Friday, July 10, 2015

ߒ
%गर्मी के दोहे ߒ%

रहिमन कूलर राखिये ..बिन कूलर सब
 सून। 😒
कूलर बिना ना किसी को ..गर्मी में
मिले सुकून।।😁


एसी जो देखन मैं गया ..एसी ना
मिलया कोय।
जब घर लौटा आपणे ..गर्मी में ऐसी-
तैसी होय।।😝😝


बिजली का बिल देखकर ..दिया
कबीरा रोय।
कूलर एसी के फेर में ..खाता बचा ना
कोय।।😨😨


बाट ना देखिए एसी की ..चला
लीजिए फैन।
चार दिनों की बात है ..फिर आगे सब
चैन।।😁😁😁


पंखा झेलत रात गई ..आई ना लेकिन
लाईट।
मच्छर गाते रहे कान में ..तक तना तंदूरी
नाईट।।😜😜😜
😳😞


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