Sunday, September 13, 2020

 स्त्री क्या है ~~ 

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भगवान .. जब स्त्री की रचना कर रहे थे ,

       तब उन्हें काफी समय लग गया !


 आज छठा दिन था , और स्त्री की रचना 

            अभी भी अधूरी थी !

    इसलिए देवदूत ने पूछा ~ भगवन् !

  आप इसमें इतना समय क्यों ले रहे हो ?


भगवान ने जवाब दिया ~ क्या तुमने 

इसके सारे गुण धर्म (specifications) 

देखे हैं, जो इसकी रचना के लिए जरूरी हैं !


👉 यह हर प्रकार की परिस्थितियों को 

              संभाल सकती है !

👉 यह अपने सभी बच्चों को एक साथ

             संभाल सकती है , एवं 

              खुश रख सकती है !

👉 यह अपने प्यार से ~

    घुटनों की खरोंच से लेकर टूटे हुये दिल 

          💔 के घाव भी भर सकती है !

👉 इसमें सबसे बड़ा गुणधर्म यह है कि 

        बीमार होने पर भी अपना ख्याल 

             खुद रख सकती है , एवं 

          18 घंटे काम भी कर सकती है !


देवदूत चकित रह गया , और आश्चर्य से 

पूछा ~ भगवान ! क्या यह सब ...

         दो हाथों से कर पाना संभव है ?


  भगवान ने कहा ~ यह स्टैंडर्ड रचना है !


        देवदूत ने नजदीक जाकर ...

    स्त्री को हाथ लगाया , और कहा ~

   भगवान .. यह तो बहुत सोफ्ट है !


भगवान ~ हाँ ... यह बहुत ही सोफ्ट है ,

    मगर ... इसे बहुत strong बनाया है !


 👉 इसमें हर परिस्थिती को संभालने की 

        ताकत है !


             देवदूत ने पूछा ~ 

          क्या यह सोच भी सकती है ?


   भगवान ने कहा ~ 

👉 यह सोच भी सकती है , और मजबूत 

        होकर मुकाबला भी कर सकती है !


         देवदूत ने नजदीक जाकर ...

   स्त्री के गालों को हाथ लगाया , और 

     बोला ~ भगवान ये तो गीले हैं !

   लगता है इसमें से लिकेज हो रहा है !


     भगवान बोले यह लीकेज नहीं है !

                         यह इसके आँसू हैं !


    देवदूत ~ आँसू किस लिए ?


             भगवान बोले ~ 

          यह भी इसकी ताकत हैं !

      आँसू .. इसको फरियाद करने , 

       प्यार जताने एवं अपना अकेलापन 

               दूर करने का तरीका है !


            देवदूत ~ भगवन् ! 

       आपकी रचना अदभुत है ! 

    आपने सब सोच-समझ कर बनाया है !

               आप महान हैं ! 


भगवान बोले ~ 

        यह स्त्री रूपी रचना अदभुत है !

         यही हर पुरुष की ताकत है , जो 

              उसे प्रोत्साहित करती है !

सभी को खुश देखकर ये भी खुश रहती है !

      हर परिस्थिति में हंसती रहती है !


               उसे जो चाहिए ... 

         वह लड़ कर भी ले सकती है !

       उसके प्यार में कोइ शर्त नहीं है !


       उसका दिल टूट जाता है , जब ...

       अपने ही उसे धोखा देते हैं !

        मगर .. हर परिस्थिती से ...

      समझौता करना भी जानती है !


      देवदूत ~ भगवन् ! 

             आपकी रचना संपूर्ण है !


           भगवान बोले ~ ना ...

           अभी इसमें एक त्रुटि है !

      यह अपनी 'महत्वत्ता' भूल जाती है !


~ सभी आदरणीय स्त्रियों को समर्पित...यह हमारी माँ,पत्नी,मित्र, बहन या बेटियां या कोई भी हो सकती है उनको हमारा नमन🙏🙏🙏💝💝💝 💝💝💝dedicated to all beautiful ladies 🌶 🍧 🍰

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