खाजगी प्रश्नांची
दखल घेउन ते मीच
सोडवले पाहिजेत अशी
प्रामाणिक समजूत माझी
होऊन देऊ नकोस.

टाळता येणारा फाफटपसारा
व जरुर नसलेल्या तपशिलाचा
 पाल्हाळ न लावता
शक्य तितक्या लवकर मूळ
मुद्यावर येण्याची माझ्यात
सवय कर.

इतरांची दुःख व वेदना
शांतपणे ऐकण्यास मला
 मदत करच पण त्यावेळी
माझ तोंड शिवल्यासारखे
बंद राहुंदे. अशा प्रसंगी
माझ्याच निराशा, वैफल्यांचे
रडगाणे ऐकवण्याची माझी
सवय कमी कर.

केंव्हा तरी माझीही चूक
होउ शकते, कधीतरी माझाही
घोटाळा होऊ शकतो,
 गैरसमजुत होऊ शकते
ह्याची जाणीव माझ्यात ठेव.

परमेश्वरा,
अगदी शेवटपर्यंत माझ्यात
प्रेमाचा ओलावा, गोडवा,
लाघवीपणा राहू दे.
मी संतमहात्मा नाही
हे मला माहीत आहेच,
पण एक बिलंदर बेरकी
खडूस माणूस म्हणून मी
मरू नये अशी माझी
 प्रामाणिक इच्छा आहे.

विचारवंत होण्यास माझी
ना नाही पण मला लहरी
करू नकोस. दुसर्‍याला
मदत करण्याची इच्छा
आणि बुद्धी जरूर मला
दे पण गरजवंतांवर
हुकूमत गाजवण्याची
 इच्छा मला देऊ नकोस.

शहाणपणाचा महान ठेवा
फक्त माझ्याकडेच आहे
अशी माझी पक्की खात्री
असूनसुद्धा, परमेश्वरा,
ज्यांच्याकडे खरा सल्ला
 मागता येइल असे मोजके
का होईना पण
चार मित्र दे.

एवढीच माझी प्रार्थना...

-
अज़ीज इतना ही रखो....
अज़ीज इतना ही रखो जो हम सम्भल जाए
अब इस क़दर भी न चाहो कि दम निकल जाए ।

मुहब्बतों में अजब है दिलों का धड़कना सा
न जाने कौनसा रस्ता बदल जाए ।

मैं वो चिराग़-ए-सरे राह गुज़ार देता हूं,
जो अपनी ज़ात की तन्हाइयों में जल जाए ।

हर एक लम्हा यही आरज़ू यही हसरत,
जो आग दिल में है वो शेर में ढल जाए ।

अज़ीज इतना ही रखो जो सम्भल जाए,
अब इस क़दर भी न चाहो कि दम निकल जाए ।।



 कोई मंज़िल न रास्ता महफ़ूज़
सबको रक्खे मेरा ख़ुदा महफ़ूज़ ।

ग़ैर महफ़ूज़ियत का डर दिल में
रह गया है न जाने क्या महफ़ूज़ ।

रात उस घर में कल भी आएगी
घर में रखना कोई दीया महफ़ूज़ ।

पत्थरों को नज़र नहीं आता
इत्तंफ़ाक़न है आईना महफ़ूज़ ।

मैं कि रौशन रखूँ अँधेरों में
इक दीया अपने नाम का महफ़ूज़ ।।


Mohabat khawab hoti hai,
Mohabat baat hoti hai,

Ager koi pooch bethey to
mohabat raaz hoti hai,

Machalti hui umangon ka
sohana saath hoti hai,

Ager koi dhondna chahy to
mohabat nayab hoti hai,

Mohabat yun b hoti hai
kurbay zaat hoti hai,

Mohabat phool hai shayid!
Ghamon ki dhool hai shaid!

Ksi ka saath hai shaid!
Chamakti raat hai shaid!

Mohabat pur sk¸¸n b hai.,
Mager!
Betaab hoti hai!


उलझने हैं बहुत...
सुलझा लिया करता हूँ ,
फोटो खिंचवाते वक़्त मैं अक्सर...
मुस्कुरा लिया करता हूँ "
क्यूँ नुमाइश करूँ मैं अपने माथे पर शिकन की,
मैं अक्सर मुस्कुरा के इन्हें..
मिटा दिया करता हूँ.."
क्यूंकि..
"जब लड़ना है खुद को खुद ही से
हार-जीत में इसलिए कोई फ़र्क नहीं रखता हूँ
हारूं या जीतूं कोई रंज नहीं
कभी खुद को जिता देताहूँ
कभी खुद से जीत जाता हूँ !!!
सुप्रभात☕
वाचतानाही अंगावर काटा उभा रहावा अशी ही कविता... छान लिहिलीय...

🌺"साद आईची"🌺

महिनेमागून महिने,
शेवटी वर्ष सरुन जाते
वृध्दाश्रमाच्या पायरीवर ,
वाट तुझी पाहाते

              भिजून जातो पदर ,
              अन मन रिते राहाते
              कधी मधी मात्र ,
              तुझी मनीऑर्डर येते

पैसे नकोत यावेळी ,
तूच येऊन जा
बाळा मला तुझ्या ,
घरी घेऊन जा

            तुझा बा होता तोवर ,
            काळ बरा गेला
            तुझी आठवण काढत ,
            उघड्या डोळ्यांनी गेला

शेवटपर्यंत सांगत होता,
लेक माझा भला
तू मोठा साहेब,
त्याचं मोठं कौतुक त्याला

         माझ्याही ह्रदयात फोटो,
         तुझा तू पाहून जा
         बाळा मला तुझ्या ,
         घरी घेऊन जा.

दुष्काळाच्या साली ,
जन्म तुझा झाला
तुझ्या दुधासाठी ,
आम्ही चहा सोडून दिला

        वर्षाकाठी एक कपडा,
        पुरवून-पुरवून घातला
        सालं घातली बापाने,
        पण तुला शाळेमधी घातला

हवं तर तू हे ,
सगळं विसरुन जा
पण बाळा मला ,
तुझ्या घरी घेऊन जा.

         धुणी-भांडी करीन मी,
         केरकचरा भरीन मी
         पुरणपोळ्या, अळुवड्या ,
         तुझ्यासाठी रांधीन मी

नातवंडांचं दुखलं-खुपलं ,
सगळं बघेन मी
घाबरु नकोस, त्याची आजी ,
असं नाही सांगणार नाही मी

          तुझ्या घरची कामवाली ,
          म्हणून घेऊन जा
          पण बाळा मला
          तुझ्या घरी घेऊन जा.

थकले रे डोळे बाळा,
प्राण कंठी आले
तुझ्याविना जगणे
आता मुश्किल झाले

            विसरु कशी तुला मी,
            तुझ्यामुळे आई झाले
            बाळ माझं 'कुलभूषण'
            पोरकी मी का झाले?

आता माझ्या थडग्यापाशी
'आई' म्हणून जा
जमलंच तुला तर
हा वृध्दाश्रम पाडून जा.

(राज्यस्तरीय काव्यस्पर्धेत प्रथम क्रमांक)
🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
🚫🚫🚫🚫

संता अपनी बैलगाडी में अनाज के बोरे
लादकर शहर ले जा रहा था.

अभी गाँव से निकला ही था कि एक खड्डे
में उसकी गाड़ी पलट गई.

संता गाड़ी को सीधी करने की कोशिश
करने लगा.

थोड़ी ही दूर पर एक पेड़ के नीचे बैठे
किसान ने यह देखकर आवाज़ दी –

“संता बेटा, परेशान मत हो, आजा मेरे
साथ पहले खाना खा ले फिर मैं
तेरी गाड़ी सीधी करवा दूंगा !”

संता – “धन्यवाद चाचाजी, पर मैं
अभी नहीं आ सकता … पापा नाराज़
होंगे !”

किसान – “अरे तुझसे अकेले
नहीं उठेगी गाड़ी .. तू आजा खाना खा ले
फिर हम दोनों उठाएंगे !”

संता – “नहीं चाचाजी, पापा बहुत
गुस्सा होंगे …”

किसान – “अरे मान भी जा … आ जा तू
मेरे पास !”

संता – “ठीक है आप कहते हैं तो आ
जाता हूँ … ”

संता ने जमकर खाना खाया फिर बोला –
“चाचाजी अब मैं चलता हूँ गाड़ी के पास
और आप भी चलिए … पापा परेशान
हो रहे होंगे !”

किसान ने मुस्कुराते हुए कहा – “चलता हूँ
बेटा पर तू इतना डर क्यों रहा है … वैसे
अभी कहां होंगे तेरे पापा ?”

संता – “गाड़ी के नीचे … !!!” 




था जुदा सब का रास्ता सबसे
जैसे नाराज़ हो ख़ुदा सबसे ।

दूर होता नहीं अकेलापन
कौन था जो बिछड़ गया सबसे ।

हाँ, कोई था जो कह रहा था कुछ
हाँ, मुख़ातिब थी इक सदा सबसे ।

किस क़दर फ़िक्र थी उसे अपनी
उसने इक-इक नफ़स लिया सबसे ।

दम घुटा जा रहा है इक इक का
बच के चलने लगी हवा सबसे ।

सच को ज़ाया न कर सलीबों पर
ख़ुद को महफ़ूज़ रख, छुपा सबसे ।।


हमने चाहा तुम्हें बदल देंगे
क्या पता था के आप अज़ल देंगे ।

आरजू के ये शजर सारे
तुझको फूल देंगे, ना फल देंगे ।

रौशनी के हमस़फ़र हैं सभी
देख अंधेरा राह बदल देंगे ।

यूं मेरी चाहत का ना करो शिकवा
हम उड़ती ख्वाहिशें कुचल देंगे ।

ना हटके चलो तुम कीचड से
तुम्हें ये मुस्कुराते हुए कंवल देंगे ।।


Friday, January 8, 2016

पत्नि मायके से वापिस आयी,,, 😊 😊
पति दरवाजा खोलते हुये जोर जोर से हसने लगा,,,, 😀😀😁😂
पत्नि,,, ऐसे क्यो हसं रहे हो 😯,,!!!!
पति,,,, गुरूजी ने कहा था कि जब भी मुसीबत सामने आये उसका सामना हंसते हुये करो 😐😐😐😐😐😐
पत्नि मायके से वापिस आयी,,, 😊 😊
पति दरवाजा खोलते हुये जोर जोर से हसने लगा,,,, 😀😀😁😂
पत्नि,,, ऐसे क्यो हसं रहे हो 😯,,!!!!
पति,,,, गुरूजी ने कहा था कि जब भी मुसीबत सामने आये उसका सामना हंसते हुये करो 😐😐😐😐😐😐
पत्नि मायके से वापिस आयी,,, 😊 😊
पति दरवाजा खोलते हुये जोर जोर से हसने लगा,,,, 😀😀😁😂
पत्नि,,, ऐसे क्यो हसं रहे हो 😯,,!!!!
पति,,,, गुरूजी ने कहा था कि जब भी मुसीबत सामने आये उसका सामना हंसते हुये करो 😐😐😐😐😐😐

Thursday, January 7, 2016

एक लडके की आटे से भरी थैली साईकिल गिर कर फट गयी ! सब तरफ आटा बिखर गया ।
भीड़ इकठी हुई और सभी चिलाये ।
देख कर चलो भाई , कितनी गन्दगी कर दी ?

एक काका ने भीड़ से कहा : इतना चिलाने से अच्छा है यह सोचो इसकी मालिक क्या हालात करेगा?पगार में से पैसे काट लेगा!
इसकी कुछ मदद करो ! लो मेरी तरफ से 10/रूपये !
सभी ने सहानभूति जताते हुए 10 -10 रूपये दिए! लड़का खुश हो गया क्यूं कि मिली हुई रकम आटे की कीमत से ज्यादा थी ! सभी के चले जाने के बाद
.
एक व्यक्ति ने कहा : बेटे काका ना होते तो मालिक को तू क्या जवाब देता ?
.
लड़का : वो काका ही मालिक है और वो मारवाड़ी है !
🍒एक औरत ने पंडित जी से घर की खुशहाली का उपाय पूंछा ...
.
पंडित जी .. बेटी पहली रोटी गाय को खिलाया करो और आखिरी रोटी कुत्ते को ...
.
.
.औरत.. पंडित जी मैं ऐसा ही करती हूँ ...
.
पहली रोटी खुद खाती हूँ ...और ...
.
.
.आखिरी रोटी अपने पति को खिलाती हूँ .
.
पंडित बेहोश ....😂😂
जंगल में हर रोज सुबह होने पर हिरन सोचता है कि मुझे शेर से ज्यादा तेज भागना है, नहीं तो शेर मुझे मार के खा जायेगा।

और शेर हर सुबह उठ कर सोचता है कि मुझे हिरन से तेज भागना है, वरना में भुखा मर जाऊंगा।

आप शेर हो या हिरन, उससे कोई मतलब नहीं है। अगर आप को अच्छी ज़िंदगी जीनी है, तो हर रोज़ भागना पड़ेगा।

     "संघर्ष के बिना कुछ नहीं मिलता है।"
       🌻🌻🌻🌞🌻🌻🌻
🌹🌹🌹Good morning 🌹🌹🌹
.........प्यारे दोस्तों के नाम .....

आप भले ही पांच सौ करोड़ की जायदाद के मालिक हो .....
    पर जब तक शाम को चार दोस्त आपका इंतजार न कर रहे हो आप गरीब हो।

एक दोस्त ने क्या खूब लिखा है कि
        मरने के बाद मुझे जल्दी ना जला देना!
मेरे दोस्तों को देर से आने की आदत है!! ....

Think Positive. DO Positive
एक मुर्गी ने बाज़ से शादी कर ली.

शादी के बाद एक मुर्गे ने मुर्गी से कहा – “हम क्या मर गए थे जो तूने इस बाज़ से शादी कर ली ?”

मुर्गी बोली – “शादी तो मैं तुमसे ही करना चाहती थी पर पिताजी की जिद थी कि लड़का एयरफोर्स में हो … !”😃😃😃😃😘😘😘✌
एक बार एक ब्राहमण मर गया,

वो स्वर्ग के वेटिंग लाइन में खडा था

उनके आगे एक काला चश्मा😎 जींस, लेदर जैकेट पहन कर लडका खडा था👞👓👖

धर्म राज लडके से : कौन हो तुम?

लड़का : मैं एक बस ड्राइवर हूँ

धम॔राज : ये लो सोने की शाल और अंदर आ आकर गोल्डन रूम ले लो

धम॔राज ब्राहमण से : कौन हो तुम?

ब्राहमन: मैं ब्राहमण हूँ, और 40 सालो से लोगों को भगवान के बारे में बताया करता था

धम॔राज : ये लो सूती वस्त्र और अंदर आ जाओ

ब्राहमण : भगवान, ये गलत है😕 ये तेज गति से गाड़ी चलाने वाले को सोने की शाल और जिसने पूरा जीवन भगवान का ज्ञान दिया उसे सूती वस्त्र?

धम॔राज : परिणाम मेरे बच्चे परिणाम...

जब तुम ज्ञान देते थे सभी भक्त सोते रहते थे😴

लेकिन जब यह बस तेज गति से चलाता था तब लोग सच्चे मन से भगवान को याद करते थे😀

हमेशा performance देखी जाती है position नही😀
लड़की फ्रेंड से :- "मुझे कुछ कहना है"
.
लड़का:- हाँ कहो ना ।
.
लड़की :- समझ नही आता कैसे कहूं ???
.
लड़का:- कहो ना प्लीज ।
.
लड़की:- मैं माँ बनने वाली हूं ......
.
लड़का बात काट कर :- नहींई ईईईई!!!
ये नहीं हो सकता....
कह दो ये झूठ है ....
ये कैसै सम्भव है .....
हमारा प्यार तो गंगाजल की तरह पवित्र हैं ...
.
.
.
.
.
लड़की:- बकवास मत कर....
अबे गधे पहले पूरी बात तो सुन ......
मैं तुम्हारी माँ बनने वाली हूं....
तुम्हारे बाप ने प्रपोज किया है ।।
लडका बेहोश😴😴

Wednesday, January 6, 2016


. पैर की मोच
                और
           छोटी सोच ,
             हमें आगे
         बढ़ने नहीं देती ।


😔😔😔😔😔😔😔😔


          टूटी कलम
                  और
         औरो से जलन ,
         खुद का भाग्य
         लिखने नहीं देती ।


😔😔😔😔😔😔😔😔😔


           काम का आलस
                   और
           पैसो का लालच ,
                हमें महान
           बनने नहीं देता ।

😔😔😔😔😔😔😔😔

. अपना मजहब उंचा
                         और
           गैरो का ओछा ,  
     ये सोच हमें इन्सान
          बनने नहीं देती ।

😔😔😔😔😔😔😔😔


👌दुनिया में सब चीज
            मिल जाती है,......
      केवल अपनी गलती
            नहीं मिलती.........

😔😔😔😔😔😔😔😔


भगवान से वरदान माँगा
     कि दुश्मनों से
         पीछा छुड़वा दो ,
            अचानक दोस्त
                कम हो गए......

😔😔😔😔😔😔😔😔


" जितनी भीड़ ,
     बढ़ रही
       ज़माने में........।
         लोग उतनें ही ,
           अकेले होते
             जा रहे हैं......।।।

😔😔😔😔😔😔😔😔


इस दुनिया के
   लोग भी कितने
      अजीब है ना ;

          सारे खिलौने
             छोड़ कर
                जज़बातों से
                   खेलते हैं........

😔😔😔😔😔😔😔😔

किनारे पर तैरने वाली
   लाश को देखकर
      ये समझ आया........
         बोझ शरीर का नही
            साँसों का था......

😔😔😔😔😔😔😔😔

दोस्तो के साथ
   जीने का इक मौका
      दे दे ऐ खुदा...........
         तेरे साथ तो
            हम मरने के बाद
              भी रह लेंगे........

😔😔😔😔😔😔😔😔

“ तारीख हज़ार
    साल में बस इतनी
       सी बदली है…........
          तब दौर
             पत्थर का था
                अब लोग
                   पत्थर के हैं..."

😔😔😔😔😔😔😔
             
    Thought of the day
               ⏬⬇
    स्वर्ग का सपना छोड़ दो,
    नर्क का डर छोड़ दो ,
    कौन जाने क्या पाप ,
              क्या पुण्य ,
                   बस............
    किसी का दिल न दुखे
    अपने स्वार्थ के लिए ,
               बाकी सब
  कुदरत पर छोड़ दो.......

. 🙏 🙏 🙏 🙏 🙏

💕💕💕🙏🙏🐾🐾🐾
🐾🐾💕💕💕
💕💕 🐾🐾
बेहतरीन शब्द.....

💕🐾💕🐾💕💕🐾💕🐾
"जब मैंने जन्म लिया,वहां "एक नारी" थी जिसने मुझे थाम लिया......
     
                        || मेरी माँ ||

💕🐾💕🐾💕🐾💕🐾💕
बचपन में जैसे जैसे मैं बड़ा होता गया "एक नारी" वहां मेरा ध्यान रखने और मेरे साथ खेलने के लिए मौजूद थी.....

                  || मेरी बहन ||

💕🐾💕🐾💕🐾💕🐾💕🐾
जब मैं स्कूल गया "एक नारी" ने मुझे पढ़ने और सिखने में मदद की......

                || मेरी शिक्षिका ||
💕🐾💕🐾💕🐾💕🐾💕🐾

जब भी मै जीवन से निराश और हताश हुआ और जब भी हारा तब "एक नारी" ने मुझे संभाला ...

              || मेरी महिला मित्र ||
💕🐾💕🐾💕🐾💕🐾💕

जब मुझे सहयोग,साथी और प्रेम की आवश्यकता हुई तब "एक नारी" हमेशा मेरे साथ थी.....

              || मेरी पत्नी ||

💕🐾💕🐾💕🐾💕🐾💕🐾
जब भी मैं जीवन में कठोर हुआ तब "एक नारी" ने मेरे व्यवहार को नरम कर दिया.....

              ||मेरी बेटी||

💕🐾💕🐾💕🐾💕🐾💕
जब मैं मरूँगा तब भी "एक नारी" मुझे अपने गोद में समा लेगी.......

              || धरती माँ ||
💕🐾💕🐾💕🐾💕🐾💕🐾

यदि आप पुरुष हैं तो हर नारी का सम्मान करें.....और यदि आप महिला हैं, उन में से एक होने पर गर्व करे...
💕🐾💕🐾💕🐾💕🐾💕🐾


आजही पाकिटात कधीतरी दडवलेली
जुनी शंभरची नोट सापडली आणि
मनापासुन आनंद झाला तर समजावं...
अजूनही आपले पाय जमिनीवर आहेत...

भर पावसात बाईक थांबवून
रस्त्याशेजारच्या टपरीवरच्या गरमागरम
भज्यांचा आस्वाद घ्यावासा वाटला
तर समजावं...
अजूनही आपले पाय जमिनीवर आहेत...

जुने, साधेसुधे शाळकरी मित्र
भेटल्यावर, त्यांना पूर्वीसारखी
कडकडून मिठी माराविशी वाटली
तर समजावं...
अजूनही आपले पाय जमिनीवर आहेत...

साबणाची वडी चपटी होईपर्यंत
वापरता आली, टूथपेस्ट अजूनही
शेवटपर्यंत पिळता आली तर समजावं
अजूनही आपले पाय जमिनीवर आहेत...

आईने किसलेल्या खोबर्याचा आणि
शेंगदाणा कुटाचा न लाजता बकाणा
भरता आला तर समजावं,
अजूनही आपले पाय जमिनीवर आहेत...

तुमच्या गरीब मित्राने कर्ज काढून
घेतलेल्या बाईकचं,
घरगड्याने आठवडा बाजारातून घेतलेल्या शर्टाचं ,
आणि मध्यमवर्गीय शेजारणीच्या
पाचशेच्या साडीचं...
मनापासुन
कौतुक करता आलं की समजावं,
अजूनही आपले पाय जमिनीवर आहेत...

चाळीतल्या दिवसांच्या,
विटीदांडूच्या-लगोरी-गोट्यांच्या
खेळांच्या आठवणीत मन रमू शकलं
तर समजावं,
अजूनही आपले पाय जमिनीवर आहेत...

मुलीला बार्बी खरेदी करताना,
घराशेजारच्या बांधकामावर आईबाप
काम करत असलेल्या तिच्या
समवयस्क छोटीसाठीही एखादं खेळणं
आठवणीने खरेदी केलत तरी समजावं,
अजूनही आपले पाय जमिनीवर आहेत...

इटालियन-मॅक्सिकन फुड खाताना,
बाबांच्या कमी पगारांच्या दिवसांतली
पोळीभाजी आठवली तरी समजावं,
अजूनही आपले पाय जमिनीवर आहेत...

नवं समृद्ध आयुष्य जगताना, जुने कष्ट आठवले,
ज्यांनी आयुष्य घडवलं ती
मंडळी नुसती आठवली‍,
तरी समजावं...
अजूनही आपले पाय जमिनीवर आहेत.... 💐💐💐
GABBAR SINGH was a MANAGEMENT GURU, as is reflected in some of the timeless management lessons he imparted through the blockbuster SHOLAY!!!


Read On...They are awesome..!👌

1. Jo Darr Gaya - Samjho Mar Gaya!
Courage and enterprise are important factors for laying the successful foundation of a growth oriented business.
👍😃👍

2. Kitne Admi The..??
It's important to know the competition and its size. He understood that even a small team can make a difference.
👍😃👍

3. Arey O Sambha, Kitna Inaam Rakhe Hai Sarkar Hum Par ?
Know your market value. Promoting one's own brand is very important and to be reiterated always.
👍😃👍

4. Goli 6 Aur Aadmi 3!
Create an illusion where his surbodinates had a chance of survival but kills them in the next scene.
Moral - Perform or perish.
👍😃👍

5. Le Ab Goli Kha
Sometimes in the interest of the organisation you have to take hard and unpopular decisions....
So sometimes a leader has to 'fire' some employees.
👍😃👍

6. Yeh Ramgarh Waale Apni Betiyon Ko Kaunsi Chakki Ka Aata Khilate Hai Re.
Market research is important to understand value propositions !!
👍😃👍

7. Yeh Haath Mujhey Dedey Thakur.
Identify elements of threats in the market and take measures to minimise them.
👍😃👍

8. Holi Kab Hai, Kab Hai Holi ?
Conduct advance mapping of key events within the industry and devise penetration strategy to have a competitive edge over your rivals.
😜😂🙏😜😂
जिम्मेदारियां मजबूर कर देती हैं, अपना "शहर" छोड़ने को !!

वरना कौन अपनी गली में,

जीना नहीं चाहता ।।।

एक वक्त ऐसा था..दोस्त बोलते थे-
"चलो, मिलकर कुछ प्लान बनाते हैं"
और अब बोलते है-"चलो मिलने का कोई प्लान बनाते है !!👌🙌👏

Tuesday, January 5, 2016

A judge was interviewing a woman regarding her pending divorce, and asked, "What are the grounds for your divorce?"

She replied, "About four acres and a nice little home in the middle of the property with a stream running by."

"No," he said, "I mean what is the foundation of this case?

"It is made of concrete, brick and mortar," she responded.

"I mean," he continued, "What are your relations like?'

"I have an aunt and uncle living here in town, and so do my husband's parents."

The judge said, "Do you have a real grudge?"

"No," she replied, "We have a two-car carport and have never really needed one."

"Please," he tried again, "is there any infidelity in your marriage?'

"Yes, both my son and daughter have stereo sets. We don't necessarily like the music, but the answer to your questions is yes."

"Ma'am, does your husband ever beat you up?"

"Yes," she responded, "about twice a week he gets up earlier than I do."

Finally, in frustration, the judge asked, "Lady, why do you want a divorce?"

"Oh, I don't want a divorce," she replied. "I've never wanted a divorce. My husband does. He said he can't communicate with me."

🎀💕I loved this so am sharing with you:-
Heavy rains remind us of challenges in life.
Never ask for a lighter rain, just pray to God for a better umbrella. - That is the attitude!
🎀💕➖➖➖➖➖➖
Life is not about finding the right person, but creating the right relationship. It's not how we care in the beginning, but how much we care till the very end.
🎀💕➖➖➖➖➖➖
Some people always throw stones in your path. It depends on what you make with them; a Wall or a Bridge? - Remember you are the architect of your life.
🎀💕➖➖➖➖➖➖
Search for a good heart, but don't search for a beautiful face, coz beautiful things are not always good, but good things are always beautiful.
🎀💕➖➖➖➖➖➖
It’s not important to hold all the good cards in life, but it’s important how well you play with the cards you hold.
🎀💕➖➖➖➖➖➖
Often when we lose all hope & think this is the end, remember God and pray, it’s just a bend, not the end.' -
🎀💕➖➖➖➖➖➖
Have faith and have a successful life.
One of the basic differences between God and humans is, God gives, gives and forgives. But the human gets, gets, gets and forgets.
Be thankful in life...
🎀💕➖➖➖➖➖➖
If u think it is your alarm clock that woke you up this morning, try putting it beside a dead body and you will realise that it is the Grace of God that woke you up.
🎀💕➖➖➖➖➖➖
If you are grateful to God, forward this to all your friends to inform them that it is JUST BY THE GRACE OF God that we are alive...

💐 
🎀💕I loved this so am sharing with you:-
Heavy rains remind us of challenges in life.
Never ask for a lighter rain, just pray to God for a better umbrella. - That is the attitude!
🎀💕➖➖➖➖➖➖
Life is not about finding the right person, but creating the right relationship. It's not how we care in the beginning, but how much we care till the very end.
🎀💕➖➖➖➖➖➖
Some people always throw stones in your path. It depends on what you make with them; a Wall or a Bridge? - Remember you are the architect of your life.
🎀💕➖➖➖➖➖➖
Search for a good heart, but don't search for a beautiful face, coz beautiful things are not always good, but good things are always beautiful.
🎀💕➖➖➖➖➖➖
It’s not important to hold all the good cards in life, but it’s important how well you play with the cards you hold.
🎀💕➖➖➖➖➖➖
Often when we lose all hope & think this is the end, remember God and pray, it’s just a bend, not the end.' -
🎀💕➖➖➖➖➖➖
Have faith and have a successful life.
One of the basic differences between God and humans is, God gives, gives and forgives. But the human gets, gets, gets and forgets.
Be thankful in life...
🎀💕➖➖➖➖➖➖
If u think it is your alarm clock that woke you up this morning, try putting it beside a dead body and you will realise that it is the Grace of God that woke you up.
🎀💕➖➖➖➖➖➖
If you are grateful to God, forward this to all your friends to inform them that it is JUST BY THE GRACE OF God that we are alive...

💐 
मै घर लेट आया तो पापा ने पूछा:
कहा था कमीने?
मैने कहा:
दोस्त के घर पर था
तो पापा ने मेरे ही सामने मेरे १० दोस्तों को फोन लगाया
चार दोस्तों ने कहा
जी अंकल यही पर था
तीन ने कहा
अभी अभी निकला है,
दो ने कहा
यही पर है अंकल, पढ रहा है, फोन दू क्या.....?
एक कमीने ने हद कर दी....,
वो मेरी आवाज मे बोला
जी पापा , बोलो क्या हुआ.....?
ये सुनकर तो पापा भी हँस पडे !
और बोले....... कमीने आज पता चला कि,
"दोस्त जिंदगी मे नही मिलते बल्कि,
जिंदगी दोस्तों मे मिलती है.......😀😀😀
Special Doston Ko Snd Kro.
Love u frndsssss
🎀💕I loved this so am sharing with you:-
Heavy rains remind us of challenges in life.
Never ask for a lighter rain, just pray to God for a better umbrella. - That is the attitude!
🎀💕➖➖➖➖➖➖
Life is not about finding the right person, but creating the right relationship. It's not how we care in the beginning, but how much we care till the very end.
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Some people always throw stones in your path. It depends on what you make with them; a Wall or a Bridge? - Remember you are the architect of your life.
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Search for a good heart, but don't search for a beautiful face, coz beautiful things are not always good, but good things are always beautiful.
🎀💕➖➖➖➖➖➖
It’s not important to hold all the good cards in life, but it’s important how well you play with the cards you hold.
🎀💕➖➖➖➖➖➖
Often when we lose all hope & think this is the end, remember God and pray, it’s just a bend, not the end.' -
🎀💕➖➖➖➖➖➖
Have faith and have a successful life.
One of the basic differences between God and humans is, God gives, gives and forgives. But the human gets, gets, gets and forgets.
Be thankful in life...
🎀💕➖➖➖➖➖➖
If u think it is your alarm clock that woke you up this morning, try putting it beside a dead body and you will realise that it is the Grace of God that woke you up.
🎀💕➖➖➖➖➖➖
If you are grateful to God, forward this to all your friends to inform them that it is JUST BY THE GRACE OF God that we are alive...

💐 
दिल मे मेरे, बसने वाला किसी दोस्त का प्यार चाहिए,

ना दुआ, ना खुदा, ना हाथों मे कोई तलवार चाहिए,
मुसीबत मे किसी एक प्यारे साथी का हाथों मे हाथ चाहिए,

कहूँ ना मै कुछ, समझ जाए वो सब कुछ,
दिल मे उस के, अपने लिए ऐसे जज़्बात चाहिए,

उस दोस्त के चोट लगने पर हम भी दो आँसू बहाने का हक़ रखें,
और हमारे उन आँसुओं को पोंछने वाला उसी का रूमाल चाहिए,

मैं तो तैयार हूँ हर तूफान को तैर कर पार करने..
मैने जब सोचा कि तुम बिन जिना मुश्किल बात नही,
दिन तो मुश्किल से ही गुज़रा, तुम बिन गुज़री रात कहाँ ?

ज़हर समय का वह पी लेगा, कहता है तो कहने दो..
लीडर है वो सच न मानें, अब कोई सुकरात कहाँ ।

मेरी आँखों मे बुंदे थी, जब तितली के पंख नुचे,
जी तो चाहे शहर डुबो दूँ, आँखों में बरसात कहाँ ।

तेरी याद के नाखूनों से, रोज उधेड़े जख़्मों को,
मिलन की मरहम की चाहत है, पर ऐसी कोई रात कहाँ ।
आँखों मे प्यास हुआ करती थी... दिल में तुफान उठा करते थे..।

लोग आते थे गज़ल सुनने को... हम तेरी बात किया करते थे..।

सच समझते थे सब सपनो को.. रात दिन घर में रहा करते थे..।

किसी विराने में तुझसे मिलकर... दिल में क्या फुल खिला करते थे..।

घर की दिवार सजाने की खातिर .. हम तेरा नाम लिखा करते थे..।

कल तुझ को देखकर याद आया... हम भी महोब्बत किया करते थे...।

हम भी महोब्बत किया करते थे...

Monday, January 4, 2016

नाम - कुँवर प्रताप जी (श्री महाराणा प्रताप सिंह जी)
जन्म - 9 मई, 1540 ई.
जन्म भूमि - कुम्भलगढ़, राजस्थान
पुण्य तिथि - 29 जनवरी, 1597 ई.
पिता - श्री महाराणा उदयसिंह जी
माता - राणी जीवत कँवर जी
राज्य - मेवाड़
शासन काल - 1568–1597ई.
शासन अवधि - 29 वर्ष
वंश - सुर्यवंश
राजवंश - सिसोदिया
राजघराना - राजपूताना
धार्मिक मान्यता - हिंदू धर्म
युद्ध - हल्दीघाटी का युद्ध
राजधानी - उदयपुर
पूर्वाधिकारी - महाराणा उदयसिंह
उत्तराधिकारी - राणा अमर सिंह

अन्य जानकारी -
महाराणा प्रताप सिंह जी के पास एक सबसे प्रिय घोड़ा था,
जिसका नाम 'चेतक' था।

राजपूत शिरोमणि महाराणा प्रतापसिंह उदयपुर,
मेवाड़ में सिसोदिया राजवंश के राजा थे।

वह तिथि धन्य है, जब मेवाड़ की शौर्य-भूमि पर मेवाड़-मुकुटमणि
राणा प्रताप का जन्म हुआ।

महाराणा का नाम
इतिहास में वीरता और दृढ़ प्रण के लिये अमर है।

महाराणा प्रताप की जयंती विक्रमी सम्वत् कॅलण्डर
के अनुसार प्रतिवर्ष ज्येष्ठ, शुक्ल पक्ष तृतीया को मनाई जाती
है।

महाराणा प्रताप के बारे में कुछ रोचक जानकारी:-

1... महाराणा प्रताप एक ही झटके में घोड़े समेत दुश्मन सैनिक को काट डालते थे।

2.... जब इब्राहिम लिंकन भारत दौरे पर आ रहे थे तब उन्होने
अपनी माँ से पूछा कि हिंदुस्तान से आपके लिए क्या लेकर
आए| तब माँ का जवाब मिला- ”उस महान देश की वीर भूमि
हल्दी घाटी से एक मुट्ठी धूल लेकर आना जहाँ का राजा अपनी प्रजा के प्रति इतना वफ़ादार था कि उसने आधे हिंदुस्तान के बदले अपनी मातृभूमि को चुना ” लेकिन बदकिस्मती से उनका वो दौरा रद्द हो गया था | “बुक ऑफ़
प्रेसिडेंट यु एस ए ‘किताब में आप यह बात पढ़ सकते हैं |

3.... महाराणा प्रताप के भाले का वजन 80 किलोग्राम था और कवच का वजन भी 80 किलोग्राम ही था|

कवच, भाला, ढाल, और हाथ में तलवार का वजन मिलाएं तो कुल वजन 207 किलो था।

4.... आज भी महाराणा प्रताप की तलवार कवच आदि सामान
उदयपुर राज घराने के संग्रहालय में सुरक्षित हैं |

5.... अकबर ने कहा था कि अगर राणा प्रताप मेरे सामने झुकते है तो आधा हिंदुस्तान के वारिस वो होंगे पर बादशाहत अकबर की ही रहेगी|
लेकिन महाराणा प्रताप ने किसी की भी अधीनता स्वीकार करने से मना कर दिया |

6.... हल्दी घाटी की लड़ाई में मेवाड़ से 20000 सैनिक थे और
अकबर की ओर से 85000 सैनिक युद्ध में सम्मिलित हुए |

7.... महाराणा प्रताप के घोड़े चेतक का मंदिर भी बना हुआ है जो आज भी हल्दी घाटी में सुरक्षित है |

8.... महाराणा प्रताप ने जब महलों का त्याग किया तब उनके साथ लुहार जाति के हजारो लोगों ने भी घर छोड़ा और दिन रात राणा कि फौज के लिए तलवारें बनाईं| इसी
समाज को आज गुजरात मध्यप्रदेश और राजस्थान में गाढ़िया लोहार कहा जाता है|
मैं नमन करता हूँ ऐसे लोगो को |

9.... हल्दी घाटी के युद्ध के 300 साल बाद भी वहाँ जमीनों में तलवारें पाई गई।
आखिरी बार तलवारों का जखीरा 1985 में हल्दी घाटी में मिला था |

10..... महाराणा प्रताप को शस्त्रास्त्र की शिक्षा "श्री जैमल मेड़तिया जी" ने दी थी जो 8000 राजपूत वीरों को लेकर 60000 मुसलमानों से लड़े थे। उस युद्ध में 48000 मारे गए थे
जिनमे 8000 राजपूत और 40000 मुग़ल थे |

11.... महाराणा के देहांत पर अकबर भी रो पड़ा था |

12.... मेवाड़ के आदिवासी भील समाज ने हल्दी घाटी में
अकबर की फौज को अपने तीरो से रौंद डाला था वो महाराणा प्रताप को अपना बेटा मानते थे और राणा बिना भेदभाव के उन के साथ रहते थे|
आज भी मेवाड़ के राजचिन्ह पर एक तरफ राजपूत हैं तो दूसरी तरफ भील |

13..... महाराणा प्रताप का घोड़ा चेतक महाराणा को 26 फीट का दरिया पार करने के बाद वीर गति को प्राप्त हुआ | उसकी एक टांग टूटने के बाद भी वह दरिया पार कर गया। जहाँ वो घायल हुआ वहां आज खोड़ी इमली नाम का पेड़ है जहाँ पर चेतक की मृत्यु हुई वहाँ चेतक मंदिर है |

14..... राणा का घोड़ा चेतक भी बहुत ताकतवर था उसके
मुँह के आगे दुश्मन के हाथियों को भ्रमित करने के लिए हाथी
की सूंड लगाई जाती थी । यह हेतक और चेतक नाम के दो घोड़े थे|

15..... मरने से पहले महाराणा प्रताप ने अपना खोया
हुआ 85 % मेवाड फिर से जीत लिया था । सोने चांदी और
महलो को छोड़कर वो 20 साल मेवाड़ के जंगलो में घूमे |

16.... महाराणा प्रताप का वजन 110 किलो और लम्बाई 7’5” थी, दो म्यान वाली तलवार और 80 किलो का भाला रखते थे हाथ में।

महाराणा प्रताप के हाथी
की कहानी:

मित्रो आप सब ने महाराणा
प्रताप के घोड़े चेतक के बारे
में तो सुना ही होगा,
लेकिन उनका एक हाथी
भी था। जिसका नाम था रामप्रसाद। उसके बारे में आपको कुछ बाते बताता हुँ।

रामप्रसाद हाथी का उल्लेख
अल- बदायुनी, जो मुगलों
की ओर से हल्दीघाटी के
युद्ध में लड़ा था ने अपने एक ग्रन्थ में किया है।

वो लिखता है की जब महाराणा
प्रताप पर अकबर ने चढाई की
थी तब उसने दो चीजो को
ही बंदी बनाने की मांग की
थी एक तो खुद महाराणा
और दूसरा उनका हाथी
रामप्रसाद।

आगे अल बदायुनी लिखता है
की वो हाथी इतना समझदार
व ताकतवर था की उसने
हल्दीघाटी के युद्ध में अकेले ही
अकबर के 13 हाथियों को मार
गिराया था

वो आगे लिखता है कि
उस हाथी को पकड़ने के लिए
हमने 7 बड़े हाथियों का एक
चक्रव्यूह बनाया और उन पर
14 महावतो को बिठाया तब
कहीं जाकर उसे बंदी बना पाये।

अब सुनिए एक भारतीय
जानवर की स्वामी भक्ति।

उस हाथी को अकबर के समक्ष
पेश किया गया जहा अकबर ने
उसका नाम पीरप्रसाद रखा।
रामप्रसाद को मुगलों ने गन्ने
और पानी दिया।
पर उस स्वामिभक्त हाथी ने
18 दिन तक मुगलों का न
तो दाना खाया और न ही
पानी पिया और वो शहीद
हो गया।

तब अकबर ने कहा था कि
जिसके हाथी को मैं अपने सामने
नहीं झुका पाया उस महाराणा
प्रताप को क्या झुका पाउँगा।
ऐसे ऐसे देशभक्त चेतक व रामप्रसाद जैसे तो यहाँ
जानवर थे।

इसलिए मित्रो हमेशा अपने
भारतीय होने पे गर्व करो।
पढ़कर सीना चौड़ा हुआ हो
तो शेयर कर देना।


आगे सफर था और पीछे हमसफर था..

रूकते तो सफर छूट जाता और चलते तो हमसफर छूट जाता..





मंजिल की भी हसरत थी और उनसे भी मोहब्बत थी..




ए दिल तू ही बता,उस वक्त मैं कहाँ जाता...



मुद्दत का सफर भी था और बरसो
 का हमसफर भी था

रूकते तो बिछड जाते और चलते तो बिखर जाते....




यूँ समँझ लो,

प्यास लगी थी गजब की...
मगर पानी मे जहर था...




पीते तो मर जाते और ना पीते तो भी मर जाते.






बस यही दो मसले, जिंदगीभर ना हल हुए!!!
ना नींद पूरी हुई, ना ख्वाब मुकम्मल हुए!!!





वक़्त ने कहा.....काश थोड़ा और सब्र होता!!!
सब्र ने कहा....काश थोड़ा और वक़्त होता!!!





सुबह सुबह उठना पड़ता है कमाने के लिए साहेब...।।
आराम कमाने निकलता हूँ आराम छोड़कर।।






"हुनर" सड़कों पर तमाशा करता है और "किस्मत" महलों में राज करती है!!





"शिकायते तो बहुत है तुझसे ऐ जिन्दगी,

पर चुप इसलिये हु कि, जो दिया तूने,
 वो भी बहुतो को नसीब नहीं होता"..
अजीब सौदागर है ये वक़्त भी!!!!
जवानी का लालच दे के बचपन ले गया....


अब अमीरी का लालच दे के जवानी ले जाएगा. .......
This is one of the sweet and best message I received so like to share with you    
1. No matter how beautiful and handsome you are, just remember Baboon and Gorillas also attract tourists.
***Stop Boasting.

2. No matter how big and strong you are, you will not carry yourself to your Grave.
***Be Humble!

3. No matter how tall you are, you can never see tomorrow.
***Be Patient!

4. No matter how Light Skinned you are, you will always need light in Darkness.
***Take Caution!

5. No matter how Rich and many Cars you have, you will always walk to Bed.
***Be Contented!

Take Life Easy
 Life is "Exp. + Exp. + Exp."
Yesterday was Experience.
Today is Experiment.
Tomorrow is Expectation.
So, use your Experience in your Experiment to achieve your Expectations.

Sunday, January 3, 2016

"जीवन" मे"तकलीफ़"उसी को आती
है.
जो हमेशा"जवाबदारी"
उठाने को तैयार रहते है....!!
और जवाबदारी लेने वाले
   कभी "हारते" नही,
    या तो"जीतते"है,
     या फिर"सिखते"है....!!
अगर साथ में बीवी न हो तो आदमी एक दिन में
माॅस्को, काबुल और लाहौर घूमते हुए दिल्ली आ सकता है..
!!
वरना बिग बाज़ार मे ही शाम हो जाती है 😝😝😳😳😳😝😜😜😜😜😜
🎵🎵 Nice Line..! 🎵🎵


🎵मिली थी जिन्दगी,
किसी के 'काम' आने के लिए ।🎵

🎵पर वक्त बित रहा है,
कागज के टुकड़े कमाने के लिए ।🎵

🎵क्या करोगे,
इतना पैसा कमा कर..???🎵

🎵ना कफन मे 'जेब' है,
ना कब्र मे 'अलमारी..!'🎵

🎵और ये मौत के
फ़रिश्ते तो 'रिश्वत' भी नही लेते ।🎵

🎵खुदा की मोहब्बत
को फना कौन करेगा ?🎵

🎵सभी बंदे नेक
तो गुनाह कौन करेगा ?🎵

🎵"ए खुदा मेरे इन दोस्तो
को सलामत रखना...🎵

🎵वरना मेरी सलामती
की दुआ कौन करेगा ?🎵

🎵और रखना मेरे
दुश्मनो को भी मेहफूस...🎵

🎵वरना मेरी तेरे पास
आने की दुआ कौन करेगा ?"🎵

🎵खुदा ने मुझसे कहा, "इतने दोस्त
ना बना तू , धोखा खा जायेगा"🎵

🎵मैने कहा "ए खुदा, तू ये मेसेज
पढनेवालो से मिल तो सही,🎵

🎵तू भी धोखे से
दोस्त बन जायेगा ."🎵🎵

🎵नाम छोटा है
मगर दिल बडा रखता हु ।🎵

🎵पैसो से
उतना अमीर नही हु ।🎵

🎵मगर अपने यारो के गम
खरिद ने की हैसयत रखता हु ।🎵

🎵मुझे ना हुकुम का ईक्का बनना है
ना रानी का बादशाह ।🎵

🎵हम जोकर ही अच्छे है
जिस के नसीब में आऐंगे, 🎵

🎵बाज़ी पलट देंगे।
        ♣ ♥ ♠ ♦ 🎵
.

🎵🎵 Nice Line..! 🎵🎵


🎵मिली थी जिन्दगी,
किसी के 'काम' आने के लिए ।🎵

🎵पर वक्त बित रहा है,
कागज के टुकड़े कमाने के लिए ।🎵

🎵क्या करोगे,
इतना पैसा कमा कर..???🎵

🎵ना कफन मे 'जेब' है,
ना कब्र मे 'अलमारी..!'🎵

🎵और ये मौत के
फ़रिश्ते तो 'रिश्वत' भी नही लेते ।🎵

🎵खुदा की मोहब्बत
को फना कौन करेगा ?🎵

🎵सभी बंदे नेक
तो गुनाह कौन करेगा ?🎵

🎵"ए खुदा मेरे इन दोस्तो
को सलामत रखना...🎵

🎵वरना मेरी सलामती
की दुआ कौन करेगा ?🎵

🎵और रखना मेरे
दुश्मनो को भी मेहफूस...🎵

🎵वरना मेरी तेरे पास
आने की दुआ कौन करेगा ?"🎵

🎵खुदा ने मुझसे कहा, "इतने दोस्त
ना बना तू , धोखा खा जायेगा"🎵

🎵मैने कहा "ए खुदा, तू ये मेसेज
पढनेवालो से मिल तो सही,🎵

🎵तू भी धोखे से
दोस्त बन जायेगा ."🎵🎵

🎵नाम छोटा है
मगर दिल बडा रखता हु ।🎵

🎵पैसो से
उतना अमीर नही हु ।🎵

🎵मगर अपने यारो के गम
खरिद ने की हैसयत रखता हु ।🎵

🎵मुझे ना हुकुम का ईक्का बनना है
ना रानी का बादशाह ।🎵

🎵हम जोकर ही अच्छे है
जिस के नसीब में आऐंगे, 🎵

🎵बाज़ी पलट देंगे।
        ♣ ♥ ♠ ♦ 🎵
.

Saturday, January 2, 2016

एक राजा के पास कई हाथी थे,
लेकिन
एक हाथी बहुत शक्तिशाली था,
बहुत आज्ञाकारी,
 समझदार व युद्ध-कौशल में निपुण था।
बहुत से युद्धों में वह भेजा गया था
और वह राजा को विजय दिलाकर वापस लौटा था,
इसलिए वह महाराज का सबसे प्रिय हाथी था।

समय गुजरता गया ...

और एक समय ऐसा भी आया,
जब वह वृद्ध दिखने लगा।

                   
 अब वह पहले की तरह कार्य नहीं कर पाता था।
इसलिए अब राजा उसे युद्ध क्षेत्र में भी नहीं भेजते थे।

 एक दिन वह सरोवर में जल पीने के लिए गया, लेकिन वहीं कीचड़ में उसका पैर धँस गया और फिर धँसता ही चला गया।

उस हाथी ने बहुत कोशिश की,
लेकिन वह उस कीचड़ से स्वयं को नहीं निकाल पाया।

 उसकी चिंघाड़ने की आवाज से लोगों को यह पता चल गया कि वह हाथी संकट में है।

हाथी के फँसने का समाचार राजा तक भी पहुँचा।

                       राजा समेत सभी लोग हाथी के आसपास इक्कठा हो गए और विभिन्न प्रकार के शारीरिक प्रयत्न उसे निकालने के लिए करने लगे।

जब बहुत देर तक प्रयास करने के उपरांत कोई मार्ग नहीं निकला तो राजा ने अपने सबसे अनुभवी मंत्री को बुलवाया।

 मंत्री ने आकर घटनास्थल का निरीक्षण किया और फिर राजा को सुझाव दिया कि सरोवर के चारों और युद्ध के नगाड़े बजाए जाएँ।

                          सुनने वालोँ को विचित्र लगा कि भला नगाड़े बजाने से वह फँसा हुआ हाथी बाहर कैसे निकलेगा, जो अनेक व्यक्तियों के शारीरिक प्रयत्न से बाहर निकल नहीं पाया।

          आश्चर्यजनक रूप से जैसे ही युद्ध के नगाड़े बजने प्रारंभ हुए, वैसे ही उस मृतप्राय हाथी के हाव-भाव में परिवर्तन आने लगा।

पहले तो वह धीरे-धीरे करके खड़ा हुआ और फिर सबको हतप्रभ करते हुए स्वयं ही कीचड़ से बाहर निकल आया।

अब मंत्री ने सबको स्पष्ट किया कि हाथी की शारीरिक क्षमता में कमी नहीं थी, आवश्यकता मात्र उसके अंदर उत्साह के संचार करने की थी।

हाथी की इस कहानी से यह स्पष्ट होता है कि यदि हमारे मन में एक बार उत्साह – उमंग जाग जाए तो फिर हमें कार्य करने की ऊर्जा स्वतः ही मिलने लगती है और कार्य के प्रति उत्साह का मनुष्य की उम्र से कोई संबंध नहीं रह जाता।

                        जीवन में उत्साह बनाए रखने के लिए यह आवश्यक है कि मनुष्य सकारात्मक चिंतन बनाए रखे और निराशा को हावी न होने दे।

 कभी – कभी निरंतर मिलने वाली असफलताओं से व्यक्ति यह मान लेता है कि अब वह पहले की तरह कार्य नहीं कर सकता, लेकिन यह पूर्ण सच नहीं है.

 Think positively.

 "सकारात्मक सोच ही आदमी को "आदमी" बनाती है....उसे अपनी मंजील तक ले जाती है...!"

एक राजा के पास कई हाथी थे,
लेकिन
एक हाथी बहुत शक्तिशाली था,
बहुत आज्ञाकारी,
 समझदार व युद्ध-कौशल में निपुण था।
बहुत से युद्धों में वह भेजा गया था
और वह राजा को विजय दिलाकर वापस लौटा था,
इसलिए वह महाराज का सबसे प्रिय हाथी था।

समय गुजरता गया ...

और एक समय ऐसा भी आया,
जब वह वृद्ध दिखने लगा।

                   
 अब वह पहले की तरह कार्य नहीं कर पाता था।
इसलिए अब राजा उसे युद्ध क्षेत्र में भी नहीं भेजते थे।

 एक दिन वह सरोवर में जल पीने के लिए गया, लेकिन वहीं कीचड़ में उसका पैर धँस गया और फिर धँसता ही चला गया।

उस हाथी ने बहुत कोशिश की,
लेकिन वह उस कीचड़ से स्वयं को नहीं निकाल पाया।

 उसकी चिंघाड़ने की आवाज से लोगों को यह पता चल गया कि वह हाथी संकट में है।

हाथी के फँसने का समाचार राजा तक भी पहुँचा।

                       राजा समेत सभी लोग हाथी के आसपास इक्कठा हो गए और विभिन्न प्रकार के शारीरिक प्रयत्न उसे निकालने के लिए करने लगे।

जब बहुत देर तक प्रयास करने के उपरांत कोई मार्ग नहीं निकला तो राजा ने अपने सबसे अनुभवी मंत्री को बुलवाया।

 मंत्री ने आकर घटनास्थल का निरीक्षण किया और फिर राजा को सुझाव दिया कि सरोवर के चारों और युद्ध के नगाड़े बजाए जाएँ।

                          सुनने वालोँ को विचित्र लगा कि भला नगाड़े बजाने से वह फँसा हुआ हाथी बाहर कैसे निकलेगा, जो अनेक व्यक्तियों के शारीरिक प्रयत्न से बाहर निकल नहीं पाया।

          आश्चर्यजनक रूप से जैसे ही युद्ध के नगाड़े बजने प्रारंभ हुए, वैसे ही उस मृतप्राय हाथी के हाव-भाव में परिवर्तन आने लगा।

पहले तो वह धीरे-धीरे करके खड़ा हुआ और फिर सबको हतप्रभ करते हुए स्वयं ही कीचड़ से बाहर निकल आया।

अब मंत्री ने सबको स्पष्ट किया कि हाथी की शारीरिक क्षमता में कमी नहीं थी, आवश्यकता मात्र उसके अंदर उत्साह के संचार करने की थी।

हाथी की इस कहानी से यह स्पष्ट होता है कि यदि हमारे मन में एक बार उत्साह – उमंग जाग जाए तो फिर हमें कार्य करने की ऊर्जा स्वतः ही मिलने लगती है और कार्य के प्रति उत्साह का मनुष्य की उम्र से कोई संबंध नहीं रह जाता।

                        जीवन में उत्साह बनाए रखने के लिए यह आवश्यक है कि मनुष्य सकारात्मक चिंतन बनाए रखे और निराशा को हावी न होने दे।

 कभी – कभी निरंतर मिलने वाली असफलताओं से व्यक्ति यह मान लेता है कि अब वह पहले की तरह कार्य नहीं कर सकता, लेकिन यह पूर्ण सच नहीं है.

 Think positively.

 "सकारात्मक सोच ही आदमी को "आदमी" बनाती है....उसे अपनी मंजील तक ले जाती है...!"

Superb Poem...!!

👶🏻Ek bachpan ka
zamana tha,

👶🏻jisme khushiyon ka
khazana tha;

👶🏻chahat chand ko
paane ki thi,

👶🏻par dil titli ka
deewana tha.

👶🏻Khabar na thi
kuch subah ki,

👶🏻na shaam ka
thikana tha;

👶🏻thak haarke aana
school se, par khelne bhi jaana tha.

👶🏻Maa ki kahani thi,
pariyon ka fasana tha;
barish mein kagaz ki naav thi, har mausam suhana tha.

👶🏻Har khel mein
saathi the,

👶🏻har rishta nibhana tha;

👶🏻gum ki zuban na hoti thi, na zakhmon ka paimana tha.

👶🏻Rone ki wajah na thi,
na hansne ka bahana tha;

👶🏻kyon ho gaye hum itne bade, isse achha to
woh bachpan ka zamana tha.........

लक्ष्मीजी कहाँ रहती हैं ?

एक बूढे सेठ थे । वे खानदानी रईस थे, धन-ऐश्वर्य प्रचुर मात्रा में था परंतु लक्ष्मीजी का तो है चंचल स्वभाव । आज यहाँ तो कल वहाँ!!

सेठ ने एक रात को स्वप्न में देखा कि एक स्त्री उनके घर के दरवाजे से निकलकर बाहर जा रही है।

उन्होंने पूछा : ‘‘हे देवी आप कौन हैं ? मेरे घर में आप कब आयीं और मेरा घर छोडकर आप क्यों और कहाँ जा रही हैं?

वह स्त्री बोली : ‘‘मैं तुम्हारे घर की वैभव लक्ष्मी हूँ । कई पीढयों से मैं यहाँ निवास कर रही हूँ किन्तु अब मेरा समय यहाँ पर समाप्त हो गया है इसलिए मैं यह घर छोडकर जा रही हूँ । मैं तुम पर अत्यंत प्रसन्न हूँ क्योंकि जितना समय मैं तुम्हारे पास रही, तुमने मेरा सदुपयोग किया । संतों को घर पर आमंत्रित करके उनकी सेवा की, गरीबों को भोजन कराया, धर्मार्थ कुएँ-तालाब बनवाये, गौशाला व प्याऊ बनवायी । तुमने लोक-कल्याण के कई कार्य किये । अब जाते समय मैं तुम्हें वरदान देना चाहती हूँ । जो चाहे मुझसे माँग लो ।

सेठ ने कहा : ‘‘मेरी चार बहुएँ है, मैं उनसे सलाह-मशवरा करके आपको बताऊँगा । आप कृपया कल रात को पधारें ।

सेठ ने चारों बहुओं की सलाह ली ।

उनमें से एक ने अन्न के गोदाम तो दूसरी ने सोने-चाँदी से तिजोरियाँ भरवाने के लिए कहा ।

किन्तु सबसे छोटी बहू धार्मिक कुटुंब से आयी थी। बचपन से ही सत्संग में जाया करती थी ।

उसने कहा : ‘‘पिताजी ! लक्ष्मीजी को जाना है तो जायेंगी ही और जो भी वस्तुएँ हम उनसे माँगेंगे वे भी सदा नहीं टिकेंगी । यदि सोने-चाँदी, रुपये-पैसों के ढेर माँगेगें तो हमारी आनेवाली पीढी के बच्चे अहंकार और आलस में अपना जीवन बिगाड देंगे। इसलिए आप लक्ष्मीजी से कहना कि वे जाना चाहती हैं तो अवश्य जायें किन्तु हमें यह वरदान दें कि हमारे घर में सज्जनों की सेवा-पूजा, हरि-कथा सदा होती रहे तथा हमारे परिवार के सदस्यों में आपसी प्रेम बना रहे क्योंकि परिवार में प्रेम होगा तो विपत्ति के दिन भी आसानी से कट जायेंगे।

दूसरे दिन रात को लक्ष्मीजी ने स्वप्न में आकर सेठ से पूछा : ‘‘तुमने अपनी बहुओं से सलाह-मशवरा कर लिया? क्या चाहिए तुम्हें ?

सेठ ने कहा : ‘‘हे माँ लक्ष्मी ! आपको जाना है तो प्रसन्नता से जाइये परंतु मुझे यह वरदान दीजिये कि मेरे घर में हरि-कथा तथा संतो की सेवा होती रहे तथा परिवार के सदस्यों में परस्पर प्रेम बना रहे।

यह सुनकर लक्ष्मीजी चौंक गयीं और बोलीं : ‘‘यह तुमने क्या माँग लिया। जिस घर में हरि-कथा और संतो की सेवा होती हो तथा परिवार के सदस्यों में परस्पर प्रीति रहे वहाँ तो साक्षात् नारायण का निवास होता है और जहाँ नारायण रहते हैं वहाँ मैं तो उनके चरण पलोटती (दबाती)हूँ और मैं चाहकर भी उस घर को छोडकर नहीं जा सकती। यह वरदान माँगकर तुमने मुझे यहाँ रहने के लिए विवश कर दिया है.!

🙏💐Hare Krishna.!💐🙏
🙏🙏 अल्ट्रा-मॉडर्न ज्ञान फॉर द डे- 🙏🙏

😄😄


ज़रुरत से ज़्यादा भगवान को याद मत किया करो क्योंकि...

किसी दिन भगवान ने याद कर लिया तो..??

लेने के देने पड़ जायेंगे ।


😝😛😛😛😛😛😛😛


"काम ऐसे करो कि लोग आपको....
.
.
किसी दूसरे काम के लिए बोलें ही नहीं"


😂😂😜😝😃😃😃


आज के जमाने में सत्संग उसी संत का बढ़िया रहता है, जिसके पंडाल में गर्म पोहा, समोसा जलेबी और अदरक वाली चाय मिले।

वरना ज्ञान तो अब ऑनलाइन उपलब्ध है ।


😃😃😃


जिस पुरुष ने आज के समय में बीवी, नौकरी और स्मार्टफोन के बीच में सामंजस्य बैठा लिया हो,

वह पुरुष नहीं महापुरुष कहलाता है ।


😃😃😃


आज सबसे बड़ी कुर्बानी वह होती है,

जब हम अपना फोन चार्जिंग से निकाल कर किसी और का फोन लगा दें ।


😃😃😄


आप कितने ही अच्छे काम कर लें, लेकिन लोग उसे ही याद करते हैं,

जो उधार लेकर मरा हो ।



😃😃😃


जंगल में चरने गया बैल, दोस्तों के साथ पार्टी में बैठा पुरुष और ब्यूटी पार्लर में गयी महिला..

जल्दी वापस नहीं आते ।।


😃😃😃


जब आप किसी चीज को पूरी शिद्दत से पाने की ख्वाहिश या कोशिश करते हैं, तो वह चीज
.
.
.
.
उसी शिद्दत से कुछ ज्यादा ही एटीट्यूड दिखाने लगती है।।



😃😃😃


एक बेवकूफ पति अपनी पत्नी से कहता है

 कि कभी कभी चुप😷 भी रहा करो ।      


मगर एक बुद्धिमान पति कहता है कि

तुम्हारे लब जब खामोश रहते हैं तो चेहरा बेहद हसीन लगता है



😃😃😃



आदमी अपने घर में सिर्फ दो ही कारणों से खुश होता है:

 जब बीवी " नई " हो

  या

बीवी " नहीं " हो


😝😜😃


What's app का सबसे बड़ा फायदा क्या है ??

बहुत सारी औरतें आपस में बात करती हैं फिर भी आवाज़ ही नहीं होती


😊😊😊


इतना तो बगुला भी मछली पकड़ने के लिये चोच नहीं निकालता होगा
.
.
.
.
.
.
जितना
.
.
.
.
.
.
लड़किया आजकल सेल्फी लेने के समय होठ निकालती है


😊😊😊


जीवन में कम से कम एक सच्चा मित्र हमेशा अपने पास रखो

ताकि.....
.
.
.
.


जिस दिन आपके यहाँ तुरई, करेला या कुंदरू की सब्जी बने उस दिन उसके घर जाकर खाना खा सको...।



          ज्ञान समाप्त

kya khoob likha hai kisine

आगे सफर था और पीछे हमसफर था..

रूकते तो सफर छूट जाता और चलते तो हमसफर छूट जाता..










मंजिल की भी हसरत थी और उनसे भी मोहब्बत थी..







ए दिल तू ही बता,उस वक्त मैं कहाँ जाता...






मुद्दत का सफर भी था और बरसो का हमसफर भी था

रूकते तो बिछड जाते और चलते तो बिखर जाते....








यूँ समँझ लो,

प्यास लगी थी गजब की...
मगर पानी मे जहर था...







पीते तो मर जाते और ना पीते तो भी मर जाते.










बस यही दो मसले, जिंदगीभर ना हल हुए!!!
ना नींद पूरी हुई, ना ख्वाब मुकम्मल हुए!!!









वक़्त ने कहा.....काश थोड़ा और सब्र होता!!!
सब्र ने कहा....काश थोड़ा और वक़्त होता!!!










सुबह सुबह उठना पड़ता है कमाने के लिए साहेब...।।
आराम कमाने निकलता हूँ आराम छोड़कर।।










"हुनर" सड़कों पर तमाशा करता है और "किस्मत" महलों में राज करती है!!













"शिकायते तो बहुत है तुझसे ऐ जिन्दगी,

पर चुप इसलिये हु कि, जो दिया तूने,
 वो भी बहुतो को नसीब नहीं होता"..
अजीब सौदागर है ये वक़्त भी!!!!
जवानी का लालच दे के बचपन ले गया....


अब अमीरी का लालच दे के जवानी ले जाएगा. .......


I recommend to read this ! I bet u will give the best possible smile in the end.

On the first day,
God created the dog and said,
"Sit all day by the door of your house and bark at anyone who comes in or walks past. For this, I will give you a life span of twenty years."

The dog said,
"That's a long time to be barking.. How about only ten years and I'll give you back the other ten?"
God agreed....

On the second day,
God created the monkey and said, "Entertain people, do tricks, and make them laugh. For this, I'll give you a twenty-year life span."

The monkey said,
"Monkey tricks for twenty years? That's a pretty long time to perform. How about I give you back ten like the dog did?"

And God agreed....

On the third day,
God created the cow and said,
"You must go into the field with the farmer all day long and suffer under the sun, have calves and give milk to support the farmer's family. For this, I will give you a life span of sixty years."

The cow said,
"That's kind of a tough life you want me to live for sixty years. How about twenty and I'll give back the other forty?"

And God agreed again.....

On the fourth day,
God created humans and said,
"Eat, sleep, play, marry and enjoy your life. For this, I'll give you twenty years."

But the human said,
"Only twenty years? Could you possibly give me my twenty, the forty the cow gave back, the ten the monkey gave back, and the ten the dog gave back; that makes eighty, okay?"

"Okay," said God.
"You asked for it."

So that is why for our first twenty years, we eat, sleep, play and enjoy ourselves. For the next forty years, we slave in the sun to support our family.. For the next ten years, we do monkey tricks to entertain the grandchildren. And for the last ten years, we sit on the front porch and bark at everyone.

Life has now been explained to you.😀