सांपों के मुकद्दर में
.......वो ज़हर कहां..!!!
जो 👺इंसान आजकल सिर्फ
......बातों में ही उगल रहा है !!
साँप तो कोने में बैठा हँस रहा है !!
.......क्योकि
😈 इन्सान ही आजकल इन्सान को डंस रहा है..!!!
सांपों के मुकद्दर में
.......वो ज़हर कहां..!!!
जो 👺इंसान आजकल सिर्फ
......बातों में ही उगल रहा है !!
साँप तो कोने में बैठा हँस रहा है !!
.......क्योकि
😈 इन्सान ही आजकल इन्सान को डंस रहा है..!!!
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