Sunday, November 9, 2014

अन्याय पर मौन
रहने वाला सदा रोया है !!
धृतराष्ट्र के मौन ने
भी सौ पुत्रों को खोया है !!
ए हिन्दू तू तोड़ दे ये मौन
चाहे विश्व भी विरूद्ध हो !!...
कि अब जिहाद के
खिलाफ एक धर्मयुद्ध हो !
-
*तू मौन क्यूं खड़ा है
तेरा मिट रहा अस्तित्व है !!
सतियों की धरा पे
देखो लुट रहा सतीत्व है !!
तू क्यूं है चुप सनातनी
अब तो जरा क्रुद्ध हो !!
कि अब जिहाद के
खिलाफ एक धर्मयुद्ध हो !!
-
धर्म रक्षा के लिए
हथियार ना उठाओगे !!
आने वाली पीढियों को
क्या मुंह दिखाओगे !!
विधर्मी के रक्त से
ये धरा अब शुद्ध हो
कि अब जिहाद के
खिलाफ एक धर्मयुद्ध हो !!
-
मन्दिर टूट रहे थे
तेरे तू तब भी चुप बैठा था !!
राम खुद आएंगे
बचाने ये क्यूं सोच बैठा था !!
राम अब ना आएंगे
तू स्वयं अधर्म विरूद्ध हो !!
कि अब जिहाद के
खिलाफ एक धर्मयुद्ध हो

सुनो समझो देखो
अमल करो।

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