एक बच्चे ने अपनी माँ को रोते देखा तो पापा से
पुछा माँ क्यो रोती है,
पापा ने जवाब दिया सारी औरते बिना बात के
रोती है,
बच्चा कुछ समझ ना पाया और वो बड़ा हो गया,
एक दिन उसने भगवान से पूछा कि औरते क्यो रोती है
बिना बात के,
भगवान ने जवाब दिया,
जब मै औरत को बना रहा था,तो मैने
फैसला किया कि उसे
कुछ खास
बनाना हैं,
मैने उसके कँधे मजबूत बनाये, ताकि वह
दुनियादारी का बोझ
उठा सके।
उसके बाहो को कोमल बनाया,
ताकि बच्चो को आराम
महसूस हो सके।
मैने उसे इतनी आत्मशक्ति दी, ताकि वह नये जीव
को धरती पर
ला सके,
मैने उसे साहसी बनाया, ताकि मुशकिल वक्त मे वह
चट्टान
की तरह
खड़ी रहे और अपने परिजनो का ख्याल रख सके।
मैने उसे सवेदनशील और विवेकी बनाया,
ताकि वह सबकी मदद कर सके और माफ कर सके।
मैने उसकी आखो मे आँसू दिये, ताकि अपने दुख को कम
कर
सके ।
पुछा माँ क्यो रोती है,
पापा ने जवाब दिया सारी औरते बिना बात के
रोती है,
बच्चा कुछ समझ ना पाया और वो बड़ा हो गया,
एक दिन उसने भगवान से पूछा कि औरते क्यो रोती है
बिना बात के,
भगवान ने जवाब दिया,
जब मै औरत को बना रहा था,तो मैने
फैसला किया कि उसे
कुछ खास
बनाना हैं,
मैने उसके कँधे मजबूत बनाये, ताकि वह
दुनियादारी का बोझ
उठा सके।
उसके बाहो को कोमल बनाया,
ताकि बच्चो को आराम
महसूस हो सके।
मैने उसे इतनी आत्मशक्ति दी, ताकि वह नये जीव
को धरती पर
ला सके,
मैने उसे साहसी बनाया, ताकि मुशकिल वक्त मे वह
चट्टान
की तरह
खड़ी रहे और अपने परिजनो का ख्याल रख सके।
मैने उसे सवेदनशील और विवेकी बनाया,
ताकि वह सबकी मदद कर सके और माफ कर सके।
मैने उसकी आखो मे आँसू दिये, ताकि अपने दुख को कम
कर
सके ।
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