एक बाप अपनी बेटी के लिए वर खोजता है
जहाँ सुकून मिले जिंदगी भर का वो दर खोजता है।
एक बाप अपनी बेटी के लिए........।
जो पढ़ लिया होता है एम बीए पास
वो तो हो जाता है दुनिया के लिए खास
जहाँ लगे दहेज कम ऐसा घर ढूढता है ।
एक बाप अपनी बेटी के......।
जिस घर मे एक भी नौकरी है सरकारी
वहाँ होती है दहेज की लम्बी लिस्ट जारी
उस घर का लड़का पैसा वाला ससुर ढूढता है
एक बाप अपनी बेटी.......।
जिस लड़की को पाला पोसा जिसका किया जतन
कैसे सौप दू ऐ बेटी उस दुनिया को जो ओढ़े है दहेज का कफ़न
इसी कसमकस में है बाप देखो अब ज़हर ढूढता है
एक बाप अपनी बेटी के लिए वर खोजता है।।
जहाँ सुकून मिले जिंदगी भर का वो दर खोजता है।
एक बाप अपनी बेटी के लिए........।
जो पढ़ लिया होता है एम बीए पास
वो तो हो जाता है दुनिया के लिए खास
जहाँ लगे दहेज कम ऐसा घर ढूढता है ।
एक बाप अपनी बेटी के......।
जिस घर मे एक भी नौकरी है सरकारी
वहाँ होती है दहेज की लम्बी लिस्ट जारी
उस घर का लड़का पैसा वाला ससुर ढूढता है
एक बाप अपनी बेटी.......।
जिस लड़की को पाला पोसा जिसका किया जतन
कैसे सौप दू ऐ बेटी उस दुनिया को जो ओढ़े है दहेज का कफ़न
इसी कसमकस में है बाप देखो अब ज़हर ढूढता है
एक बाप अपनी बेटी के लिए वर खोजता है।।
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