कभी हम पर वो जान दिया करते थे जो हम कहते थे मान लिया करते थे अब पास से अनजान बनकर गुज़र जाते हैं जो कभी दूर से ही हमे पहचान लिया करते थे !.
आँसू न होते तो, आँखेँ इतनी सुंदर न होती, दर्द न होता तो, खुशी की कोई कीमत न होती, अगर मिल जाता कोई चाहने, तो दुनिया मेँ ऊपर वाले की जरुरत न होती ..
: रिश्ते काँच की तरह होते है, टूटे जाए तो चुभते है. इन्हे संभालकर हथेली पर सजना क्योकि इन्हे टूटने मे एक पल और बनाने मे बरसो लग जाते है..
कभी रो के मुस्कुराए , कभी मुस्कुरा के रोए, जब भी तेरी याद आई तुझे भुला के रोए, एक तेरा ही तो नाम था जिसे हज़ार बार लिखा, जितना लिख के खुश हुए उस से ज्यादा मिटा के रोए.
रोने से किसी को पाया नहीं जाया जाता , खोने से किसी को भुलाया नहीं जाता , वक्त सबको मिलता है जिन्दगी बदलने के लिए , पर जिन्दगी नहीं मिलती वक्त बदलने के लिए.
कभी आंसू तो कभी ख़ुशी देखी, हमने अक्सर मजबूरी और बेकसी देखी.. उनकी नाराज़गी को हम क्या समझें, हमने तो खुद अपनी तकदीर की बेबसी देखी..
कलाई ना पकड़ा करो
बहुत बार कहा हैं तुमसे
बात चूड़ियों की नहीं
जज्बात मचल जाते हैं...
आँसू न होते तो, आँखेँ इतनी सुंदर न होती, दर्द न होता तो, खुशी की कोई कीमत न होती, अगर मिल जाता कोई चाहने, तो दुनिया मेँ ऊपर वाले की जरुरत न होती ..
: रिश्ते काँच की तरह होते है, टूटे जाए तो चुभते है. इन्हे संभालकर हथेली पर सजना क्योकि इन्हे टूटने मे एक पल और बनाने मे बरसो लग जाते है..
कभी रो के मुस्कुराए , कभी मुस्कुरा के रोए, जब भी तेरी याद आई तुझे भुला के रोए, एक तेरा ही तो नाम था जिसे हज़ार बार लिखा, जितना लिख के खुश हुए उस से ज्यादा मिटा के रोए.
रोने से किसी को पाया नहीं जाया जाता , खोने से किसी को भुलाया नहीं जाता , वक्त सबको मिलता है जिन्दगी बदलने के लिए , पर जिन्दगी नहीं मिलती वक्त बदलने के लिए.
कभी आंसू तो कभी ख़ुशी देखी, हमने अक्सर मजबूरी और बेकसी देखी.. उनकी नाराज़गी को हम क्या समझें, हमने तो खुद अपनी तकदीर की बेबसी देखी..
कलाई ना पकड़ा करो
बहुत बार कहा हैं तुमसे
बात चूड़ियों की नहीं
जज्बात मचल जाते हैं...
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