दाग तेरे दामन के धुले ना धुले !!!!
नेकिया तेरी तराजू में तुले न तुले !!!!!
आज ही गुनाहों से कर ले तोबा !!
ख़ुदा जाने कल तेरी आँख खुले ना खुले
क्या हिंदू क्या मुसलमान ........
बड़े फ़क्र से करते हैं.....
अपने-अपने धर्म और ईमान का बखान.....
मयखाना हो या दवाखाना....
सब एक से बन जाते हैं....
बेबस और लाचार इंसान
मानो या न मानो.....
ये ही है हक़ीक़त मेरी जान ।
Kash Humari Bhi Parwah Kisi Ne Ki Hoti,
To Ye Duniya Humse Ruswa Na Hoti,
Agar Aata Aap Jaisa Muskurana Humein,
To Humse Bhi Kisi Ne Mohbbat Ki Hoti?
लेकर आना उसे मेरे जनाजे में ..
एक आखरी हसीन मुलाकात होगी .
मेरे जिस्म में जान न हो मगर .
मेरी जान तो मेरे जिस्म के पास होगी
नेकिया तेरी तराजू में तुले न तुले !!!!!
आज ही गुनाहों से कर ले तोबा !!
ख़ुदा जाने कल तेरी आँख खुले ना खुले
क्या हिंदू क्या मुसलमान ........
बड़े फ़क्र से करते हैं.....
अपने-अपने धर्म और ईमान का बखान.....
मयखाना हो या दवाखाना....
सब एक से बन जाते हैं....
बेबस और लाचार इंसान
मानो या न मानो.....
ये ही है हक़ीक़त मेरी जान ।
Kash Humari Bhi Parwah Kisi Ne Ki Hoti,
To Ye Duniya Humse Ruswa Na Hoti,
Agar Aata Aap Jaisa Muskurana Humein,
To Humse Bhi Kisi Ne Mohbbat Ki Hoti?
लेकर आना उसे मेरे जनाजे में ..
एक आखरी हसीन मुलाकात होगी .
मेरे जिस्म में जान न हो मगर .
मेरी जान तो मेरे जिस्म के पास होगी
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