मौत के बाद याद आ रहा है कोई,
मिट्ठी मेरी कबर से उठा रहा है कोई;
या खुदा दो पल की मोहल्लत और दे दे,
उदास मेरी कबर से जा रहा है कोई..
आंसू से पलके भींगा लेता था,
याद तेरी आती थी तो रो लेता था,
सोचा था की भुला दूँ तुझको मगर,
हर बार ये फैसला बदल लेता था..
💧
हर सागर के दो किनारे होते है,
कुछ लोग जान से भी प्यारे होते है,
ये ज़रूरी नहीं हर कोई पास हो,
क्योंकी जिंदगी में यादों के भी सहारे होते है..
💭
दिल को हमसे चुराया आपने,
दूर होकर भी अपना बनाया आपने;
कभी भूल नहीं पायेंगे हम आपको,
क्योंकि याद रखना भी तो सिखाया आपने..!
हमें न मोहब्बत मिली, न प्यार मिला,
हमको जो भी मिला बेवफा यार मिला;
अपनी तो बन गई तमाशा जिंदगी,
हर कोई अपने मकसद का तलबगार मिला..
❄जिंदगी के रंग कितने निराले हैं,
साथ देने वाला हर कोई है लेकिन हम अकेले हैं,
पानी है मंजिल हमें मगर रास्तों में रुकावटे हैं,
खुशियों में सब साथ हैं, गमों में सब पराये हैं..
याद करते है तुम्हे तनहाई में,
दिल डूबा है गमो की गहराई में,
हमें मत धुन्ड़ना दुनिया की भीड़ में,
हम मिलेंगे में तुम्हे तुम्हारी परछाई में..
👥
ना पूछ मेरे सब्र की इंतेहा कहाँ तक हैं,
तू सितम कर ले, तेरी हसरत जहाँ तक हैं,
वफ़ा की उम्मीद, जिन्हें होगी उन्हें होगी,
हमें तो देखना है, तू बेवफ़ा कहाँ तक हैं..!?
आंसू से पलके भींगा लेता था,
याद तेरी आती थी तो रो लेता था,
सोचा था की भुला दूँ तुझको मगर,
हर बार ये फैसला बदल लेता था...
मिट्ठी मेरी कबर से उठा रहा है कोई;
या खुदा दो पल की मोहल्लत और दे दे,
उदास मेरी कबर से जा रहा है कोई..
आंसू से पलके भींगा लेता था,
याद तेरी आती थी तो रो लेता था,
सोचा था की भुला दूँ तुझको मगर,
हर बार ये फैसला बदल लेता था..
💧
हर सागर के दो किनारे होते है,
कुछ लोग जान से भी प्यारे होते है,
ये ज़रूरी नहीं हर कोई पास हो,
क्योंकी जिंदगी में यादों के भी सहारे होते है..
💭
दिल को हमसे चुराया आपने,
दूर होकर भी अपना बनाया आपने;
कभी भूल नहीं पायेंगे हम आपको,
क्योंकि याद रखना भी तो सिखाया आपने..!
हमें न मोहब्बत मिली, न प्यार मिला,
हमको जो भी मिला बेवफा यार मिला;
अपनी तो बन गई तमाशा जिंदगी,
हर कोई अपने मकसद का तलबगार मिला..
❄जिंदगी के रंग कितने निराले हैं,
साथ देने वाला हर कोई है लेकिन हम अकेले हैं,
पानी है मंजिल हमें मगर रास्तों में रुकावटे हैं,
खुशियों में सब साथ हैं, गमों में सब पराये हैं..
याद करते है तुम्हे तनहाई में,
दिल डूबा है गमो की गहराई में,
हमें मत धुन्ड़ना दुनिया की भीड़ में,
हम मिलेंगे में तुम्हे तुम्हारी परछाई में..
👥
ना पूछ मेरे सब्र की इंतेहा कहाँ तक हैं,
तू सितम कर ले, तेरी हसरत जहाँ तक हैं,
वफ़ा की उम्मीद, जिन्हें होगी उन्हें होगी,
हमें तो देखना है, तू बेवफ़ा कहाँ तक हैं..!?
आंसू से पलके भींगा लेता था,
याद तेरी आती थी तो रो लेता था,
सोचा था की भुला दूँ तुझको मगर,
हर बार ये फैसला बदल लेता था...
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