Sunday, September 13, 2020

 *धनबल, जनबल, बुद्धि अपार ।*

*सदाचार बिन सब बेकार ।।*


.... धन से बहुत कुछ खरीदा जा सकता है, परंतु सब कुछ नहीँ खरीदा जा सकता है ।

.... जनबल से युद्ध व लड़ाईयां जीती जा सकती हैं, परंतु लोगों को नहीं जीता जा सकता है ।

....अपार बुद्धि के तिकड़मो से भी सब कुछ पाना संभव नहीं है ।

....परन्तु शालीनता (सदाचार) बिना मोल मिलती है, इससे सब कुछ खरीदा जा सकता है


*आज दिनाँक 02 सितम्बर, 2017 शनिवार की पावन मधुर बेला में सदाचारी बने रहने के संकल्प के साथ प्रतिदिन की भांति, आपको सादर.... जय माता की... जय गुरूवर की 🙏

[9/3, 3:02 PM] Kanak Nik: 💃 हँस हँस के पागल हो जाओगे पढ़ना जरूर 😄 😂

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एक रात, चार कॉलेज विद्यार्थी देर तक

मस्ती 👯 👯 करते रहे और

जब होश आया तो अगली सुबह होने

वाली परीक्षा का भूत 😱

उनके सामने आकर खड़ा हो गया।

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परीक्षा से बचने के लिए उन्होंने एक

योजना 😎 बनाई।

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👳 मैकेनिकों जैसे गंदे और फटे पुराने

कपड़े पहनकर

वे प्रिंसिपल 👮 के

सामने जा खड़े हुए और उन्हें

अपनी दुर्दशा की जानकारी दी।

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उन्होंने 👷 प्रिंसिपल को बताया कि कल रात वे

चारों एक दोस्त

की शादी में गए हुए थे।

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लौटते में गाड़ी 🚗

का टायर

पंक्चर

हो गया।

.

किसी तरह धक्का लगा-लगाकर

गाड़ी को यहां तक

लाए हैं। इतनी थकान है कि बैठना भी संभव

नहीं दिखता, पेपर

हल करना तो दूर की बात है।

,

यदि 👷 प्रिंसिपल साहब उन

चारों की परीक्षा आज के बजाय किसी

और दिन

ले लें

तो बड़ी मेहरबानी 😇 होगी।

,

👷 प्रिंसिपल साहब बड़ी आसानी से मान गए।

उन्होंने तीन दिन

बाद का समय दिया। विद्यार्थियों ने प्रिंसिपल

साहब

को धन्यवाद 🙏 दिया और जाकर

परीक्षा की तैयारी में लग गए।

,

तीन दिन बाद जब वे परीक्षा 📝 देने पहुंचे

तो 👷 प्रिंसिपल ने

बताया कि यह विशेष परीक्षा केवल उन चारों के

लिए

ही आयोजित की गई है। चारों को अलग-अलग

कमरों में

बैठना होगा।

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चारों 💃 विद्यार्थी अपने-अपने नियत कमरों में

जाकर बैठ गए।

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जो प्रश्नपत्र उन्हें दिया गया उसमें केवल

एक ही प्रश्न था

,

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गाड़ी का कौनसा टायर पंक्चर हुआ था ?

( १०० अंक )

अ. अगला बायां 🙀

ब. अगला दायां 😿

स. पिछला बायां 😾

द. पिछला दाया 😼

😝

चारो फस गये साले 😃 😃

क्योंकि

चारों का उत्तर अलग अलग था।

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आखिर गुरु गुरु ही होता है 😝 😝 😎😎

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