Thursday, December 17, 2015

पति बाल्कनी में खड़ा खड़ा मस्ती से गा रहा था

पंछी बनूं उड़ता फिरुँ मस्त गगन में
आज में आज़ाद हूँ दुनिया के चमन में

रसोई में से बीवी की आवाज़ आई-घर में ही उड़ो ।
सामने वाली पीहर गई है
😥😥😥

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