बस मेँ बेठे चौधरी साहब
बीड़ी जलाने
लगे इतने मेँ एक ओरत उठी और
चोधरी साहब
सहाब को थपपड जड़-दिया.!
.
चौधरी साहब ने बड़ी नरमी भरे
लहजे मेँ पूछा रे क्यूँ
मारा
.
औरत- दिखता नहीँ बस मेँ क्या लिखा है ?
धुर्मपान करना मना है।
.
चौघरी- बात तो ठीक है.!
.
थोडी देर बाद औरत अपने बच्चे को दूध
पिलाने लगी...चौधरी साहब एकदम उठे और
ओरत को दो थपपड जड़ दिये.!
.
औरत(गुस्से मैं)- क्यूँ मारा ?
.
चौधरी- दिखता नहीँ बस मैं
क्या लिखा है शरीर का कोई भी अंग
बाहर ना निकाले..!!
बीड़ी जलाने
लगे इतने मेँ एक ओरत उठी और
चोधरी साहब
सहाब को थपपड जड़-दिया.!
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चौधरी साहब ने बड़ी नरमी भरे
लहजे मेँ पूछा रे क्यूँ
मारा
.
औरत- दिखता नहीँ बस मेँ क्या लिखा है ?
धुर्मपान करना मना है।
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चौघरी- बात तो ठीक है.!
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थोडी देर बाद औरत अपने बच्चे को दूध
पिलाने लगी...चौधरी साहब एकदम उठे और
ओरत को दो थपपड जड़ दिये.!
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औरत(गुस्से मैं)- क्यूँ मारा ?
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चौधरी- दिखता नहीँ बस मैं
क्या लिखा है शरीर का कोई भी अंग
बाहर ना निकाले..!!
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