रह रह कर एक बात सताती है,
रह रह कर एक बात सताती है...यारों,
गर्लफ्रेंड तुम्हारी रखती है करवा चौथ का व्रत पर,
उम्र मेरी क्यूँ बढ जाती है!
दोस्त एक ऐसा चोर होता है....
जो आंखो से आंसू,
चेहरे से परेशानी,
दिल से मायुसी,
जिंदगी से दर्द
और
हाथों की लकीरों से मौत तक चुरा लेता है....!!
पति बेचारा साल के 365 दिन पत्नी का मुंह देख के खाना खाता है, उसमें कोई बात नहीं!
पत्नी एक दिन पति का मुंह देखकर खाना खाये तो त्योहार!!
😎
कितने दूर निकल गए,
रिश्तो को निभाते निभाते..
खुद को खो दिया हमने,
अपनों को पाते पाते..
मिले जब चार कंधे तो दिल ने ये कहा मुझसे !
जीते जी मिला होता तो.....एक काफी था !!
"अपनी खुद की गलतियों पर हसना,
आपकी उम्र बढा सकता हॆ । "
- चाणक्य
"अपनी बीवी की गलतियों पर हसना,
आपकी उम्र घटा भी सकता हॆ ।"
- चाणक्य की बीवी
: तू बेशक अपनी महफ़िल में मुझे बदनाम करता हैं.लेकिन तुझे अंदाज़ा नहीं कि वो लोग भी मेरे पैर छुते है जिन्हें तू भरी महफ़िल में सलाम थोकता हे
रह रह कर एक बात सताती है...यारों,
गर्लफ्रेंड तुम्हारी रखती है करवा चौथ का व्रत पर,
उम्र मेरी क्यूँ बढ जाती है!
दोस्त एक ऐसा चोर होता है....
जो आंखो से आंसू,
चेहरे से परेशानी,
दिल से मायुसी,
जिंदगी से दर्द
और
हाथों की लकीरों से मौत तक चुरा लेता है....!!
पति बेचारा साल के 365 दिन पत्नी का मुंह देख के खाना खाता है, उसमें कोई बात नहीं!
पत्नी एक दिन पति का मुंह देखकर खाना खाये तो त्योहार!!
😎
कितने दूर निकल गए,
रिश्तो को निभाते निभाते..
खुद को खो दिया हमने,
अपनों को पाते पाते..
मिले जब चार कंधे तो दिल ने ये कहा मुझसे !
जीते जी मिला होता तो.....एक काफी था !!
"अपनी खुद की गलतियों पर हसना,
आपकी उम्र बढा सकता हॆ । "
- चाणक्य
"अपनी बीवी की गलतियों पर हसना,
आपकी उम्र घटा भी सकता हॆ ।"
- चाणक्य की बीवी
: तू बेशक अपनी महफ़िल में मुझे बदनाम करता हैं.लेकिन तुझे अंदाज़ा नहीं कि वो लोग भी मेरे पैर छुते है जिन्हें तू भरी महफ़िल में सलाम थोकता हे
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