Saturday, April 4, 2015

सास बहु की मारवाड़ी कविता:

मत कर सासु बेटो बेटों
ओ तो मिनख हमारो है

जद पहनतो बाबा सूट
जद ओ गुड्डू थारो हो

अब ओ पहरे कोट पेंट.  
अब ओ डार्लिंग म्हारो है

जद ओ पीतो बोतल में दूध
जड़ ओ गिगलो थारो हो

अब पीवे गिलास में जूस
अब ओ मिस्टर म्हारो है

जद ओ लिखतो क ख ग
जद ओ नानको थारो हो

अब ओ करे watsapp sms
अब ओ जानू म्हारो है

जद ओ खातो चोकलेट आइस क्रीम
जद ओ टाबर थारो हो

अब ओ खावे पिज़्ज़ा बिस्कुट
अब ओ हब्बी म्हारो है

जद ओ जातो स्कुल कोलेज
जद ओ मुन्नो थारो हो

अब ओ जाए ऑफिस में
अब ऑफिसर म्हारो है

जद ओ मांगतो पोकेट खर्चो
जद ओ लाडलो थारो हो

अब ओ ल्यावे लाखां रूपिया
अब ओ ए टी एम म्हारो है

मत कर सासू डीकरो डीकरो
अब ओ छैलो म्हारो है |


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