Friday, March 6, 2015

 रोम-रोम मे हमारे
रोम-रोम मे हमारे वो बसे है,
नज़रे हमारी और चहरा उनका है,
हर साँस मे हमारी वो बसे है,
धड़कने हमारी और दिल उनका है.



 मुझको क्या हक ,,
मैं किसी को मतलबी कहूँ ।
मै खुद ही ख़ुदा को ,,
मुसीबत में याद करता हूं ।



लोग कहते हैं प्यार एक ऐसी बिमारी है जिसकी कोई दवा नहीं,अरे उन्हें क्या मालूम बेवफाई एक ऐसी दवा है जिससे यह बिमारी कभी दोबारा नहीं होती.



किसी की याद में बार बार रोने से दिल का दर्द कम नहीं होता…
प्यार तो तकदीर में लिखा होता है… तड़पने से कोई अपना नहीं होता…



तकदीर लिखने वाले एक एहसान लिख दे,
मेरे दोस्त की तकदीर में मुस्कान लिख दे,
ना मिले जिंदगी में कभी भी दर्द उसको,
चाहे उसकी किस्मत में मेरी जान लिख दे।




प्यार-व्यार के चक्कर में पड़ने से पहले पैसे
कमा लेना,
गरीबों का प्यार अक्सर चौराहे पर नीलाम
हो जाता है।




कल बड़ा शोर था मयखाने में,बहस छिड़ी थी जाम कौन सा बेहतरीन है।
हमने तेरे होठों का ज़िक्र किया,हमारी खता माफ़ हो-----



 मुझे परखना छोड़ दो यूँ
भरी महफ़िल में ..
.. में होठों से कुछ न भी कहूँ फिर
भी,
लोग मेरी आँखों में तुझे पढ़ लेते
हैं !!



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