Monday, December 29, 2014

सारी उम्र आँखों में एक सपना याद रहा,
सदिया बीत गयी वो लम्हा याद रहा,
जाने क्या बात है आप में,
सारी महफ़िल भूल गए बस वो पल याद रहा                          



: तुझसे ही चाहत, तेरे ही सपनों की हिफाजत की है...,
ए दिले-नादान, तेरे ही लिये इस जिंदगी से बगावत की है.....! 🌹





जिनकी याद में हम दीवाने हो गए,
वो हम ही से बेगाने हो गए,
शायद उन्हें तालाश है अब नये प्यार की,
क्यूंकि उनकी नज़र में हम पुराने हो गए                                



 हँसना और हँसाना कोशिश है मेरी,
हर कोई खुश रहे, यह चाहत है मेरी,
भले ही मुझे कोई याद करे या ना करे,
लेकिन हर अपने को याद करना आदत ह                              





नज़र को नज़र की खबर ना लगे,
कोई अच्छा भी इस कदर ना लगे,
आपको देखा है बस उस नज़र से,
जिस नज़र से आपको नज़र ना लगे…!                                  





 Aankhon me rehne wale ko yaad nahi
karte,
Dil me rehne wale ki baat nahi karte,
Hamari to RUUH me bas gaye ho aap,





 💕मेरी चाहत अगर देखनी है,तो अपने दिल
को मेरे दिलसे लगाकर देख,,,,, अगर तेरी धड़कन ना बढ़
जाए तो मेरी मोहब्बत ठुकरा देना....💕🍫




 कितना दुश्वार है दुनिया ये हुनर आना भी
 तुझी से फ़ासला रखना तुझे अपनाना भी

 ऐसे रिश्ते का भरम रखना बहुत मुश्किल है
 तेरा होना भी नहीं और तेरा कहलाना भी

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