Monday, March 16, 2015

फूल बनकर मुस्कुराना है ज़िंदगी;
मुस्कुराते हुए सब ग़म भुलाना है ज़िंदगी;
जीत का जश्न तो हर कोई मना लेता है;
हार कर खुशियां मनाना भी है ज़िंदगी।



- दुनिया का हर शौंक पाला नही जाता;
 कांच के खिलौनों को उछाला नही जाता;
 मेहनत करने से मुश्किल हो जाती है आसान;
 क्योंकि हर काम तक़दीर पर टाला नही जाता।




सिर्फ रोना ही तो नहीं है नाम ज़िन्दगी का,
पाना और खोना भी तो है नाम ज़िन्दगी का,
.
तुम चले गए हो मुझे छोड़ कर तो क्या हुआ,
किसी और का होना भी तो है नाम ज़िन्दगी का,
.
क्या हुआ गर नहीं है कोई मेरा इस जहां में,
यहाँ खुद के साथ जीना भी तो नाम है ज़िन्दगी का,
.
अगर सताने लगे तन्हाई यहाँ किसी को,तो,
मौत से दोस्ती कर लेना भी तो नाम है ज़िन्दगी का...


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