Friday, September 9, 2016

*गणेश नामवली – गणेशजी के 108 नाम और उनके अर्थ*
*श्री गणेश नामवली*
*गणेश जी विघ्नहर्त्ता है। गणेशजी के 108 नाम को गणेश नामवली कहते है. इस नामावली का जाप करने से विघ्नहर्ता श्री गणेश सभी मुश्किले दूर करते है।*

1) बालगणपति: सबसे प्रिय बालक
2) भालचन्द्र: जिसके मस्तक पर चंद्रमा हो
3) बुद्धिनाथ: बुद्धि के भगवान
4) धूम्रवर्ण: धुंए को उड़ाने वाला
5) एकाक्षर: एकल अक्षर
6) एकदन्त: एक दांत वाले
7) गजकर्ण: हाथी की तरह आंखें वाला
8) गजानन: हाथी के मुँख वाले भगवान
9) गजवक्र: हाथी की सूंड वाला
10) गजवक्त्र: जिसका हाथी की तरह मुँह है
11) गणाध्यक्ष: सभी जणों का मालिक
12) गणपति: सभी गणों के मालिक
13) गौरीसुत: माता गौरी का बेटा
14) लम्बकर्ण: बड़े कान वाले देव
15) लम्बोदर: बड़े पेट वाले
16) महाबल: अत्यधिक बलशाली वाले प्रभु
17) महागणपति: देवातिदेव
18) महेश्वर: सारे ब्रह्मांड के भगवान
19) मंगलमूर्त्ति: सभी शुभ कार्य के देव
20) मूषकवाहन: जिसका सारथी मूषक है
21) निदीश्वरम: धन और निधि के दाता
22) प्रथमेश्वर: सब के बीच प्रथम आने वाला
23) शूपकर्ण: बड़े कान वाले देव
24) शुभम: सभी शुभ कार्यों के प्रभु
25) सिद्धिदाता: इच्छाओं और अवसरों के स्वामी
26) सिद्दिविनायक: सफलता के स्वामी
27) सुरेश्वरम: देवों के देव
28) वक्रतुण्ड: घुमावदार सूंड
29) अखूरथ: जिसका सारथी मूषक है
30) अलम्पता: अनन्त देव
31) अमित: अतुलनीय प्रभु
32) अनन्तचिदरुपम: अनंत और व्यक्ति चेतना
33) अवनीश: पूरे विश्व के प्रभु
34) अविघ्न: बाधाओं को हरने वाले
35) भीम: विशाल
36) भूपति: धरती के मालिक
37) भुवनपति: देवों के देव
38) बुद्धिप्रिय: ज्ञान के दाता
39) बुद्धिविधाता: बुद्धि के मालिक
40) चतुर्भुज: चार भुजाओं वाले
41) देवादेव: सभी भगवान में सर्वोपरी
42) देवांतकनाशकारी: बुराइयों और असुरों के विनाशक
43) देवव्रत: सबकी तपस्या स्वीकार करने वाले
44) देवेन्द्राशिक: सभी देवताओं की रक्षा करने वाले
45) धार्मिक: दान देने वाला
46) दूर्जा: अपराजित देव
47) द्वैमातुर: दो माताओं वाले
48) एकदंष्ट्र: एक दांत वाले
49) ईशानपुत्र: भगवान शिव के बेटे
50) गदाधर: जिसका हथियार गदा है
51) गणाध्यक्षिण: सभी पिंडों के नेता
52) गुणिन: जो सभी गुणों क ज्ञानी
53) हरिद्र: स्वर्ण के रंग वाला
54) हेरम्ब: माँ का प्रिय पुत्र
55) कपिल: पीले भूरे रंग वाला
56) कवीश: कवियों के स्वामी
57) कीर्त्ति: यश के स्वामी
58) कृपाकर: कृपा करने वाले
59) कृष्णपिंगाश: पीली भूरी आंखवाले
60) क्षेमंकरी: माफी प्रदान करने वाला
61) क्षिप्रा: आराधना के योग्य
62) मनोमय: दिल जीतने वाले
63) मृत्युंजय: मौत को हरने वाले
64) मूढ़ाकरम: जिन्में खुशी का वास होता है
65) मुक्तिदायी: शाश्वत आनंद के दाता
66) नादप्रतिष्ठित: जिसे संगीत से प्यार हो
67) नमस्थेतु: सभी बुराइयों और पापों पर विजय प्राप्त करने वाले
68) नन्दन: भगवान शिव का बेटा
69) सिद्धांथ: सफलता और उपलब्धियों की गुरु
70) पीताम्बर: पीले वस्त्र धारण करने वाला
71) प्रमोद: आनंद
72) पुरुष: अद्भुत व्यक्तित्व
73) रक्त: लाल रंग के शरीर वाला
74) रुद्रप्रिय: भगवान शिव के चहीते
75) सर्वदेवात्मन: सभी स्वर्गीय प्रसाद के स्वीकार्ता
76) सर्वसिद्धांत: कौशल और बुद्धि के दाता
77) सर्वात्मन: ब्रह्मांड की रक्षा करने वाला
78) ओमकार: ओम के आकार वाला
79) . शशिवर्णम: जिसका रंग चंद्रमा को भाता हो
80) शुभगुणकानन: जो सभी गुण के गुरु हैं
81) श्वेता: जो सफेद रंग के रूप में शुद्ध है
82) सिद्धिप्रिय: इच्छापूर्ति वाले
83) स्कन्दपूर्वज: भगवान कार्तिकेय के भाई
84) सुमुख: शुभ मुख वाले
85) स्वरुप: सौंदर्य के प्रेमी
86) तरुण: जिसकी कोई आयु न हो
87) उद्दण्ड: शरारती
88) उमापुत्र: पार्वती के बेटे
89) वरगणपति: अवसरों के स्वामी
90) वरप्रद: इच्छाओं और अवसरों के अनुदाता
91) वरदविनायक: सफलता के स्वामी
92) वीरगणपति: वीर प्रभु
93) विद्यावारिधि: बुद्धि की देव
94) विघ्नहर: बाधाओं को दूर करने वाले
95) विघ्नहर्त्ता: बुद्धि की देव
96) विघ्नविनाशन: बाधाओं का अंत करने वाले
97) विघ्नराज: सभी बाधाओं के मालिक
98) विघ्नराजेन्द्र: सभी बाधाओं के भगवान
99) विघ्नविनाशाय: सभी बाधाओं का नाश करने वाला
100) विघ्नेश्वर: सभी बाधाओं के हरने वाले भगवान
101) विकट: अत्यंत विशाल
102) विनायक: सब का भगवान
103) विश्वमुख: ब्रह्मांड के गुरु
104) विश्वराजा: संसार के स्वामी
105) यज्ञकाय: सभी पवित्र और बलि को स्वीकार करने वाला
106) यशस्कर: प्रसिद्धि और भाग्य के स्वामी
107) यशस्विन: सबसे प्यारे और लोकप्रिय देव
108) योगाधिप: धयान के प्रभु


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