*धनबल, जनबल, बुद्धि अपार ।*
*सदाचार बिन सब बेकार ।।*
.... धन से बहुत कुछ खरीदा जा सकता है, परंतु सब कुछ नहीँ खरीदा जा सकता है ।
.... जनबल से युद्ध व लड़ाईयां जीती जा सकती हैं, परंतु लोगों को नहीं जीता जा सकता है ।
....अपार बुद्धि के तिकड़मो से भी सब कुछ पाना संभव नहीं है ।
....परन्तु शालीनता (सदाचार) बिना मोल मिलती है, इससे सब कुछ खरीदा जा सकता है
*आज दिनाँक 02 सितम्बर, 2017 शनिवार की पावन मधुर बेला में सदाचारी बने रहने के संकल्प के साथ प्रतिदिन की भांति, आपको सादर.... जय माता की... जय गुरूवर की 🙏
[9/3, 3:02 PM] Kanak Nik: 💃 हँस हँस के पागल हो जाओगे पढ़ना जरूर 😄 😂
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एक रात, चार कॉलेज विद्यार्थी देर तक
मस्ती 👯 👯 करते रहे और
जब होश आया तो अगली सुबह होने
वाली परीक्षा का भूत 😱
उनके सामने आकर खड़ा हो गया।
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परीक्षा से बचने के लिए उन्होंने एक
योजना 😎 बनाई।
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👳 मैकेनिकों जैसे गंदे और फटे पुराने
कपड़े पहनकर
वे प्रिंसिपल 👮 के
सामने जा खड़े हुए और उन्हें
अपनी दुर्दशा की जानकारी दी।
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उन्होंने 👷 प्रिंसिपल को बताया कि कल रात वे
चारों एक दोस्त
की शादी में गए हुए थे।
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लौटते में गाड़ी 🚗
का टायर
पंक्चर
हो गया।
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किसी तरह धक्का लगा-लगाकर
गाड़ी को यहां तक
लाए हैं। इतनी थकान है कि बैठना भी संभव
नहीं दिखता, पेपर
हल करना तो दूर की बात है।
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यदि 👷 प्रिंसिपल साहब उन
चारों की परीक्षा आज के बजाय किसी
और दिन
ले लें
तो बड़ी मेहरबानी 😇 होगी।
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👷 प्रिंसिपल साहब बड़ी आसानी से मान गए।
उन्होंने तीन दिन
बाद का समय दिया। विद्यार्थियों ने प्रिंसिपल
साहब
को धन्यवाद 🙏 दिया और जाकर
परीक्षा की तैयारी में लग गए।
,
तीन दिन बाद जब वे परीक्षा 📝 देने पहुंचे
तो 👷 प्रिंसिपल ने
बताया कि यह विशेष परीक्षा केवल उन चारों के
लिए
ही आयोजित की गई है। चारों को अलग-अलग
कमरों में
बैठना होगा।
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चारों 💃 विद्यार्थी अपने-अपने नियत कमरों में
जाकर बैठ गए।
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जो प्रश्नपत्र उन्हें दिया गया उसमें केवल
एक ही प्रश्न था
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गाड़ी का कौनसा टायर पंक्चर हुआ था ?
( १०० अंक )
अ. अगला बायां 🙀
ब. अगला दायां 😿
स. पिछला बायां 😾
द. पिछला दाया 😼
😝
चारो फस गये साले 😃 😃
क्योंकि
चारों का उत्तर अलग अलग था।
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आखिर गुरु गुरु ही होता है 😝 😝 😎😎
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