“जिन्दगी” एक प्रोजेक्ट है
और.......
“रिश्ते” एक टारगेट,
“वाईफ” डेली रिपोर्टिंग है,
और.......
“औलाद” इन्सेन्टिव,
“जवानी” एक कमिटमेंट है,
और.......
“बुढ़ापा” एचीवमेंट,
लेकिन… ………………………
“मित्रता” सेलरी है,
और...........
“सेलरी” को कोई कभी नहीं भूलता,
जो वक्त के साथ साथ बढ़ती जाती है,
और......
“पुरानी मित्रता” पेंशन की तरह है, जो
मरने के बाद भी चलती रह़ती है ।
।।सभी मित्रों को समर्पित।।
और.......
“रिश्ते” एक टारगेट,
“वाईफ” डेली रिपोर्टिंग है,
और.......
“औलाद” इन्सेन्टिव,
“जवानी” एक कमिटमेंट है,
और.......
“बुढ़ापा” एचीवमेंट,
लेकिन… ………………………
“मित्रता” सेलरी है,
और...........
“सेलरी” को कोई कभी नहीं भूलता,
जो वक्त के साथ साथ बढ़ती जाती है,
और......
“पुरानी मित्रता” पेंशन की तरह है, जो
मरने के बाद भी चलती रह़ती है ।
।।सभी मित्रों को समर्पित।।
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