Monday, January 25, 2021

 ईर्ष्या और हमारा जीवन



🌷एक बार एक महात्मा ने अपने शिष्यों से कहा कि वे कल प्रवचन में अपने साथ एक थैली में कुछ आलू 🥔भरकर लाएं। साथ ही निर्देश भी दिया कि उन आलुओं पर उस व्यक्ति का नाम लिखा होना चाहिए जिनसे वे ईर्ष्या करते हैं। अगले दिन किसी शिष्य ने चार आलू, किसी ने छह तो किसी ने आठ आलू लाए। प्रत्येक आलू पर उस व्यक्ति का नाम लिखा था जिससे वे नफरत करते थे।


अब महात्मा जी ने कहा कि अगले सात दिनों तक आपलोग ये आलू हमेशा अपने साथ रखें। शिष्यों को कुछ समझ में नहीं आया कि महात्मा जी क्या चाहते हैं, लेकिन सबने आदेश का पालन किया। दो-तीन दिनों के बाद ही शिष्यों को कष्ट होने लगा। जिनके पास ज्यादा आलू थे, वे बड़े कष्ट में थे। किसी तरह उन्होंने सात दिन बिताए और महात्मा के पास पहुंचे। महात्मा ने कहा, ‘अब अपनी-अपनी थैलियां निकाल कर रख दें।’ शिष्यों ने चैन की सांस ली। महात्मा जी ने विगत सात दिनों का अनुभव पूछा। शिष्यों ने अपने कष्टों का विवरण दिया। उन्होंने आलुओं की बदबू से होने वाली परेशानी के बारे में बताया। सभी ने कहा कि अब बड़ा हल्का महसूस हो रहा है।…


महात्मा ने कहा, ‘जब मात्र सात दिनों में ही आपको ये आलू बोझ लगने लगे, तब सोचिए कि आप जिन व्यक्तियों से ईर्ष्या या नफरत करते हैं, आपके मन पर उनका कितना बड़ा बोझ रहता होगा। और उसे आप जिंदगी भर ढोते रहते हैं। सोचिए, ईर्ष्या के बोझ से आपके मन और दिमाग की क्या हालत होती होगी?


 ईर्ष्या के अनावश्यक बोझ के कारण आपलोगों के मन में भी बदबू भर जाती है, ठीक उन आलुओं की तरह। इसलिए अपने मन से इन भावनाओं को निकाल दो। यदि किसी से प्यार नहीं कर सकते तो कम से कम नफरत मत करो। आपका मन स्वच्छ, निर्मल और हल्का रहेगा।🙏🏻

 लड़के भी रोते हैं.....🎓


घर में बच्चे लेकिन बाहर मशहूर होते है .

अजी लड़के भी रोते हैं जब घर से दूर होते है,



लड़के भी घर से बाहर मम्मी के बगैर होते है.

यदि लड़की घर की लक्ष्मी तो लड़के भी कुबैर होते है,

बस यादें ही जा पाती है अपने गांव जमीनों तक.

लड़के भी कहाँ जा पाते हैं कई साल महीनों तक,

अपनों की सपनों के खातिर ये भी मजबूर होते हैं.

अजी लड़के भी रोते हैं जब घर से दूर होते हैं।



हमेशा सोचते है 

घर के बारे मे पर खड़े कहीं और होते हैं

सिर्फ लडकियां ही नहीं 

लड़के भी दिल के बडे़ कमजोर होते हैं 

विश्व जीतने का एक सिंकदर इनमें भी होता है.

बस रोते नहीं पर एक समंदर इनमें भी होता है,

यदि लड़की पापा की परी तो 

लड़के भी कोहिनूर होते हैं,

अजी लड़के भी रोते हैं जब घर से दूर होते हैं।



माना की लड़कियों को 

घर छोड़ जाने का एक डर होता है

लेकिन इनका एक घर के बाद दूसरा घर होता है,

माना लड़कों को कोई डर नहीं होता.

ये नौकरी तो कई शहरों मे करते हैं 

पर इनका कोई घर नहीं होता,

चंद पैसों के खातिर इनके भी सपने चूर होते है

अजी लड़के भी रोते हैं जब घर से दूर होते है,....

 ईर्ष्या और हमारा जीवन



🌷एक बार एक महात्मा ने अपने शिष्यों से कहा कि वे कल प्रवचन में अपने साथ एक थैली में कुछ आलू 🥔भरकर लाएं। साथ ही निर्देश भी दिया कि उन आलुओं पर उस व्यक्ति का नाम लिखा होना चाहिए जिनसे वे ईर्ष्या करते हैं। अगले दिन किसी शिष्य ने चार आलू, किसी ने छह तो किसी ने आठ आलू लाए। प्रत्येक आलू पर उस व्यक्ति का नाम लिखा था जिससे वे नफरत करते थे।


अब महात्मा जी ने कहा कि अगले सात दिनों तक आपलोग ये आलू हमेशा अपने साथ रखें। शिष्यों को कुछ समझ में नहीं आया कि महात्मा जी क्या चाहते हैं, लेकिन सबने आदेश का पालन किया। दो-तीन दिनों के बाद ही शिष्यों को कष्ट होने लगा। जिनके पास ज्यादा आलू थे, वे बड़े कष्ट में थे। किसी तरह उन्होंने सात दिन बिताए और महात्मा के पास पहुंचे। महात्मा ने कहा, ‘अब अपनी-अपनी थैलियां निकाल कर रख दें।’ शिष्यों ने चैन की सांस ली। महात्मा जी ने विगत सात दिनों का अनुभव पूछा। शिष्यों ने अपने कष्टों का विवरण दिया। उन्होंने आलुओं की बदबू से होने वाली परेशानी के बारे में बताया। सभी ने कहा कि अब बड़ा हल्का महसूस हो रहा है।…


महात्मा ने कहा, ‘जब मात्र सात दिनों में ही आपको ये आलू बोझ लगने लगे, तब सोचिए कि आप जिन व्यक्तियों से ईर्ष्या या नफरत करते हैं, आपके मन पर उनका कितना बड़ा बोझ रहता होगा। और उसे आप जिंदगी भर ढोते रहते हैं। सोचिए, ईर्ष्या के बोझ से आपके मन और दिमाग की क्या हालत होती होगी?


 ईर्ष्या के अनावश्यक बोझ के कारण आपलोगों के मन में भी बदबू भर जाती है, ठीक उन आलुओं की तरह। इसलिए अपने मन से इन भावनाओं को निकाल दो। यदि किसी से प्यार नहीं कर सकते तो कम से कम नफरत मत करो। आपका मन स्वच्छ, निर्मल और हल्का रहेगा।🙏🏻

 पानी को बर्फ में,

बदलने में वक्त लगता है !!

ढले हुए सूरज को,

निकलने में वक्त लगता है !!


थोड़ा धीरज रख,

थोड़ा और जोर लगाता रह !!

किस्मत के जंग लगे दरवाजे को,

खुलने में वक्त लगता है !!


कुछ देर रुकने के बाद,

फिर से चल पड़ना दोस्त !!

हर ठोकर के बाद,

संभलने में वक्त लगता है !!


बिखरेगी फिर वही चमक,

तेरे वजूद से तू महसूस करना !!

टूटे हुए मन को,

संवरने में थोड़ा वक्त लगता है !!


जो तूने कहा,

कर दिखायेगा रख यकीन !!

गरजे जब बादल,

तो बरसने में वक्त लगता है !!

 जो मुस्कुरा रहा है, उसे दर्द ने पाला होगा,

जो चल रहा है, उसके पाँव में छाला होगा..

बिना संघर्ष के इन्सान चमक नही सकता,

जो जलेगा उसी दिये में तो, उजाला होगा...



अकेला ना समझ खुद को

रास्ता वही दिखाता है,

एक दरवाजा बंद होता है,

तो दूसरा खुल जाता है..!!



    किसी के,    मैं हूं ना,

कहने से सिर्फ हौसला बढ़ता है,

           सच्चाई यह है,

अंधेरे में अपना साया भी साथ 

छोड़ जाता है..!!



कभी टूटते हैं, 

तो कभी बिखरते हैं…!!!

विपत्तियों में ही इन्सान, 

ज्यादा निखरते हैं...!!!



आमदनी कम हो तो "ख़र्चों" पर क़ाबू रखिए__

जानकारी कम हो तो "लफ़्ज़ों" पर क़ाबू रखिए__



मुझे पता नहीं पाप पुण्य क्या है..

बस इतना पता है 

जिस शब्द से किसी का दिल दुखे वो पाप है..

और जिस किसी के चेहरे पर हंसी आये वो पुण्य है..

 त खुद की खोज में निकल

तू किस लिए हताश है, तू चल तेरे वजूद की

समय को भी तलाश है

समय को भी तलाश है

🍃 🍃🍃🍃

जो तुझ से लिपटी बेड़ियाँ

समझ न इन को वस्त्र तू 

जो तुझ से लिपटी बेड़ियाँ

समझ न इन को वस्त्र तू 

ये बेड़ियां पिघाल के

बना ले इनको शस्त्र तू

बना ले इनको शस्त्र तू

तू खुद की खोज में निकल

तू किस लिए हताश है, तू चल तेरे वजूद की

समय को भी तलाश है

समय को भी तलाश है

🍃 🍃🍃🍃

चरित्र जब पवित्र है

तोह क्यों है ये दशा तेरी

चरित्र जब पवित्र है

तोह क्यों है ये दशा तेरी

ये पापियों को हक़ नहीं

की ले परीक्षा तेरी

की ले परीक्षा तेरी

तू खुद की खोज में निकल

तू किस लिए हताश है तू चल, तेरे वजूद की

समय को भी तलाश है

🍃 🍃🍃🍃

जला के भस्म कर उसे

जो क्रूरता का जाल है

जला के भस्म कर उसे

जो क्रूरता का जाल है

तू आरती की लौ नहीं

तू क्रोध की मशाल है

तू क्रोध की मशाल है

तू खुद की खोज में निकल

तू किस लिए हताश है, तू चल तेरे वजूद की

समय को भी तलाश है

समय को भी तलाश है

🍃 🍃🍃🍃

चूनर उड़ा के ध्वज बना

गगन भी कपकाएगा 

चूनर उड़ा के ध्वज बना

गगन भी कपकाएगा 

अगर तेरी चूनर गिरी

तोह एक भूकंप आएगा

एक भूकंप आएगा

तू खुद की खोज में निकल

तू किस लिए हताश है, तू चल तेरे वजूद की

समय को भी तलाश है

समय को भी तलाश है |🍃

 जीवन में सच्ची खुशी पानी है तो एक लक्ष्य बनाइये, और उस लक्ष्य की प्राप्ति में रात दिन एक कर दीजिए। दिल-दिमाग का किसी एक काम में लग जाना एक वरदान है, जो बहुत कम लोगों को नसीब होता है।


सुख-दुख, राग, द्वेष, लज्जा, जीत, हार ये सब state of mind हैं,आपके मन का भ्रम। आप चाहें तो इन सारे emotions से affected हुए बिना अपना जीवन जी सकते हैं, बड़े आराम से।


आप परोपकार करें या ना करें, स्वयं के लिए जियें, या समाज के लिए जियें, इससे कुछ फर्क नही पड़ता। बस आपको इतना ध्यान रखना है कि आप किसी पर बोझ ना बने।


दूसरे क्या कहेंगे, क्या सोचेंगे, ये सोचने में अपना वक़्त बिल्कुल ना बर्बाद करें। दूसरे लोग खुद के जीवन में इतना उलझे हुए हैं कि उनको आपके बारे में सोचने की फुरसत नहीं।


स्वयं को स्वस्थ रखना एक ऐसी चुनौती है, जिसको आपको सहर्ष स्वीकार करना चाहिए।


या तो आप खुद के boss बनिये, नही तो आपको किसी दूसरे का ग़ुलाम बनना पड़ेगा।


कम से कम 4–5 source of income रखिये। किसी एक source पर dependant होना अनिश्चिता को बढ़ावा देना है।

  कितना_जरुरी_है_लक्ष्य_बनाना ⇣⇣👌

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एक बार एक आदमी सड़क पर सुबह सुबह दौड़ (Jogging) लगा रहा था, अचानक एक चौराहे पर जाकर वो रुक गया उस चौराहे पे चार सड़कें थीं जो अलग-अलग रास्ते पे जाती थीं। एक बूढ़े व्यक्ति से उस आदमी ने पूछा – सर ये रास्ता कहाँ जाता है ? तो बूढ़े व्यक्ति ने पूछा- आपको कहाँ जाना है? आदमी – पता नहीं,

 बूढ़ा व्यक्ति – तो कोई भी रास्ता चुन लो क्या फर्क पड़ता है । वो आदमी उसकी बात को सुनकर निःशब्द सा रह गया, कितनी सच्चाई छिपी थी उस बूढ़े व्यक्ति की बातों में। सही ही तो कहा जब हमारी कोई मंजिल ही नहीं है तो जीवन भर भटकते ही रहना है।


✶ जीवन में बिना लक्ष्य के काम करने वाले लोग हमेशा सफलता से दूर रह जाते हैं जबकि सच तो ये है कि इस तरह के लोग कभी सोचते ही नहीं कि उन्हें क्या करना है? हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में किये गए सर्वे की मानें तो जो छात्र अपना लक्ष्य बना कर चलते हैं वो बहुत जल्दी अपनी मंजिल को प्राप्त कर लेते हैं क्यूंकि उनकी उन्हें पता है कि उन्हें किस रास्ते पर जाना है।


✶ अगर सफलता एक पौधा है तो लक्ष्य ऑक्सीजन है, आज हम इस पोस्ट में बात करेंगे कि लक्ष्य कितना महत्वपूर्ण है? कितना जरुरी है लक्ष्य बनाना ?


1.➨  लक्ष्य एकाग्र बनाता है – अगर हमने अपने लक्ष्य का निर्धारण कर लिया है तो हमारा दिमाग दूसरी बातों में नहीं भटकेगा क्यूंकि हमें पता है कि हमें किस रास्ते पर जाना है? सोचिये अगर आपको धनुष बाण दे दिया जाये और आपको कोई लक्ष्य ना बताया जाये कि तीर कहाँ चलना है तो आप क्या करेंगे, कुछ नहीं तो बिना लक्ष्य के किया हुआ काम व्यर्थ ही रहता है। कभी देखा है की एक कांच का टुकड़ा धूप में किस तरह कागज को जला देता है वो एकाग्रता से ही सम्भव है।


2.➨  आपकी प्रगति का मापक है लक्ष्य- सोचिये की आपको एक 500 पेज की किताब लिखनी है, अब आप रोज कुछ पेज लिखते हैं तो आपको पता होता है कि मैं कितने पेज लिख चूका हूँ या कितने पेज लिखने बाकि हैं। इसी तरह लक्ष्य बनाकर आप अपनी प्रगति (Progress) को माप (measure) सकते हैं और आप जान पाएंगे कि आप अपनी मंजिल के कितने करीब पहुंच चुके हैं। बिना लक्ष्य के नाही आप ये जान पाएंगे कि आपने कितना progress किया है और नाही ये जान पाएंगे कि आप मंजिल से कितनी दूर हैं?


3.➨  लक्ष्य अविचलित रखेगा- लक्ष्य बनाने से हम मानसिक रूप से बंध से जाते हैं जिसकी वजह से हम फालतू की चीज़ों पर ध्यान नहीं देते और पूरा समय अपने काम को देते हैं। सोचिये आपका कोई मित्र विदेश से जा रहा हो और वो 9:00 PM पे आपसे मिलने आ रहा हो और आप 8 :30 PM पे अपने ऑफिस से निकले और अगर स्टेशन जाने में 25 -30 मिनट लगते हों तो आप जल्दी से स्टेशन की तरफ जायेंगे सोचिये क्या आप रास्ते में कहीं किसी काम के लिए रुकेंगे? नहीं, क्यूंकि आपको पता है कि मुझे अपनी मंजिल पे जाने में कितना समय लगेगा। तो लक्ष्य बनाने से आपकी सोच पूरी तरह निर्धारित हो जाएगी और आप भटकेंगे नहीं।


4.➨ लक्ष्य आपको प्रेरित करेगा – जब भी कोई व्यक्ति सफल होता हैं, अपनी मंजिल को पाता है तो एक लक्ष्य ही होता है जो उसे आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है। आपका लक्ष्य आपका सपना आपको उमंग और ऊर्जा से भरपूर रखता है।


︶︿︶ तो मित्रों बिना लक्ष्य के आप कितनी भी मेहनत कर लो सब व्यर्थ ही रहेगा जब आप अपनी पूरी energy किसी एक point एक लक्ष्य पर लगाओगे तो निश्चय ही सफलता आपके कदम चूमेगी।


 आखिर क्यों करते हैं हम ऐसा ❔

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1. आखिर क्यों हम एक किताब 10 बार पढ़ने की बजाय 10 तरह की किताबें पढ़ना ज्यादा पसंद करते हैं ! 

Ex . - सिविल सेवा की तैयारी करने वाला छात्र अपने घर को लाइब्रेरी बनाकर बैठ जाता है ... सफलता बहुत सी किताबें पढ़ने से नहीं बल्कि एक किताब को बहुत बार पढ़ने से मिलती है 


2. आखिर क्यों हम सीखने के समय में सीखने की बजाय सिखाना ज्यादा पसंद करते हैं ! 

Ex . - हर रोज प्रतियोगी छात्र फरमान जारी करते हैं ...मैं आईएएस की तैयारी के लिए ग्रुप बना रहा हूँ ... अपना no .कमेंट बॉक्स में लिखिए ......" मेरे प्यारे भाई इस समय आपका एक एक सेकंड अमूल्य है ...कृपया पहले आप बन जाइये फिर और ज्यादा ऊर्जा और संसाधनों के साथ आप सबकी मदद कर पाएंगे "


3. आखिर क्यों हम एक ही मार्गदर्शक पर यकीन नहीं रख पाते हर रोज नए मार्गदर्शक की खोज में लगे रहते हैं ...सभी का अपना एक अलग तरीका होता है ...और उस चक्कर में आपकी अपनी तैयारी कभी पटरी में आ ही नहीं पाती ...हमेशा नयी शुरुआत करते रह जाते हैं ! 


4. आखिर क्यों हमारे लिए अपनी जीत से ज्यादा दूसरे की हार मायने रखती है ! 

Ex. - " मैं तो कम से कम मुख्य परीक्षा तक पहुँच गया था उसको देखो वो तो प्रारंभिक परीक्षा भी नहीं पास कर पाया .""...और इसके साथ ही आप खुद को तसल्ली दे देते हो ...पर आपको कौन सा मुख्य परीक्षा पास करने का प्रमाण पत्र मिल गया ...ये भी बता दीजिये ! 


5.  आखिर क्यों हम सब सपने तो हमेशा बड़े देखते हैं लेकिन मात्र 10 प्रतिशत लोग ही उसकी कीमत चुकाने को तैयार होते हैं ! 

Ex . - बनना तो कलेक्टर ही है पर 8 घंटे सोना नहीं छोड़ सकते ....और न ही 8 घंटे पढ़ने में मन लग सकता ...तो भाई इंतजार करो शायद कोई बाबा किसी घुंटी का अविष्कार कर दे ...जो आपको सीधे मसूरी भेज दे 


6. आखिर क्यों हम हर काम या नयी शुरुआत को कल पर टाल देते हैं ....और वो भी इतने यकीन के साथ जैसे हम कल का दिन देखने ही वाले हों ! 


7. आखिर क्यों हम अपनी नाकामी का सेहरा हमेशा दूसरों के सर पर मढ़ देते हैं ..... असल में उनका हम कुछ नहीं बिगाड़ते ...अपने साथ ही सबसे बड़ा धोखा करते हैं .!! 


8. आखिर क्यों अपने ही मष्तिष्क पर हमारा नियंत्रण नहीं रह पाता....हम जानते हैं कि इस समय ये चीजें हमारे लिए बुरी हैं पर फिर भी हम कर डालते हैं ...और बाद में खुद को समझा देते हैं कि आगे से ऐसा नहीं होगा और फिर अगली बार होता है ...और फिर से आप यही लाइन दोहरा लेते हैं ! 


9. आखिर क्यों हम अपने समय की कीमत नहीं समझ पाते और उसे यूँ बर्बाद करते हैं जैसे ऊपर वाले के साथ 500 साल का एग्रीमेंट करके आये हो .....जरा सोच लो अगर अगले ही पल आपके सामने मौत खड़ी हो ..तो क्या छोड़ कर जा रहे हो यहाँ जिससे लोग आपको याद रखें .."" कुछ नहीं किया अब तक मेरे भाई ..मत सोच इतना "" ? 


10. आखिर क्यों हम हम हर दिन कुछ नया पढ़ते हैं ..." .जैसे फेसबुक में में ही कोई नया मोटिवेशनल थॉट ही लेलो " .......और उसके नीचे " wavvv " का कमेंट भी कर देते हैं .... जरा सोचो कि कितनी बार अपने ऐसा किया ? ...शायद सैकड़ों बार .....पर उसमें से कितनी लाइन्स को खुद की जिंदगी पर लागू किया ..? ..अगर एक लाइन भी लागू कर देते मेरे भाई तो आपकी जिंदगी उसी वक़्त बदल जाती ....!!

 इस, अमिताभ सर की मोटिवेशनल कविता के सुर कुछ इस प्रकार हैं... 

══════════════════════

मुट्ठी में कुछ सपने लेकर, भरकर जेबों में आशाएं |

दिलो में है अरमान यही, कुछ कर जाएं... कुछ कर जाएं |

सूरज-सा तेज़ नहीं मुझमें, दीपक-सा जलता देखोगे। 

सूरज-सा तेज़ नहीं मुझमें, दीपक-सा जलता देखोगे। 

अपनी हद रौशन करने से, तुम मुझको कब तक रोकोगे..।

तुम मुझको कब तक रोकोगे..।


में उस माटी का वृक्ष नहीं जिसको नदियों ने सींचा है..

में उस माटी का वृक्ष नहीं जिसको नदियों ने सींचा है..

बंजर माटी में पलकर मैंने मृत्यु से जीवन खींचा है


मैं पत्थर पर लिखी इबारत हूँ... मैं पत्थर पर लिखी इबारत हूँ 

|

शीशे से कब तक तोड़ोगे...

मिटने वाला नाम नहीं, तुम मुझको कब तक रोकोगे

तुम मुझको कब तक रोकोगे


इस जग में जितने जुल्म नहीं, उतने सहने की ताकत है..

तानों के भी शोर में रहकर सच कहने की आदत है..


मैं सागर से भी गहरा हूँ

.. मैं सागर से भी गहरा हूँ

..

तुम कितने कंकड़ फेंकोगे,

चुन-चुन कर आगे बढूंगा मैं, तुम मुझको कब तक रोकोगे

...

तुम मुझको कब तक रोकोगे

...


जुक जुककर सीधा खड़ा हुआ, अब फिर झुकने का शोख नहीं


जुक जुककर सीधा खड़ा हुआ, अब फिर झुकने का शोख नहीं

,

अपने ही हाथों रचा स्वय तुमसे मिटने का खौफ नहीं

,

तुम  हालातो की मुट्ठी में जब जब भी मुझको झोकोंगे..


तब तपकर सोना बनुंगा में, तुम मुझको कब तक रोकोगे

तुम मुझको कब तक रोकोगे... कब तक रोकोगे...!!

 आज का प्रेरक प्रसंग


 !! समस्या का सामना ही समाधान !!

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एक बार बनारस में स्वामी विवेकनन्द जी मां दुर्गा जी के मंदिर से निकल रहे थे कि तभी वहां मौजूद बहुत सारे बंदरों ने उन्हें घेर लिया. वे उनसे प्रसाद छिनने लगे वे उनके नज़दीक आने लगे और डराने भी लगे. स्वामी जी बहुत भयभीत हो गए और खुद को बचाने के लिए दौड़ कर भागने लगे. वो बन्दर तो मानो पीछे ही पड़ गए और वे भी उन्हें पीछे पीछे दौड़ाने लगे।


पास खड़े एक वृद्ध सन्यासी ये सब देख रहे थे, उन्होनें स्वामी जी को रोका और कहा, “रुको! डरो मत, उनका सामना करो.” वृद्ध सन्यासी की ये बात सुनकर स्वामी जी तुरंत पलटे और बंदरों के तरफ बढऩे लगे. उनके आश्चर्य का ठिकाना नहीं रहा जब उनके ऐसा करते ही सभी बन्दर तुरंत भाग गए. उन्होनें वृद्ध सन्यासी को इस सलाह के लिए बहुत धन्यवाद किया।


शिक्षा:-

इस घटना से स्वामी जी को एक गंभीर सीख मिली और कई सालों बाद उन्होंने एक संबोधन में इसका जिक्र भी किया और कहा, “यदि तुम कभी किसी समस्या से भयभीत हो, तो उससे भागो मत, पलटो और सामना करो.” वाकई, यदि हम भी अपने जीवन में आये समस्याओं का सामना करें और उससे भागें नहीं तो बहुत सी समस्याओं का समाधान हो जायेगा!

    👦 *निवाला* 👦


बड़ी बेचैनी से रात कटी। बमुश्किल सुबह एक रोटी खाकर, घर से अपने शोरूम के लिए निकला। आज किसी के पेट पर पहली बार लात मारने जा रहा हूँ। ये बात अंदर ही अंदर कचोट रही है।

ज़िंदगी में यही फ़लसफ़ा रहा मेरा कि, अपने आस पास किसी को, रोटी के लिए तरसना ना पड़े। पर इस विकट काल मे अपने पेट पर ही आन पड़ी है। दो साल पहले ही अपनी सारी जमा पूंजी लगाकर कपड़े का शोरूम खोला था, मगर दुकान के सामान की बिक्री, अब आधी हो गई है। अपने कपड़े के शोरूम में, दो लड़के और दो लड़कियों को रखा है मैंने। ग्राहकों को कपड़े दिखाने के लिए। लेडीज डिपार्टमेंट की दोनों लड़कियों को निकाल नहीं सकता। एक तो कपड़ों की बिक्री उन्हीं की ज्यादा है। दूसरे वो दोनों बहुत गरीब हैं। दो लड़कों में से एक पुराना है, और वो घर में इकलौता कमाने वाला है। जो नया वाला लड़का है दीपक, मैंने विचार उसी पर किया है। शायद उसका एक भाई भी है, जो अच्छी जगह नौकरी करता है। और वो खुद, तेजतर्रार और हँसमुख भी है। उसे कहीं और भी काम मिल सकता है। इन पांच महीनों में, मैं बिलकुल टूट चुका हूँ। स्थिति को देखते हुए एक वर्कर कम करना मेरी मजबूरी है। यही सब सोचता दुकान पर पहुंचा। चारों आ चुके थे। मैंने चारों को बुलाया और बड़ी उदास हो बोल पड़ा..

"देखो, दुकान की अभी की स्थिति तुम सब को पता है, मैं तुम सब को काम पर नहीं रख सकता"

उन चारों के माथे पर चिंता की लकीरें, मेरी बातों के साथ गहरी होती चली गईं। मैंने बोतल  के पानी से अपने गले को तर किया

"किसी एक का..हिसाब आज.. कर देता हूँ! दीपक तुम्हें कहीं और काम ढूंढना होगा"

"जी अंकल"  उसे पहली बार इतना उदास देखा। बाकियों के चेहरे पर भी कोई खास प्रसन्नता नहीं थी। एक लड़की जो शायद उसी के मोहल्ले से आती है, कुछ कहते कहते रुक गई। 

"क्या बात है, बेटी ? तुम कुछ कह रही थी ?

"अंकल जी, इसके भाई का...भी काम कुछ एक महीने पहले छूट गया है, इसकी मम्मी बीमार रहती है"

नज़र दीपक के चेहरे पर गई। आँखों में ज़िम्मेदारी के आँसू थे। जो वो अपने हँसमुख चेहरे से छुपा रहा था। मैं कुछ बोलता कि तभी एक और दूसरी लड़की बोल पड़ी

"अंकल! बुरा ना माने तो एक बात बोलूं?"

"हाँ...हाँ बोलो ना!" 

"किसी को निकालने से अच्छा है, हमारे पैसे कम कर दो...बारह हजार की जगह नौ हजार कर दो आप" 

मैंने बाकियों की तरफ देखा

"हाँ साहब! हम इतने से ही काम चला लेंगे"

बच्चों ने मेरी परेशानी को, आपस में बांटने का सोच, मेरे मन के बोझ को कम जरूर कर दिया था।

*"पर तुम लोगों को ये कम तो नहीं पड़ेगा न ?"*

*"नहीं साहब! कोई साथी भूखा रहे...इससे अच्छा है, हम सब अपना निवाला थोड़ा कम कर दें"*

*मेरी आँखों में आंसू छोड़, ये बच्चे अपने काम पर लग गए, मेरी नज़रों में, मुझसे कहीं ज्यादा बड़े बनकर...!*


🙏🙏राधे राधे

   !! रौशनी की किरण !!


रोहित आठवीं कक्षा का छात्र था। वह बहुत आज्ञाकारी था और हमेशा औरों की मदद के लिए तैयार रहता था। 


वह शहर के एक साधारण मोहल्ले में रहता था, जहाँ बिजली के खम्भे तो लगे थे पर उनपे लगी लाइट सालों से खराब थी और बार-बार कंप्लेंट करने पर भी कोई उन्हें ठीक नहीं करता था।


रोहित अक्सर सड़क पर आने-जाने वाले लोगों को अँधेरे के कारण परेशान होते देखता, उसके दिल में आता कि वो कैसे इस समस्या को दूर करे। इसके लिए वो जब अपने माता-पिता या पड़ोसियों से कहता तो सब इसे सरकार और प्रशासन की लापरवाही कह कर टाल देते।



ऐसे ही कुछ महीने और बीत गए फिर एक दिन रोहित कहीं से एक लम्बा सा बांस और बिजली का तार लेकर और अपने कुछ दोस्तों की मदद से उसे अपने घर के सामने गाड़कर उसपे एक बल्ब लगाने लगा। आस-पड़ोस के लोगों ने देखा तो पुछा, ” अरे तुम ये क्या कर रहे हो ?”

“मैं अपने घर के सामने एक बल्ब जलाने का प्रयास कर रहा हूँ ?” , रोहित बोला।



“अरे इससे क्या होगा, अगर तुम एक बल्ब लगा भी लोगे तो पुरे मोहल्ले में प्रकाश थोड़े ही फ़ैल जाएगा, आने जाने वालों को तब भी तो परेशानी उठानी ही पड़ेगी !” , पड़ोसियों ने सवाल उठाया।



रोहित बोला , ” आपकी बात सही है , पर ऐसा करके मैं कम से कम अपने घर के सामने से जाने वाले लोगों को परेशानी से तो बचा ही पाउँगा। ” और ऐसा कहते हुए उसने एक बल्ब वहां टांग दिया।



रात को जब बल्ब जला तो बात पूरे मोहल्ले में फ़ैल गयी। किसी ने रोहित के इस कदम की खिल्ली उड़ाई तो किसी ने उसकी प्रशंसा की।


 एक-दो दिन बीते तो लोगों ने देखा की कुछ और घरों के सामने लोगों ने बल्ब टांग दिए हैं। फिर क्या था महीना बीतते-बीतते पूरा मोहल्ला प्रकाश से जगमग हो उठा। 


एक छोटे से लड़के के एक कदम ने इतना बड़ा बदलाव ला दिया था कि धीरे-धीरे पूरे शहर में ये बात फ़ैल गयी, अखबारों ने भी इस खबर को प्रमुखता से छापा और अंततः प्रशासन को भी अपनी गलती का अहसास हुआ और मोहल्ले में स्ट्रीट-लाइट्स को ठीक करा दिया गया।


 कहानी का सार


हे सर्वश्रेष्ठ आत्माओं ! _कई बार हम बस इसलिए किसी अच्छे काम को करने में संकोच कर जाते हैं क्योंकि हमें उससे होने वाला बदलाव बहुत छोटा प्रतीत होता है। 


पर हकीकत में हमारा एक छोटा सा कदम एक बड़ी क्रांति का रूप लेने की ताकत रखता है। हमें वो काम करने से नहीं चूकना चाहिए जो हम कर सकते हैं। 


इस कहानी में भी अगर रोहित के उस स्टेप की वजह से पूरे मोहल्ले में रौशनी नहीं भी हो पाती तो भी उसका वो कदम उतना ही महान होता जितना की रौशनी हो जाने पर है। रोहित की तरह हमें भी बदलाव होने का इंतज़ार नहीं करना चाहिए बल्कि, जैसा की परमात्मा कहते  है , हमें खुद वो बदलाव बनना चाहिए जो हम दुनिया में देखना चाहते हैं, तभी हम अँधेरे में रौशनी की किरण फैला सकते हैं।

 *शौक़ सारे छिन गये,*

*दीवानगी जाती रही;*

*आयीं ज़िम्मेदारियाँ,*

*तो आशिकी जाती रही।*


*मांगते थे ये दुआ,* 

*हासिल हो हमको दौलतें;*

*और जब आयी अमीरी,* 

*शायरी जाती रही।*


*मय किताब-ए-पाक़ मेरी,* 

*और साक़ी है ख़ुदा;*

*महफिलों से भर गया दिल,*

*मयकशी जाती रही।*


*रौशनी थी जब मुकम्मल,*

*बंद थीं ऑंखें मेरी;*

*खुल गयी आँखें मगर,* 

*फिर रौशनी जाती रही।*


*ये मुनाफ़ा, ये ख़सारा,*

*ये मिला, वो खो गया;*

*इस फेर निनयानबे में,*

*ज़िन्दगी जाती रही।*


*सिर्फ़ दस से पांच तक,*

*सिमटी हमारी ज़िन्दगी;*

*दफ़्तरी आती रही,* 

*आवारगी जाती रही।*


*मुस्कुरा कर वो सितमग़र,*

*फिर से हमको छल गया;*

*भर गया हर ज़ख्म,* 

*तो नाराज़गी जाती रही।*


*उम्र बढ़ती जा रही है,* 

*तुम बड़े होते नहीं;*

*ऐसे तानों से हमारी,*

*मसख़री जाती रही।*

Sunday, September 13, 2020

 Some epic dialogues of my papa 😂


👉Ye ladka nahi sudharega 


👉Padhana likhana ek akshar hai nahi bhikh mangoge


👉Katora leke bhikh maangoge wo bhi nhi milega


👉Sudhar jao tumhari bahut shikayat aa rahi hai


👉Din bhar mobile mein ghuse raho🤣🤣


👉Raja babu subah jaldi bhi uth jaya karo


👉Jis din khud baap banoge tab pata chalega


👉Padh lo kam se kam 2 paise ke aadmi ho jaoge


😂🤣🤣🤣😂


# ©

 कभी कभी अपनी आंखो पर यकीन नहीं आता है😞...

कैसे कोई जान से प्यारा दिल तोड़ जाता है😔...


ऐसी ही कहानी में आज आप सब को सुनाती हूं🙃....

कैसे बिखरा एक लड़की का वजूद ये आपको बताती हूं😟...


एक लड़की जिसने अपना सब कुछ भुला दिया अपनी मोहब्बत के लिए😟...

पर उसकी मोहब्बत उसे छोड़ गया किसी और के लिए😞...


लड़की लड़के से बेइंतेहा प्यार जताती थी😳...

उसकी एक ख्वाहिश के लिए अपनी जान तक लुटाती थी😲...


किसी काम में उस लड़की का मन नहीं लगता था😴...

हर तरह उसे उस लड़के का एहसास लगता था😴...


वो लड़का उस भोली लड़की के प्यार का खूब फायदा उठाता था😡...

बना कर अपनी मजबूरियों का बहाना, दिखा कर अपने झूठे आंसू हमेशा उसे लूट जाता था😠...


नासमझ थी वो लड़की जो उसके इस नाटक को प्यार समझ बैठी थी🤦...

उसके सिवा कभी किसी और कि नहीं होगी, हर वक़्त यही कहती थी🤷...


मगर उसको कहां पता था अब किस्मत क्या मोड़ लेगा💞..

जिसे वो अपनी जान कहती है, वो किसी और के लिए उससे मुंह मोड़ लेगा😣...


आखिर एक दिन लडके ने अचानक उसे खुद को भूल जाने को कह दिया🥺...

जब वजह पूछी तो बहाना मजबूरियों का बना दिया😔...


कहने लगा घर वाले मेरी शादी कहीं और कर रहे है🙄...

तुम मेरी जात की नहीं हो ना... इसलिए मुझे तुमसे दूर कर रहे है😏...


उसका मासूम दिल टूटने सा लगा💔...

 उसका रब पर से भरोसा उठने सा लगा😣...


अब तो वो अकेली ही रह गई थी☹️...

क्योंकि उस बेवफा के लिए वो अपनो से नाता भी तोड़ गई थी😨...


मगर किसी के समझाने पे वो अब भी जी रही है😢...

मगर अंदर ही अंदर गम और दुख के आंसू पी रही है😖...

 जीवन


जो चाहा कभी पाया नहीं,

जो पाया कभी सोचा नहीं,

जो सोचा कभी मिला नहीं,

जो मिला रास आया नहीं,

जो खोया वो याद आता है

पर

जो पाया संभाला जाता नहीं ,

क्यों

अजीब सी पहेली है ज़िन्दगी

जिसको कोई सुलझा पाता नहीं.

जीवन में कभी समझौता करना पड़े तो कोई बड़ी बात

नहीं है,

क्योंकि,

झुकता वही है जिसमें जान होती है,

अकड़ तो मुरदे की पहचान होती है।

ज़िन्दगी जीने के दो तरीके होते है!

पहला: जो पसंद है उसे हासिल करना सीख लो.!

दूसरा: जो हासिल है उसे पसंद करना सीख लो.!

जिंदगी जीना आसान नहीं होता; बिना संघर्ष कोई

महान नहीं होता.!

जिंदगी बहुत कुछ सिखाती है;

कभी हंसती है तो कभी रुलाती है; पर जो हर हाल में

खुश रहते हैं; जिंदगी उनके आगे सर झुकाती है।

चेहरे की हंसी से हर गम चुराओ; बहुत कुछ बोलो पर

कुछ ना छुपाओ;

खुद ना रूठो कभी पर सबको मनाओ;

राज़ है ये जिंदगी का बस जीते चले जाओ।

"गुजरी हुई जिंदगी को

                   कभी याद न कर,


तकदीर मे जो लिखा है

               उसकी फर्याद न कर...


जो होगा वो होकर रहेगा,


तु कलकी फिकर मे

           अपनी आज की हसी बर्बाद न कर...


हंस मरते हुये भी गाता है

और

      मोर नाचते हुये भी रोता है....


  ये जिंदगी का फंडा है बॉस


दुखो वाली रात

              निंद नही आती

  और

       खुशी वाली रात

                     .कौन सोता है... 

🥺

 बहु और बेटी ( जरुर पढिये )


लेडी 1: तुम्हारी बहु कैसी है ?

लेडी 2: बहु तो बहुत बुरी है,

           रोज लेट उठती है,

           मेरा बेटा उसके लिए चाय

           बनाता है, घर का कोई भी

           काम नहीं करती..

           और जब देखो मेरे बेटे से

           बाहर खाना खाने के लिए

           कहेती रहेती है !!

लेडी 1: और दामाद ?

लेडी 2: दामाद तो फरिश्ता है.

           रोज सुबह मेरी बेटी को चाय

           बना के पिलाता है,

           उसे घर का कोई भी काम

           करने नहीं देता और अक्सर

           बाहर खाना खाने ले जाता है..

           ऐसा दामाद सबको मिले !!..

        😄😄😄😄 😛 रिश्ता वही सोच नई !! 😆😜😜😜😜😜😜😜


#@planetnjoy

 चाय से बन गई बात


एक शहर में दो दोस्त (अजय और विजय) एक ही दफ्तर में काम करते थे और एक ही फ्लैट शेयर करते थे।

उन दोनों दोस्तों में एक दिन किसी बात को लेकर थोड़ी बहस हो गई और फिर दोनों के बीच बाते होना बन्द हो गई


कई दिन ऐसे ही बात न होने के बाद अजय ने सोचा कि ऐसे आखिर कब तक चलेगा। आखिर दोस्त है कब तक बाते नही करेगा।।


और फिर शाम को जब अजय दफ्तर से वापस आया तो उसने किचेन में चाय बनाई और जान बूझ कर एक कि जगह दो कप चाय बनाई


और फिर.. अपने दोस्त विजय को थोड़े कड़े शब्दो मे आवाज़ लगाई 

"चाय बनाई है थोड़ी ज्यादा हो गई है

पीनी हो तो पी लेना"


विजय थोड़ी देर बाद किचेन में चाय लेने आया.. और चाय पीने के बाद अपने दोस्त से बोला...

"चाय में कोई स्वाद नही थी.. वो तो बर्बाद न हो इसलिए मैंने पी ली.. तुझसे बेहतर तो मैं चाय बना लेता हूँ"


अजय: साले.. बकवास शुरू कर दी तूने फिर से...


और फिर दोनों हँस पड़े मानो जैसे उनके बीच कुछ हुआ ही नही था।


#

 *पति:* अजी सुनती हो ?


*पत्नी;* नहीं, मैं तो जनम कि बहरी हूँ ।बोलो?


*पति:* मैंने ऐसा कब कहा ?


*पत्नी:* तो अब कह लो, पूरी कर लो एक साथ, कोई भी हसरत अगर अधूरी रह गयी हो। 


*पति:* अरी भाग्यवान!!


*पत्नी:* सुनो एक बात.... आइन्दा मुझे भाग्यवान तो कहना मत , फूट गए नसीब मेरे तुमसे शादी करके और कहते हो भाग्यवान हूँ ।


*पति:* एक कप चाय मिलेगी?


*पत्नी:* एक कप क्यों?

 लोटा भर मिलेगी और सुनो किसको सुना रहे हो ?

मैं क्या चाय बना के नहीं देती ?


*पति:* अरे यार कभी तो सीधे मुह बात...


*पत्नी:* बस .... आगे मत बोलना ,नहीं आता मुझे सीधे मुँह बात करना।

मेरा तो मुँह ही टेढ़ा है , यही कहना चाहते हो ना ?


*पति:* हे भगवान!!


*पत्नी:* हाँ ... माँग लो भगवान जी से एक कप चाय ।

मै चली नहाने, और सुनो मुझे शैम्पू भी करना है देर लगेगी।

बच्चों को स्कूल से ले आना मेरे अकेले के नहीं हैं ।


*पति:* अरे ये सब क्या बोलती हो ?


*पत्नी:* क्यों झूठ बोल दिया क्या ? 

मैं क्या दहेज़ में ले कर आयी थी इनको ?


*पति:* अरे मैं कहाँ कुछ बोल रहा हूँ ?


*पत्नी:* अरे मेरे भोले बाबा, तुम कहाँ बोलते हो ? 

मैं तो चुप थी।

बोलना किसनेशुरू किया ? 

बताओ ...?


*पति:* अरे मैंने तो एक कप चाय मांगी थी।


*पत्नी:* चाय मांगी थी या मुझे बहरी कहा था ? 

क्या मतलब था तुम्हारा ? 

"अजी सुनती हो ?"का क्या मतलब था बताओगे ?


*पति:* अरे श्रीमती जी।

कभी तो मीठे से बोल लिया करो।


*पत्नी:* अच्छा...?.

मीठा नहीं बोली मैं कभी ? 

तो ये दो दो नमूने क्या पड़ोसी के हैं. ?

 देख लिया है बहुत मीठा बोल कर।

बस अब और मीठा बोलने कि हिम्मत नहीं है मेरी।


*पति:* भूल रही हो मैडम ।


*पत्नी:* क्या भूल रही हूँ..?


*पति:* अरे मुझे बात तो पूरी करने दो।

मैं कह रहा था कि पति हूँ तुम्हारा।


*पत्नी:* अच्छा ..... मुझे नहीं पता था।

सूचना के लिए धन्यवाद।


*पति:* अरे नहीं चाहिए मुझे तुम्हारी चाय।

 बक बक बंद करो।


*पत्नी:* अरे वाह!! तुम्हे तो बोलना भी आता है ? बहुत अच्छे, 

चाय पी के जाओ।

बाद में नहा लूँगी।


*पति:* गज़ब हो तुम भी।

 पहले तो बिना बात लड़ती हो फिर बोलती हो चाय पी के जाओ।


*पत्नी:* तो क्या करूँ ? 

तुम लड़ने का मौका कहाँ देते हो ? 

लड़ने का मन करे तो क्या पड़ोस में लड़ने जाऊँ?

               

*नोट:-* पत्नीयों के अधिकारों का हनन ना करें और उन्हें लङने का मौका अवश्य दें।


                       


          स्त्री को प्रसन्न रख पाना

                एक मिथ्या है,

              जब तक सीता

         राम के पास थीं उन्हें

         सोने का हिरण चाहिए था,

     जब पूरी सोने की लंका चरणों में थी

          तो राम चाहिए थे..!!


                हे नादान पुरुष,

        जो काम प्रभु ना कर सके,

          वो तू करना चाहता है...?

                       😜                       

                       

सभी विवाहत पुरूषों को समर्पित

 सांझ हुई और रात जगी

ख़्वाब भी तरसे, नींद लगी

तरसने लगी है बाहें, 

ताकूँ तेरी चाहतो की राहें

पर तुम तो मुझे बुलाते नही

मेंरे ख़्वाब भी तुझे जगाते नही

अब रतियन में आते नही

हमको क्यों सताते नही

अरे बात करें पर बातें नई

हमको क्यों कुछ बताते नही!


अरे भूलों से भुला मैं भटका हुआ

अरे कब से मैं तरसा यूँ अटका हुआ

कह दो, मेरी गली में क्यों आते नही

इश्क़ है फिर भी जताते नही।

अब रतियन में आते नही

हमको क्यों सताते नही

अरे बात करें पर बातें नई

हमको क्यों कुछ बताते नही!


अरे जागो न जागो, निंदिया कितनी आई

अरे मुझसे भी पूछो क्यों दुनिया हुई पराई

यूँ छोड़ पराया जाते नही

क्यों हमको अब अपनाते नही।

अब रतियन में आते नही

हमको क्यों सताते नही

अरे बात करें पर बातें नई

हमको क्यों कुछ बताते नही!


क्यों कह दें ये तुमसे, है ताज्जुब थोड़ी थोड़ी

हो मुव्वसर या मुक्कमल, मिल जाते थोड़ी थोड़ी

मुकद्दर मेरे अब क्यों बन जाते नही

करके मुकम्मल हमको, अपना क्यों बनाते नही

अब रतियन में आते नही

हमको क्यों सताते नही

अरे बात करें पर बातें नई

हमको क्यों कुछ बताते नही!


अरे लूटो, न लूटो ऐसे चैन मेरा

अब नींद में हूँ, न छीनो ख्वाब मेरा

ख़्वाब से यादें हैं, है आगे का सब तेरा

क्यों याद मेरी तुझे आते नही

क्यों हमको अपना कह बुलाते नही

अब रतियन में आते नही

हमको क्यों सताते नही

अरे बात करें पर बातें नई

हमको क्यों कुछ बताते नही!


अभी कुछ पल में तू सब हो गया मेरा

 आज और कल में ही सब ले गया मेरा

क्यों गैर हूँ ऐसे जताते हो, जब देखूं तो मुँह फिराते हो

मुझे अपना कहने से डरते हो, या बेवजह इतना शर्माते हो

क्यों सीने से मुझको लगाते नही

क्यों अपना मुझे बुलाते नही!

अब रतियन में आते नही

हमको क्यों सताते नही

अरे बात करें पर बातें नई

हमको क्यों कुछ बताते नही!

 सरकारी हॉस्पिटल में एक व्यक्ति खांसता हुआ अंदर आया। सारा स्टाफ एकदम सतर्क हो गया। 


सभी ने उस व्यक्ति को पकड़ा और एक ने मुँह पर कसकर मास्क बाँध दिया, 


डॉक्टर उसका टेस्ट करने लग गए वो व्यक्ति छटपटा कर उनकी पकड़ से निकलने की कोशिश करता रहा, परन्तु उसकी कोशिश नाकाम रही।           


उसने कुछ बताना चाहा परन्तु किसी ने बोलने भी नही दिया।


 🤓


उसकी टेस्ट रिपोर्ट आई तो स्टॉफ ने राहत की सांस ली 


और 


उसने कहा की उसे कोरोना नहीँ है                     


डॉक्टर ने उससे पूछा कि तुम खांसते हुए अंदर क्यों आये।   

                                    


उसने बड़ी मासूमियत से कहा कि 

.

.

.

.

.

.

मेरे छोटे भाई की बीवी यहां नर्स है मैं उससे मिलने आया था।

.

.

.

.

मैं जब भी छोटे भाई के घर जाता हूं तो खांस देता हूँ 

.

.

.

ताकि बहू समझ जाये की जेठजी आये हैं और वह सिर पर पल्लू रख ले।

😂😜😝🤣🤣😝😜😂

 This killed me.


A woman dies. In heaven she sees a large Wall full of Clocks.


She asks angel: What are these for?


Angel answers: These are Lie Clocks, every person has a lie clock! Whenever you lie on earth, clock moves.


The woman points towards a clock and asks: Whose clock is this? ...


Angel says: Its Mother Teresa's. It never moved, showing that she never told lie.


The woman asks: Where are the clocks of our Married men?


The angel replies: Those are in our office, We use them as 'OFFICE FANS'


She then asked, what of the Married women?


The angel replied, 'those are out there generating electricity!'

😱😱😂😂😂

 यह सच है बदल गयी हूँ मैं !

उम्र आने पर संवर गयी हूँ मैं | 

हाँ यह सच है ,कुछ-एक सफ़ेद बालों की गरिमा से भर गयी हूँ,

एक औरत से माँ बन गयी हूँ मैं !


 सबको प्यार से संभाला अब तक, अपनी जरूरतों को प्यार से सहलाया आज ,हाँ ,थोड़ी -थोड़ी सी बदल गयी हूँ मैं !


रिश्तों को निभाती हूँ ,उससे जुड़े भार नहीं ढोती ,कितने बोझ अपने कन्धों पर लेकर चलूँ , समझ में आ गयी है यह बात कि ,आखिर औरत हूँ,धरती नहीं हूँ मैं !


आजकल दूसरों को एकदम से सलाह नहीं देती ,अगर उसकी स्थिति मेरे समझ से बाहर हो | अपने ज्ञान का प्रर्दशन करने से पहले, दूसरों को सलाह देने से पहले, खुद को टटोलने लगी हूँ मैं !


उनके घर में गया मेरा 5 -10 रुपया शायद घर की जरुरत के दिए के लिए तेल बन जाये , इसलिए आजकल सब्जी वाले ,ऑटो वाले से ,काम वाली से बिन बात मोलभाव नहीं करती , शॉपिंग मॉल में लुटे पैसे का भाव समझ गयी हूँ मैं |


जानती हूँ खुद को सजाना ,संवारना जरुरी है पर खुद को सँवारने से पहले आत्मा पर पड़े मैल खुरचने लगीं हूँ मैं !

लगता है अब निखर गयीं हूँ मैं !


थक जाने पर शरारतें बच्चों की परेशां करतीं है ,पर अब उनपर चिल्लाती नहीं ,उन्हें समझने की कोशिश में लगीं हूँ मैं !गीली मिट्टी सवांरने लगीं हूँ मैं !


बुजुर्गों के किस्सों मे उनके बचपन को जी लिया करतीं हूँ ,अनेकों बार सुनी उनकी बातों पर आज उन्हें टोकती नहीं बस पहली बार सुना हो वैसे मज़े लेने लगीं हूँ मैं |


हरेक दिन को आखरी समझ कर जीने का तरीका सीख रहीं हूँ ,अपने इस नए "मैं" से प्यार करने लगीं हूँ मैं !


वक़्त से पंख उधार लेकर तितलियों सी उड़ने लगी हूँ मैं, फिर भी पैरों के नीचे जमीन रखतीं हूँ ,


 "खुद से दोस्ती करने लगी हूँ मैं !"

 🙏 कृपया इस पोस्ट को दूसरे ग्रुप में भेजें🙏

          🌹 🌹


*पानी में हल्दी मिलाकर पीने से होते है यह 7 फायदें*.....

🙏👏🌹


1. गुनगुना हल्दी वाला पानी पीने से दिमाग तेज होता है. सुबह के समय हल्दी का गुनगुना पानी पीने से दिमाग तेज और उर्जावान बनता है.


2. रोज यदि आप हल्दी का पानी पीते हैं तो इससे खून में होने वाली गंदगी साफ होती है और खून जमता भी नहीं है. यह खून साफ करता है और दिल को बीमारियों से भी बचाता है.

🙏👏🌹

3. लीवर की समस्या से परेशान लोगों के लिए हल्दी का पानी किसी औषधि से कम नही है. हल्दी के पानी में टाॅक्सिस लीवर के सेल्स को फिर से ठीक करता है. हल्दी और पानी के मिले हुए गुण लीवर को संक्रमण से भी बचाते हैं.

🙏👏🌹

4. हार्ट की समस्या से परेशान लोगों को हल्दी वाला पानी पीना चाहिए. हल्दी खून को गाढ़ा होने से बचाती है. जिससे हर्ट अटैक की संभावना कम हो जाती है.

🙏👏🌹

5. जब हल्दी के पानी में शहद और नींबू मिलाया जाता है तब यह शरीर के अंदर जमे हुए विषैले पदार्थों को निकाल देता है जिससे पीने से शरीर पर बढ़ती हुई उम्र का असर नहीं पड़ता है. हल्दी में फ्री रेडिकल्स होते हैं जो सेहत और सौर्दय को बढ़ाते हैं.

🙏👏🌹

6. शरीर में किसी भी तरह की सजून हो और वह किसी दवाई से ना ठीक हो रही हो तो आप हल्दी वाला पानी का सेवन करें. हल्दी में करक्यूमिन तत्व होता है जो सूजन और जोड़ों में होने वाले असाहय दर्द को ठीक कर देता है. सूजन की अचूक दवा है हल्दी का पानी.

🙏👏🌹

7. कैंसर खत्म करती है हल्दी. हल्दी कैंसर से लड़ती है और उसे बढ़ने से भी रोक देती है. हल्दी एंटी.कैंसर युक्त होती है. यदि आप सप्ताह में तीन दिन हल्दी वाला पानी पीएगें तो आपको भविष्य में कैंसर से हमेशा बचे रहेगें.👏🙏

 *साधु किसे कहते है ।* 🎅🏽🎅🏽


*तरुण सागर जी महाराज कहते हैं कि ------*


* जिसके पेरौ मे जूता नही 

      सिर पर छाता नही 

      बेंक मे खाता नही 

      परिवार से नाता नही 

      उसे कहते है साधु ।


* जिसके तन पे कपडा नही 

       वचन मे लफड़ा नही

       मन मे क्षगडा नही 

       उसे कहते है साधु ।


* जिसका कोई घर नही 

        किसी बात का डर नही 

        दुनिया का असर नही 

        उसे कहते है साधु ।


* जिसके पास बीबी नही 

        साथ टीवी नही 

        अमीरी गरीबी नही

        नाश्ते मे जलेबी नही 

        उसे कहते है साधु ।


* जो कचचे पानी को छूता नही  

         बिसतर पर सोता नही 

         होटेल मे खाता नही 

         उसे कहते है साधु ।


* जिसे नाई की जररूत नही 

          जिसे तेली की जररूत नही 

          जिसे सुनार की जररूत नही 

          जिसे लुहार की जररूत नही 

          जिसे दर्जी की जररूत नही 

          जिसे व्यापार की जररूत नही 

          जिसे धोबी की जररूत नही 

          फिर भी सबको धोता है 

          उसे कहते है साधु ।

                                        🙏🏼 *जय हो* 🙏🏼

 स्त्रियो को समर्पित 👵👱‍♀👵


एक स्त्री द्वारा लिखित बेहद संवेदन शील और अन्दर तक झकझोरने वाला लेख..😢


मुझे याद नहीं कि बचपन में कभी सिर्फ इस वजह से स्‍कूल में देर तक रुकी रही होऊं कि बाहर बारिश हो रही है। ना। भीगते हुए ही घर पहुंच जाती थी। और तब बारिश में भीगने का मतलब होता था घर पर अजवाइन वाले गर्म सरसों के तेल की मालिश। और ये विदाउट फेल हर बार होता ही था। मौज में भीगूं तो डांट के साथ-साथ सरसों का तेल हाजिर। 


फिर जब घर से दूर रहने लगी तो धीरे-धीरे बारिश में भीगना कम होते-होते बंद ही हो गया। यूं नहीं कि बाद में जिंदगी में लोग नहीं थे। लेकिन किसी के दिमाग में कभी नहीं आया कि बारिश में भीगी लड़की के तलवों पर गर्म सरसों का तेल मल दिया जाए। कभी नहीं। 


ऐसी सैकड़ों चीजें, जो मां हमेशा करती थीं, मां से दूर होने के बाद किसी ने नहीं की। 


किसी ने कभी बालों में तेल नहीं लगाया। मां आज भी एक दिन के लिए भी मिले तो बालों में तेल जरूर लगाएं। 


बचपन में खाना मनपसंद न हो तो मां दस और ऑप्‍शन देती। अच्‍छा घी-गुड़ रोटी खा लो, अच्‍छा आलू की भुजिया बना देती हूं। मां नखरे सहती थी, इसलिए उनसे लडि़याते भी थे। लेकिन बाद में किसी ने इस तरह लाड़ नहीं दिखाया। मैं भी अपने आप सारी सब्जियां खाने लगीं। 


मेरी जिंदगी में मां सिर्फ एक ही है। दोबारा कभी कोई मां नहीं आई, हालांकि बड़ी होकर मैं जरूर मां बन गई। लड़कियां हो जाती हैं न मां अपने आप।। पति कब छोटा बच्‍चा हो जाता है, कब उस पर मुहब्‍बत से ज्‍यादा दुलार बरसने लगता है, पता ही नहीं चलता। उनके सिर में तेल भी लग जाता है, ये परवाह भी होने लगती है कि उसका फेवरेट खाना बनाऊं, उसके नखरे भी उठाए जाने लगते हैं। 


लड़कों की जिंदगी में कई माएं आती हैं। बहन भी मां हो जाती है, पत्‍नी तो होती ही है, बेटियां भी एक उम्र के बाद बूढ़े पिता की मां ही बन जाती हैं, लेकिन लड़कियों के पास सिर्फ एक ही मां है। बड़े होने के बाद उसे दोबारा कोई मां नहीं मिलती। वो लाड़-दुलार, नखरे, दोबारा कभी नहीं आते।


*लड़कियों को जिंदगी में सिर्फ एक ही बार मिलती है मां..*.👵🙏🙏🙏😢😢😢

 *धनबल, जनबल, बुद्धि अपार ।*

*सदाचार बिन सब बेकार ।।*


.... धन से बहुत कुछ खरीदा जा सकता है, परंतु सब कुछ नहीँ खरीदा जा सकता है ।

.... जनबल से युद्ध व लड़ाईयां जीती जा सकती हैं, परंतु लोगों को नहीं जीता जा सकता है ।

....अपार बुद्धि के तिकड़मो से भी सब कुछ पाना संभव नहीं है ।

....परन्तु शालीनता (सदाचार) बिना मोल मिलती है, इससे सब कुछ खरीदा जा सकता है


*आज दिनाँक 02 सितम्बर, 2017 शनिवार की पावन मधुर बेला में सदाचारी बने रहने के संकल्प के साथ प्रतिदिन की भांति, आपको सादर.... जय माता की... जय गुरूवर की 🙏

[9/3, 3:02 PM] Kanak Nik: 💃 हँस हँस के पागल हो जाओगे पढ़ना जरूर 😄 😂

,

एक रात, चार कॉलेज विद्यार्थी देर तक

मस्ती 👯 👯 करते रहे और

जब होश आया तो अगली सुबह होने

वाली परीक्षा का भूत 😱

उनके सामने आकर खड़ा हो गया।

,

परीक्षा से बचने के लिए उन्होंने एक

योजना 😎 बनाई।

,

👳 मैकेनिकों जैसे गंदे और फटे पुराने

कपड़े पहनकर

वे प्रिंसिपल 👮 के

सामने जा खड़े हुए और उन्हें

अपनी दुर्दशा की जानकारी दी।

,

उन्होंने 👷 प्रिंसिपल को बताया कि कल रात वे

चारों एक दोस्त

की शादी में गए हुए थे।

.

लौटते में गाड़ी 🚗

का टायर

पंक्चर

हो गया।

.

किसी तरह धक्का लगा-लगाकर

गाड़ी को यहां तक

लाए हैं। इतनी थकान है कि बैठना भी संभव

नहीं दिखता, पेपर

हल करना तो दूर की बात है।

,

यदि 👷 प्रिंसिपल साहब उन

चारों की परीक्षा आज के बजाय किसी

और दिन

ले लें

तो बड़ी मेहरबानी 😇 होगी।

,

👷 प्रिंसिपल साहब बड़ी आसानी से मान गए।

उन्होंने तीन दिन

बाद का समय दिया। विद्यार्थियों ने प्रिंसिपल

साहब

को धन्यवाद 🙏 दिया और जाकर

परीक्षा की तैयारी में लग गए।

,

तीन दिन बाद जब वे परीक्षा 📝 देने पहुंचे

तो 👷 प्रिंसिपल ने

बताया कि यह विशेष परीक्षा केवल उन चारों के

लिए

ही आयोजित की गई है। चारों को अलग-अलग

कमरों में

बैठना होगा।

.

चारों 💃 विद्यार्थी अपने-अपने नियत कमरों में

जाकर बैठ गए।

.

जो प्रश्नपत्र उन्हें दिया गया उसमें केवल

एक ही प्रश्न था

,

,

,

,

,

,

गाड़ी का कौनसा टायर पंक्चर हुआ था ?

( १०० अंक )

अ. अगला बायां 🙀

ब. अगला दायां 😿

स. पिछला बायां 😾

द. पिछला दाया 😼

😝

चारो फस गये साले 😃 😃

क्योंकि

चारों का उत्तर अलग अलग था।

,

आखिर गुरु गुरु ही होता है 😝 😝 😎😎

 *वृक्ष कबहु नहीं फल भखे, नदी ना सांचे नीर ।*

*परमार्थ के कारणे साधू धरा शरीर ।।*


.... ईश्वर ने मनुष्य को सबसे बुद्धिमान प्राणी बनाया है ताकि वह सबका ध्यान रखे ।

....प्रकृति मनुष्य को अपना सब कुछ निस्वार्थ भाव से निछावर कर देती है ।

....एक हम हैं की उसका इतना दोहन करते हैं कि वह उसका आस्तित्व ही खत्म होने के कागार पर चला गया है । 

....कोई हमारा तभी ख्याल रख सकता है जब हम भी उसका ख्याल रखें ।


*आज दिनाँक 15 सितम्बर, 2017 शुक्रवार की पावन मधुर बेला में, प्रकृति के अनुरूप बनने के प्रयास करते रहने के संकल्प के साथ, नित्य की भाँति, आपको सादर 🙏🏻जै माता की... जै गुरुवर की 🙏🏻

[9/18, 5:03 PM] Nikit: Good read:


● At 20 years "foreign country" and "hometown" is the same. (No matter where you are, you can always adapt) 


● At 30 years, "night time" and "daytime" is the same. (A few days of no sleep, does not matter) 


● At 40 years, "highly educated" and "lowly educated" is the same. (Lowly educated persons, may even earn more money) 


● At 50 years, "beauty" and "ugly" is the same. (No matter how pretty you are, at this age, wrinkles, dark spots, etc. start to appear.) 


● At 60 years, "high official" and "low official" are the same. (After retirement, their status are the same)


● At 70 years, "big house" and "small house" is the same. (Joints degeneration, cannot walk, only require a little space .)


● At 80 years, "have money" and "no money" is the same. (Even when you spend money, you won't be able to spend much) 


● At 90 years old, being "man" and "woman" is the same. 


● At 100 years, "Sleeping" and "waking up" is the same. (After you wake up, you still don't know what to do) 


Take life easy, there are no mysteries to be solved. 

In the long run, we'll all be the same 🙏🙏

 *श्राद्ध SPECIAL*

👌😜😛


एक दिन बाद

बहू को आया याद

अरे कल था ससुरजी का श्राद्ध..


आधुनिक बहू ने क्या किया

डोमिनोस को फोन किया

और एक पिज़ा पंडितजी के यहाँ भिजवा दिया..


ब्राहमण भोजन का ये मोडर्न स्टाइल था,

दक्षिणा के नाम पर कोक मोबाइल था..


रात ससुरजी सपने में आये,

थोड़े से मुस्कराए,बोले

शुक्रिया

मरने के बाद ही सही,

याद तो किया।


पिज़ा अच्छा था,

भले ही लेट आया

मैंने मेनका और रम्भा के साथ खाया,

उन्हें भी पसंद आया


बहू बोली,

अच्छा तो आप अप्सराओं के साथ खेल रहे है,

और हम यहाँ कितनी मुसीबतें झेल रहे है।


महगाई का दौर बड़ता ही जाता है,

पिज़ा भी चार सौ रुपयों में आता है..😡


ससुरजी बोले

हमें सब खबर है,

भले ही दूर बैठें है

लेट हो जाने पर

डोमिनो वाले भी पिज़ा

फ्री में देते है..

 आज पत्नी दिवस हैं 

  I love my wife


🎀🎀🎀🎀🎀🎀🎀🎀


    *हर पति-देव इसे ध्यान से पढ़ें ~*


  😤 एक युवक बगीचे में 😤

        बहुत गुस्से में बैठा था !

      पास ही एक बुजुर्ग बैठे थे !

उन्होने उस परेशान युवक से पूछा :-

           *क्या हुआ बेटा ...*

           *क्यूं इतना परेशान हो ?*


युवक ने गुस्से में अपनी पत्नी की

गल्तियों के बारे में बताया !

बुजुर्ग ने मंद-मंद मुस्कराते हुए ...

युवक से पूछा :-


😇 बेटा क्या तुम बता सकते हो ~

       *तुम्हारा धोबी कौन है ?*

🚶🏻 युवक ने हैरानी से पूछा :- 

        क्या मतलब ?

🍯 बुजुर्ग ने कहा :- 

      *तुम्हारे मैले कपड़े कौन धोता है ?*

🚶🏻 युवक बोला 👉 *मेरी पत्नी*


😇 बुजुर्ग ने पूछा :- 

      *तुम्हारा बावर्ची कौन है ?*

🚶🏻 युवक 👉 *मेरी पत्नी*


😂 बुजुर्ग :- तुम्हारे *घर-परिवार* और

      *सामान का ध्यान कौन रखता है ?*

🚶🏻 युवक 👉 *मेरी पत्नी*


😇 बुजुर्ग ने फिर पूछा :-

      कोई *मेहमान* आए तो ...

      *उनका ध्यान कौन रखता है ?*

🚶🏻 युवक 👉 *मेरी पत्नी*


😇 बुजुर्ग :- *परेशानी और गम में ...*

                     *कौन साथ देता है ?*

🚶🏻 युवक :- *मेरी पत्नी*


😇 बुजुर्ग :- अपने माता पिता का घर

                छोड़कर *जिंदगी भर के लिए*

                *तुम्हारे साथ कौन आता है ?*

🚶🏻 युवक :- *मेरी पत्नी*


😇 बुजुर्ग :- *बीमारी में* तुम्हारा ध्यान और

                     *सेवा कौन करता है ?*

🚶🏻 युवक :- *मेरी पत्नी*


😇 बुजुर्ग बोले :- एक बात और बताओ

              *तुम्हारी पत्नी इतना काम और*

              *सबका ध्यान रखती है !*

                  *क्या कभी उसने तुमसे ...*

                  *इस बात के पैसे लिए ?*

🚶🏻 युवक :- *कभी नहीं...*


इस बात पर बुजुर्ग बोले कि ~

*पत्नी की एक कमी तुम्हें नजर आ गई*

*मगर , उसकी इतनी सारी खूबियाँ*

*तुम्हें कभी नजर नहीं आईं ?*


  ☄☄☄☄☄☄☄☄


👰🏻 *चूंकि पत्नी ईश्वर का दिया …*

  *एक स्पेशल उपहार है* इसलिए

    *उसकी उपयोगिता जानो…*

      *और उसकी देखभाल करो।*


🎈〰〰❣❣〰〰🎈


     ये मैसेज हर विवाहित पुरुष के 

       मोबाइल में होना चाहिए, ताकि …

          उन्हें अपनी *_पत्नी के महत्व_* का

             *_अंदाजा हो।_*

         HAPPY WIFE DAY

 *बर्फ के ये 10 फायदे जानकर चौंक जाएंगे आप*


*1-कड़वी दवाई खाने से पहले मुंह में बर्फ का टुकड़ा रख लें, दवाई कड़वी ही नहीं लगेगी।*


*2- यदि आपने बहुत ज्यादा खा लिया है और खाना पच नहीं रहा, तो थोड़ा-सा बर्फ का टुकड़ा खा ले। खाना शीघ्र पच जाएगा।*


*3- यदि आपके पास मेकअप का भी समय नहीं है या आपकी त्वचा ढीली पड़ती जा रही है तो एक बर्फ का छोटा-सा टुकड़ा लेकर उसे किसी कपड़े में (हो सके तो मखमल का) लपेट चेहरे पर लगाइए। इससे आपके चेहरे की त्वचा टाइट होगी और यह टुकड़ा आपकी त्वचा में ऐसा निखार ला देगा जो और कहीं नहीं मिलेगा।*


*4- प्लास्टिक में बर्फ का टुकड़ा लपेटकर सिर पर रखने से सिरदर्द में राहत मिलती है।*


*5- यदि आपको शरीर में कहीं पर भी चोट लग गई है और खून निकल रहा है तो उस जगह बर्फ मसलने से खून बहना बंद हो जाता है।*


*6- कांटा चुभने पर बर्फ लगाकर उस हिस्से को सुन्न कर ले, कांटा या फांस आसानी से निकल जाएगा और दर्द भी नहीं होगा।*


*7- अंदरुनी यानी गुम चोट लगने पर बर्फ लगाने से खून नहीं जमता व दर्द भी कम होता है।*


*8- नाक से खून आने पर बर्फ को कपड़े में लेकर नाक के ऊपर चारों और रखें, थोड़ी देर में खून निकलना बंद हो जाएगा।*


*9- धीरे-धीरे बर्फ का टुकड़ा चूसने से उल्टी बंद हो जाती है।*


*10- पैरों की एड़ियों में बहुत ज्यादा तीखा दर्द हो तो बर्फ की क्यूब मलने से आराम मिलेगा।*

 Copies from someone else's post but so True....


मेरी मां गलती से असली बाबा के पास चली गई. मेरी बीवी की शिकायत करने लगी. 

कहा - बहू ने बेटे को बस में कर रखा है, कुछ खिला-पिला दिया है, इल्म जानती है, उसकी काट चाहिए.

असली बाबा ने कहा - माताजी आप बूढ़ी हो गई हैं. भगवान के भजन कीजिए. बेटा जिंदगी भर आपके पल्लू से बंधा रहा. अब उसे जो चाहिए, वो कुदरतन उसकी बीवी के पास है. आपकी बहू कोई इल्म नहीं जानती. अगर आपको बेटे से वाकई मुहब्बत है, तो जो औरत उसे खुश रख रही है, उससे आप भी खुश रहिए.

मेरी मां आकर उस असली बाबा को कोस रही है क्योंकि उसने हकीकत बयान कर दी. मेरी मां चाहती थी कि बाबा कहे हां तुम्हारी बहू टोना टोटका जानती है. फिर बाबा उसे टोना तोड़ने का उपाय बताते और पैसा लेते. मेरी मां पैसा लेकर गई थी, मगर बाबा ने पैसा नहीं लिया.

कहा - तुम्हारी बहू को कुछ बनवा दो इससे.

मेरी मां और जल-भुन गई. मेरी मां को नकली बाबा चाहिए, असली नहीं.


मेरी बीवी भी असली बाबा के पास चली गई. 

कहने लगी - सास ने ऐसा कुछ कर रखा है कि मेरा पति मुझसे ज्यादा अपनी मां की सुनता है.

असली बाबा ने कहा - बेटी तुम तो कल की आई हुई हो,अगर तुम्हारा पति मां की इज्जत करता है, मां की बात मानता है, तो फख्र करो कि तुम श्रेष्ठ पुरुष की बीवी हो. तुम पतिदेव से ज्यादा सेवा अपनी सास की किया करो, तुमसे भी भगवान खुश होगा.

मेरी बीवी भी उस असली बाबा को कोस रही है. वो चाहती थी कि बाबा उसे कोई ताबीज दें, या कोई मन्त्र लिख कर दे दें, जिसे वो मुझे घोलकर पिला दे. मगर असली बाबा ने उसे ही नसीहत दे डाली. उसे भी असली नहीं, नकली बाबा चाहिए.


मेरे एक रिश्तेदार कंजूस हैं. उन्हें केंसर हुआ और वे भी असली बाबा के पास पहुंच गए. असली बाबा से केंसर का इलाज पूछने लगे.

बाबा ने उसे डांट कर कहा - भाई इलाज कराओ, भभूत से भी कहीं कोई बीमारी अच्छी होती है. हम रूहानी बीमारियों का इलाज करते हैं, कंजूसी भी एक रूहानी बीमारी है. जाओ अस्पताल जाओ, यहां मत आना.

उन्हें भी उस असली सन्त से चिढ़ हुई. कहने लगे - नकली है साला, कुछ जानता-वानता नहीं.


एक और रिश्तेदार चले गए असल सन्त के पास,पूछने लगे - धंधे में घाटा जा रहा है, कुछ दुआ कर दो.

सन्त ने कहा - दुआ से क्या होगा धंधे पर ध्यान दो. बाबा फकीरों के पास बैठने की बजाय दुकान पर बैठो, बाजार का जायजा लो कि क्या चल रहा है.

वे भी आकर खूब चिढ़े. वे चाह रहे थे कि बाबा कोई दुआ पढ़ दें. मगर असली सन्त इस तरह लोगों को झूठे दिलासे नहीं देते.


 इसीलिए लोगों को असली बाबा,असली संत, ईश्वर के असल बंदे नहीं चाहिए.


कबीर को, नानक को, रैदास को इसीलिए तकलीफें उठानी पड़ीं कि ये लोग सच बात कहते थे. किसी का लिहाज नहीं करते थे.

नकली फकीरों, और साधु संतों की चल-हल इसीलिए संसार में ज्यादा है, क्योंकि लोग झूठ सुनना चाहते हैं, झूठ पर यकीन करना चाहते हैं, झूठे दिलासों में जीना चाहते हैं. सो लाख कह दिया जाए फलाँ फर्जी है, मगर लोगों फर्जी संत चाहिए.


*इस कठोर दुनिया में झूठ और झूठे दिलासे ही उनका सहारा हैं. सो जैसी डिमांड वैसी सप्लाई*

 *CA ki wife*: 

Suniye ji, Yeh inflation kya hai?


*CA*: 

Pehle tu *36-24-36* thi

Ab tu *48-40-48* hai !

Ab tere pass sab kuch pehle se jyada hai, *phir bhi Teri value pahle se kam hai*...


*YAHI INFLATION HAI*.😜


Economics is not that difficult if we have the *Right Examples*.

-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=


*Interviewer*: What is Recession? 


*Candidate*: When *Wine & Women* get replaced by *Water & Wife*, 

that critical phase of life is called *Recession*!!😜

-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=

*Accountancy fact*:


What is the difference between *Liability* & *Asset*?


A *drunk friend* is *liability*...


But


A *drunk Girlfriend* is an *Asset*....

😜😜😜😜😜

-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=

*Law of equality* 💠


The time taken by a wife when she says *I'll get ready in 5 min* is exactly equal to the time taken by husband when he says *'I'll call u in 5 min*!📞📱

😜😜😜😜

-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=

*Chess* is the only game in the world,

which reflects the status of the *husband*.


This *poor king* can take only *one step at a time* ...


While the *mighty queen can do whatever she likes*

🙋🙆💁🙅

-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=

One Smart Guy Invented

*WhatsApp*


His Wife Added a feature in it called

*Last Seen At*'😜👌


Thank god she didnt add

*Last Seen With*

😉😝😝

-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=-=

Punch Of D Day ....

✨✨👊👊✨


'Laughing At Your Own Mistakes, Can Lengthen Your Life."

- *Shakespear*...


"Laughing At ur Wife's Mistakes, Can Shorten ur Life."


- *Shakespear's Wife*

😜😝😜😝😜😝😜

 # प्यार


        मुहब्बत, इश्क़, LOVE, ऐसे कई नाम है जिसे लोग प्यार के नाम से जानते हैं, प्यार क्या होता है शायद ये किसी को नहीं पता, प्यार क्या होता है या शायद सबको पता है, कुछ लोग कहते हैं प्यार में इंसान क्या नहीं कर सकता, कुछ लोग कहते हैं प्यार में इंसान कुछ भी नहीं कर सकता, ऐसी अनगिनत उलझनों के बीच एक सुलझा हुआ शब्द है "प्यार" ! जिसके बारे में अगर लिखना चाहो तो जिंदगी ही कम पड़ जाए, और अगर लिखते ही जाओ तो शब्द कम पड़ जाए, इस प्यार के कई रूप होते है लेकिन एक छोटा सा रूप होता है "प्रेमी"..!!


किसी को दिनभर सोचना, रात भर याद करना, चाहे कोई भी काम करते रहो मगर प्रेमी को हमेशा याद करते रहने की आदत हो जाती है, लत पड़ जाती है, कहते हैं लत या अति हर चीज़ की बुरी होती है पर अगर बात प्यार की हो तो ये कहावत भी गलत साबित होने लगती है, प्यार के बारे में सबकी अलग अलग राय हो सकती है, अहसास अलग अलग हो सकते है, परिणाम भी अलग अलग हो सकते है परन्तु प्यार वही रहता है। प्यार क्या होता है ये हर कोई जानता भी है परन्तु इसके बारे में और ज्यादा जानने की कोशिश और जिज्ञासा भी सदैव बनी ही रहती है।


                       प्यार होता है एक अहसास, और इस अहसास का खुद का वजूद होता है जो दो दिलों के बीच पनपता है, और ये प्यार नामक बीज जब अंकुरित होता है तो पूरे वातावरण को सुंगन्धित कर देता है। उसकी महक चारों तरफ खुद ब खुद फैल जाती है और उस खुशबू से सरोबार हो जाता है पूरा जीवन और हमेशा के लिए छप जाता है एक "अमिट प्रेम" ! इस प्यार की कल्पना मात्र से ही मन, तन बदन, जीवन, और आपका पूरा व्यक्तित्व निखर जाता है। जैसे किसी खुशबू को रोक पाना असंभव है उसी प्रकार प्यार जब होने लगता है तो इंसान को पता ही नहीं चलता कि कब वो प्यार की गिरफ्त में आकर अपने पूरे जीवन की यादें एकत्रित कर रहा होता है। प्यार खुदबखुद होता है, प्यार में इंसान खुद का ही नहीं रहता बस प्यार का हो जाता है, प्यार में डूबा व्यक्ति कभी किसी का बुरा कर ही नहीं सकता क्योंकि वो अपना दिल, दिमाग, जान सब कुछ अपने प्रेमी को सौंप चुका होता है!


प्यार प्यार प्यार प्यार 

इसके अलावा सब बेकार

एक अनजान व्यक्ति का जिंदगी में आकर पहचान करने के बाद धीरे धीरे जान बन जाना ही प्यार का सफर है, एक प्रेमी पर पूरी दुनियां, पूरा जीवन, सारी खुशियां सिर्फ एक प्यार में डूबा प्रेमी ही लुटा सकता है और किसी के बस की बात ही नहीं! दुनियाँ में एक प्यार ही ऐसा है जो किसी ऊंच-नीच, जाति-पाती, काला गोरा, अमीर गरीब सारी कुप्रथाओं और पूरी दुनियाँ की रस्मों रिवाज़ को नहीं मानता!

प्यार चाहता है सिर्फ और सिर्फ प्रेमी की ख़ुशी


*अगर आपको किसी व्यक्ति विशेष के लिए अपना सब कुछ लुटाने का मन है तो वो है प्यार


*अगर आप किसी के लिए अपने आपको सारी जिंदगी के लिए दुखी करने के लिए भी तैयार है तो वो है प्यार


*अगर आप सामने वाले कि खुशी के लिए अपनी सभी तमन्नाओं को मारकर उसे छोड़ने के भी लिए तैयार है तो वो है प्यार


*अगर किसी के मात्र मुस्काने भर से आप अपनी जिंदगी के सारे गम भूल सकते हैं तो वो है प्यार


*अगर किसी के एक स्पर्श मात्र से ही आपको संभोग से बेहतर खुशी मिल सकती है तो वो है प्यार


*अगर किसी की एक इच्छा को पूरी करने के लिए आप अपनी सारी इच्छाओं का त्याग करने में फ़क्र महसूस करते है तो वो है प्यार


*अगर आप किसी की कमी को भी शिद्दत से पंसद करते हैं तो वो है प्यार 

 

प्यार के लिए तीन चीज़े बहुत आवश्यक हैं

 "विश्वास" 

 "सम्मान"

 "समर्पण"


प्यार किया नहीं जाता, प्यार को जिया जाता है, प्यार में जिया जाता है।


🙏🙏🙏

 इन पलो में साथ हो, कुछ पल तुम मेरे

तेरे होने का एहसास हो, मुझमे तेरे

तू हो, मैं होऊं और संग मेरा खुदा

मेरे संग मेरे ख़्वाब हों, कर न सके कोई जुदा

कुछ पल की ही तो बात है

ये हल्का नया सा जो एहसास है

फिर ना मिलेंगे ये पल

जी आज में तू, ये फिर ना मिलेंगे कल!


मैं झूम लूं, नाच लूं, पागल बनकर

मैं गा लूं, कुछ तराने तेरे, कोयल बनकर

फिर शायद ये बुलबुल उड़ जाएं

यहां सावन में ये बहार न आये!

इन पलो में जब साथ तू होने लगा हूँ बेपरवाह

आजा जता लूं ख़्वाब अपने, कितने हैं बेपनाह

कुछ ही पलों...... ये फिर ना मिलेंगे कल!


सोचूँ कि बता दूं तुम्हे,

 देखूं और मुस्कुरा दूं तुम्हे!

चाहूं कि बस चाहता रहूं, 

हरपल साथ खड़ा मिलूं तुम्हे!

यूँ झूमकर, आज सारे दर्द भूलकर

अपने ख्वाबों से मिला दूं तुम्हे

तुम संग हो तो, सारे जमाने से लड़कर हरा दूं

हरपल तुम रहना साथ मेरे, जीतकर नया जहां दूं तुम्हे

कुछ ही पलों...... ये फिर ना मिलेंगे कल!

 It's life, life is our

Don't break, like a flower

It's life, it isn't so easy

Start up, don't act like lazy

It's life, its about how to live

Enjoy, live like a crazy.


Don't be sad, it's bad bad bad

No green signal, only red red red

Only one day, when you starting new day

Only one time, when you have to do different

You can understood this, 

How to live, wanna choose this

Make some happy memories, for the all time

It's life, make some moment between while


Every week, I feel my weakness

It's fever or my worries sickness

Live with nature, don't think about future

It's your time, it's never come back

Don't feel shy, make some awesome take

Why? Feeling shy, you have only one life

Live like how you want, so gonna be crazy 

Perform a mentalic Dance, sing a song

It's life.

 Everything is possible, yeah it's too hard

Make something different, get a new start

Life is not easy, change way to change it

I'm the zero, have became infinity a part.


Wanna do something awesome, come on start it

It's all mine hide rights, gotta fight to get it

Don't know how to make it, how to crack it

Come, let's do something different to set it.


I know everything but i can't handle it

I have to do, but you know I'm not perfect.

I can found everything but where is satisfaction

I have to fought for us, I can't leave that attention. 


Life have many problems, at all every situations

Here only questions, let's found the solutions.

I'll cry but I have to fight for me, I can't stop

You go, the crowd will gather with you, now have to bring revolution.

 #बारिश का होना केवल काले बादलों से बूंदों का गिरना थोड़े ही है 😊❤️

बूँदें बारिश नहीं होतीं

वे तो बारिश लाती हैं


बताऊँ ? क्या होते हैं बारिश के मायने ...🖤


धड़कनों का मोर बन जाना है बारिश

बदन का मुस्कराहट बन जाना है बारिश

आँखों का जुगनू बन जाना है बारिश 

बाहों का झप्पी बन जाना है बारिश 


सड़कों का संतूर बन जाना है बारिश 

पहाड़ों को कहवे की तलब उठना है बारिश 

नदियों की गुल्लक भर जाना है बारिश 

जंगलों का किलकारी बन जाना है बारिश


रांझों का जोगी हो जाना है बारिश

हीरों का नटनी हो जाना है बारिश 

खुदा के पेहरन का कच्चा हरा रंग छूट जाना है बारिश

रातों का झींगुर हो जाना है बारिश


धरती का खुशबू हो जाना है बारिश 

सूरज का एक झपकी मार लेना है बारिश 

 रेनकोट के भीतर तरबतर हो जाना है बारिश 

यादों की इक सूखी पत्ती का हरिया जाना है बारिश 


आसमान का टिपटिप हो जाना है बारिश 

शहरों का छप छप हो जाना है बारिश 

मौसम का रिमझिम हो जाना है बारिश 

रागों का घन घन हो जाना है बारिश 


नज्मों के चेहरों पर बूंदों का झिलमिलाना है बारिश 

सीले ख़्वाबों का सुलग उठना है बारिश

मन का सबसे कच्चा कोना रिसने लगना है बारिश  

बूढ़ी पृथ्वी के जोड़ों में इक कसक है बारिश ❤️


पुराने एल्बम पलटना है बारिश 🖤

ड्राफ्ट्स में सहेजा एक ख़त दसियों बार पढना है बारिश 

गुलज़ार , पंचम और ब्लैक कॉफ़ी है बारिश  

छतरी ठेले से टिका भुट्टे खाना है बारिश और 


तुम्हारा मेरा माथा चूम लेना था बारिश .....

 अखबार में इश्तिहार छपा।


मर्सिडीज कार बिकाऊ है मात्र 100 रुपये में ......


कोई इस पर विश्वास ही नहीं कर रहा था।


पर,


एक साहब पेपर में ये ad देख कर चल पड़े।


लिखे एड्रेस पे पहुँच के उन्होंने बेल बजाई ।


एक अधेड़ महिला ने दरवाजा खोला ।


वे बोले - आप एक कार बेच रही हैं? 


महिला बोली - जी हाँ ।


मैं गाड़ी देख सकता हूँ ?


शौक से, आईये - ये कह के महिला ने गैराज खुलवाया।


साहब ने बडे ध्यान से गाड़ी को देखा तो उनकी 

आँखें 👀 फल गईं। 😳


बोले - ये तो नई है ?


जवाब मिला - एकदम तो नई नहीं है ,

18000 किलोमीटर चल चुकी है ।


साहब बोले - लेकिन पेपर में तो इसकी कीमत मात्र 100 रुपये

लिखी है ? 🤔


जवाब मिला - सही छपा है , 100 की ही है ।

आप 100 रुपये दीजिये और ले जाइए ।


साहब ने कांपते हाथों से 100 रुपए निकाल के दिये..


महिला ने रुपये लेकर फौरन रसीद बनाई ,


साहब को गाड़ी के कागज एवं चाभी दे दिए ।


साहब बोले - बहिन जी , अब तो बता दीजिये 

कि मामला क्या है , मैं तो सस्पेंस से मरा जा रहा हूँ ।


महिला बोली - कोई सस्पेंस नहीं है , मैं तो अपने स्वर्गीय पति की इच्छा पूरी कर रही हूँ ।


वो अपनी वसीयत में लिख गये थे कि उनके मरने के बाद ये गाड़ी बेच दी जाये और

मिली हुई सारी रकम

.

.

.

.

.

.


उनकी सेक्रेटरी शीला को दे दि जाए...

..

..

..

..

बीवियों की जलन

जिंदगी के साथ भी


औऱ


जिंदगी के बाद भी

🤣🤣🤣😂😂😂🤪🤪🤪

 आज सबह सुबह घने बदलो का जमघट लगा हुआ था तो मैं तो छत पर टहलने चला गया


टहलना तो बहाना था हमे तो पड़ोसन का दीदार करना था


पर आज थोड़ा उल्टा हो गया

पड़ोसन बाद में आई पहले उनकी मम्मी आ गई


मुझे छत पर टहलता देख उन्होंने पूछ लिया मुझसे:


और बेटा कैसे हो

आज कल लोकडाउन चल रहा है फिर तुम काम क्या करते हो?


मैंने भी तपाक से कह दिया:


चाची जी

मैं उदासी के एक दफ़्तर में,

सिर्फ़ हँसाने का काम करता हूँ..


चाची जी इससे पहले कुछ कह पाती

पड़ोसन आकर चाची जी कह पड़ी: 


माँ पिताजी नीचे चाय के लिए बुला रहे है


चाची जी जाते जाते मुझसे: बेटा आना कभी चाय पर तो फिर बात होगी।।

(और कह कर चली गई)


और मैं पड़ोसन को देखकर मन ही मन कहता रहा "चाय पे तो पड़ोसन से बात हो ही जाती है चाची जी" 😜


पड़ोसन भी देख कर मुझे हल्का मुस्कुराई और

उधर चाची जी और पड़ोसन दोनो फिर चले गए


आज जो भी हुआ अच्छा ही हुआ पर 

आज तो न चाय मिली न पड़ोसन का ठीक से दीदार हुआ

😏


वैसे आपलोग बताओ चाची जी के invitation का क्या करूँ 🤨☺️

#आशु_बनारसी

 : 😃😅😛 हंसना मना है 😛😅😃


💧एक बार एक बाप 👴 अपने बेटे 👱 से मिलने शहर जाता है l


💧 वहां उसके बेटे 👱 के साथ एक खूबसूरत लड़की 👸 भी रहती है l


💧 तीनों 👴👱👸 डिनर की टेबल 🍲🍮🍸🍵🍷☕ पर बैठ जाते हैं l


💧 पापा 👴:- बेटा 👱 तुम्हारे साथ ये लड़की 👸 कौन है ?


💧 लड़का 👱:- पापा, ये लड़की 👸 मेरी रूम पार्टनर है, और मेरे साथ ही रहती है l


💧 लड़का 👱:- मुझे पता है कि आप क्या सोच रहे होंगे………

लेकिन हम दोनों 💏 के बीच कोई ऐसा रिलेशनशिप नही है l हम दोनों के कमरें अलग हैं, और हम लोग अलग-अलग ही सोतें हैं l केवल हम लोग बहुत अच्छे दोस्त 👫 हैं l


💧 पापा 👴:- अच्छा बेटा 👱…!!


💧 दूसरे दिन उसके पापा वापस चले जाते हैं l


💧💧 एक सप्ताह बाद 💧💧


💧लड़की 👸:- सुनो, पिछले संडे तुम्हारे पापा 👴 ने जिस प्लेट 🍮 मे डिनर किया था, वो प्लेट गायब है l मुझे तो शक है कि प्लेट तुम्हारे पापा ने ही चोरी की की होगी……!!


💧 लड़का 👱:- शटअप…!!

ये तुम क्या कह रही हो ?


💧लड़की 👸:- तुम एक बार अपने पापा 👴 से पूछ तो लो, पूछने मे क्या हर्ज है l


💧 लड़का 👱:- ओ के……!!

लड़का अपने पापा 👴 को ई-मेल 📟📲 लिखकर भेजता है l


💧 डियर 👴 पापा,

मै ये नहीं कह रहा हूं, कि आपने प्लेट 🍮 चोरी की……

मै ये भी नहीं कह रहा हूं कि आपने प्लेट 🍮 चोरी नही की……

अगर आप 👴 गलती से प्लेट 🍮 ले गये हों तो प्लीज आप उसे वापस कर देना, क्योंकि वो उस लड़की 👸 की लकी प्लेट है l


-: आपका 👱 बेटा :-


💧 उसके पापा 👴 उसे एक घंटे बाद जवाब भेजते हैं l


💧 डियर 👱 बेटा,

मै ये नहीं कह रहा हूं कि तेरी रूम पार्टनर 👸 तेरे साथ सोती है……

मै ये भी नहीं कह रहा हूं कि वो 👸 तेरे साथ नहीं सोती है……

अगर इस पूरे हफ्ते मे वो लड़की 👸 एक बार भी अपने कमरे मे अपने बेड पर सो जाती तो उसके तकिये के नीचे ही प्लेट 🍮 मिल जाती, जो मैने छुपाई थी l


-: तेरा 👴 बाप :-


बाप आखिर बाप होता है l

 *Beautiful 10 lines*🌼🌼🌼🌼🤔🤔


```✒SOMEONE HAS WRITTEN THESE 10 BEAUTIFUL LINES. READ and TRY to UNDERSTAND the DEEPER MEANING of THEM.


📎 1). PRAYER is not a "spare wheel" that YOU PULL OUT when IN trouble, but it is a "STEERING WHEEL" that DIRECT the RIGHT PATH THROUGHOUT LIFE. 


📎2). Why is a CAR'S WINDSHIELD so LARGE & the REARVIEW MIRROR so small? BECAUSE our PAST is NOT as IMPORTANT as OUR FUTURE. So, LOOK AHEAD and MOVE ON. 


📎3). FRIENDSHIP is like a BOOK. It takes a FEW SECONDS to BURN, but it TAKES YEARS to WRITE.


📎4). All THINGS in LIFE are TEMPORARY. If they are GOING WELL, ENJOY them, they WILL NOT LAST FOREVER. If they are going wrong, don't WORRY, THEY CAN'T LAST LONG EITHER. 


📎5). Old FRIENDS are GOLD! NEW friends are DIAMONDS! If you GET a DIAMOND, DON'T FORGET the GOLD! To HOLD a DIAMOND, you ALWAYS NEED a BASE of GOLD! 


📎6). Often when WE LOSE HOPE and THINK this is the END, GOD SMILES from ABOVE and SAYS, "RELAX SWEETHEART; it's JUST a BEND, NOT THE END!" 


📎7). When GOD SOLVES your PROBLEMS, you HAVE FAITH in HIS ABILITIES; when GOD DOESN'T SOLVE YOUR PROBLEMS, HE has FAITH in YOUR ABILITIES. 


📎8). A BLIND PERSON asked GOD: "CAN THERE be ANYTHING WORSE THAN LOSING EYESIGHT?" HE REPLIED: "YES, LOSING YOUR VISION!" 


📎9). When YOU PRAY for OTHERS, GOD LISTENS to YOU and BLESSES THEM, and SOMETIMES, when you are SAFE and HAPPY, REMEMBER that SOMEONE has PRAYED for YOU.  


📎10). WORRYING does NOT TAKE AWAY TOMORROW'S TROUBLES; IT TAKES AWAY today's PEACE.  


If you ENJOYED this, please COPY it and PASS it to OTHERS. It may BRIGHTEN SOMEONE else's DAY, too.....```

 *Please read*

😢 *very touching* 👇

____________________________

जब बचपन था, तो जवानी एक ड्रीम था...

जब जवान हुए, तो बचपन एक ज़माना था... !! ____________________________

जब घर में रहते थे, आज़ादी अच्छी लगती थी...

आज आज़ादी है, फिर भी घर जाने की जल्दी रहती है... !!

____________________________

कभी होटल में जाना पिज़्ज़ा, बर्गर खाना पसंद था...

आज घर पर आना और माँ के हाथ का खाना पसंद है... !!!

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स्कूल में जिनके साथ ज़गड़ते थे, 

आज उनको ही इंटरनेट पे तलाशते है... !!

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ख़ुशी किसमे होतीं है, ये पता अब चला है... 

बचपन क्या था, इसका एहसास अब हुआ है... 

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काश बदल सकते हम ज़िंदगी के कुछ साल..

.काश जी सकते हम, ज़िंदगी फिर एक बार...!!

____________________________


👘 जब हम अपने शर्ट में हाथ छुपाते थे और लोगों से कहते फिरते थे देखो मैंने अपने हाथ जादू से गायब कर दिए

|🌀🌀

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✏जब हमारे पास चार रंगों से लिखने वाली एक पेन हुआ करती थी और हम सभी के बटन को एक साथ दबाने की कोशिश किया करते थे |❤💚💙💜

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👻 जब हम दरवाज़े के पीछे छुपते थे ताकि अगर कोई आये तो उसे डरा सके..👥

____________________________

👀जब आँख बंद कर सोने का नाटक करते

थे ताकि कोई हमें गोद में उठा के बिस्तर तक पहुचा दे |

____________________________

🚲सोचा करते थे की ये चाँद हमारी साइकिल के पीछे पीछे क्यों चल रहा हैं |🌙🚲

____________________________

🔦💡On/Off वाले स्विच को बीच में

अटकाने की कोशिश किया करते थे |

____________________________

🍏🍎🍉🍑🍈 फल के बीज को इस डर से नहीं खाते थे की कहीं हमारे पेट में पेड़ न उग जाए |

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🍰🎂🍧🏆🎉🎁 बर्थडे सिर्फ इसलिए मनाते थे

ताकि ढेर सारे गिफ्ट मिले |

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🔆फ्रिज को धीरे से बंद करके ये जानने की कोशिश करते थे की इसकी लाइट कब बंद होती हैं |

____________________________

🎭 सच , बचपन में सोचते हम बड़े

क्यों नहीं हो रहे ?


और अब सोचते हम बड़े क्यों हो गए ?⚡⚡

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🎒🎐ये दौलत भी ले लो.. ये शोहरत भी ले लो💕


भले छीन लो मुझसे मेरी जवानी...


मगर मुझको लौटा दो बचपन का सावन ....☔


वो कागज़ की कश्ती वो बारिश का पानी.. 🌊🌊🌊

 एक ट्रक के पीछे एक_

_बड़ी अच्छी बात लिखी देखी...._


_"ज़िन्दगी एक सफ़र है,आराम से चलते रहो_

_उतार-चढ़ाव तो आते रहेंगें, बस गियर बदलते रहो"_

 _"सफर का मजा लेना हो तो साथ में सामान कम रखिए_

_और_

_जिंदगी का मजा लेना हैं तो दिल में अरमान कम रखिए !!_


_तज़ुर्बा है हमारा... . .. _मिट्टी की पकड़ मजबुत होती है,_

_संगमरमर पर तो हमने .....पाँव फिसलते देखे हैं...!_


👌👌👌👌😇😇


_जिंदगी को इतना सिरियस लेने की जरूरत नही यारों,_


_यहाँ से जिन्दा बचकर कोई नही जायेगा!_


_जिनके पास सिर्फ सिक्के थे वो मज़े से भीगते रहे बारिश में ...._


_जिनके जेब में नोट थे वो छत तलाशते रह गए..._


👌👌👌👌👌👌👌


_पैसा इन्सान को ऊपर ले जा सकता है;_

             

_लेकिन इन्सान पैसा ऊपर नही ले जा सकता......_


👌👌👌👌👌👌👌👌


_कमाई छोटी या बड़ी हो सकती है...._


_पर रोटी की साईज़ लगभग सब घर में एक जैसी ही होती है।_


  _:👌 शानदार बात👌_


_इन्सान की चाहत है कि उड़ने को पर मिले,_


_और परिंदे सोचते हैं कि रहने को घर मिले..._

                    

‬👌👌👌👌👌😇😇


_कर्मो' से ही पहचान होती है इंसानो की..._


_महेंगे 'कपडे' तो,'पुतले' भी पहनते है दुकानों में !!.._


😎😎😇😇😇

```मुझे नही पता कि मैं एक बेहतरीन ईसान हूँ या नही...```

_लेकिन मुझे पूरा यकीन है कि_

_मैं जिस को भी ये भेज रहा हूँ वो बहुत_

_बहुत बेहतरीन हैं......🌹🌹_👍👍👍👍

 *जरा सोचिए -*

*विज्ञान हमे कहाँ ले आया???*


*वो कुँए का मैला कुचला पानी*

*पिके भी 100 वर्ष जी लेते थे*


*हम RO का शुद्ध पानी पीकर*

*40 वर्ष में बुढे हो रहे है।*


*वो घाणी का मैला सा तैल खाके बुढ़ापे में भी दौड़~मेहनत कर लेते थे।*

 

*हम डबल~ट्रिपल फ़िल्टर तैल*

*खाकर जवानी में भी हाँफ जाते* है।*

 

 *वो डले वाला नमक खाके* 

*बीमार ना पड़ते थे।*


*हम आयोडीन युक्त खाके* 

*हाई~लो बीपी लिये पड़े है।*


 *वो नीम~बबूल कोयला नमक*

*से दाँत चमकाते थे और 80 वर्ष*

*तक भी चब्बा~चब्बा कर खाते* थे।*


*और हम कॉलगेट सुरक्षा वाले रोज डेंटिस्ट के चक्कर लगाते है ।।*


*वो नाड़ी पकड़ कर*

*रोग बता देते थे और*


*आज जाँचे कराने पर भी*

*रोग नहीं जान पाते है।*


*वो 7~8 बच्चे जन्मने वाली माँ 80 वर्ष की अवस्था में भी* *घर~खेत का काम करती थी।*


*आज 1महीने से डॉक्टर की देख~रेख में रहते है फिर भी बच्चे पेट फाड़ कर जन्मते है।।*


*पहले काले गुड़ की मिठाइयां*

*ठोक ठोक के खा जाते थे।*


*आजकल तो खाने से पहले ही* 

*सुगर की बीमारी हो जाती है।*


*पहले बुजर्गो के भी*

*घुटने नहीं दुखते थे।*


*जवान भी घुटनो और कन्धों*

*के दर्द से कहराता है ।*


*1 9 9 0 में ~*

*लड़कियां डरती थी कि* 

*सास कैसी मिलेगी* 😂 😂


*2 0 1 7 में ~*

*सास डरती है कि* 

*लड़की कैसी मिलेगी* 😂 😂


*और भी बहुत सी समस्याये है फिर भी लोग इसे विज्ञान का युग कहते है, समझ नहीं आता ये विज्ञान का युग है या अज्ञान का ???*

 *🙏🏽शास्त्रो के अनुसार नौ आदते आपका कर सकती है भारी नुकसान – पढ़े और सभी को बताए*🙏🏽

🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀

१)👉::

अगर आपको कहीं पर भी थूकने की आदत है तो यह निश्चित है

कि आपको यश, सम्मान अगर मुश्किल से मिल भी जाता है तो कभी टिकेगा ही नहीं . wash basin में ही यह काम कर आया करें ! यश,मान-सम्मान में अभिवृध्दि होगी।


२)👉::

जिन लोगों को अपनी जूठी थाली या बर्तन वहीं उसी जगह पर छोड़ने की आदत होती है उनको सफलता कभी भी स्थायी रूप से नहीं मिलती.!

बहुत मेहनत करनी पड़ती है और ऐसे लोग अच्छा नाम नहीं कमा पाते.! अगर आप अपने जूठे बर्तनों को उठाकर उनकी सही जगह पर रख आते हैं तो चन्द्रमा और शनि का आप सम्मान करते हैं ! इससे मानसिक शांति बढ़ कर अड़चनें दूर होती हैं।


३)👉::

जब भी हमारे घर पर कोई भी बाहर से आये, चाहे मेहमान हो या कोई काम करने वाला, उसे स्वच्छ पानी ज़रुर पिलाएं !

ऐसा करने से हम राहु का सम्मान करते हैं.!

जो लोग बाहर से आने वाले लोगों को हमेशा स्वच्छ पानी पिलाते हैं उनके घर में कभी भी राहु का दुष्प्रभाव नहीं पड़ता.! अचानक आ पड़ने वाले कष्ट-संकट नहीं आते।


४)👉::

घर के पौधे आपके अपने परिवार के सदस्यों जैसे ही होते हैं, उन्हें भी प्यार और थोड़ी देखभाल की जरुरत होती है.!

जिस घर में सुबह-शाम पौधों को पानी दिया जाता है तो हम बुध, सूर्य और चन्द्रमा का सम्मान करते हुए परेशानियों का डटकर सामना कर पाने का सामर्थ्य आ पाता है ! परेशानियां दूर होकर सुकून आता है।

जो लोग नियमित रूप से पौधों को पानी देते हैं, उन लोगों को depression, anxiety जैसी परेशानियाँ नहीं पकड़ पातीं.!


५)👉::

जो लोग बाहर से आकर अपने चप्पल, जूते, मोज़े इधर-उधर फैंक देते हैं, उन्हें उनके शत्रु बड़ा परेशान करते हैं.!

इससे बचने के लिए अपने चप्पल-जूते करीने से लगाकर रखें, आपकी प्रतिष्ठा बनी रहेगी।


६)👉::

उन लोगों का राहु और शनि खराब होगा, जो लोग जब भी अपना बिस्तर छोड़ेंगे तो उनका बिस्तर हमेशा फैला हुआ होगा, सिलवटें ज्यादा होंगी, चादर कहीं, तकिया कहीं, कम्बल कहीं ?

उसपर ऐसे लोग अपने पुराने पहने हुए कपडे़ तक फैला कर रखते हैं ! ऐसे लोगों की पूरी दिनचर्या कभी भी व्यवस्थित नहीं रहती, जिसकी वजह से वे खुद भी परेशान रहते हैं और दूसरों को भी परेशान करते हैं.!

इससे बचने के लिए उठते ही स्वयं अपना बिस्तर समेट दें.! जीवन आश्चर्यजनक रूप से सुंदर होता चला जायेगा।


७)👉::

पैरों की सफाई पर हम लोगों को हर वक्त ख़ास ध्यान देना चाहिए, जो कि हम में से बहुत सारे लोग भूल जाते हैं ! नहाते समय अपने पैरों को अच्छी तरह से धोयें, कभी भी बाहर से आयें तो पांच मिनट रुक कर मुँह और पैर धोयें.!

आप खुद यह पाएंगे कि आपका चिड़चिड़ापन कम होगा, दिमाग की शक्ति बढे़गी और क्रोध

धीरे-धीरे कम होने लगेगा.! आनंद बढ़ेगा।


८)👉::

रोज़ खाली हाथ घर लौटने पर धीरे-धीरे उस घर से लक्ष्मी चली जाती है और उस घर के सदस्यों में नकारात्मक या निराशा के भाव आने लगते हैं.!

इसके विपरीत घर लौटते समय कुछ न कुछ वस्तु लेकर आएं तो उससे घर में बरकत बनी रहती है.!

उस घर में लक्ष्मी का वास होता जाता है.! हर रोज घर में कुछ न कुछ लेकर आना वृद्धि का सूचक माना गया है.!

ऐसे घर में सुख, समृद्धि और धन हमेशा बढ़ता जाता है और घर में रहने वाले सदस्यों की भी तरक्की होती है.!


९)👉..

जूठन बिल्कुल न छोड़ें । ठान लें । एकदम तय कर लें। पैसों की कभी कमी नहीं होगी।

अन्यथा नौ के नौ गृहों के खराब होने का खतरा सदैव मंडराता रहेगा। कभी कुछ कभी कुछ । करने के काम पड़े रह जायेंगे और समय व पैसा कहां जायेगा पता ही नहीं चलेगा।

🙏

*अच्छी बातें बाँटने से दोगुनी तो होती ही हैं*

*– अच्छी बातों का महत्त्व समझने वालों में आपकी इज़्जत भी बढ़ती है🙏*

 रचयिता कौन है पता नहीं, पर रचना है बड़ी सुंदर और सारगर्भित :--


"मन्दिर लगता आडंबर , 

और मदिरालय में खोए हैं,

भूल गए कश्मीरी पंडित , 

और अफजल पे रोए है।"


"इन्हें गोधरा नहीं दिखा , 

गुजरात दिखाई देता है ,

एक पक्ष के लोगों का , 

जज्बात दिखाई देता है।"


"हिन्दू को गाली देने का , 

मौसम बना रहे हैं ये ,

धर्म सनातन पर हँसने को , 

फैशन बना रहे हैं ये। "


"टीपू को सुल्तान मानकर ,

खुद को बेच कर फूल गए ,

और प्रताप की खुद्दारी की , 

घास की रोटी भूल गए। "


"आतंकी की फाँसी इनको , 

अक्सर बहुत रुलाती है ,

गाय माँस के बिन भोजन की , 

थाली नहीं सुहाती है ।"


"होली आई तो पानी की , 

बर्बादी पर ये रोते हैं ,

रेन डाँस के नाम पर , 

बहते पानी से मुँह धोते हैं।"


"दीवाली की जगमग से ही , 

इनकी आँखें डरती हैं ,

थर्टी फर्स्ट की आतिशबाजी , 

इनको क्यों नहीं अखरती है।"


"देश विरोधी नारों को , 

ये आजादी बतलाते हैं ,

राष्ट्रप्रेम के नायक संघी , 

इनको नहीं सुहाते हैं।"


"सात जन्म के पावन बंधन , 

इनको बहुत अखरते हैं ,

लिव इन वाले बदन के , 

आकर्षण में आहें भरते हैं।"


"आज समय की धारा कहती , 

मर्यादा का भान रखो ,

मूल्यों वाला जीवन जी कर , 

दिल में हिन्दुस्तान रखो।"


"भूल गया जो संस्कार , 

वो जीवन खरा नहीं रहता ,

जड़ से अगर जुदा हो जाए , 

तो पत्ता हरा नहीं रहता।"


"!!भारत माता की जय!!"

 ससुराल में अपने ही घर जाने की इजाज़त लेना? यह कैसा न्याय है?


in Emotional Support



जब जन्म लिया तब कुदरत से भी इजाज़त नहीं लेनी पड़ी अपने माँ - पिता से मिलने के लिए। जब चलना सीखा तब भी इजाज़त नहीं ली । पहला शब्द बोला बिना किसी की इजाज़त के।


उस घर में खेली, उस घर में बड़ी हुई, उस घर में शिक्षा ग्रहण की, उस घर में पापा का प्यार मिला, उस घर में माँ की डॉट थी, उस घर में जीवन भर साथ रहने वाली सहेलियां मिली, उस घर में भाई की शरारत थी, उस घर में बहन की आदत थी।



उस घर ने नाज़ों से मुझे बड़ा किया, मेरे हर नखरे सहे, यहाँ तक की मैंने अपनी ज़िन्दगी का प्यार भी वहीँ पाया, फिर क्यों ???


फिर ऐसा क्या हो गया शादी के बाद की मैं अपने घर में जाने की इजाज़त लूँ ?


अपने उन माता पिता को देखने के लिए क्यों कोई मुझे रोके??


क्यों मैं अभी भी स्वतंत्र नहीं??


क्या कभी किसी ने यह सोचा है??


यह कैसा नियम है? कोई अंदाज़ा भी नहीं लगा सकता की आपकी ज़िन्दगी में यह दिन आएगा। आपने कभी सोचा भी नहीं था। जिस माँ ने बचपन से पाला, उनसे मिलने की इजाज़त??


जिस पिता ने मेरी सारी ज़रूरतें पूरी की और जिससे मैंने सारी चीज़ों की इजाज़त ली - उनसे मिलने की इजाज़त??


जब मुझे नयी साइकल चाहिए थी तब मेरे उस पिता ने अपनी ज़रूरतें को मारकर मुझे दिलाया। तब तो नहीं था यह दूसरा घर। फिर इसका क्रम ऊपर क्यों?


बयां नहीं कर सकती अपने जज़्बात जब मैं यह पूछती हूँ " 2 दिनों के लिए अपने मायके चले जाऊ"


माना मैंने ज़िन्दगी में प्यार किया किसी से, और इतना प्यार किया की उनके साथ सब पीछे छोड़कर चली आयी। लेकिन क्या इसका मतलब यह था की अब मैं उस घर का हिस्सा नहीं? मैंने नयी ज़िम्मेदारियाँ ली हैं और उसे बखूबी निभाना भी जानती हूँ पर क्या मेरे अपने माता - पिता अब मेरी ज़िम्मेदारी नहीं? यह भेदभाव क्यों? मैं अपने मायके में ससुराल जाने की इजाज़त नहीं लेती। फिर ससुराल में मायके जाने की इजाज़त क्यों?


अगर आज भी बहु-बेटी बराबर होते तो यह भेदभाव नहीं आता।


मेरे लिए दोनों घर बराबर क्यों नहीं? मैं अपनी जिम्मेदारियों से पीछे नहीं हटूंगी पर क्या मुझसे मेरे पुराने अधिकार छीन लिए जायेंगे? 



जन्म दिया जिस माँ ने - उन्हें किसी की ज़रवत पड़े तो मैं किसी से नहीं पूछना चाहती। असल में तो मैं यह सोचना चाहती हूँ की मैं उन्हें बोलूँ की "माँ, अब आप अकेली नहीं। "अब आपके पास एक दामाद स्वरुप बेटा भी है"


मैं आज पूरी दुनिया को बताना चाहती हूँ की मेरी माँ अभी भी मेरी है , मेरे पिता अभी भी मेरे हैं। मैंने शादी की, लेकिन इनकी ज़िम्मेदारी अभी भी मेरी ही है। आज या कल, मैं अपने घर जाने की इजाज़त किसी से नहीं लेना चाहती "


कुछ ज़्यादा नहीं मांग रही समाज से - बस मेरे दोनों घर बराबर हैं - यह स्वीकार करें और मुझसे मेरे बेटी होने का अधिकार न छीनें।

 🙏🏻🙏🏻🙏🏻एक बार कबीरदास जी हरि भजन करते एक गली से निकल रहे थे।

उनके आगे कुछ स्त्रियां जा रही थीं ।

उनमें से एक स्त्री की शादी कहीं तय हुई होगी तो उसके ससुरालवालों ने शगुन में एक नथनी भेजी थी ।

वह लड़की अपनी सहेलियों को बार-बार नथनी के बारे में बता रही थी कि नथनी ऐसी है, वैसी है,

ये ख़ास उन्होंने मेरे लिए भेजी है... बार-बार बस नथनी की ही बात...

उनके पीछेे चल रहे कबीरजी के कान में सारी बातें पड़ रही थी ।

तेजी से कदम बढाते कबीर उनके पास से निकले

और कहा-

*"नथनी दीनी यार ने,तो चिंतन बारम्बार, 

और नाक दिनी करतार ने, उनको दिया बिसार.."

सोचो यदि नाक ही ना होती तो

नथनी कहां पहनती !

यही जीवन में हम भी करते हैं। 

भौतिक वस्तुओं का तो हमें ज्ञान रहता है

परंतु जिस परमात्मा ने यह दुर्लभ मनुष्य देह दी और इस देह से संबंधित सारी वस्तुऐं, सभी रिश्ते-नाते दिए, उसी को याद करने के लिए हमारे पास समय नहीं होता*l

 हसना पेट पकड के.. 

😛😛


🙎🏻 👉 💁🏻


दो महिलाओं की मुलाकात स्वर्ग में हुई....


पहली : कहो बहेन, तुम्हारी मौत कैसे हुई ?


दूसरी : ज्यादा ठण्ड लगने के कारण ...

          ....और तुम्हारी ?


पहली : हाय ब्लड प्रेशर के कारण.... 

           बात दरअसल यह हुई कि मुझे 

           अपने पति पर शक था.... एक दिन....

           मुझे पता चला कि वो घर में 

           किसी दूसरी औरत के साथ हैं....

           

           मैं फ़ौरन घर पहुंची तो देखा कि 

           मेरे पति आराम से 

           अकेले टीवी देख रहे हैं..


दूसरी : फिर क्या हुआ ?


पहली : खबर तो पक्की थी इसलिए 

           मुझे विश्वास नहीं हुआ. मैंने उस औरत को 

           घर के कोने कोने में, तहखाने में ..


           पर्दों के पीछे, गार्डनमें यहाँ तक कि अलमारी 

           और संदूक तक में तलाश किया पर 

           वह नहीं मिली... 

           

           मुझे इतनी टेंशन हुई कि 

           मेरा ब्लड प्रेशर बहुत बढ़ गया और 

           मेरी मौत हो गई...


दूसरी : काश ! तुमने फ्रिज खोलकर देख लिया होता 

          तो आज हम दोनों जिन्दा होते........

 10 मिनट तक हँसोगे पढ़ना जरूर😴😛

.

एक 💁लड़की 🐦तोता खरीदने बाज़ार गई , 


और एक बोलने वाला 🐦तोता पसंद कर लिया ।

.

💁लड़की 🐦तोते से बोली :: " में कैसी लग ही हुँ ।"😛

.

🐦तोता :: " बहुत आवारा सी लग रही है ।"--

.

💁लड़की को गुस्सा आया। 


तोते का मालिक दूकानदार भी गरहाकी खराब होते देख कर गुससे में आ गया,


 और 🐦तोते को पानी में गौता दिया और कहा " अब अगर तुम ने गलत बात की तो पानी में डूबो दूंगा ।"

.

🐦तोते ने ठीक बात करने का वादा कर लिया ।

.

💁लड़की तोते से फिर बोली । "


अच्छा यह बताओ अगर घर में एक मै हूँ ,और एक आदमी हो , वो आदमी कौन हो सकता है ? " 😍

.

🐦तोता बोला :-; "आपका पति ।"

.

💁लड़की :-: " और अगर मेरे साथ दो आदमी हो तो दूसरा आदमी कौन होगा ? "😛

.

🐦तोता :-; " आप का देवर ।"😍

.

💁लडकी :-: "अगर तीन हो तो ? "😴 😀

.

🐦तोता :-: आपका पति ,आपका देवर ,आपका ससूर ।😁

.

💁लड़की :-: "अगर चार हो तो ? "?????????

.

🐦तोता :-: ( मालिक की तरफ़ देखकर बोला) 


पानी ला बे मैने पहले ही बता दिया था लड़की आवारा है ।" 😁😛


😍Like तो बनता है दोस्त😛👍


~~अगर चेहरे पर थोड़ी सी भी स्माइल आई तो बिना पोस्ट शेयर किये बिना मत रहिएगा।।👍 👍


आँखे बन्द करके जो 

प्रेम करे वो *'प्रेमिका'* है।


आँखे खोल के जो 

प्रेम करे वो *'दोस्त'* है।


आँखे दिखाके जो 

प्रेम करे वो *'पत्नी'* है।


अपनी आँखे बंद होने तक जो 

प्रेम करे वो *"माँ"* है।


परन्तु आँखों में प्रेम न 

जताते हुये भी जो 


प्रेम करे वो *"पिता"* है।


*दिल से पढ़िये और ग़ौर करें*।


💓💞💕💓💗💓💕💖


*(मम्मी और पापा ) 

का पैग़ाम* 📨।


1. 


जिस दिन तुम हमें  

बूढ़ा 👴👵 देखो तब 

सब्र करना 

और 

हमें समझने की कोशिश करना💓।


 2. 


जब हम कोई बात भूल जाएं 

तो हम पर 

गु़स्सा😡 मत करना 

औरअपना 

बचपन 👼👶 याद करना🔱।


3. 


जब हम बूढ़े 👵👴 होकर 

चल 🏃ना पायें तो हमारा 

सहारा 👫 बनना 

और 

अपना पहला क़दम👣याद 

करना।


4. 


जब हम बीमार🌾 हो जाएं, 

तो वो दिन याद करके 

हम पर अपने 

पैसे💰खर्च करना, जब हम 

तुम्हारी ख्वाहिशों


 👔🎅🎁💝🎂को 


पूरी करने के लिये अपनी 

ख्वाहिशें 

क़ुरबान 💔🙇करते थे।


👪 


हमें अपने से अलग करने से 

पहले याद करना 

वो दिन जब हमारे 🏡 से बाहर 

होने पर तुम्हारे 

😭 आँख के आँसू नहीं 

रुकते थे! 


   👏👏👏👏👏👏👏🙌


कृपया इस खूबसूरत संदेश 

हर *दिल अज़ीज* के 

साथ शेयर करें🙏


☝और अपने माँ बाप 

👴👵का 

आदर 


करें।

 अपनी सोच और बच्चों की समझ को बदलते देख रही हूँ 


जो रहते थे हरदम मेरी छाया में

अब उनकी छाया का अपने ऊपर फैलाव देख् रही हूँ ,

बैग में खोई रबर और मनपसंद टीशर्ट का पता मुझसे लेते थे

अब दुनिया मुझे दिखाते, घुमाते देख रही हूँ,

किताब का हर पन्ना मुझसे पढ़वाते थे वो    

अब इंटरनेट के नए तरीके मुझे समझाते देख रही हूँ ,

हर बीमारी में हाथ पकड़े रहते थे मेरा 

अब चेहरे पर थकान देखते ही '10 मिनट बैठ जाओ', मेरा ध्यान रखते देख रही हूँ ,

रोटी के निवाले के लिए दौड़ती थी उनके पीछे 

अब पार्टी में मेरी पसंद का खाना ढूंढती उनकी आँखें देख रही हूँ 

छोटी-छोटी माँगों पर रूठने वाले मेरे बच्चे 

'पहले अपने लिए कुछ लो' उनका प्यार बरसते देख रही हूँ 

मेरी आँखों से ही डर जाने वाले बच्चे 

अब मेरे गुस्से पर उन्हें चुपचाप मुस्कुराते देख रही हूँ...

[1/8, 6:41 PM] Nikit: *⚖THE NOBLEST PROFESSION⚖

1. Lawyers don't "correct" pleadings; They amend them. 

2. Lawyers don't merely "think"(Who cares what you think anyway?); They opine. 

3. Lawyers don't "outline" remedies or issues; They adumbrate them. 

4. Lawyers don't "suggest" to court; They submit.

5. Lawyers don't "lie"; They misguide the audience😆

6. Lawyers don't "support" with evidence; they corroborate it. 

7. Lawyers don't "show" in court; They demonstrate. 

8. Lawyers don't "say" anything; They aver. 

9. Lawyers don't "disagree with a fact"; They contend it.

10. Lawyers don't "finish submitting"; They rest their case. 

11. Lawyers don't use the word "understand"; They use "construe". 

12. Lawyers don't "agree with other people's opinions" ; They concur with them. 

13. Lawyers don't "investigate"; They probe. 

14. Lawyers don't "disagree with other people's opinions"; They dissent from them. 

15. Lawyers don't "ask for permission"; They seek leave. 

16. Lawyers don't "fall sick"; They get indisposed. 

17. Lawyers don't "ask court"; They pray. 

18. Lawyers don't "bribe judicial officers" HELL NO😆😆 They facilitate them. 

19. Lawyers don't ask court to "postpone cases"; They ask it to adjourn them. 

20. Lawyers don't "find solutions"; They seek remedies. 

21. Lawyers "know" everything; what you think they don't know is "what they have not addressed their minds to". 

22. Lawyers don't "go on" ; They proceed. 

23. Lawyers don't "refuse"; They object. 

24. Lawyers don't "ask court to take a step"; They move it. 

25. Lawyers don't "leave an issue"; They abandon it. 

26. Lawyers are not "wordy"; They articulate their point. 

27. Lawyers don't "find solutions"; They resolve issues. 

28. Lawyers call themselves #lawyers among "lay men"(all other professions and non professionals); They call themselves "Learned Friends" when they are addressing themselves. 

29. Lawyers don't "disagree" with each other; They just differ. 

30. Lawyers don't "seek help" from court; They seek redress. 

31. Lawyers don't "speak" in court; They address court.

32. Lawyers don't "agree" to what someone has said; They associate themselves with it. 

33. Lawyers don't say something is "irrelevant or useless"; They say it is immaterial. 

34. Lawyers don't "arrive" in court; They enter appearance. 

35. Lawyers don't "go" to a judge; They appear before him or her. 

36. Lawyers don't "die" 😎😎They relocate to God's domicile🤷🏼‍♂

37. Lawyers don't get "late"; They delay. 

38. Lawyers don't "disagree" with somebody's opinion; They dissociate themselves from it. 

39. Lawyers don't "stand in for" anyone; They hold brief for them. 

40. Lawyers don't go for a "short call"; They take a leak😜

41. Lawyers don't ask court to "force";They ask it to compel. 

42. Lawyers don't say something is "the same"; They say it is parimateria. 

43. Lawyers don't say someone is "responsible"; They say he/she is liable. 

44. Lawyers don't "explain" what they have said; They substantiate it. 

45. Lawyers don't "tell lies"; They amend the facts😂😂

[1/11, 2:04 PM] +919910966854: Only in India you can find 8 types of Vegetarians - 


1 - Pure Vegetarian (Pure vegetarian)


2 - Can eat egg but not chicken (Eggetarian)


3 - Can eat cake (which has egg) but not Omelette or boiled egg (Cakeytarian 😀)


4 - Can eat the gravy but not pieces (Gravyetarian😂)


5 - Can only eat non-veg outside the house, not inside ( Restrictarian)


6 - Eat non veg only while drinking. When not drinking they are vegetarian (Boozytarian)


7 - Eat non veg only when forced by someone to do so (Forcitarian)


8 - Pure Vegetarians on Tuesday, Thursd ay & Saturday. Can eat anything on Wednesday, Friday & Sunday (Calendartarian)

😂😂