Saturday, December 13, 2014

जस्न-एय-ज़िदगी में तो सभी हसते हे ,
एय दोस्त ….
लेकिन जिगर चाहिए तन्हाईयों में मुस्कुराने का !


वो बेगानो में अपने, हम अपनों में अंजान लगते हैं;
हमारे खून की कीमत नहीं, उनके अश्कों के भी दाम लगते हैं।



प्यार का ऊसूल आज कल अजीब सा है यारो,
करे तो दुनिया जीने नही देती, ना करे तो दुनिया ताने
देती hai..




ज़रूरत नहीं जिसे माल वज़र की
वहां जमा और ही दौलत हो रही है ।

जिस दर से लोग पाते है शिफ़ासे
मरीज़ों की वहीं तिजारत हो रही है ।



 कुछ इस तरह कयामत हो रही है
अमीरों की हिमायत हो रही है ।

दुवाएं अपनी मां के साथ में है
सफ़र में भी हिफाज़त हो रही है ।



 Ruth Gaye Mere Aansu Bhi Mujse…
Najane Mene Aesa Kya Gunah Kar Diya…
Pucha Aansu Se Aaj Kya Hua Tuje..
To Usna Kaha Ham Jiske Liye Baraste He…
Aaj To Tune Use Hi Khafa Kar Diya….

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