मुझे देखकर ही डर जाते हैं लोग
रास्तों में मिलते ही कतराते हैं लोग
मेरी यारी जब किसी से बढ़ती है
पीठ पीछे उसे खूब समझाते हैं लोग
अगर भूल से कोई तारीफ करे मेरी
उस बात को वहीं दफनाते हैं लोग
मेरा दुश्मन जो कहीं पे मिल जाए
उसे तहे दिल से गले लगाते हैं लोग
सच कह देता हूं किसी के मुंह पर
मेरी इसी फितरत से घबड़ाते हैं लोग
रास्तों में मिलते ही कतराते हैं लोग
मेरी यारी जब किसी से बढ़ती है
पीठ पीछे उसे खूब समझाते हैं लोग
अगर भूल से कोई तारीफ करे मेरी
उस बात को वहीं दफनाते हैं लोग
मेरा दुश्मन जो कहीं पे मिल जाए
उसे तहे दिल से गले लगाते हैं लोग
सच कह देता हूं किसी के मुंह पर
मेरी इसी फितरत से घबड़ाते हैं लोग
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