Tuesday, December 29, 2015

: ये मत कहना कि तेरी याद से रिश्ता नहीं रखा मैं खुद तन्हा रहा मगर दिल को तन्हा नहीं रखा तुम्हारी चाहतों के फूल तो महफूज़ रखे हैं तुम्हारी नफरतों की पीड़ को ज़िंदा नहीं रखा!


 भूखे से ज्यादा भोजन का स्वाद कोई नही जान सकता वैसे ही सच्चे मित्र का महत्व संकट में फँसा व्यक्ति ही जान सकता है !!.

👍👍👍👍


 "सूरज के सामने रात नहीं होती,
सितारों से दिल की बात नहीं होती.
जिन दोस्तों को हम दिलसे चाहते है,
न जाने क्यों उनसे रोज़ मुलाकात नहीं होती."

 वफा को मौत भी देकर देखो
 अपने हाथो से या किराए के हाथों से देखो
   वो तो बेशर्म सी चली आती है
कभी भी
जैसे कोई ख़िताब मिलता हो उसे हर कहीं।

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