Friday, September 5, 2014

बढती टमाटर की कीमतों के हिसाब से जल्दी ही फिल्मो के डायलाग इस प्रकार के होंगे !

मेरे करण अर्जुन आयेंगे;
और दो किलो टमाटर लायेंगे. . .

ये ढाई किलो के टमाटर जब आदमी लेता है ना;
तो आदमी उठता नहीं उठ जाता है. . .

मेरे पास बंगला है गाडी है बैंक बैलेंस है रुपया है पैसा है, तुम्हारे पास क्या है?
मेरे पास टमाटर है!

जिनके घर टमाटर के सलाद होते हैं;
वो बत्ती बुझा कर खाना खाते हैं. . .

चिनॉय सेठ, टमाटर बच्चों के खेलने की चीज़ नहीं होती;
कट जाए तो खून निकल आता है. . .

मैं आज भी फेंके हुए पैसे नहीं उठाता;
टमाटर हो तो अलग बात है. . .

लगता है सब्जी मंडी में नए आये हो साहेब;
सारा शहर मुझे टमाटर के नाम से जानता है. . .

11 राज्यों की सरकार मुझे ढूंढ़ रही है;
पर टमाटर को खरीदना मुश्किल ही नहीं,नामुमकिन है. . .

ये टमाटर मुझे दे-दे ठाकुर। . . .

तुम्हे चारो तरफ से पुलिस ने घेर लिया है;
अपनी सारी टमाटर कानून के हवाले कर दो. . . .

No comments:

Post a Comment