एक महात्मा ने एक दिवार पर बड़ा सा सफ़ेद पेपर लगाया और मारकर
से उस पर एक काला डॉट किया फिर लोगो से पूछा,
☆ "तुम्हे क्या दिख रहा हे ?
☆ सब लोग बोले -" काला डॉट"
उस महात्मा ने कहा,
♡ "कमाल हे इतना बड़ा सफ़ेद पेपर नजर नहीं आ
रहा हे और
छोटा सा काला डॉट नज़र आ गया?"
"यही हाल आज सभी का है ,
♧ उन्हें
किसी व्यक्ति की सारी जिंदगी की अच्छाई
नजर नहीं आती और
उसकी एक छोटी सी बुराई नजर
आ जाती है |
से उस पर एक काला डॉट किया फिर लोगो से पूछा,
☆ "तुम्हे क्या दिख रहा हे ?
☆ सब लोग बोले -" काला डॉट"
उस महात्मा ने कहा,
♡ "कमाल हे इतना बड़ा सफ़ेद पेपर नजर नहीं आ
रहा हे और
छोटा सा काला डॉट नज़र आ गया?"
"यही हाल आज सभी का है ,
♧ उन्हें
किसी व्यक्ति की सारी जिंदगी की अच्छाई
नजर नहीं आती और
उसकी एक छोटी सी बुराई नजर
आ जाती है |
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