Thursday, May 14, 2015

मम्मी
 डाँट रहीं थी
 तो
 कोई चुपके से
 हँसा रहा था,
वो थे पापा. . .
 .
जब
 मैं सो रहा था
 तब कोई
 चुपके से
 सिर पर हाथ
 फिरा रहा था ,
वो थे पापा. . .
 .
जब
 मैं सुबह उठा
 तो
 कोई बहुत
 थक कर भी
 काम पर
 जा रहा था ,
वो थे पापा. . .
 .
खुद
 कड़ी धूप में
 रह कर
 कोई
 मुझे ए.सी. में
 सुला रहा था ,
वो थे पापा. . .
 .
सपने
 तो मेरे थे
 पर उन्हें
 पूरा करने का
 रास्ता
 कोई और
 बताऐ
 जा रहा था ,
वो थे पापा. . .
 .
मैं तो
 सिर्फ
 अपनी
 खुशियों में
 हँसता हूँ,
पर
 मेरी हँसी
 देख कर
 कोई
 अपने गम
 भुलाऐ
 जा रहा था ,
वो थे पापा. . .
 .
फल
 खाने की
 ज्यादा
 जरूरत तो
 उन्हें थी,
पर
 कोई मुझे
 सेब
 खिलाए
 जा रहा था ,
वो थे पापा. . .
 .
खुश तो
 मुझे होना चाहिए
 कि
 वो मुझे मिले ,
पर
 मेरे
 जन्म लेने की
 खुशी
 कोई और
 मनाए
 जा रहा था ,
वो थे पापा. . .
 .
ये दुनिया
 पैसों से
 चलती है
 पर
 कोई
 सिर्फ मेरे लिए
 पैसे
 कमाए
 जा रहा था ,
वो थे पापा. . .
 .
घर में सब
 अपना प्यार
 दिखाते हैं
 पर
 कोई
 बिना दिखाऐ भी
 इतना प्यार
 किए
 जा रहा था ,
वो थे पापा. . .
 .
पेड़ तो
 अपना फल
 खा नही सकते
 इसलिए
 हमें देते हैं...
पर
 कोई
 अपना पेट
 खाली रखकर भी
 मेरा पेट
 भरे जा रहा था ,
वो थे पापा. . .
 .
मैं तो
 नौकरी के लिए
 घर से बाहर
 जाने पर
 दुखी था
 पर
 मुझसे भी
 अधिक
 आंसू
 कोई और
 बहाए
 जा रहा था ,
वो थे पापा. . .
 .
मैं
 अपने
"बेटा " शब्द को
 सार्थक
 बना सका
 या नही..
पता नहीं...
पर
 कोई
 बिना स्वार्थ के
 अपने
"पिता" शब्द को
 सार्थक
 बनाए
 जा रहा था ,
वो थे पापा. . .
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        और लोग भी पढ
         सके॥


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