तू मेरा दे या ना दे साथ मुझे चलना है
चाहे दिन हो या घोर रात मुझे चलना है
मैं तो सूरज की तरह हर घडी सफ़र में हूँ
छोड़कर तारों की बरात मुझे चलना है
तेरी मर्जी हो तो राहों में फूल रख देना
या मिले काँटों की सौगात मुझे चलना है
ज़िंदा रहना है तो चल,बोलकर गई आगे
कीमती है नदी की बात मुझे चलना है
हार के डर से चाल ना चलूँ मुमकिन ही नहीं
शह मिले या हो मेरी मात मुझे चलना है
कौन कहता है तुझे साथ में चलना होगा
छोड़ दे आज मेरा हाथ मुझे चलना है
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चाहे दिन हो या घोर रात मुझे चलना है
मैं तो सूरज की तरह हर घडी सफ़र में हूँ
छोड़कर तारों की बरात मुझे चलना है
तेरी मर्जी हो तो राहों में फूल रख देना
या मिले काँटों की सौगात मुझे चलना है
ज़िंदा रहना है तो चल,बोलकर गई आगे
कीमती है नदी की बात मुझे चलना है
हार के डर से चाल ना चलूँ मुमकिन ही नहीं
शह मिले या हो मेरी मात मुझे चलना है
कौन कहता है तुझे साथ में चलना होगा
छोड़ दे आज मेरा हाथ मुझे चलना है
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