Saturday, September 19, 2015

अरे हमें तो अपनों ने लूटा,गैरों में कहाँ दम था.मेरी हड्डी वहाँ टूटी,जहाँ हॉस्पिटल बन्द था.
🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸मुझे जिस एम्बुलेन्स में डाला,उसका पेट्रोल ख़त्म था.मुझे रिक्शे में इसलिए बैठाया,क्योंकि उसका किराया कम था.
🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸मुझे डॉक्टरों ने उठाया,नर्सों में कहाँ दम था.मुझे जिस बेड पर लेटाया,उसके नीचे बम था.
🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸मुझे तो बम से उड़ाया,गोली में कहाँ दम था.और मुझे सड़क में दफनाया,क्योंकि कब्रिस्तान में फंक्शन था 
अर्ज़ किया हैं...

रोक दो मेरे जनाजे को अब
मुझमे जान आ रही हैं..
आगे से थोडा राईट ले लो
दारु की दूकान आ रही हैं |

🍷
💥"बोतल छुपा दो कफ़न में मेरे,
💥शमशान में पिया करूंगा,
💥जब खुदा मांगेगा हिसाब,
💥तो पैग बना कर दिया करूंगा"
💥"नशा" "महोब्बत " का हो
💥"शराब" का हो ...-
💥या -"whatsapp " का हो
💥" होश " तीनो मे खो जाते है
💥" फर्क " सिर्फ इतना है की,
🍷"शराब" सुला देती है ..
"महोब्बत " रुला देती है ,
- और -
"whatsapp " यारो की
याद दिला देती है ..!

        

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