कोई रिश्ता नया या पुराना नहीं होता,
जिन्दगी का हर पल सुहाना कितना होता,
जुदा होना तो किस्मत की बात है..
पर जुदाई का मतलब भूलाना नहीं होता
कोई हालात नही संमझता
तो कोई जज़्बात नहीं संमझता,
ये अपनी-अपनी संमझ है,
कोई कोरा पन्ना पढ लेता है,
तो कोई पुरी किताब नही संमझता..
मुद्दत हुई वो रुलाने नही आएइन जलती हुई आँखों को बुझाने नही आएकहते थे साथ जियेंगे साथ मरेंगेहम रूठे थे 1 रोज़ आज तक वो मानाने नही आए
आंसुओं को पलकों तक लाया न करो,दिल की बात किसी को बताया न करो,लोग तो मुठी में नमक लिए फिरते है,अपने ज़ख़्म किसी को दिखाया न करो.
जिन्दगी का हर पल सुहाना कितना होता,
जुदा होना तो किस्मत की बात है..
पर जुदाई का मतलब भूलाना नहीं होता
कोई हालात नही संमझता
तो कोई जज़्बात नहीं संमझता,
ये अपनी-अपनी संमझ है,
कोई कोरा पन्ना पढ लेता है,
तो कोई पुरी किताब नही संमझता..
मुद्दत हुई वो रुलाने नही आएइन जलती हुई आँखों को बुझाने नही आएकहते थे साथ जियेंगे साथ मरेंगेहम रूठे थे 1 रोज़ आज तक वो मानाने नही आए
आंसुओं को पलकों तक लाया न करो,दिल की बात किसी को बताया न करो,लोग तो मुठी में नमक लिए फिरते है,अपने ज़ख़्म किसी को दिखाया न करो.
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