Saturday, December 27, 2014

 "हमने अपने नसिब से ज्यादा
अपने दोस्तो पर भरोसा रखा है."
क्यु की नसिब तो बहोत बार
बदला है".
लैकिन मेरे दोस्त अभी भी वहि है"



 हम क्या हे वो सिर्फ हम ही जानते हे ,,,
लोग तो सिर्फ हमारे बारे में
अंदाज़ा लगा सकते हे !!!



 तू ही मिल जाये मुझे ये ही काफ़ी हैं , मेरी हर साँस ने ये ही दुआ माँगी हैं , जाने क्यों दिल खींचा जाता हैं तेरी तरफ़, क्या तु ने भी मुझे पाने की दुआँ माँगी हैं !



कितनी खुबसूरत सी हो जाती है उस वक्त दुनिया जब अपना कोई कहता है कि
"तुम याद आ रहे हो”




‬: The mirror never loses its ability to reflect. Even if, It is broken into thousand Pieces. Accordingly We should also Never Change our Originality at any circumstances.
Love All, 🌹😊, Good Morning

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