इस कदर जो
आपको हँसा रहा हूँ मैँ !
न समझना कोई
रिश्ता बना रहा हूँ मैँ !!
स्वार्थ है मेरा
और स्वार्थी हूँ मैँ,
बस अपनि अर्थी के पीछे
चलने वालो की
तादात बढ़ा रहा हूँ मैँ !!
आपको हँसा रहा हूँ मैँ !
न समझना कोई
रिश्ता बना रहा हूँ मैँ !!
स्वार्थ है मेरा
और स्वार्थी हूँ मैँ,
बस अपनि अर्थी के पीछे
चलने वालो की
तादात बढ़ा रहा हूँ मैँ !!
No comments:
Post a Comment