Sunday, September 13, 2020

 *Please read*

😢 *very touching* 👇

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जब बचपन था, तो जवानी एक ड्रीम था...

जब जवान हुए, तो बचपन एक ज़माना था... !! ____________________________

जब घर में रहते थे, आज़ादी अच्छी लगती थी...

आज आज़ादी है, फिर भी घर जाने की जल्दी रहती है... !!

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कभी होटल में जाना पिज़्ज़ा, बर्गर खाना पसंद था...

आज घर पर आना और माँ के हाथ का खाना पसंद है... !!!

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स्कूल में जिनके साथ ज़गड़ते थे, 

आज उनको ही इंटरनेट पे तलाशते है... !!

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ख़ुशी किसमे होतीं है, ये पता अब चला है... 

बचपन क्या था, इसका एहसास अब हुआ है... 

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काश बदल सकते हम ज़िंदगी के कुछ साल..

.काश जी सकते हम, ज़िंदगी फिर एक बार...!!

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👘 जब हम अपने शर्ट में हाथ छुपाते थे और लोगों से कहते फिरते थे देखो मैंने अपने हाथ जादू से गायब कर दिए

|🌀🌀

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✏जब हमारे पास चार रंगों से लिखने वाली एक पेन हुआ करती थी और हम सभी के बटन को एक साथ दबाने की कोशिश किया करते थे |❤💚💙💜

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👻 जब हम दरवाज़े के पीछे छुपते थे ताकि अगर कोई आये तो उसे डरा सके..👥

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👀जब आँख बंद कर सोने का नाटक करते

थे ताकि कोई हमें गोद में उठा के बिस्तर तक पहुचा दे |

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🚲सोचा करते थे की ये चाँद हमारी साइकिल के पीछे पीछे क्यों चल रहा हैं |🌙🚲

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🔦💡On/Off वाले स्विच को बीच में

अटकाने की कोशिश किया करते थे |

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🍏🍎🍉🍑🍈 फल के बीज को इस डर से नहीं खाते थे की कहीं हमारे पेट में पेड़ न उग जाए |

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🍰🎂🍧🏆🎉🎁 बर्थडे सिर्फ इसलिए मनाते थे

ताकि ढेर सारे गिफ्ट मिले |

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🔆फ्रिज को धीरे से बंद करके ये जानने की कोशिश करते थे की इसकी लाइट कब बंद होती हैं |

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🎭 सच , बचपन में सोचते हम बड़े

क्यों नहीं हो रहे ?


और अब सोचते हम बड़े क्यों हो गए ?⚡⚡

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🎒🎐ये दौलत भी ले लो.. ये शोहरत भी ले लो💕


भले छीन लो मुझसे मेरी जवानी...


मगर मुझको लौटा दो बचपन का सावन ....☔


वो कागज़ की कश्ती वो बारिश का पानी.. 🌊🌊🌊

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