Friday, November 28, 2014

मेरी माँ कहती है बिल्ली रास्ता काट जाए तो रुक जाना चाहिए
अन्धविश्वास पर भरोसा नही है पर माँ पर है इसलिए रुक जाता हूँ....



इस दुनिया के
लोग भी कितने
अजीब है ना,

सारे खिलौने
छोड़ कर
जज़बातों से
खेलते हैं...


The best 1 i had


मुझसे मां से दो पल की जुदाई सही नहीं जाती हॆ...
पता नहीं बेटियां ये हुनर कहां से लाती है...



तारीख हज़ार
साल में बस इतनी
सी बदली है…
तब दौर
पत्थर का था
अब लोग
पत्थर के हैं...


किस्मत और पत्नी
भले ही परेशान करती है लेकिन
जब साथ देती हैं तो
ज़िन्दगी बदल देती हैं.।।



कोई छाँव,तो कोई शहर ढूंढ़ता है
मुसाफिर हमेशा,एक घर ढूंढ़ता है...

बेताब है जो,सुर्ख़ियों में आने को
वो अक्सर अपनी,खबर ढूंढ़ता है...

हथेली पर रखकर,नसीब अपना
क्यूँ हर शख्स,मुकद्दर ढूंढ़ता है...

जलने के,किस शौक में पतंगा
चिरागों को जैसे,रातभर ढूंढ़ता है...

उन्हें आदत नहीं,इन इमारतों की
ये परिंदा तो,कोई शहर ढूंढ़ता है...

अजीब फ़ितरत है,उस समुंदर की
जो टकराने के लिए,पत्थर ढूंढ़ता है...!!

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