Tuesday, December 30, 2014

 || तू बेशक अपनी महफ़िल में मुझे बदनाम करती हैं
लेकिन तुझे अंदाज़ा भी नहीं कि वो लोग भी मेरे पैर छुते है जिन्हें तू भरी महफ़िल में सलाम करती है




💕💕आज खुदा से मुलाकात हुई
थोडी ही सही पर बात हुई
मैने आप लोगो के बारे मे भी पूछा कि
ये इंसान कैसे है ?
खुदा बोला :"रिश्ता बनाए रखना
बिल्कुल मेरे जैसे है"💕💕




तुम ये मत समझना के मुझे कोई और नहीं चाहता, तुम छोड भी दोगे तो मौत खड़ी है मुझे अपनाने के लिए !




पत्तों सी होती है कई रिश्तों की उम्र, आज हरे कल सूख जाएं
क्यों ना जड़ों से सीखें रिश्तेदारी निभाना !!




 लोग कहते है अगर हाथों की लकीरें
अधूरी हो तो किस्मत
अच्छी नहीं होती
लेकिन हम कहते है की सर पर हाथ हो अगर
" माँ बाप" का तो लकीरों की ज़रूरत नहीं होती ।

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