Friday, December 26, 2014

क्या ऐसा नहीं हो सकता हम प्यार मांगे... ^
और तुम गले लगा के कहो, और कुछ?! ~

नहीं करेंगे आज के बाद कभी मन्नते तुम्हारी,
खुदा जब राजी होगा तब तुम तो क्या हर चीज मेरी होगी

ज़्यादा बड़ी कहानी शायर इसलिए नहीं लिख पाते ♡♤♡
क्योंकि यहाँ लफ्ज़ रुक-रुक कर निकलते है ♡♤

आप. तो डर. गयै हमारी एक ही कसम. सैै....

हमै तो हजारो नै लुटा तुमारी कसम. दैतै हुए




मुझमे खामीया बहुत सी होगी मगर,

एक खूबी भी है…

मे कीसी से रीश्ता मतलब के लीये नही रखता. -



 "ना खुशी खरीद पाता हूं
और ना गम बेच पाता हूं

फिर भी ना जाने क्यूं
हर रोज बाजार जाता हूं......,



 सुबह से दौड रही हैं
चाकु लेकर बीवी मेरे पिछे।
मैँने तो मजाक में कहा था
"दिल चिर के देख, तेरा ही नाम होगा"😃😜




💞जिंदगी हमारी यूं सितम हो गई
खुशी ना जानें कहां दफन हो गई,
लिखी खुदा ने मुहब्बत सबकी तकदीर में ,
हमारी बारी आई तो स्याही खत्म हो गई!.💞

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