Monday, January 12, 2015

 अजीब चलन है दुनिया का-

दीवारों में आये दरार तो
          दीवारें गिर जाती हैं...
पर रिश्तों में आये दरार तो
          दीवारे खड़ी हो जाती हैं...!




‬: जो मुनासिब बात है
            वो बात होनी चाहिये
दिन अगर छोटा है ,
           लंबी रात होनी चाहिये ।
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हाथ में किस्मत के,
         सारी ज़िंदगी तो सौंप दी

मौत अपनी है तो,
            अपने हाथ होनी चाहिये ।
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 जितने ज्यादा शौक,
         उतने रंज होने चाहिये

जितनी बड़ी शान हो,
                  उतनी बड़ी बारात होनी चाहिये ।
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आज उस वादाशिकन से,
             दिल परेशां हो गया

थक चुकी है आंखें,
            अब बरसात होनी चाहिये ।
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