Wednesday, November 12, 2014


Naam Mein Kya Rakha Hai,Log Toh Aks Bhi Bhool Jaatey Hain,Kyon Samundaro Ki Baatein Karte Ho,Jinhe Doobana Hai Who Aankhon Mein Doob Jaatey Hain.



तमन्ना फिर मचल जाये अगर तुम मिलने आ जाओ,
ये मौसम ही बदल जाए अगर तुम मिलने आ जाओ

मुझे ग़म है के मैंने ज़िन्दगी में कुछ नहीं पाया,
ये ग़म दिल से निकल जाए अगर तुम मिलने आ जाओ

नहीं मिलते हो मुझसे तुम तो सब हमदर्द हैं मेरे
ज़माना मुझसे जल जाए अगर तुम मिलने आ जाओ

ये दुनिया भर के झगड़े घर के किस्से काम की बातें
बला हर एक टल जाए अगर तुम मिलने आ जाओ

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